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अ!याय वषय
1 खड – 1 पटवारय क नयुित योयताऐं तथा दड संबंधी !हदायते
खड – 2 परवी%ा एवं 'थायीकरण
2 पटवार) *+श%ण एवं पर)%ा
3 भू-अ+भलेख (परचा4मक)
4 खसरा
5 %े7 नशा
6 भू-अ8धकार एवं ऋण-पुि'तका
7 जमाब;द) आसामीवार (बी – 1), B-2, B-5, B-6, B-7,
8 न'तार प7क एवं वािजव उल अजC (D!द प7क)
9 सहायक %े7 अ+भलेख – जमाब;द) सं%ेप (P-7) ,खर)फ िज;सवार, रवी
िज;सवार, +मलान खसरा, 7ु!टपूणC एवं लुGत सीमा 8च;ह का Hववरण
10 सवI एवं ब;दोब'त *JKया के दौरान तैयार Jकये जाने वाले अ+भलेख (i)
अ8धकार अ+भलेख (ii) नशा (iii) र) नOबरंग सूची (iv) ब;दोब'त के दौरान
अ+भलेख मR सुधार (v) सवI से छूटे हुये %े7 एवं Tाम (मसाहती Tाम)
11 8गरदावर)
12 फसल पूवाCनुमान (मौसम तथा फसल *तवेदन)
13 फसल बीमा योजना, म.*. मR Hव+भ;न *कार के भावो के ऑकडो का संकलन
कायC एवं फसल कटाई *योग
14 कृHष संगणना, TRS, लघु +संचाई संगणना (शासा अंतगCत योजनाएं)
15 राज'व पु'तक परप7 6-4 के अ;तगCत पटवार) *तवेदन
16 पटवार) के HवHवध कतC_य
17 Tाम क आबाद) भू+म का अ+भलेखीकरण (भू-अ+भलेख तैयार करना)
18 Hव+भ;न राज'व *करण मR पटवार) *तवेदन
1. नामांतरण
2. बटवारा
3. बटांकन *तवेदन
4. भू-अ+भलेख का अaयतीकरण (Updation Of Land Records)
5. सीमांकन *तवेदन
6. ETSM सवI (सवI%ण क आधुनक पaदत)
19 Hव+भ;न राज'व संबंधी कायr मR पटवार) *तवेदन
1. भू+म आबंटन *तवेदन
2. डायवशCन *करण मR *तवेदन
3. जात *माण-प7 *तवेदन
4. आय *माण-प7 *तवेदन
5. शासकय भू+म पर अतKमण *तवेदन
6. शासकय भू+म पर अवैध खनन का *तवेदन
7. शोध %मता *तवेदन
8. धारा 165 के उलंघन के संबंध मR *तवेदन।
1. यो6यता एवं चयन Cयाः- िजले मR पटवारय के रत पद क पूतC मaय*दे श भू-अ+भलेख एवं
ब;दोब'त तत
ृ ीय uेणी, अराजपv7त (कायCपा+लक एवं तकनीJक) सेवा भतw नयम 2012 यथा समय-समय
पर जार) संशो8धत के अनुसार क जाएगी ।
2. आरFण रोGटरः- पटवार) क 'थापना मR संबं8धत िजला 'तर क रितय एवं आर%ण रो'टर क
जानकार) शासन _दारा जार) आर%ण नयम के अनुसार संबं8धत िजले के अधी%क भू-अ+भलेख yवारा
संधारत क जाएगी ।
3.
नयुि3तः- कलेटर yवारा िजला 'तर पर काउं स+लंग के उपरांत द'तावेज स4यापन क कायCवाह) क
जाएगी । म.*. भू-राज'व सं!हता 1959, क धारा 104 (2) समय-समय पर यथासंशो8धत मR न!हत
*ावधान अनुसार स%म *ा8धकार) yवारा पटवार) पद पर नयुित हे तु पा7 उOमीदवार के नयुित आदे श
जार) Jकये जाएंगे । Jकसी भी चयनत उOमीदवार क पटवार) के पद पर पद'थापना उसक गह
ृ तहसील मR
नह)ं क जाएगी ।
4. आचरण
नयमः- म. *. मR शासकय सेवक के +सHवल सेवा संबंधी आचरण के संबंध मR मaय*दे श
+सHवल सेवा (आचरण) नयम, 1965 यथासमय संशोधन स!हत पटवार) के संबंध मR भी लागू हगे ।
6. अवकाशः- मaय*दे श मR शासकय सेवक के +लये मaय*दे श अवकाश नयम 1977 ऐसे संशोधन
स!हत, जो इसमR समय-समय पर Jकये जायR, पटवारय के अवकाश के संबंध मR भी लागू हगे ।
8. अनुकJपा
नयुि3तः- पटवार) क शासकय सेवा के दौरान म4ृ यु होने पर उसके वारसान को अनुकOपा
नयुित क पा7ता होगी तथा अनुकOपा नयुित शासन yवारा समय-समय पर जार) नयम नदI श के
अनुDप क जावेगी । य!द मत
ृ पटवार) के वारसान को पटवार) पद पर अनुकOपा नयुित द) जाती ह और
वह *+श%ण उपरा;त Hवभागीय पर)%ा मR अनु4तीणC रहता ह तो उसे पा7ता अनुसार रत अ;य पद पर
अनुकOपा नयुित द) जा सकती ह ।
9. व/रKठता
नधारण एवं पदGथापनाः- अaयाय – दो मR उ{लेखत *+श%ण उपरा;त *+श%ण के; के
*ाचायC yवारा उ4तीणC *+श%णा8थCय क मैरट सच
ू ी तैयार क जाकर िजला – कलेटर को पद'थापना हे तु
उपल
ध कराई जायेगी । पर)%ा8थCय के पर)%ा मR सिOम+लत होने एवं उ4तीणC होने के एक अवसर के
आधार पर *ाGतांक क वरठता के आधार पर वरठता सूची तैयार क जायेगी तथा दस
ू रे अवसर पर
पर)%ा मR सिOम+लत होकर उ4तीणC होने वाले पर%ा8थCय क वरठता *थम अवसर पर उ4तीणC होने वाले
पर%ा8थCय से कनठ मानी जायेगी ।
*+श%ण *ाGत उ4तीणC पटवारय क सूची *+श%ण के; से *ाGत होने पर िजला – कलेटर पद
रित एवं कायC क आव|यकता के अनुDप तहसील मR उनक पद'थापना करे गा । इस Hवषय मR कलेटर
का नणCय अंतम होगा ।
10. पदोHन
तः- पटवार) से राज'व नर)%क के पद पर पदो;नत राय शासन yवारा समय-समय पर
जार) नयत नदI श के अनुसार क जायेगी ।
अ!याय – 1 का खड -2 (परवी%ा एवं 'थायीकरण)
1. शFणः- पटवार) पद चयन उपरांत िजला – कलेटर से *ाGत सूची अनुसार संबं8धत अनुHवभागीय
अ8धकार) (राज'व) yवारा नयुित आदे श जार) हने पर संबं8धत को नयत पटवार) *+श%ण शाला मR
उपि'थत होकर अaयाय – 2 के उपब;ध के अनुसार *+श%ण *ाGत करना होगा । अनुHवभागीय अ8धकार)
(राज'व) yवारा जार) नयुित आदे श *+श%ण के; पर उपि'थत !दनांक से *भावी होगा । *+श%ण के;
पर नधाCरत समय के भीतर उपि'थत न होने क दशा मR नयुित आदे श नर'त Jकया जा सकेगा ।
2. प/रवीFा अवMधः- पटवार) के पद पर दो वषC क परवी%ा अव8ध के अधीन नयुित क जायेगी तथा
परवी%ा अव8ध क गणना नयुित उपरांत नयत *+श%ण शाला मR उपि'थत !दनांक से *ारOभ क
जायेगी ।
4. प/रवीFा अवMध मN वृ Pः- पटवार) क परवी%ा अव8ध मR अ8धकतम 01 वषC क वHृ आयुत भ-ू
अ+भलेख एवं ब;दोब'त yवारा मल
ू भत
ू नयम के पर*ेय मR युितयुत कारण के आधार पर क जा
सकेगी ।
अ!याय – 2
पटवार शFण एवं परFा
1. शFण केHQः- आयुत भू-अ+भलेख एवं ब;दोब'त चयनत नवनयुत पटवारय के *+श%ण हे तु
आव|यकतानुसार *+श%ण शालाएं खोल सकेगा । आव|यकता होने पर Jकसी भी िजले अथवा तहसील मR
Jकसी भी 'थान पर अ'थाई Dप से भी *+श%ण शाला खोलकर *+श%ण कराया जा सकेगा । चयनत
नवनयुत *4येक पटवार) के इस *+श%ण कराया जा सकेगा । चयनत नवनयुत *4ये क पटवार) को
इस *+श%ण के; पर उपि'थत होकर इस अaयाय के उपबंध मR वणCत *+श%ण *ाGत करना अनवायC
होगा ।
2. शFण अवMध एवं काययोजनाः- *+श%ण क अव8ध अनुसूची 1 अनुसार होगी । आयुत भ-ू अ+भलेख
एवं ब;दोब'त के yवारा यथासमय आव|यकतानुसार सैांतक एवं _यावहारक *+श%ण अव8ध तथा पर)%ा
कायCKम मR परवतCन Jकया जा सकेगा ।
5. परFाः- *+श%ण उपरा;त आयोिजत होने वाल) पर)%ा का Hववरण अनुसूची – 4 के अनुसार होगा ।
इस पर)%ा हे तु *|न-प7 तैयार करवाना, म{
ू याकंन करवाना एवं पर)%ा हे तु Jकसी सं'था Hवशेष का
नधाCरण Jकया जाना ये सभी कायC आयुत, भ-ू अ+भलेख एवं बंदोब'त yवारा संपा!दत Jकए जायRगे ।
6. परFा मN सिJमलत होने हे तु पाUताः- *+श%ण उपरांत पर)%ा मR सिOम+लत होने हे तु नOन+लखत दो
अनवायCताएं होगीः-
(1) ऐसे *+श%णा8थCय को, जो *+श%ण अव8ध के कायC !दवस क कुल संया के 75 *तशत !दन
तक क%ा मR उपि'थत न रहा हो, पर)%ा मR बैठने क अनुमत नह)ं द) जाएगी । तथाHप य!द िजला –
कलेटर को इस बात से समाधान हो जाए Jक *+श%णाथw जान-बूझकर अनुपि'थत नह)ं रहा था अथवा वह
उसके नयं7ण से परे होने वाले कारण से अनुपि'थत रहा था, तो वह *+श%णा8थCय को पर)%ा मR बैठने
क अनुमत दे सकेगा । पर;तु यह तब जब Jक उपि'थत कायC-!दवस क कुल संया के 65 *तशत से
कम न हो । उपि'थत क गणना मR पूणाक के बाद दशमलव मR कोई संया आती ह तो उसे अगला
पूणाक मानकर गणना क जाये गी ।
(2) िजन *+श%णा8थCय ने _यावहारक *+श%ण हे तु उपि'थत होकर नयत _यावहारक *+श%ण
*ाGत न Jकया हो एवं असाइनमR ट फाईल म{
ू यांकन हे तु अनुHवभागीय अ8धकार) के सम% *'तत
ु न क हो
।
उत दोनो शतr क पूतC पथ
ृ क-पथ
ृ क होना अनवायC है इसमR नयम मR !दये गये Jकसी *ावधान के
अलावा Jकसी भी *कार क +श8थलता नह)ं द) जावेगी ।
इस नयम के अधीन पा7 *+श%णा8थCय को पर)%ा मR सिOम+लत होने क अनुमत !दए जाने हे तु
*+श%ण के; का *ाचायC स%म होगा ।
7. शFकः- *+श%ण के; पर अaयापन कायC हे तु *+श%क क _यव'था आयुत भू-अ+भलेख एवं
बंदोब'त yवारा क जायेगी । *+श%क के Dप मR सेवानव4ृ त शासकय कमCचार)/अ8धकार) के अलावा अ;य
सं'थाओं के अ8धकार)/कमCचारय क सेवाऐं भी ल) जा सकRगी ।
8. Vन पU0 का मूWयांकन एवं परFा प/रणामः- *+श%ण उपरांत आयोिजत पर)%ा उपरांत मू{यांकन
कायC एवं पर)%ा परणाम क घोषणा आयुत भू-अ+भलेख एवं बंदोब'त yवारा कराया जाएगा । सैांतक
एवं _यावहारक *+श%ण Hवषय के मaय अंक का अनुपात 70:30 *तशत रहे गा । ;यूनतम अहCउ4तीणाक
दोन पर)%ाओं मR पथ
ृ क-पथ
ृ क तथा सिOम+लत Dप से 50 *तशत अंक सामा;य वगC एवं अ;य Hपछड़ा वगC
तथा 40 *तशत अनुसू8चत जात एवं अनुसू8चत जनजात के +लए *ाGतांक रहR गे।
9. परFा मN सिJमलत होने के लये अMधकतम अवसरः- अनु4तीणC *+श%णा8थCय को केवल 03 अवसर
!दये जाएंगे । !दये गए 03 अवसर मR भी अनु4तीणC होने पर सेवा से पथ
ृ क कर !दया जाएगा ।
अनुसूची – 1 शFण अवMध
Kमांक गतHव8ध समयाव8ध
1 सैांतक *+श%ण 04 माह
2 _यावहारक *+श%ण 02 माह
3 पर)%ा उपरोत अव8ध के भीतर
अनस
ु ूची-2 सैPां
तक शFण के वषय
मांक वषय पायम
1 मaय*दे श भू-राज'व सं!हता (1) मaय*दे श भू-राज'व सं!हता
एवं अ;य अ8धनयम व नयम (2) दड *JKया सं!हता
(3) +सHवल *JKया सं!हत
(4) आव|यक व'तु अ8धनयम
(5) भू-अजCन अ8धनयम
(6) पंचायत राज अ8धनयम
(7) न.पा. अ8धनयम
(8) वन संर%ण अ8धनयम
(9) भारतीय 'टाOप अ8धनयम
(10) वन अ8धनयम
उपरोत अ8धनयम के अंतगCत पटवारय के
कतC_य से जुड़े हुए *ावधान ।
2 भू-अ+भलेख एवं उससे संबं8धत सवI, सीमांकन, *बंधन संबंधी साटवेयर एवं GIS
नयम के +सांत
3 कOGयूटर _यावहारक एवं !ह;द) 1- भू-अ+भलेख *बंधन संबध
ं ी साटवेयर
टायHपंग 2- RCMS, राज'व ;यायालय *करण संब8ं धत साटवेयर
3- ई-फसल 8गरदावर) एवं अ;य राज'व Hवभाग yवारा
उपयोग Jकए जाने वाले साटवेयर
4- !ह;द) टायHपंग
4 पटवार) के कतC_य से जड़
ु े अ;य कृHष एवं कृHष सांियक से फसल 8गरदावर) फसल कटाई
Hवभाग से संबं8धत Hवषय *योग क Hव8ध व *JKया, *धानमं7ी फसल बीमा योजना ।
राज'व पु'तक परप7 6 (4) के *ावधान व नयम का ान
कराया जाना ।
पंचायती राज _यव'था एवं नगर पा+लका अ8धनयम के
अ;तगCत पटवार) के कतC_य से जड़
ु े *ावधान । 'टाOप
अ8धनयम के अंतगCत कलेटर गाईड़लाईन तैयार Jकया जाना
आ!द *ावधान ।
नोटः- आयुत भ-ू अ+भलेख एवं ब;दोब'त वा+लयर के प7 Kमांक 1384-A/10 पर)%ा 2018 वा+लयर
!दनांक 28.06.2018 के yवारा इस अनुसूची के Hवषय Kमांक 2 के पायKम मR नवीन Dप से राजप7 मR
*का+शत अaयाय 1 व 2 के साथ मूल भू-अ+भलेख नयमावल) भाग-1 (पटवार) नयमावल)) के शेष
अaयाय को भी पटवार) *+श%ण पायKम मR शा+मल Jकये जाने के नदI श जार) Jकये गये है ।
अनस
ु ूची-3 ायोMगक शFण के वषय
मांक ग
तवMध ववरण संXया
1 नामांतरण *करण *करण मR *तवेदन पेश करना 05 *करण
2 बंटवारा *करण मR बटवारा फदC *'तुत करना 05 *करण
3 सीमांकन ई.ट).एस. मशीन से सीमांकन करना 05 *करण
फ{ड़ बुक स!हत
4 फसल कटाई *योग फसल कटाई *योग करना 05 *योग
5 बी0पी0एल0 *करण मR *तवेदन दे ना 10 *करण
6 जात *माण-प7 *करण मR *तवेदन दे ना 10 *करण
7 शोध %मता *माण- प7 *करण मR *तवेदन दे ना 10 *करण
8 नशा बटांकन बटांकन *करण मR अमल करना 10 *करण
9 फसल 8गरदावर) मोवाईल एप से Tाम क 8गरदावर) 01 Tाम
करना
10 वेब जी0 आई0 एस डेटा 01 Tाम के वेब ड़ाटा का सुधार करना 01 Tाम
सुधार ।
अनस
ु ूची-4 Vन-पU
वतCमान परवेश मR भू+मय क अ4य8धक कमतR होने के कारण इन भू-अ+भलेख का नमाCण एवं
संधारण बहुत ह) सावधानी से Jकया जाना अत आव|यक है । इन अ+भलेख को तैयार करने एवं उनको
संधारत करने मR पटवार) क मह4वपण
ू C भ+ू मका होती है । पटवार) राज'व Hवभाग क मह4वपण
ू C कड़ी है ,
य!द यह कहा जाये Jक पटवार) yवारा संधारत Jकये जा रहे भू-अ+भलेख, राज'व Hवभाग क र)ढ़ क हडी
के Dप मR कायC करते है , तो कोई अत|योित नह)ं होगी । य!द पटवार) yवारा राज'व अ+भलेख को
_यवि'थत Dप से संधारत Jकया जाये तो %े7 मR Jकसी भी *कार क अ_यव'था या कानून _यव'था क
ि'थत न+मCत नह)ं हो पायेगी और पटवार) का यह क4तC_य %े7 मR अमन चैन बनाये रखने मR मह4वपूणC
भू+मका नभा सकता है ।
समह
ू - घ
12 राज'व नर)%क का *गत प7क पी - 13
13 पटवार) का *गत प7क पी - 14
समह
ू - ड़
14 पटवार) क *भार सूची पी - 22
अHय पUक
15 पशु म4ृ यु पंजी पी - 5
16 खसरा पर)%ण पंजी । पी - 15
17 Tाम मR वा'तHवक प से उपयोग मR लाये गये फामr क संया दशाCने पी - 18
वाल) पंजी
18 राज'व नर)%क क पटवार) पंजी पी - 20
19 अतKमण पंजी पी - 23
20 कOGयूटर खसरा संशोधन पी - 2
धारा 107- खेत का न3शा – म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 क धारा 107 क उपधारा (1) के तहत
*4येक Tाम का %े7 नशा तैयार करने के संबंध मR *ावधान Jकये गये है जो नOनानुसार है ः-
(1) राय सरकार _दारा न!दC ट Jकये जाने पर *4येक Tाम के +लए, सवI%ण संयांक या भ-ू खंड
संयांक क सीमाओं तथा बंजर भ+ू मय को दशाCने-वाला एक नशा तैयार Jकया जाएगा जो खेत का
नशा कहलाएगा ।
(2) *4येक Tाम क आबाद) के +लए भी पथ
ृ क से एक नशा तैयार Jकया जा सकेगा िजसमR *ाइवेट
धारक _दारा अ8धभोग मR रखा गया %े7 तथा वह %े7, जो ऐसे अ8धभोग मR न हो, एवं ऐसी अ;य
Hव+शिटयाँ, जो Jक Hव!हत क जाएँ, दशाCई जाएँगी ।
(3) य!द राय सरकार यह समझे Jक Jकसी Tाम के मामले मR यह आव|यक है Jक उपधारा (2) के
अधीन तैयार Jकए गए नशे मR उन भ-ू खंड को, जो *ाइवेट धारक के अ8धभोग मR ह, पथ
ृ क् से
दशाCया जाए, तो वह कलेटर को यह नदI श दे सकेगी Jक वह नशे को उस *कार तैयार करवाए या
पुनर)%त करवाए ।
(4) य!द कोई Tाम पंचायत ऐसा संक{प पारत कर दे ती है Jक *ाइवेट धारक के अ8धभोग मR के भू-खंड
का पथ
ृ कतः दशाCते हुए Tाम क आबाद) का नशा तैयार Jकया जाए और वह सवI%ण संबंधी
संJKयाओं के खचC के *त उतने अनुपात मR , जो Jक Hव!हत Jकया जाए, अ+भदाय करने के +लये
रजामंद है , तो राय सरकार ऐसा नशा तैयार कराने का कायC हाथ मR ले सकेगी ।
(5) ऐसा नशा राज'व सवI%ण, के समय बंदोब'त अ8धकार) _दारा और सम'त अ;य समय पर तथा
सम'त अ;य परि'थतय मR कलेटर _दारा यथाि'थत तैयार या पुनर)%त Jकया जाएगा ।
FेU-न3शा तैयार करने के
नयमः- म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 क धारा 107 के सहप!ठत धारा
121 के तहत बनाये गये नयम के भाग एक मR *4येक Tाम का %े7 नशा तैयार करने संबंधी
नOन+लखत नयम वनाये गये है ः-
1. *4येक गाँव के +लए धारा 107 क उपधारा (1) के अधीन %े7-नशे क दो *तयाँ तैयार क जाएँगी;
एक *त िजला कायाCलय के अ+भलेखागार मR संदभC के हे तु रखी जाएगी और वह संदभC नशे के Dप
मR जानी जाएगी, दस
ू र) *त पटवार) को, बंदोब'त के प|चात ् हुए परवतCन के
यौरे दशाCने हे तु उसके
_दारा समय-समय पर यथा अपे%त परवतCन Jकए जाने के +लए *दाय क जाएगी और यह
कायCकार) नशे के Dप मR जानी जाएगी ।
2. पटवार) *4येक वषC कायCकार) नशे को अपनी 8गरदावर) के दौरान शु करे गा । वह नशे मR दशाCयी
गयी भ-ू खंड क सीमाओं क जाँच-पड़ताल उन सीमाओं से, जो भू+म पर यथाथCतः Hवyयमान ह,
करे गा और नशा, जहाँ कह)ं भी आव|यक हो, शु करे गा ।पटवार) yवारा यह कायC पथ
ृ मतः पेि;सल
से Jकया जायेगा, पेि;सल से Jकये गये परवतCन क जाँच राज'व नर)%क yवारा Jकये जाने पर
अथवा उसके अनुमोदन प|चात नशे पर लाल 'याह) क जायेगी ।
3. जब कायCकार) नशे पर अ4य8धक परवतCन हो जाये और कायC करने मR असHु वधा होने लगे तब
पटवार) yवारा नशा नवीनीकरण क कायCवाह) क जाना चा!हये । पटवार) नशे पर Hवyयमान
सीमाएँ, बंदोब'त के प|चात ् हटा द) गई सीमाओं को छोड़ते हुए और नवन+मCत Jक;ह)ं सीमाओं क
*Hविट करते हुए, दशाCएगा । पुराना नशा !दनांJकत Jकया जाएगा और भू-अ+भलेख कायाCलय मR
अ+भलेखागार मR उस खसरा के साथ िजससे Jक वह संबं8धत हो जमा Jकए जाने हे तु रखा जाएगा और
ऐसे खसरा के साथ ह) नट कर !दया जाएगा ।
4. गाँव के खेत का नशा, यथाि'थत सवI%ण, पुनः सवI%ण या नशा के शुHकरण के अनुसरण मR
बनाया जाएगा और सवI%ण या नशा शुHकरण के दौरान यथा पाए गए सवI%ण संयांक, सीमाओं,
सीमा 8च;ह, उ4खंडन या उप-उ4खंडन 8च;ह तथा भौगो+लक 8च;ह को दशाCएगा ।
न3शे का नमाण एवं संधारणः- सवI%ण का कायC, पूणC से इकाई क ओर (Working From Whole To
Part ) के +सaदांत पर Jकया जाता है । Jकसी भी %े7 के सवI%ण के +लये कम से कम दो 'थाई vब;दओ
ु ं
क आव|यकता होती है । इन दो vब;दओ
ु ं को ह) आधार मानकर Jकसी %े7 का नशा तैयार करने क
कायCवाह) *ारOभ क जाती है । राज'व सवI%ण के समय जब Jकसी Tाम का नशा तैयार Jकया जाता है
तब नशा तैयार करने हे तु नOन *JKया अपनाई जाती है ः-
(2) उस Tाम क सीमाओं पर 'थाHपत Jकये गये दो ªावसC (चाँदा प4थर) क सहायता से आव|यकता के
अनुसार अ;य ªावसC (चाँदा प4थर) 'थाHपत कर +लये जाते है तथा सम'त ªावसr को आपसमR एक
ªावसC लाइन के yवारा जोड़ !दया जाता है । इस *Jकया को ब;द रे खा मापन (Close Traversing )
कहा जाता है ।
(3) इस *कार ªावसC लाइन के yवारा पूरे Tाम का एक सJकCट बना +लया जाता है । िजसके आधार पर
Tाम का कुल %े7फल नकाल +लया जाता है ।
(4) इस *कार बनाये गये पूरे Tाम के सJकCट को 12-12 जर)ब दरू ) पर ( vertical &
horizontal) जर)ब रे खाएं डालकर छोटे -छोटे खडो मR बांट +लया जाता है । इन खड को मुर बा (
1- Tाम के नशे मे उ[तर पिVचम के कोने से नOबरंग *ारOभ क जाती है एवं दuFण पूव के कोने पर
समाGत क जाती है । जैसे – उ4तर पि|चम के कोने का सवI नं. 1 से नOबरंग *ारOभ व द%ण
पव
ू C के सवI नOबर 17 पर नOबरंग समाGत । (8च7 अनुसार)
2- Tाम के नशे मे नOबरंग सHपCलाकार ( serpentine) क जाती है ।
3- एक खेत मR नOबर दे ने के बाद उसक चतुःC सीमाओं मR से Jकसी एक सीमा से लगे हुये दस
ू रे
खेत मR नOबर !दया जाता है । जैसे – सवI नं. 1, 2, 3 (8च7 मR दशाCये अनस
ु ार)
4- ू रे खेत से नह) लग रह) हो तो कोना कुदान नJबर !दया जाता है
खेत क चतुःC सीमाओं मR से कोई भी सीमा दस
। जैसे – सवI नं. 14, व 15 ( 8च7 मR दशाCये अनस
ु ार)
5- खेत क चतुःC सीमाओं मR से Jकसी एक सीमा से लगे हुये बड़े खेत मR एक और छोटा खेत हो तो पहले छोटे
खेत को नOबर दR गे इसके बाद बड़े खेत को नOबर !दया जाता है ऐसे नOबर को कुदान नJबर कहते है
ªावसC 'टे शन
कुदान नOबर
Tाम सीमा
कोना कुदान
ªावसC रे खा
वतCमान मR तकनीक का Hवकास होने पर सेटेलाइट इमेजर से सवI%ण कर नशे तैयार Jकये जाने
का कायC *ारं भ Jकया गया है । नवीनतम तकनीक के Dप मR ETS/DGPS मशीन भी सवI कायC हे तु
उपयोग मR लायी जा रह) है ।
आधुनक तकनीक से नशे तैयार Jकये जाने हे तु सवC*थम नOन+लखत तीन *कार के Control
Points 'थाHपत Jकये गये है –
(i) Primary Control Points – ये Control Points भू+म पर वा'तHवक Dप मे *4येक 16-16 Jकलो
मीटर के अ;तराल पर वगाCकार Dप मR 'थाHपत Jकये गये है ।
(ii) Secondary Control Points – ये Control Points *4येक 4-4 Jकलो मीटर के अ;तराल पर वगाCकार
Dप मR 'थाHपत Jकये गये है ।
(iii) Tursery Control Points – ये Control Points *4येक 1-1 Jकलो मीटर के अ;तराल पर वगाCकार
Dप मR 'थाHपत Jकये गये है ।
पटवार) अपने ह{के मे *4येक Tाम के +लये पूवC से तैयार Jकये गये नशो को अyयतन रखेगा एवं
नशे के अनुDप ह) खसरे मे आव|यक परवतCन /*Hविटया स%म अ8धकार) के आदे श के उपरा;त करने
के +लये िजOमेदार होगा साथ ह) पटवार) का यह कतC_य है Jक राय सरकार yवारा Hव!हत Jकये गये *ाDप
मे उसके ह{के के *4येक Tाम के +लये जमाबंद),जमाबंद) साराशं (गोशवारा),खर)फ व रबी िज;सवार,+मलान
खसरा HवनCदट तथा खोए हुए सीमा 8च;हो का Hववरण आ!द अ+भलेख तैयार Jकये जाने का दाय4व !दया
गया है और इस हे तु नयम बनाये गये है ।
पटवार) yवारा मु ्य Dप से Jकये गये काय मे नशा नमाCण,नशा तरमीम ,नशा नवीनीकरण , खसरा
तैयार) ,सहायक %े7 अ+भलेख तैयार),नामंतरण पंजी का भरा जाना ,बटवारा एवं बटांकन क फदC तैयार
करने क Hव8ध एवं *'तुतीकरण,शासकय भू+म पर अतKमण क रपोटC तैयार कर *'तुत करना ,
सीमांकन कायC आ!द सिOम+लत है । पटवार) yवारा Jकये जाने वाले इन सम'त काय के सं%ेप मे
भू-राज'व सं!हता 1959 क धारा 107 के *ावधान अनुसार *4येक Tाम के +लये सवI%ण संयाको या
भख
ू ंड संयाको क सीमाओ तथा बंजर भ+ू मयो को दशाCने वाला नशा तैयार Jकया जायेगा जो खेत का
नशा कहलाएगा। इसके साथ ह) *4येक Tाम क आबाद) के +लये भी एक नशा पथ
ृ क से तैयार Jकया जा
सकेगा,िजसमे *ाइवेट धारको yवारा अ8धभोग मे रखा गया %े7 तथा वह %े7 जो ऐसे अ8धभोग मे न हो
,एवं ऐसी अ;य *Hविटया जो Jक Hव!हत क जाये ,दशाCयी जाएगी ।
%े7 /खेत का नशा तैयार करने व उसका पुनर)%ण Jकये जाने का कायC ब;दोब'त अ8धकार) yवारा
राज'व सवI%ण के समय Jकया जाता है । पर;तु कलेटर yवारा नर;तर Jकया जा सकता है । कलेटर
yवारा ह) नशा दD
ु 'ती का आदे श सभी !हतब प%कारो क सुनवाई के बाद वणCत Jकया जा सकता है ।
*4येक पटवार) अपने ह{के के *4येक Tाम के %े7 नशे का +मलान *तवषC 8गरदावर) के समय
मौके पर वा'तHवक Dप से Hवyयमान सीमाओ से करता है । उसके yवारा सम'त सुधार पेि;सल से Jकये
जाते है । पटवार) yवारा नशा तरमीम कायC Jकये जाने के सOब;ध मे नOन+लखत !हदायतो का पालन
(1) चालू नशे मR सुधार पटवार) yवारा *तवषC खसरा +लखने के +लए %े7 *त %े7 नर)%ण करते
समय Jकया जाता ह ।
(2) बंदोब'त चालू रहने क ि'थत मR जब Jकसी नद) या नाले के मागC बदलने के कारण क
जेदार के
अ8धकार या गाँव क सीमाओं पर मह4वपूणC *भाव पड़े तो पटवार) एक अलग कागज पर पुरानी व
नई सीमाओ का *द+शCत करते हुए तथा यह बतलाते हुए Jक नई सीमाएँ अपनाने से खसरे के
वतCमान %े7 पर या *भाव पड़ेगा इसके +लए एक खाका तैयार करे गा और राज'व नर)%क
के yवारा कलेटर के आदे श के +लए भेजेगा ।
(3) चालू नशा सुधारने के +लए खेत क सीमाओ मR होने वाले परवतCन के *भाव के अनुसार नOन
(ख) भ+ू म जो पहले खाते मR सिOम+लत न रह) हो अथाCत गैर खाते क भ+ू म,
uेणी ‘क ’ मR खाते क भू+म के परवतCन को दो भाग मR Hवभािजत Jकया गया ह । चालू नशे मR
सुHवधापूवक
C सुधार Jकए जाने के +लए इस *कार का वगwकरण Jकया गया ह ।
3- जब कोई भू-खड उदाहरणाथC Kमांक 15 उपHवभािजत Jकया जाए तथा उसका एक भाग दस
ू रे भू-
खड उदाहरणाथC 14 के साथ +मला !दया जाए तो उस भाग को जो अकेला बचे *थम उपKमंक
15/1 !दया जाएगा । तथा नये बनाए गए भू-खड को उसके शेष भाग को सि;न!हत करने वाले
भाग के Dप मR दशाCया जाएगा जैसे 14-15/2
5- धान के खेत क बाहर) सीमाओ का पुरे तौर पर मापन Jकया जाना च!हए Jक;तु भीतर) डोल)यो को
मापन Jकए जाने क आव|यकता नह)ं ह ।
6- खाते क भू+म मR खेती अयोय (गैरमुमJकन) पड़त भू+म का भ-ू मापन Jकया जाएगा और उसे नशे
मR vब;द ु रे खा से दशाCया जाएगा Jक;तु खाते मR होने वाल) अ;य सभी पड़ती का मापन केवल दे ख
कर Jकया जाएगा, मान Jक वह फसल) %े7 हो Jक;तु नशे मR नह)ं दशाCई जाएगी ।
(1) य!द खाते मR न होने वाल) भू+म खेती के +लए ल) जाए तो उसका भ-ू मापन Jकया जाएगा तथा उसे
नशे मR अंJकत Jकया जाएगा । और *4येक नए भू-खड को ब;दोब'त क अव8ध मR कलेटर के
आदे श से नया भू-मापन Kमांक !दया जा सकेगा ।
(2) घास के +लए र%त %े7 या बीडो का य!द उन पर Jकसी भी _यित का Jकसी भी अ8धकार के
अधीन दखल हो तो भ-ू मापन अलग भू-खड के Dप मR Jकया जाना चा!हए। और उसे गाँव क पड़ती
मR शा+मल नह)ं करना चा!हए ।
(4) पटवार) अपने सुधारो को नशे मR तब तक 'याह) से अंJकत नह) करे गा जब तक क राज'व
नर)%क yवारा उन *Hविटय को अनुमो!दत नह) Jकया जाए । अनुमोदन प|चात लाल रं ग क
'याह) का उपयोग Jकया जाएगा और सभी सुधार तब तक लाल 'याह) मR रहे गे जब तक Jक नया
नशा न बना +लया जाय या Tाम का पुन: भू-मापन न कर +लया जाये ।
नशा नवीनीकरण के समय ऐसे सम'त सुधार िजनका अनुमोदन राज'व नर)%क ( RI ) yवारा
Jकया जा चुका ह, काल) 'याह) से अनुरेखत Jकए जाएगे ।
नशा नवीनीकरण के समय पटवार) yवारा ब;दोब'त के बाद समाGत हो चुक 'थल आकृतय को
छोड़ !दया जाये गा और नवीन न+मCत हुई 'थल आकृतय को नशे पर बनाया जायेगा ।
नशा नवीनीकरण का कायC डाकC कैvबनेट क 'याह) से होता है । डाकC कैvबनेट क सहायता से
िजला मुयालय पर पटवार) 'वयं के दाय44व पर अ;य से भी नशा नवीनीकरण का कायC करा सकता ह
। रे खाओं का अनुरेखन काल) 'याह) से ह) Jकया जाता ह ।
नशा नवीनीकरण का कायC पटवार) yवारा या उसक ओर से अ;य _यितय yवारा पटवार) के
उ4तरदाय44व पर ह) िजला मुयालय पर अधी%क भू-अ+भलेख क दे खरे ख मR 'याह) से संदभC नशा व
चालू नशे के आधार पर Jकया जाता ह ।
न3शे का वनKटकरणः - म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 क 108 (2) के अनुसार उपधारा (1) मR
वणCत अ8धकार-अ+भलेख [राज'व सवI%ण] के दौरान या जब कभी भी राय सरकार, अ8धसूचना _दारा,
ऐसा नदI श दे , तैयार Jकया जाता है । अतः अगले राज'व सवI%ण का अंतम *काशन हो जाने के प|चात
ह) पूवC के अ8धकार-अ+भलेख को नट Jकया जाता है तथा धारा 107 (1) के अनुसार Jकसी Tाम का नशा
भी उसी अ8धकार-अ+भलेख के साथ नट Jकया जाता है ।
अ!याय — 5
खसरा
खसरा :-
1. खसरा वह अ+भलेख है िजसमR गाँव के नशे मR !दए गए *4येक भ-ू खड का Hववरण दजC Jकया
जाता ह । नशे मR Kमांक +सल+सलेवार दजC Jकए जाते है । भू-मापन Jकए गए *4येक Tाम के
+लए सवI नOबर वार खेत क वाि'तवक ि'थत क जानकार) के आधार पर खसरा तैयार Jकया
जाता ह ।
2. *4येक सवI नOबर के +लए एक अलग *Hविट क जाएगी चाहे उसमR कृHष खेती हुई हो या वह पड़त
हो ।
3. पटवार) yवारा खसरे मR इ;राज (एª)) मौके के नर)%ण के समय पाए गए त³यो के अनुसार क
जाएगी ।
4. खसरा *तवषC 1 जल
ु ाई से *ारOभ होकर 30 जून को समाGत हो जाएगा । पाँचशाला खसरे क िज{द
(*त) पटवार) yवारा *त+लHप करने के बाद 1 वषC तक रखी जाएगी और उसके बाद उसे िजस वषC
पूरा Jकया गया हो उसका अगले वषC मR 1 अटूबर को या उससे पहले तहसील कायाCलय मR दाखल
कर !दया जाएगा ।
वतCमान मR एक वषwय कOGयूटराइड खसरे क _यव'था क गई है ।
Tाम के नशा का उपयोग हम नशे पर बनाये गये Hव+भ;न भू-खड का मौके पर स4यापन करने
के +लये करते है और मौके पर स4यापन करने के +लये खसरे क आव|यकता होती है । नशा मR केवल
भू-खड Kमांक अंJकत रहते है, िजनसे केवल भू-खड क पहचान क जा सकती है , पर;तु उन भू-खड
के %े7फल व धारण8धकार एवं उपयोग क जानकार) नशे से *ाGत नह) क जा सकती, ये जानकारयां
खसरा से ह) *ाGत होती है । इस *कार हम कह सकते है Jक नशा व खसरा एक दस
ू रे के पूरक है । ये
दोन ह) मूल भू-अ+भलेख है ।
धारा- म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 के अaयाय 9 मR उि{लखत धारा 114 के अनुसार *4येक Tाम के
+लये खसरा या %े7 पु'तक और ऐसे अ;य भू-अ+भलेख, जो Jक Hव!हत Jकये जाये, तैयार Jकये जाने का
*ावधान है ।
नयम- म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 के अaयाय 9 मR उि{लखत धारा 121 के नयम के भाग द मR
खसरा पंचसाला तैयार करने संबंधी नयम का उ{लेख Jकया गया है । जो नOनानुसार है ः-
1. पटवार) अपने ह{के के *4येक Tाम के +लये *4येक कृHष वषC मR नयत *Dप पर खसरा तैयार करे गा
।
2. खसरा, पटवार) yवारा 'थानीय जाँच एवं वा'तHवक नर)%ण करने के प|चात खेत पर ह) +लखा
जायेगा । *4ये क भू-खड के +लये एक अलग *Hविट क जायेगी और *4ये क भ-ू खड चाहे वह जोता
गया हो या नह), *Hवट Jकया जाये गा ।
पर;तु गांव 'थल के भीतर ि'थत और गांव आबाद) भ-ू खड मR सिOम+लत छोट) बि'तय क अलग से
नह) दशाCया जायेगा Jक;तु उ;हR आबाद) %े7 मR सिOम+लत Jकया जाये गा ।
3. पटवार) yवारा 'थल नर)%ण के दौरान पाये गये त³य के अनुसार *Hविटयां क जाये गी ।
4. पटवार) yवारा *तयेक पांचवे वषC खसरा क एक नई िज{द *Dप एक मR बनाई जायेगी । पटवार) उन
परवतCन को जो *4येक कृHष वषC मR हुये ह, उस *योजन के +लये उपबि;धत कॉलम मR *Hविट
करे गा ।
पर;तु कलेटर अपने Hववेकानुसार Jकसी भी गांव मR पांच वषC से कम अ;तराल पर खसरा क नई
िज{द बनाये जाने के +लये आदे श दे सकेगा ।
खसरे का
नमाण एवं संधारणः- *4येक Tाम के +लये खसरा पांचसाला उस Tाम के नशा के आधार
पर तैयार Jकया जाता है । खसरा पांचसाला मR आधार वषC के +लये 12 खाने व शेष 4 वषC के *4येक वषC के
+लये 2-2 खाने होते है । इस *कार खसरा पंचसाला के नयत फामC मR कुल 20 खाना होते है । िजस वषC
खसरा पांचसाला का रिज'टर तैयार Jकया जाता है , उस वषC को आधार वषC कहते है । एक बार खसरा
रिज'टर तैयार हो जाने पर यह 5 वषC तक चलता है । 6 वR वषC मR पुनः नया खसरा, रो'टर अनुसार तैयार
Jकया जाता है । रो'टर क _यव'था िजला कलेटर yवारा क जाती है । रो'टर _यव'था मR Jकसी पटवार)
ह{के के सभी Tाम के खसरा +लखने का वषC अलग-अलग होता है िजससे एक पटवार) को एक ह) वषC मR
*भार के सभी Tाम के खसरा रिज'टर तैयार न करना पड़े ।
खसरे का नमाCण एवं संधारण क कायCवाह) को Hव'तत
ृ Dप से नOनांJकत vब;दओ
ु ं के आधार पर
समझा जा सकता है ः-
भ+ू म खात मR नाम तथा नवास 'थान,अ8धकार िजसके मौDसी का|तकार के उप प²े दार का नाम,
1 2 3 4
5 6 7 8 9 10 11 12
परवतCन के
यौरे
वषC वषC वषC वषC
खसरे के संशो8धत खसरे के संशो8धत खसरे के संशो8धत खसरे के संशो8धत
खाने का *Hविट खाने का *Hविट खाने का *Hविट खाने का *Hविट
Kमांक Kमांक Kमांक Kमांक
िजसक िजसक िजसक िजसक
*Hविट मR *Hविट मR *Hविट मR *Hविट मR
परवतCन परवतCन परवतCन परवतCन
Jकया जाना Jकया जाना Jकया जाना Jकया जाना
हो हो हो हे
13 14 15 16 17 18 19 20
(2) खसरा पांचसाला के वभHन खान0 मN वKट क जाने वाल जानका/रयो का वGतत
ृ ववरणः-
खाना नJबर 1 – खसरा के खाना नOबर एक मR नOन *कार क जानकारयां दजC क जाती है ः-
(1) खसरा के इस खाना मR भ+ू म के नशा पर !दये गये कृषक के खेत नOबर को +लखा जाता है ।
खेत के नOबर, खसरा Kमांक, सवI Kमांक, भू-मापन Kमांक, सवI%ण संयांक, सवI%ण Kमांक,
भ-ू खड Kमांक, भू-खड संयांक आ!द के Dप मR होते है । तथा उपरोत खेत नOबर के य!द
कोई बटा नOबर हो तो बटा नOबर को भी इसी खाना नOबर मR +लखा जाता है ।
(2) खसरा के इस खाना मR भू+म क +म²ी क Jक'म को भी को भी खसरा नOबर के नीचे +लखा
जाता है । जैसेः- 215/ दम
ु ट2
(3) खसरा के इस खाना मR कृषक के Jकसी खेत का नाम !दया हो तो खेत का नाम भी खसरा
नOबर के नीचे +लखा जाता है । जैसेः- 205/ आम वाला खेत
(4) Jकसी खेत मR अ'थाई प से कृषक yवारा डाल) गई डो+लय क संया को भी खसरा नOबर के
नीचे +लखा जाता है । जैसेः- 25/12 डो+लयां
खसरा का खाना नं.2 :- खसरा नOबर 1 मR !दये गये खसरा Kमांक, सवI Kमांक, भू-मापन Kमांक,
सवI%ण संयांक, सवI%ण Kमांक, भू-खड Kमांक, भू-खड संयांक आ!द का कुल FेUफल इस खाना
मR +लखा जाता है , भू+म नजी हो या शासकय, *4येक ि'थत मR कुल %े7फल +लखा जाता है । य!द
भू+म शासकय है तो %े7फल के नीचे उस भू+म क मद (*योजन) +लखा जाता है । जैसे – नद), नाला,
मरघट, गोठान, ख+लहान, पहाड़, च²ान, ऊसर, खेल का मैदान, मि'जद, तालाब, , रे लवे, आबाद),
चरनोई आ!द जैसी भी भ+ू म क दशा हो या भू+म का उपयोग Jकया जाता हो के अनुसार भू+म का नाम
+लखा जाता है ।
खसरा का खाना नं.3 :- इस खाने मR जानकार) नOन जानकार) दजC क जाती है ः –
(1) इस खाना मR
नजी भूम के मालक0 का Hववरण +लखा जाता है । *4ये क ऐसे _यित का नाम,
उसके Hपता का नाम य!द भ+ू म Jकसी म!हला के नाम है तो उसके पत या Hपता का नाम, !ह'सा ,
जात , नवास का Tाम 'व4व व भू–राज'व या लगान +लखा जाता है जो नOनांJकत 'व4व पर भू+म
धारण करते है ।
1. भू+म'वमी
2. शासकय प²े दार
3. सेवा खातेदार या Tाम नौकर
4. भद
ू ानधार)
(2) इस खाने मN जानकार
नJन म मN दज क जाती है – भू+म के मा+लक का नाम → उसके Hपता
या पत का नाम → य!द एक से अ8धक _यित है तो उसका !ह'सा → उसक जात → नवास 'थान
→ उसका धारणा8धकार → भू- राज'व या लगान ।
(3) िजस Tाम क भू+म होती है , य!द कृषक भी उसी Tाम का नवासी है तो श
द "नवासी Tाम"
+लखना पयाCGत होता है । और य!द कृषक उस Tाम का नवासी न होकर अ;य Jकसी Tाम का नवासी
होता है , तो श
द नवासी Tाम के बाद उसके नवास के Tाम का नाम +लखा जाता है । मानाJक खेत
रामपुर Tाम मR है Jक;तु कृषक Jकशनपुर का नवासी है तो "नवासी Tाम Jकशनपुर " +लखा जाता है
।
(4) य!द Jकसी भ+ू म'वामी का कोई मौDसी कृषक है तो इस खाने मR पहले भ+ू म'वामी का Hववरण दजC
Jकया जाता है इसके बाद मौDसी कृषक का पूणC Hववरण दजC Jकया जाता है । य!द खेत का पूरा रकवा
भू+म'वामी ने मौDसी कृषक को नह)ं !दया है तो आं+शक रकवा अव|य +लखा जाता है , िजससे ि'थत
'पट हो सके । मौDसी कृषक को पूणC %े7फल !दया गया है तो Jफर इस खाना मR रकवा को 'पट
करना आव|यक नह)ं है , यJक वह 'वयं 'पट है ।
ू C Hववरण→ मौ शी
इस खाने मN जानकार
नJन म मN दज क जाती है – भ+ू म'वामी का पण
कृषक का नाम, → उसके Hपता या पत का नाम → य!द एक से अ8धक _यित है तो उसका !ह'सा →
उसक जात → नवास 'थान → उसका धारणा8धकार → लगान → %े7फल (य!द आं+शक %े7फल
मौ शी कृषक को !दया है ) ।
(5) सेवा भू+मधार) Tाम नौकर जो Tाम क शासकय सेवा चाकर) करने के एवज मR भू+म धारण
करता है । शासन से मा+सक वेतन के Dप मR कुछ नह)ं पाता और भू-राज'व नधाCरत होते हुए भी
कोई भू-राज'व नह)ं दे ता है , तो भ-ू राज'व +लखने के बाद "मुत" +लखा जाता है । य!द मा+सक वेतन
पाता है तो श
द मुत नह)ं +लखा जाता है ।
(6) कृHष आशय क भू+म का कुछ भाग जब कृHष +भ;न *योजन के +लए मा;य Jकया जाता है या कृHष
+भ;न *योजन के +लए उपयोग के कारण कृHष +भ7 आशय का नणCत कर !दया जाता है , तो इस
खाना मR ऐसे उप Kमांक का 'व4व +लखने के बाद श
द "कृHष +भ;न आशय" भी +लखा जाता है और
Jफर उसके अनुसार भू-राज'व (पुन: नधाCरण) +लखा जाता है ।
(7) शासकय प²े दार तथा Tाम नौकर के yवारा दे य धन को लगान श
द +लखा जाता है ।
खसरा का खाना नं.4 :- इस खाना मR खाना मR भू+म'वामी के प²े दार , मौ शी कृषक को उपप²े दार
तथा भ+ू म'वामी के प²े दार के उपप²े दार का Hववरण +लखा जाता है । *4येक ऐसे _यित का नाम,
उसके Hपता का नाम, नवास का Tाम, भू+म पर अ8धकार का *कार, लगान नगद या vबना लगान,
बटाई 1/2 व 1/2 या, 1/3 वा 2/3 या 1/4 व 3/4 जैसी आपसी ठहराव क दशा हो अथवा अनाज क
दशा मR अनाज का नाम तथा वजन, पास के बाजार भाव का म{
ू य तथा श
द अनाज +लखा जाता है ।
इस खाने मN जानकार
नJन म मN दज क जाती है – भ+ू म'वामी के प²े दार/ मौ शी कृषक के
उपप²े दार Hववरण→ उसके Hपता या पत का नाम → य!द एक से अ8धक _यित है तो उसका !ह'सा
→ उसक जात → नवास 'थान → उसका धारणा8धकार → लगान (नगद या अनाज के प मR जैसा
भी हो ) → प²े का %े7फल ।
खसरा का खाना नं. 5 :- इस खाना मR *तवषC *4येक ऐसी फसल या फसल का नाम +लखा जाता है ,
िज;हR कृषक खाते क भू+म मR उपजाते ह ।
1. िज;सवार अथाCत फसल के प7क मR िजस फसल को जो नाम !दया है उस फसल को उसी नाम से
+लखा जाता है । जैसे – छड़क कर बोए गए धान को "धान छड़का" धान क पौध को लगाया हो तो
"धान रोपा" या गेहूँ Hपसी व अ;य जात के गेहूँ क फसल को केवल गेहूँ या Hवपूल आ!द +लखा
जाता है ।
2. फसल िजसके िज;सवार मR Jकसी Hवशेष नाम से सOबो8धत न Jकया गया हो, उस फसल को उसके
साधारण नाम से +लखा जाता है ।
3. खाते क भू+म का उपयोग चारा या चD या छGपर छाने क घास उगाने के +लए र%त Jकया जाता
है तो भू+म का उपयोग कृHष आशय मR माना जाता है , और चारे या छाने क घास को फसल माना
जाता है । घास के र%त %े7 का कोई 'थानीय नाम भी हो सकता है ।
4. जब खेत एक होता है Jक;तु उसके अलग-अलग भाग मR अलग-अलग फसल उपजाई जाती है तो
*4येक फसल को अलग-अलग +लखा जाता है ।
5. जब खेत के पूरे %े7 मR या खेत के अलग-अलग भाग मR +म8uत बीज क फसल उपजाई जाती है ,
और +म8uत फसल का कोई खास नाम होता है जैसे – गेहूँ, चना के +लए "vबराC" तो ऐसा खास नाम
ह) +लख !दया जाता है । अ;यथा +म8uत फसल मR िजतने *कार के vबज का +मuण Jकया गया हो
*4येक का नाम हायफन या संयोजक रे खा से संबं8धत कर +लखा जाता है । जैसे – गेहूँ-चना-अलसी
या वार-अरहर-मूंग-अOबार) या कद-अरहर या त{ल)-अरहर आ!द +म8uत फसल क दशा मR मुय
फसल का नाम पहले +लखा जाता है । शेष फसल को *मुखता के Kम से Kमश: +लखा जाता है ।
6. खाते क भ+ू म पर Jकसी *कार का कंु ज है , तो उसे फसल माना जाता है । जैसे – आ¹कंु ज या अ;य
और Jकसी *कार का कंु ज । ऐसे कंु ज के बीच मR जब और भी खेती क जाती है , तो उनको फसल के
Dप मR +लखा जाता है और उनक गणना, दफ
ु सल) क फसल मR Jकया जाता है । *मुखता का
वगwकरण +म8uत बीज के अनुपात के अनुसार Jकया जाता है ।
7. खाते का *4येक भू-भाग िजस पर फसल बोई जाए और फसल पककर तैयार हो जाये या न पक सके
अथाCत ् नट हो जाये, *4येक दशा मR फसल है ।
8. जब Jकसी एक ऋतु मR पहल) बोनी vबगड जाती है , अथाCत ् नह) ऊगती है या ऊगकर *ाकृतक *कोप
या अ;य Jकसी कारण से नट हो जाती है , तो भी फसल है , Jक;तु जब इस *कार नट होने के बाद
उसी ऋतु मR Jफर से दस
ू र) फसल उपजाई जाती है, तो पहल) फसल क बोनी पर Hवचार नह)ं Jकया
जाता है । दस
ू र) बोनी को फसल माना जाता है ।
9. *4येक कृHष वषC मR जब एक ऋतु क एक फसल क बोनी vबगड़ जाती है तो Jफर उस ऋतु मR
ह) दस
ू र) बोनी न क जाकर दस
ू र) ऋतु मR बोनी क जाती है तो दोनो ऋतु क बोनी को फसल माना
जाता है ।
10. Jकसी एक कृHष वषC क अव8ध क दोनो ऋतु मR एक-एक फसल एक ह) खेत मR बोई जाय़े Jक;तु
फसल क उपज Jकसी भी ऋतु मR *ाGत न हो, तो भी *4ये क ऋतु क बोनी को फसल माना जाता है
। *थम फसल के बाद क फसल क गणना दफ
ु सल) क फसल मR Jकया जाता है ।
11. फसल के नाम को कोटक के अ;दर उस !दशा मR +लखा जाता है , जब Jकसी फसल का रकवा नह)ं
के बराबर होता है । अथाCत ् .01 से भी कम होता है जैसे – (धनयां), (स»फ), (पालक) आ!द ।
दघकालक फसलN — केला, पपीता, ग;ना आ!द कुछ एसी फसलR ह िजनक फसल बोने से लेकर
काटने तक मR एक कृHष वषC से अ8धक समय लगता है अथाCत *थम कृHष वषC मR बोते ह तो दस
ू रे कृHष
वषC मR फसल *ाGत करते ह ।
फसल बोने और *ाGत करने क दोन ि'थत मR भू+म कृHष से घर) हुई होती है । अतएव
*थम वषC भू+म को चालू वषC क पड़ती मानने क भूल से बचने के +लए ऐसी फसल क खेती को दो
नाम से +लखने क पत है ।
जैसे – *थम वषC क दशा मR – ग;ना फसल बोई गई या पपीता फसल बोई गई या केला फसल बोई गई
आ!द ।
इ;ह)ं फसल को दस
ू र) वषC क दशा मR ग;ना फसल ल) गई, या केला फसल ल) गई, या पपीता
फसल ल) गई ।
खसरे मR *4येक पृ ठ के योग मR भी ऐसी फसल को दो भाग मR ह) दशाCना चा!हए, िजससे फसल
बोनी के अ;तगCत का रकवा व फसल *ाGत होने के रकवा का ान अलग-अलग हो सके । कृHष वषC क
दौर मR ग;ना कभी भी बोया या काटा जाये, हर दशा मR खर)फ क फसल माना गया है ।
खसरा का खाना नं.6 – इस खाना मR खाते क भू+म मR कृHष के अ;तगCत खाना नOबर 5 मR दजC *4येक
उसल का %े7फल +लखा जाता है । अथाCत ् –
1. इस खाना मR +लखा जाने वाला रकवा खाना 5 मR +लखी गई फसल या फसल का रकवा होता है ।
फसल परू े खेत मR केवल एक *कार क या एक से अ8धक *कार क +मलाकर बोई जाती है तो दोन
ह) दशा मR फसल के नाम के सामने संबं8धत खाना मR रकवा इका +लखा जाता है । य!द +म8uत
फसल न बोई जाये और एक ह) खेत के +भ7-+भ7 भाग मR +भ;न फसल उपजाई जाये तो *4ये क
फसल के अनुसार रकवा Hवभािजत Jकया जाकर +लखा जाता है ।
2. जब Jकसी फसल का रकवा इतना कम होता है Jक उसक गणना नह)ं क जा सकती है अथाCत ् 0.01
से भी कम होता है , तो उस फसल का नाम फसल के खाना मR कोटक के अ;दर अव|य +लखा जाता
है , Jक;तु इस खाना मR रकवा vबलकुल नह)ं +लखा जाता है । खाना खाल) छोड़ !दया जाता है ।
3. *4येक फसल का रकवा िजसे Jकसी भी *कार के +संचाई के साधन से सींचा जाता है , उसे गोलाकार
से घेर !दया जाता है ।
4.10 0.67
जैसेः-
2. रबी क फसलN – इस मR वे सम'त फसलR आती ह, जो साधारणत: 1 अटूबर के प|चात ् से लगभग
30 अ*ैल तक बोने के प|चात ् काट ल) जाती ह । इसे शरद ऋतु या रबी या उ;हार) क फसल के
नाम से भी सOबो8धत Jकया जाता है ।
खसरा का खाना नं. 7 :- इस खाना मR *4येक ऐसा रकवा +लखा जाता है , जो एक कृHष वषC मR एक से
अ8धक बार कृHष उपज के काम मR +लया गया हो । एक कृHष वषC मR एक से अ8धक बार एक ह) रकवा
को कृHष उपज के कायC मR +लया जाता है , तो *4येक अ8धक बार का कृHषत रकवा दफ
ु सल) %े7फल
होता है और 1 वषC मR एक रकवा 1 से अ8धक बार के उपयोग लाये गये रकवा का योग इस खाना
मR +लखा जाता है ।
खाना 6 के +सं8चत रकवा पर जैसा गोल घेरा लगाया जाता है । उसी *कार खाना 7 के +सं8चत
रकवा पर गोल घेरा लगाना चा!हए ।
खाना नं. 8 - खाते के अधीन का *4येक ऐसा रकवा इस खाने मR +लखा जाता है जो –
1. खाते क भू+म जो लगातार कृHष उपज के कायC मR ल) जा रह) हो, य!द Jकसी एक वषC कृHष
उपयोग मR न ल) जाय तो इस खाना मR रकवा को +लखते ह । इसे चालू वषC क पड़ती कहते ह ।
2. खाते क भू+म जो लगातार कृHष उपज के कायC मR ल) जा रह) हो, य!द Jकसी एक वषC मR
भू+म जोती तो जाय या बीज बोने योय जोतकर तैयार कर ल) जाये Jक;तु बीज न बोया जा सके
अथाCत फसल न उपजाई जा सके तो इस ि'थत मR भू+म को चालू वषC क पड़ती माना जाता है ।
3. खाते क *4येक भ+ू म िजस पर पौध उपजाने के बाद कोई फसल न क जाय ऐसा रकवा भी
चालू वषC क पड़ती माना गया है । पौध उपजाना फसल नह)ं माना है । पौधे, धान, टमाटर, +मचC, भटा
Jकसी क भी हो सकती है ।
खसरा का खाना नं. 9 :- इस खाने मR खाते क भू+म का *4येक ऐसा रकवा +लखा जाता है जो खेती
के उपयोग मR आता रहा है । लेJकन बाद मR 2 साल से 5 साल तक कृHष उपज के उपयोग मR न +लया
जाकर पड़त रहे । ऐसे रकवा को इस खाने मR दजC Jकया जाता है , इस खाने मR रकवा दजC करते समय
रकवा के साथ कोटक मR पड़ती के वषC भी +लखा जाता है । जैसे – 0.627(3) यहाँ रकवा 0.627 और
कोटक मR 3 +लखा जो इस रकवा को 3 वषC क पड़ती होने को *द+शCत कर रहा है ।
(1) खाते *4येक ऐसा रकवा िजस पर 'थाई *कार क संरचना का नमाCण Jकया गया हो और भHवय
मR उस रकवा पर कृHष होने क संभावना न हो उस रकवा को उसी वषC इस खाने मR दजC कर !दया
जाता है , िजस वषC 'थाई संरचना का नमाCण Jकया गया हो । जैसे – कुआं 0.073, मकान 0.105
(2) खाते *4येक ऐसा रकवा जो Kमशः खाना नOबर 8 , 9 मR दजC Jकया जा कर 5 वषC से अ8धक
अव8ध का होने पर इस खाने मR दजC कर !दया जाता है अथाCत 5 वषC से अ8धक वषr क पड़ती का
रकवा इस खाने मR दजC Jकया जाता है ।
खसरा का खाना नं. 11- इस खाने मR शासकय भू+म पर क गई फसल का नाम व उनका रकवा
+लखा जाता है । फसल को सींचा गया है तो रकवा को गोल घेरा लगाया जाता है ।
(3) खसरा के प/रव
तत वष – खसरा पाँच साला का *थम वषC आधार वषC के नाम से जाना जाता है।
इस वषC क *Hविटयो के +लये 1 से 12 खानो क _यव'था पथ
ृ क-पथ
ृ क है , अथाCत एक वषC क *Hविटय
के +लये 12 खाने है , ठ½क उसी *कार से आगे के 4 वषr मR भी खसरा के 12 खान क जानकार) दजC क
जाती है । पर;तु आगे के 4 वषC िज;हR परवतCत वषC भी कहा जाता है , *4येक परवतCत वषC क
*Hविटयां 2 खान मR क जाती है इस कारण *Hविटयो को +लखने मे Hवशेष क!ठनाइयाँ होती है ।
नदI श के अनुसार *4ये क परवतCत वषC क *Hविटयां 2 खान मR क जाती है िज;हे आधार वषC
के आधार पर संशो8धत करने का *वाधान है ,जो नOन *कार हैः-
1- दस
ू रे वषC अथाCत खाना 13-14 क *Hविट करते समय आधार वषC क *Hविट को आधार माना
जाता है । तथा Hपछले वषC के मुकाबले मे चालू वषC (परवतCत वषC अथाCत दस
ू रे वषC) के िजस
खाना नOबर मR परवतCन अथाCत बदलाव हुआ है , उस खाना नOबर को खसरा के खाना नOबर 13
मR +लखा जाता है तथा उस खाना नOबर मR या परवतCन अथाCत बदलाव हुआ है उसे खाना
नOबर 14 मR +लखा जाता है ।
2- इसी *कार तीसरे , चौथे, व पांचवे वषC अथाCत खाना नं. 15-16, 17-18 व 19-20 Kमशः क
*Hविटयां करते समय Hपछले वषC के मुकाबले मे चालू वषC (परवतCत वषC) के िजस खाना नOबर
मR परवतCन अथाCत बदलाव हुआ है उस खाना नOबर को खसरा के खाना नOबर 15,17 व 19 मR
+लखा जाता है तथा उस खाना नOबर मR या परवतCन अथाCत बदलाव हुआ है उसे खाना नOबर
16, 18 व 20 मR +लखा जाता है ।
3- आधार वषC के मुकाबले मे परवतCत वषC मे िजन खानो मे समानता होती है उसक *Hविट
आधार वषC के अनुसार मानी जाती है । पर;तु खाना नOबर 5 –6 -7 जो Jक फसल व उनके
%े7फल से संबं8धत है उनमR Hपछले वषC से समानता होने पर भी हर वषC इन खान क *Hविट
नई दजC करना चा!हये िजससे खसरा के पृ ठ का योग करते समय फसल के योग मR क!ठनाई न
हो और आंकड़ कोई गलती न हो ।
ृ नदI श नOनानुसार है -
खसरा पंचशाला तैयार करने के सOब;ध मे अ;य Hव'तत
1. वषC क सम'त फसल के ग|त (¾मण) का समय संबं8धत िजला कलेटर _दारा नधाCरत
करने के अनुदेश है ।
4. पटवार) *4येक !दन मR Jकतने खसरा Kमांक का ¾मण करले. यह संबं8धत िजला कलेटर
_दारा नयत Jकया जाता है ।
5. नए वषC का खसरा +लखा जाने के बाद पुराना खसरा उसके अगले वषC क 1 अटूबर को या
इसके पूवC तहसील कायाCलय मR जमा Jकया जाता है ।
6. तहसील कायाCलय मR जमा Jकया हुआ खसरा 1 वषC तक रखा जाता है उसके बाद िजला
कायाCलय मR 12 वषC तक सुर%त रखा जाता है Jक;तु य!द बंदोव'त हो जाये तो बंदोव'त
क घोषणा के तीन वषC बाद ह) बंदोव'त के पूवC के खसरे नट कर !दये जाते ह। इस दशा
मR 12 वषC क बात लागू नह)ं होती।
7. भू-अ+भलेख नयमावल) भाग 1 मR वणCत 8गरदावर) क त8थय के अतरत आयुत भू-
अ+भलेख एवं बंदोव'त वा+लयर के ापन Kमांक यू /7/भू-सुधार 79 वा+लयर !दनांक
12/9/79 _दारा 8गरदावर) क त8थयाँ नOन *कार नयत क गई ह –
फसल का नाम TRS 8गरदावर) !दनांJकत 8गरदावर) सामा;य 8गरदावर)
खर)फ 30 +सतOबर तक 10 अटूबर के पूवC 30 अटूबर के पूवC
रबी 31 !दसOबर तक 10 जनवर) के पव
ू C 10 फरवर) के पव
ू C
अ!याय — 6
भू-अMधकार एवं ऋण-पुिGतका
अ!याय — 7
जमाबHद आसामीवार (बी – 1), B-2, B-5, B-6, B-7
(भू-राजGव वसूल पU)
जमाबHद (बी -1 ) या CकVतबHद खतौनी (आसामीबार):- Tाम क नजी भू+म के धारक क भू+म
खसरे मR Kमानुसार दजC रहती है , इस+लये एक ह) कृषक yवारा उस Tाम मR धारत क गई सम'त
भू+मय क जानकार) एक साथ नह) +मल पाती है । कृषक yवारा एक Tाम मR एक ह) 'व4व
अ8धकार के तहत धारत भू+म को एक 'थान पर दजC करते हुये कृषक के पथ
ृ क-पथ
ृ क खाते तैयार
Jकये जाते है । ये खाते !ह;द) वणCमाला के वणCKमानस
ु ार तैयार Jकये जाते है । इस *कार Tाम के
सम'त धारक yवारा धारत भू+मयां पथ
ृ क –पथ
ृ क खात के Dप मR इकजाई कर तैयार Jकये गये *प7
को जमाव;द) (बी-1) कहा जाता है ।
(ⅰ) जमाबHद बनाने का उेVयः- जमाब;द), Jक|तब;द) खतौनी (आसामीबार) भी कहते है , जमाब;द)
बनाने के नOन उµे|य है ः-
फाम बी-1
Tाम का नाम .................तहसील....................िजला ................वषC.................
खाते का खाते के _यौरे
Kमांक धारक (खातेदार) खाते मे सOम+लत खाते के *4येक भ-ू खाते के *4येक भू-
और उसके Hपता *4येक भ-ू मापन मापन Kमाक का मापन Kमाक का
का नाम Kमांक %े7फल और खाते का भू-राज'व
कुल %े7फल
1 2 3 4 5
6अ 6ब 7 8
बकाया-
पहल) Jक'त-
दस
ू र) Jक'त-
योग-
वसू+लयाँ
भुगतान करने वाले _यित का नाम भुगतान का !दनांक भू-राज'व अववाब योग
9 10 11 12 13
*तवषC अ8धकार अ+भलेख मR होने वाले परवतCन को यताि'थत संबं8धत खात के सह) Dप के
अनुसार लेख ब Jकया जाता है ।
(ⅰⅰⅰ) जमाबंद तैयार करने क वMधः- बी-1 तैयार करने के +लये नOन अनद
ु े श का पालन Jकया
जाता है ः-
(1) बी-1 मR खातेदार के खात को !ह;द) वणCमाला के अ%रानुKम (अ{फा बेट)कल) के अनुसार +लखा
जाता है ।
(2) बी-1 मR कृषक के खाते खसरा के खाना नं. 3 मR दजC कृषक क *Hविट (भू-राज'व को छोड़कर) के
अनुसार बी-1 के खाना नं. 2 मR +लखे जाते है ।
(3) बी-1 मR एक ह) कृषक के एक से अ8धक Hव+भ;न 'व4व मR भ+ू म धारत है तो उस कृषक के खाते
एक ह) 'थान पर नOन Kम मR +लखे जाते है ः-
1 भू+म'वामी
(क) भू+म'वामी कृHष आशय
(ख) भू+म'वामी _यपरवतCत भू+म (कृHष +भ;न आशय)
2. शासकय प²े दार
3. सेवा खातेदार या Tाम नौकर
4. भू-दान धारक।
(4) बी-1 मR भू-राज'व के दायी खातेदार के खाते का लेखा खाना नOबर 1 लगायत 8 मR तथा
भू-राज'व न दे ने वाले (मुत) खातेदार का लेखा खाना नOबर 1 लगायत 4 मR 1 अटूबर से
15 नवOबर तक Jकया जाता है ।
(5) भू-राज'व के दायी खातेदार के भू-राज'व क वसूल) के +लये भू-राज'व क दो Jक'ते बनाई
जाती है । *थम Jक'त खर)फ क फसल आने पर तथा ि_दतीय Jक'त रबी क फसल आने
पर वसल
ू क जाती है ।
(6) *4येक खाते क Jकसी एक Jक'त मR पूणC Dपया ह) Dपया अंJकत करते है तो दस
ू र) Jक'त मR
Dपया व पैसा अंJकत करते है । यह ¿िट कोण वसूल) मR सुHवधा का है ।
(7) शासकय प²े दार 'व4व पर धारत भ+ू म के खातेदार के लगान क Jक'ते नह) बनाई जाती है
।
(8) बी-1 के खाना नOबर 9 से 13 तक मR वसूल) से संबं8धत जानकार) भर) जाती है ।
(9) बी-1 के खाना नOबर 14 से 16 तक मR वसूल) को खजाने मR जमा करने क जानकार) भर)
जाती है ।
(10) बी-1 के खाता नOबर 17 से 19 तक मR वषC क समािGत पर बकाया क जानकार) भर) जाती
है ।
(11) बी-1 के खाता नOबर 20 से 22 तक मR वषC क समािGत के बाद क वसू+लय क जानकार)
भर) जाती है ।
(12) बी-1 के खाता नOबर 23 कैफयत के +लये है िजसमR भू+म से संबं8धत आदे श को +लखा जाता
है । इसके अलावा अ;य जानकारयां भी इस खाने मR दजC क जाती है ।
(13) बी-1 मR भू+म'वामी का य!द कोई मौDशी कृषक है तो उसका खाता भू+म'वामी के खाते के
नीचे +लखा जायेगा पर;तु उस खाते को कोई खाता नं. नह) !दया जावेगा ।
(14) बी-1 मR भू+म'वामी / मौDशी कृषक का य!द कोई प²े दार या उप प²े दार है तो उनके खाते का
Hववरण बी-1 के खाना नं. 23 मR +लखा जाता है ।
(15) 'व4व आबाद) Tाम – इसमR तीन *कार के खातेदार के खाते +लखे जाते ह। *4येक खाते को
खाता Kमांक !दया जाता है । जो नOन *कार है ः-
(16) योग आबाद) Tाम अथाCत ् आबाद) के सम'त खात का योग लगाया जाता है । और इसके बाद
योग मय आबाद) Tाम लगाया जायेगा।
(17) गोसवारा बी-1 लगाया जाता है । परू ा फामC का *ाDप न बनाकर साधारण Dप से गोसवारा बी-
1 के त³य को अंJकत Jकया जाता है ।
Kमांक 'व4व खात सवI %े7फल भू-राज'व ÀायवसCन उपकर शालाकर योग
क नOबर क
भू-राज'व
संया संया
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
1 भ+ू म'वामी
3 सेवा खातेदार
4 भू-दान धारक
योग Gव[वधार
5 मौDशी कृषक
7 आबाद)
(18) *4येक वषC क बी-1 बनाने के बाद पुरानी बी-1 को 1 !दसOबर या इसके पूवC *त वषC दाखल करते
है ।
(19) रकम िजस !दन से वसल
ू होना *ारOभ हो उसके 15 !दन के अ;दर खजाना मR जमा हो जाना
चा!हए, अथाCत ् *4येक वसूल क गई धनरा+श 15 !दन के अ;दर कोषालय मR जमा के संबंध मR
वसूल) !दनांक पर aयान दे ना आव|यक है ।
फाम बी-2 – यह फामC बी – 1 मR बनाई जाने वाल) आसामीवार जमाब;द) (खतौनी) अ;त मR लगाये गये
बी-1 के गोशवारा से तैयार Jकया जाता है । फामC बी – 2 मR तैयार Jक'तब;द) मौजेवार राज'व नर)%क
के माaयम से तहसील मR 1 !दसOबर तक पहुंच जानी चा!हये । इसको पटवार) तीन *त मR तैयार करते है
एक *त पटवार) अपने पास रखता है दस
ू र) *त राज'व नर)%क कायाCलय के +लये, तीसर) *त तहसील
कायाCलय मR जमा करने के +लये होती है ।
फाम बी-2
Jक'तब;द) मौजेवार
तहसील.............................िजला ...............................सन ........................
खाते के _यौरे
Tाम का ब;दोब'त Kमांक Tाम का नाम नाम पटे ल कमीशन क दर
1 2 3 4
वतCमान वषC के दौरान !दये गये भ-ू मापन Kमांक कुल चालू मांग
जोÁड़ये
*4येक भू- *4येक भू-मापन *4येक भू-मापन खाते का भू- कुल कुल राज'व
मापन का Kमाक का Kमांक का भू- मापन का %े7फल
Kमांक %े7फल राज'व कमांक
11 12 13 14 15 16
पहल) Jक'त दस
ू र) Jक'त कैJफयत
भू-राज'व अबवाब योग भू-राज'व अबवाव योग
17 18 19 20 21 22 23
फाम बी-5- फामC बी–1 मR जमाब;द) आसामीवार के तैयार होते ह) पटवार) फामC बी–5 मR जो कृषक भू-
राज'व के +लये दायी है उनक एक सूची तैयार करे गा िजसे भू-राज'व क पटे ल मांग सूची कहते है ।
पटवार) फामC बी–5 तैयार सच
ू ी पटे ल को दे गा िजससे Jक वह खात और आबाद) 'थल, य!द कोई ह, पर
नधाCरत राज'व वसूल कर सके । उसे इस सूची मR मांग सूची से, जो Jक उसे तहसीलदार yवारा *त वषC
1 नवOबर तक भेजी जाएगी, भू – मापन Kमांक क *ी+मयम नीलाम क रकम भी सिOम+लत करना
चा!हए ।
?टपणयां :- (क) *थम वषC, जबJक इस फॉमC का उपयोग Jकया जाये, पटवार)
!दनांक................20 पटवार).........................
ह{का Kमांक...................
फाम बी-6 – (1) फामC-6 िजसे चालान फामC कहते है, *प7 बी-5 से तैयार Jकया जाता है । वसू+लय क
जांच पड़ताल और जमाब;द) मR वसू+लय क *Hविट य!द वसूल क गई रकम पटे ल yवारा कोषागार मR ले
जाई जाए, तो उसे जमा करने क र)त – पटवार) को चा!हए Jक वह जब कभी Tाम जाए, यह पता लगाए
Jक Jकस धारक ने भूगतान Jकया है और जमाब;द) फॉमC बी –1 मR उसे *Hविटयां करनी चा!हए ।
(2) पटवार), अपनी जमाब;द) मR वसू+लयां *Hवट करने के प|चात फॉमC बी – 6 (भाग एक और दो) मR
कोषागार चालान क दो *तयां तैयार करे गा:-
फाम बी-6
(भाग एक , जो Jक कोषागार मे रखा जाएगा)
कोषागार मे भुगातान Jकए गए भूराज'व ,अबवाव और नीलाम *ी+मयम का चालान
ब;दोब'त Tाम का नाम पटे ल का भू- राज'व
कमांक नाम नि|चत वसू+लयां घट-बढ वसू+लयां
(1) (2) (3) (4) (5)
D. पै. D. पै.
लेखापाल *ाGत
वा+सल बाक नवीस (WBN) कोषाaय%
या Hवभागीय लेखपाल कोषागार अ8धकार)
(ख) फॉमC बी -6 के भाग दो मR पटवार) धारक के नाम और *4येक yवारा भुगतान Jकए गए राज'व और
अबवाब के
यौरे *Hवट करे गा और उगाहा गया आबाद) 'थल का राज'व और वसल
ू Jकये गयो
नीलाम *ी+मयम का योग अलग से +लखेगा । इसके प|चात चालान पटे ल को !दए जाएंगे, जो Jक
धनरा+श कोषागार मR जमा करने के +लए तहसील मR ले जाएगा ।
फाम बी-6
(भाग दो जो पटे ल _दारा रखा जाएगा)
Tाम ----------------- के धारणा8धकारय _दारा भुगतान Jकए गए भूराज'व ,अबवाव और नीलाम *ी+मयम
के आसामीवार
योरे ।
ब;दोब'त Kमाक ....................तहसील...................िजला .........................
खाता Kमाक धारको का नाम वषC पहल) Jक'त
Hपता का नाम आ!द भू-राज'व अबवाब योग
(1) (2) (3) (4) (5) (6)
D. पै. D. पै. D. पै.
दस
ू र) Jक'त नीलाम *+मयत
भू राज'व अवबाव योग
(7) (8) (9) (10)
D. पै. D. पै. D. पै. D. पै.
पटे ल के चालान बी-6, भाग दो, िजस मR आसामीवार
यौरे हगे, के साथ कोषगार से Tाम लौटने पर
पटवार) जमाब;द) फॉमC बी -1 के खाने (14) से (16) तक के भरे गा और पटे ल क मांग सूची फॉमC बी -5
के खाने (7) और (8) या (12) और (13) मR वसल
ू ) +लखेगा ।
बाकदार0 क सूची (फाम बी-7) – पटे ल मांग सूची बी-5 से बी-7 तैयार Jकया जाता है , इसे
बकायादारो क सूची कहते है । भू-राज'व Jक'त के दे य होने के !दनांक से एक मास प|चात भू-राज'व के
भुगतान से शेष रहे कृषक क सूची पटवार) फॉमC बी -7 मR बाकदार क सूची बनाएगा और उसे
तहसीलदार को *'तुत करे गा । वह बाकदार क सच
ू ी तहसीलदार को *'तत
ु करने के पूवC उस मR अलग
से न द) गई नीलाम *ी+मयम क रकम भी *Hवट करे गा । पटवार) क पटे ल से फरार धारणा8धकारय
के ठोर – !ठकाने के सOब;ध मR जाँच पड़ताल करना चा!हए और उनके संबंध मR उपल
ध जानकार) को
सूची मR *Hवट करना चा!हए, िजससे के वसूल) करने मR तहसीलदार को सहायता +मल सकR ।
?टपाणी:- (1) बगल के शीषCक बकाया के सामने उस वषC के +लए एक पंित भरए, िजसक वे बकाया
रकमR ह ।
(2) आबाद) – 'थाल क भू – राज'व खाते क *Hविट क जाने के प|चात इस आशय के शीषCक के साथ
Jक वे भू – मापन Kमांक नह)ं है , बि{क आबाद) के अंश है , अलग से लाल 'याह) से *Hवट Jकया
जाना चा!हए ।
!दनांक......................................... पटवार)..................................
ह{का....................................
तहसीलदार yवारा सीधे वसल
ू क गई रकम – तहसीलदार yवारा सीधे वसल
ू क गई सभी रकमR वा+सल –
बाक नवीस yवारा पटवार) को सू8चत क जायRगी, िजससे वह जमाब;द) फॉमC – बी – 5 मR *Hविटयां पूर)
कर सकR ।
अ!याय — 8
नGतार पUक एवं वािजव उल अज (?द पUक)
धारा 233 दखल र?हत भूम का अभलेख *4ये क Tाम तथा नगर)य %े7 के +लए सम'त दखल र!हत भू+म
के अ+भलेख इस न+म4त बनाए गए नयम के अनुसार तैयार Jकए जाएंगे ।
न'तार प7क कलेटर के नदI श होने के प|चात, उपखंड अ8धकार) सं!हता क धारा 234 (1) के
अनुसार Tाम का न'तार प7क बनाएगा, िजसमR Tाम क सम'त दखल र!हत भू+म के *बंधन क योजना
होगी। यह *ाDप न'तार प7क होगा और उपधारा (2) के अनुसार *काशन Jकया जावेगा। *काशन के
प|चात उस को अंतम प !दया जाएगा। न'तार प7क को तैयार करने हे तु, सं!हता मR , सं!हता क धारा
234 तथा 237 के अंतगCत न'तार प7क संबंधी नयम बनाए ह। उनको ¿िटगत रखते हुए न'तार प7क
तैयार Jकया जाता है ।
चरनोई भूम vाम क कृष भूम का 2% होना अ
नवाय है। इस संबंध मे माननीय उचतम
;यायालय आदे श नOनानुसार है ।
इससे अ8धक चरनोई भू+म का _यपवतCन सं!हता क धारा 237 के तहत कलेटर दखल र!हत
भू+म को आबाद), सड़क, राजमागr, नेहर, तालाब, अ'पताल, Hवyयालय, महाHवyयालय, गौशालाओं के
न+म4त या अ;य Jकसी जन उपयोगी योजनाओं के +लए जैसे Jक राय सरकार yवारा नधाCरत क जाए
_यवि'थत कर सकेगा, परं तु 237 (1) के वणCत भ+ू म Jकसी भी _यित को कृHष के *योजन के +लए
_यवि'थत या आवं!टत नह)ं क जाएगी। सं!हता क धारा 237(4) क उपधारा 1 मR उ{लेखत *योजन के
+लए *थक से रखी गई भू+म का ऐसी Hवकास और अधोसंरचना परयोजना जो सरकार के 'वा+म4व क है
या अनुमो!दत है Jकंतु उप धारा 3 के अधीन नह)ं आती है , ऐसी ि'थत मR कलेटर उपल
ध Hवक{प पर
अपना समाधान कर लेने के प|चात और संबंध परयोजनाओं से उ;ह)ं न'तार अ8धकार क पूतC करने के
+लए समतु{य %े7 क भू+म अ+भ*ाGत कर लेने पर भी इस आशय का तकCसंगत आदे श पारत करते हुए
ऐसे *योजन के +लए भू+म _यपवतCत कर सकेगा ।
उपांतरण
Tाम पंचायत के अनुमोदन पर न'तार प7क मR उपांतरण क _यव'था है सं!हता क धारा 234(4)
के *ावधान अनुसार 2/3 सद'य के बहुमत से पारत संक{प पर उपखंड अ8धकार)/कलेटर क अनुमत से
परवतCन कर सकता है अथवा न'तार हे तु अतरत दखल र!हत भ+ू म अ+भलेखत कर सकेगा ।
पटवार के कतTय/?हदायतN -
1. न'तार प7क हे तु दखल र!हत भू+म के *'ताव न'तार हे तु पटवार) yवारा !दए जाते ह। इस कायC
मR उसे यह aयान रखना चा!हए Jक पाठशाला के +लए द) जा रह) भू+म का रा'ता मरघट से होकर
नह)ं होना चा!हए। इसी *कार अ;य न'तार मद मR भी न'तार के उपयोग को ¿िटगत रखते हुए
दखल र!हत भू+म *'ताHवत क जाए ।
2. इसी *कार आबाद) से सट) हुई दखल र!हत भू+म आबाद) के +लए *'ताHवत क जाए ।
नGतार-पUक
राय शासन मN
न?हत हुई भूमय0 पर
नGतार क /रयायत0 का पUक तथा ?ढ़ पUक
न'तार-प7क का *ा प
धारा 237 क उपधारा (1) के अधीन HवHवध *योजन के +लए अलग रखी गई आ8धप4य र!हत भू+म
नीचे दशाCई गई है ः-
1 2 3
1 2 3
1 2 3
1 2 3
(ड.) पड़ाव डालने के लए भूम
1 2 3
(च) खलहान
1 2 3
(छ) बाजार
1 2 3
1 2 3
1 2 3
(ञ)-(एक) सावज नक योजन जैसे पाठशाला, खेल के मैदान, बगीचे, जल नकास तथा सश अHय
1 2 3
(ञ)-(दो) सड़के, माग तथा गलयाँ
अनु K. सड़क तथा मागC का सड़क मागC पर पशुओं %े7फल सड़क का मागC तथा Hववरण
Hववरण के गोठान का परमाप गोठान क !दशा
अंक
1 2 3 4 5
6
'थाई (पक सड़कR)
अ'थाई (कची
सड़कR)
मौसमी सड़कR
'थाई पगडंडी
मौसमी पगडंडी
1 2 3
तालाब का %े7फल (है टर तालाब से +सं8चत खेत क सूची नःशु{क +सं8चत Hवशे
परमाप अंक मR ) फसल ष
परमाप अंक %े7फल
1 2 3 4 5 6
(दो)(ख) संचाई के अ
त/र3त अHय
नGतार0 के योजन मN लाये जाने वाले तालाब
तालाब का परमाप अंक %े7फल (है टर मR ) िजन *योजन के काम मR +लया जाता है
Hवशेष
1 2 3 4
1 2 3 4
?ढ़-पUक
(ख) कुए
तालाब / कुऐं का परमाप अंक %े7फल (है टर मा+लक का नाम तालाब / कुएं से
मR )
1 2 3 4
तालाब परमाप अंक %े7फल (है टर मा+लक का नाम अ8धकार का Hववरण
मR )
1 2 3 4
(चार) माग vाम सड़क0, पथ0, नालय0 के तथा इसी कार के अHय अMधकार
Kमांक सड़क तथा पथ,रा'ते और पगडंÁडय रा'त क रा'त पथ,रा'ते और पगडंÁडय अ;य
मागC का िजन खेत से होकर चौड़ाई क को काम मR लाने क Hववर
Hववरण जाती है उनका परमाप !दशा शतÆ अगर कोई हो तो ण
अंक
1 2 3 4 5 6 7
(पाँच) vाम क भूम पर अHय vाम0 के Tयि3तय0 के अMधकार
नाम Tाम पटवार) ह.नं. संबं8धत Tाम का भू- परमाप अंक के मा+लक अ8धकार का
तहसील, िजला परमाप अंक का नाम 'वDप
1 2 3 4
1 2 3 4 5
(क) ख+लहान
(ख) आबाद)
सहायक FेU अभलेखः- पटवार) yवारा अपने ह{के के *4येक Tाम के +लये Tाम 'तर के तथा ह{का 'तर
के भ+ू म के उपयोग, फसल, राज'व वसल
ू ) से संब8धत Hव+भ;न *प7 तैयार Jकये जाते है । ऐसे सभी *प7
खसरा के आधार पर तैयार Jकये जाते ह । इ;ह)ं *प7 को सहायक %े7 अ+भलेख कहा जाता है जो
नOनानुसार है ः-
धारा:- म.*. भू-राज'व सं!हता 1959 के अaयाय 9 -भू-अ+भलेख क धारा 104 मे उपरोत वणCत सहायक
%े7 अ+भलेख क तैयार), पटवार) yवारा Jकये जाने का उ{लेख Jकया गया है ।
नयमः- म.*. भू- अ+भलेख नयमावल) भाग 1 के अaयाय 7 मR उपरोत वणCत सहायक %े7 अ+भलेख
को तैयार करने का लेख Jकया गया है इसके साथ ह) अaयाय 8 व 9 मR इन सहायक %े7 अ+भलेख को
तैयार करने के संबंध मR Hव'तत
ृ नदI श !दये गये है ।
सहायक FेU अभलेख0 का
नमाण एवं संधारणः- भ-ू अ+भलेख को Hव8धवत Dप से संधारत रखने का
दाय4व कलेटर का है , इसी _यव'था के +लये पटवार) क नयुित क जाती है । ये सभी सहायक %े7
अ+भलेख पटवार) yवारा संधारत Jकये जा रहे खसरे के आधार पर ह) तैयार Jकये जाते है । इस *कार
Hव8धवत Dप से तैयार Jकये गये खसरे के आधार पर ह) Hव+भ;न सहायक %े7 अ+भलेख का नमाCण शुता
से Jकया जा सकता है ।
पथ
ृ क-पथ
ृ क Dप से सहायक %े7 अ+भलेख का नमाCण व उनका संधारण करने क *JKया
नOनानुसार है ः-
1. vाम0 के लए जमाबHद संFेप (गोशवारा) – पटवार) अपने हलके के *4ये क Tाम क खतौनी (बी-
1) मR दजC सम'त 'व4वधारय के खात क संया, %े7फल, भ-ू राज'व, लगान, बकाया व जमा वसल
ू )
क इकजाई जानकार) का एक गोशवारा बनाता है । यह गोशवारा फामC पी-7 पर तैयार Jकया जाता है ।
इस *प7 को ह) जमाब;द) (बी -1) क सं%ेप (गोशवारा) कहा जाता है । फामC पी-7 *प7 को पटवार) 15
जून को या उसके पूवC राज'व नर)%क को *'तुत करे गा ।
1 2 3 4 5 6 7
खरफ िजHसवार
िज;सवार फामC या फसल प7क िजस मR खर)फ (या +सयार)) मौसम मR उपजाई गई फसलR िजन मR 'थाई
फलोधान तथा बगीचे सिOम+लत ह, दशाCई जायRगी ।
तहसील..............................िजला .....................वषC................................
Tाम धान
1 2 3 4 5 6 7 8 9
धा;य (चालू)
धा;य (चालू)
18 19 20 21 22 23 24 25
दाले चालू
उडद मूंग और म»ठ कु{थी पोपट
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
34 35 36 37 38 39 40 41
फल
स;तरा मौसOबी नीबू केला
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
60 61 62 63 64 65 66 67
फल शाक स
जी
अरDद अ;य आलू शकरक;द
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
68 69 70 71 72 73 74 75
तलहन-चालू रे शे
खर)फ तल राम त{ल) या अ;य कपास
जगनी ऊमरा
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
84 85 86 87 88 89 90 91
रे शे
कपास
_हे रम कOबोÁडया जर)ला बूर)
रे शे-चालू
कपास कपास तुअर
एच -420 अ;य Jक'म ऊमरा _हे रम
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
100 101 102 103 104 105 106 107
रे शे-(चालू)
कपास तुअर (चालू)
कOबोÁडया जर)ला बरू ) एच-420
रे शे-(चालू)
कपास तुअर (चालू) अOबाडी सन अ;य
अ;य Jक'मे
+स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत +स8चत अ+सं8चत
116 117 118 119 120 121 122 123
औष8ध तथा पादक पदाथC - (चालू ) चारे क फसल HवHवध खाyय फसले
(1) इस प7क मR खर)फ िज;सवार के अनुसार ह) 8चे पर से पूर)-पूर) *Hविटयाँ क जाती ह Jक;तु गमw
क अथाCत ् अतरत फसल को भी इसी *प7 मR शा+मल Jकया जाता है ।
(2) इसे भी 30 अ*ेल तक राज'व नर)%क के पास जमा कर !दया जाता है ।
नोटः- P-4 का *ा प भी दे खे ।
रबी िजHसवार
िज;सवार या फसल Hववरण का प7क, िजस मR रबी (या उ;हार)) मौसम मR उपजाई गई फसल दशाCई
जाएंगी ।
पटवार) ह{का Kमांक .......................राज'व नर)%क ह{का ...............................
तहसील ..............................िजला............................वषC ..................................
Tाम धा;य
का गेहूं गेहू चना जुआर रबी
नाम Hपसी अ;य
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
1 2 3 4 5 6 7 8 9
दाले चालू
मटर मसूर तवडा(लाख ) उडद
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
18 19 20 21 22 23 24 25
दाले चालू
मंग
ू और मौठ कुलथी पोपट बरबट)
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
26 27 28 29 30 31 32 33
दाले चालू मसाले
अ;य दाले लाल +मचC अदरक ह{द)
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
34 35 36 37 38 39 40 41
मसाले चालू फल
धनया अ;य मसाले संतरा मौसOबी
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
42 43 44 45 46 47 48 49
तलहन चालू
अलसी तलहन +मuण जैसे
रबी तल
अलसी बोता छटककर बोई गई अलसी-चना
तलहन चालू
राई और सरसो अडी करडे या कुसुम अ;य तलहन
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
74 75 76 77 78 79 80 81
खरफ एवं रबी िजHसवार पUक तैयार करने मN आवVयक सावधा
नयां -
1. यह जांच करना चा!हए Jक खसरे का पृ ठवार योग लगाया गया है या नह)ं, य!द इसमR कोई 7ु!ट
पाई जाती है तो उसे ठ½क कर ले यJक ª'ट बार योग से 8चा तैयार Jकया जाता है । 8चा से
खर)फ/रबी जी;सवार तैयार Jकए जाते ह।
2. फसल का %े7फल जांच का Hवषय है । +म8uत फसल मR अनुपात का aयान रखते हुए %े7फल
अंJकत Jकया जाए।
3. +सं8चत, अ+सं8चत, बोया गया या छटका गया तथा फसल क Jक'म जैसे गेहूं, Hपसी उ;नत Jक'म
आ!द दशाCया जाए। कुछ फसलR रबी व खर)फ दोन मR होती ह ऐसी ि'थत मR पुनः रबी तेल, खर)फ
तेल, रबी वार, खर)फ वार अंJकत Jकया जाए।
4. पी - 53 मलान खसराः-
यह *प7 *तवषC पटवार) _दारा 8चा तैयार करने उपरा;त 8चा पर से ह) तैयार Jकया जाता है ।
(1) पी-53 *प7 8चे के योग को एक Tाम क एक पंित पर कृHष आकंड़ को दशाCने वाला है ।
(2) पटवार) _दारा ह{का के सम'त Tाम को Tामवार के Kम से एक *प7 पर +लख कर योग Jकया
जाता है और Jफर नOन वगwकरण को Kमशः न +लख कर पंित मR +लखते है ।
(3) खाते का कुल %े7फल (खाना 2 लगायत 5 का योग)
(4) गैर खाते का %े7फल (खाना 7 लगायत 13 का योग)
(5) क
जे का कुल %े7फल (खाना 2 लगायत 5 तथा 7 का योग)
(6) गैर क
जे का %े7फल (खाना 8 लगायत 13 तक का योग)
(7) कृHष के अंतगCत %े7फल (खाना 2-3 तथा 8 का योग)
(8) कृHष के बाहर का %े7फल (खाना 4-5 और 7 से लेकर 13 के योग मR खाना 6 मR दशाCये गए %े7फल
को काटकर)
(9) नरा फसल का %े7फल (खाना 2 और 8 का योग)
(10) कुल +सं8चत %े7फल (खाना 16 का योग)
(11) *4येक Tाम के आंकड़े पथ
ृ क-पथ
ृ क +लखे जाते है और Jफर पटवार) ह{का के सब गांव का इकजाई
योग +लखा जाता है ।
(12) यह *प7 पटवार) _दारा तैयार करके 30 अ*ेल तक अव|य राज'व नर)%क को !दया जाता है ।
नोटः- P-53 का *ा प भी दे खे ।
पी-53 मलान खसरा
दफ
ु सल) +सचाई का Hववरण कुओं क संया
%े7फल (8चा खाना 87 से 91) +सचाई के कुओं क संया
(8चा साधन *4येक साधन सरकार) गैर सरकार) सरकार) गैर सरकार)
खाना से +सं8चत पके कुए पके कचे कुए कचे
72) भू+म का (8चा खाना कुए(8चा (8चा कुए(8चा
%े7फ 93) खाना 94) खाना 95) खाना 96)
(14) (15) (16) (17) (18) (19) (20)
म.*. भू- अ+भलेख नयमावल) भाग 1 अaयाय 9 के Kमांक 16 के अंतगCत इस *प7 क _यव'था
क गई है ।
यह *प7 *त वषC सीमा 8च;ह क ि'थत के अनुसार पटवार) _दारा तैयार Jकया जाता है ।
(1) इस प7क क तैयार) के +लए पटे ल व पटवार) *तवषC एक नवOबर से 15 !दसOबर के बीच *4येक
Tाम के सीमा 8च;ह क ि'थत का नर)%ण करने के +लए संबं8धत खसरा Kमाक का ¾मण करते
ह सम'त लGु त 7!ु टपण
ू C 8च;ह को फामC ‘’आ’’ मR संबं8धत कृषक को सीमा 8च;ह क दरु 'ती या
पुनः *'थापन क सूचना द) जाती है ।
(2) िजला कलेटर के Hववेक मR य!द एक नवOबर से 15 !दसOबर क अव8ध मR पूरे सीमा 8च;ह का
नर)%ण पटवार) व पटे ल _दारा Jकया जाना संभव नह)ं है तो एक तहाई 8च;ह का नर)%ण *तवषC
Jकये जाने क आा द) जा सकती है ।
(3) *थम नर)%ण व सूचना के नवाCह के उपरा;त पटे ल व पटवार) पुनः एक माचC से 31 माचC तक
सीमा 8च;ह को Jफर दे खते ह। य!द सच
ू ना के अनुसार कृषक _दारा सीमा 8च;ह क मरOमत या
उनका पुनC 'थापन नह)ं Jकया गया है तो पटवार) फामC ‘’आ’’ मR तहसीलदार को *तवेदन भेजता है
िजसमR उस समय तक के 7ु!टपूणC सीमा 8च;ह क मरOमत या पुनC'थापन Jकये जाने मR होने वाला
अनुमानत _यय *प7 अ के खाना नOबर 29 मR अंJकत Jकया जाता है ।
(4) इस *प7 मR केवल वे ह) भू-मापन Kमांक +लखे जाते है िजनके सीमा 8च;ह क मरOमत क
आव|यकता होती है ।
(5) खाना नOबर 3 लगायत 15 तक के खान को एक नवOबर ते 15 !दसOबर तक के *थम नर)%ण
के समय भरते है तथा खाना नOबर 16 लगायत 28 तक क पूतC 1 माचC से 31 माचC तक ि_दतीय
नर)%ण के समय भरते है खाना नOबर 30 मR *4येक सीमा 8च;ह क ि'थत का Hववरण दे ते है ।
फॉम – अ
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
*थम नर)%ण के समय yHवतीय नर)%ण का
7!ु टपण
ू C या लGु त परणाम
1 12 13 14 15 1 17 18 19
1 6
Jकसी भी %े7 का भू-अ+भलेख तैयार करने के +लये उस %े7 का सवI का नशा बनाया जाना
आव|यक होता ह । नशा तैयार होने के साथ-साथ ह) मल
ू भू-अ+भलेख िजसे खसरा कहा जाता ह, तैयार
Jकया जाता ह । इस *कार तैयार Jकया गया नशा व खसरा ह) मूल भू-अ+भलेख कहलाते ह । इसी के
आधार पर *4येक Tाम के +लये पथ
ृ क-पथ
ृ क अ8धकार अ+भलेख तैयार Jकया जाता ह । जो Jक राज'व
सवI%ण एवं बंदोब'त क संJKयाय के भाग ह । खसरा एवं भू-अ+भलेख को तैयार करने मR नOन
संJKयाओं सिOम+लत क जाती है ः-
(i) %े7 का नशा तैयार करना (सवI के माaयम से)
(ii) आं+शक खसरा का *ाDप खसरा तैयार करना
(iii) *ाDप अ8धकार अ+भलेक तैयार करना
(iv) र) नOबरंग सच
ू ी तैयार करना
(v) *ाDप अ8धकार अ+भलेख का *काशन करना
(vi) दावे आपि4तय को आमंv7त करना व समयाव8ध मR उनका नराकरण करना
(vii) 'वछ अ8धकार अ+भलेख तैयार करना
(viii) अंतम *काशन क कायCवाह) करना
(ix) अ8धकार अ+भलेख का लागू Jकया जाना (पटवारय को बंदोव'त रकाडC का ह'तांतरण)
(x) बंदोव'त के दौरान अ+भलेख मR हुई 7!ु टय का नराकरण Jकया जाना ।
सवwFण क वMधयां :-
सवI%ण का कायC Hव+भ;न उपकरण क सहायता से Jकया जाता है , इन उपकरण के आधार पर
सवI%ण क नOन Hव8धयां है :-
(1) चैन सवI
(2) 8थयोडोलाइट सवI
(3) हवाई सवI%ण
(4) ETSM सवI
(1) चैन सवw :-
सवI%ण क Hव8धय मR चैन सवI का काम सबसे सरल , सHवधाजनक और Hव'तत
ृ है । चैन या
जर)ब क मदद से Jकया गया सवI%ण कायC परOपरागत पत से Jकये जाने वाले कायC क uेणी मR
आता है । इस सवI%ण कायC मR मुय Dप से नOन+लखत उपकरण का उपयोग Jकया जाता है ः-
जर)ब, सूजा, झडी, ला, राइटऐंगल, पैमाना, डायगोनल 'केल, परकार, गुनयां, कुदाल, कंघी
इ4या!द । इनका Hववरण नOन *कार है –
जरब :- यह लोहे के मोटे तार क बनाई जाती है । इससे भू+म क दरू ) नापी जाती है । एक जर)ब मR
100 कÁड़यां होती है , कÁड़यां छ{ल से जुड़ी रहती है । जर)ब के दोन +सरे पर दो ह4थे, लोहे या
पीतल के लगे होते ह । ह4थे को पकड़ कर जर)ब को खींचा जाता है । ह4थे को जोड़ने
़ वाल) कल
ढ)ल) होती है , िजससे ह4थे को मोड़ने पर जर)ब मR अटा नह)ं लगता है । +सरे क कड़ी क नाप मR
ह4था भी शा+मल रहता है । कÁड़य क 8गनती करने के +लए नोकदार पीतल या लोहे के नशान जर)ब
मR लगे होते ह । इन नशान को फूल भी कहते ह । जर)ब क *4येक 10 कड़ी पर फूल होता है ।
जर)ब के दोन +सर के बीच 50 कड़ी क ओर 10 कड़ी पर एक नोक, 20 कड़ी पर दो नोक, 30
कड़ी पर तीन नोक, 40 कड़ी पर चार नोक के फूल लगे होते ह । 50 कड़ी पर एक गोल फूल लगा
होता है । यह गोल फूल दोन ओर क दरू ) क मaय'थता करता है । इस *कार जर)ब Jकसी भी +सरे
से काम मR ल) जा सकती है । जर)ब कई नाप क होती है । कुछ म
ु य जर)ब क नाप नOन *कार
है –
कNड़ा :- vबलकुल समतल भू+म पर लOबाई मR शु जर)ब को ठ½क *कार से फैला !दया जाता है । जर)ब के
*थम और दस
ू रे ह4थ के +सरे पर एक-एक कला गाड़ !दया जाता है । इसके प|चात ् *4येक दस कड़ी पर
एक – एक कला गाड़ !दया जाता है । य!द शु जर)ब का अभाव होता है तो यह कायC फता या 'ट)लवेड
चैन से भी Jकया जाता है । इस *कार कलR गाड़कर जो लOबाई तैयार क जाती है । उसे कRड़ा तैयार करना
कहते ह । इन ख!ु टय को केड़ा कहते ह ।
अशु जर)ब को इन कRड़ क सहायता से शु Jकया जाता है । जर)ब का उपयोग करने से पहले या
उपयोग करने के प|चात ् इस कRड़े क सहायता से ह) जर)ब को शु Jकया जाता है । जर)ब शुHकरण के
इस कायC को जर)ब परतालना भी कहते ह ।
इस *कार आगे वाला _यित Kमश: सूजे गाड़ता हुआ आगे क झडी तक जाता है तथा पीछे
वाला _यित सूजे Kमश: उखाड़ता हुआ चलता है । य!द एक झडी से दस
ू र) झडी का फासला 10 जर)ब
से अ8धक होता है तो पीछे वाला _यित दसवे सज
ू े के 'थान पर (भ+ू म पर) दहाई का 8च;हा + खोद दे ता
है तथा सम'त 10 सूजे पुन: आगे वाले _यित को दे ता है । इस *JKया से जर)ब क दरू ) क 8गनती
करने मR भूल नह)ं होती है । पीछे वाला _यित आगे वाले _यित को आगे क झडी क सीध मR करता है
। इसे र वानगी कहते है । आगे वाला _यित पीछे वाले _यित क सीध मR होकर ह4थे के बाहर +मलाकर
सूजा गाड़ता है । इसे वापसी कहते ह । आगे वाले _यित को चा!हए Jक वह जर)ब को न तो ढ)ल) रहने दR
और न शित से ताने और न दा!हने या बांये टे ढ) ़ होने दR , यJक ऐसी 7ु!ट होने से भू-मापन गलत हो
जाता है ।
गंटर) जर)ब से दस जर)ब लOबी तथा एक जर)ब चौड़ी भू+म एक एकड़ होती है । एक एकड़ मR एक
बीघा 12 Hव|वा भू+म होती है । पांच गंटर) जर)ब = 1 इंच तथा एक मील = 16 इंच होता है ।
सूजा :- सूजा या Arrow यह लोहे क मोट) तार का बनाया जाता है । इसक लOबाई लगभग 18 इंच होती
है । इसका एक +सरा गोल होता ह । इससे सूज को हाथ मR पकड़ने मR सुHवधा होती है ।सूजा का दस
ू रा
+सरा नोकदार होता ह, इससे गाड़ने मR आसानी होती है । एक जर)व के साथ 10 सूजे होते है ।
झ-डी :- झडी या Flage का बांस लगभग 10 फुट लOबा होता है । झडी के नीचे +सरे मR लोहे का फल
लगा रहता है , िजससे कड़ी भू+म मR भी झडी आसानी से गाड़ी जा सकती है । झडी के ऊपर के +सरे मR
दो *कार के कपड़ के तखूटे या चौखूटे फरारे लगाये जाते ह । फरारे का आधा भाग लाल कपड़े का तथा
आधा भाग सफेद या गहरे हरे रं ग का होता है । ऐसा होने से फरारा दरू से 'पट !दखाई दे ता है । झडी
बनाने मR *ाय: सीधे बांस का उपयोग Jकया जाता है ।
ल£ा :- ला *ाय: सीधे बांस का बनाया जाता है । यह जर)ब क 10 कड़ी क लOबाई के बराबर होता है ।
जर)ब क लOबाई के अनुसार उसके ले क लOबाई होती है । ले पर एक-एक कड़ी के 8च;ह बने होते है
। इसका उपयोग भू-मापन करते समय जर)ब के दा!हने तथा बायR के समकोण क Offset’s क दरू ) नापने
मR होता है । िजस मापमान का ला उसके साथ काम मR +लया जाता है ले वाला _यित ले को दोन
पाव के मaय रखकर अपनी नाक क सीध मR आफसेट 'थल पर लOब प मR खड़ा होता है , आफसेट
+मलने पर ल²ा वाला को भू+म पर समDप मR पलटता हुआ आफसेट 'थान से जर)ब तक क दरू )
नापकर जोर से बोलता है ।
आफसेट रॉड (Offset-Rod) :- यह गोलाकार लकड़ी का 10 फुट लOबा होता है । यह एक-एक फुट के Kम
से Kमश: काला तथा सफेद रं ग होता है । इसका उपयोग ले क तरह आफसेट लेने मR होता है ।
राइट ऐंगल (Right angle) :- भू-मापन कायC के समय इस य;7 से जर)ब लाइन पर लOब (90°Angle)
ात Jकया जाता है । जर)ब क दा!हनी तथा बाँयी ओर िजन टे ड़, मोड़ कोना, +समेड़ा या चौमेड़ा आ!द को
परमाHपत करना होता है , उ;हR समकोण के प मR +लखने के +लए इसी य;7 से जर)ब को आधार भज
ु ा
मानकर दे खा जाता है । राइटऐंगल के 8च7 मR ‘अ’ - ‘ब’ झडी दे खने के छ तथा ‘स’ - ‘द’ झडी तथा
ला दे खने के दपCण कांच है ।
राइटऐंगल क जांच :- राइटऐंगल वाले _यित को चा!हए Jक वह राइटऐंगल मR ला वाले को झडी
मानकर दे खR तथा झडी को ला मानकर दे खR, य!द ला और झडी एक सीध मR !दखाई दR तो राइटऐंगल
सह) होता है । य!द अ;तर है तो यह) JKया दस
ू र) झडी से क जाती है ।
आफसेट :- यह एक ऐसी दरू ) है जो जर)ब के आफसेट 'थल से ला वाले 'थान तक क दरू ) को समकोण
के Dप मR नापा जाता है ।
टे प :- यह 50 फट या 100 फट लOबा कपड़े या 'ट)ल क प4ती का होता है । Jकसी मR एक ओर फट व
इंच तथा दस
ू र) ओर मीटर तथा से;ट)मीटर अंJकत रहता है । Jकसी मR +सफC फट व इंच एवं मीटर व
से;ट)मीटर ह) अंJकत रहता है । फता के बाहर) +सरे पर एक छ{ला लगा होता है जो फट के फते मR इंच
का होता है या कुछ से;ट)मीटर का होता है । इस छ{ला से पकड़ने व फता क दरू ) फैलाने मR सुHवधा
होती है । यह जर)ब क शुaदता क जाँच करने या HवHवध *कार क दरू ) तथा ऊँचाई या नीचाई नापने के
काम मR +लया जाता है ।
परकार :- यह य;7 पीतल या लोहे का होता है । इसक बनावट 8चमटे जैसी होती है । इससे 'केल या
डायगोनल 'केल से लOबाई नाप कर कागज पर उस लOबाई को कायम Jकया जाता है । इसके yवारा
Gला!टंग कायC के समय v7भुज नमाCण, जर)ब लाइन क दरू ) और आफसेट 'थान कायम Jकया जाता है ।
GलाÌस का रकवा कंघी के सहारे परकार से ह) नकाला जाता है ।
गंटर जरब का पैमाना :- यह पैमाना 6 इंच लOबाई होता है । एक इंच मR पांच गंटर) जर)ब होती है । पूरे
पैमाना 6 इंच मR 30 गंटर) जर)ब होती है । 80 गंटर) जर)ब का 1 मील होता है । इस *कार गंटर) जर)ब
से 16 इंच का एक मील होता है ।
गंटर) जर)ब क 'केल के बाये +सरे पर ऊपर व नचे संयायR +लखी हुई होती है । *4येक छोटा
खाना एक जर)ब का होता है । एक – एक इंच के दा!हनी ओर का *4येक खाना 5 जर)ब का होता है ।
'केल क रे खांए जो चौड़ाई से चौड़ाई तक लOबाई के समाना;तर खींची हुई है । इस मR से 9
अंक के सामने क खड़ी रे खा अथवा ऊपर) भाग के *थम अंक क रे खा के नीचे तक 90 कड़ी है । इसी
तरह रे खा Kमांक 8, 6, 4, 2 vब;द ु अथवा अंक के बीच (द-स, य-स, तरछ½ रे खा के vबच) 80, 60, 40,
20 कड़ी का फासला होता है । जैसे 6 जर)ब 80 कड़ी का फासला पैमाने पर ात करना होता है तो *थम
एक इंच का खाना से 5 जर)ब लेते है , इसके बाद एक – एक जर)ब क दरू ) बताने वाल) जो तरछ½ रे खाएं
है । उन मR से आगे क दरू ) लेते ह । इस *कार 5 जर)ब के बाद एक जर)ब क दरू ) और परकार मR
भरकर दोन रे खाओं के ऊपर नोक रगड़ते हुए ऊपर बढाया
़ जाता है । इस *कार चौड़ाई क *4ये क रे खा पर
10 कड़ी क दरू ) बढ़ती जाती है । *4येक 10 कड़ी का मaय 5 कड़ी लेने के काम आता है । इस *कार
िजतनी जर)ब तथा कड़ी क दरू ) लेना होती है , ल) जाती है ।
शाहजहानी जरब का पैमाना :- यह पैमाना 6 इं च लOबा तथा एक इंच चौड़ा होता है । पूणC जर)ब 55 गज
क होती है । एक जर)ब मR 20 गे होते है । पैमाना का एक इंच बराबर दो जर)ब या 40 गा होता है ।
32 शाहजहानी जर)ब का एक मील होता है । *4येक छोटा खाना 2 गे का तथा पांच छोटे खान का एक
लॉक एक जर)ब का होता है ।
मीट/रक पैमाने :- यह पैमाने तीन *कार के होते है Kमश: 1/4000, 1/1000, 1/500 है । 1/4000 के
'केल का एक छोटा खाना 4 मीटर का होता है । एक से;ट)मीटर 40 मीटर का होता है ।
गु
नया (आफसेट Gकेल) :- यह यं7 पीतल या Gलाि'टक का होता है । लOबाई मR इसके एक Jकनारे पर
जर)ब व कड़ी के नशान बने होते ह । इसके मaय भाग मR चौड़ाई से चौड़ाई तक एक सीधी रे खा होती है ।
यह रे खा समकोण के समDप होती है । भू-मापन करते समय खेत के कोने टे ढ़ व मोड़ जर)ब लाइन के
दा!हने व बाये को राइटऐंगल yवारा लOब Dप मR +लये जाते ह, उ;हR ह) Gला!टंग पेपर पर गुनयां क
सहायता से लOब Dप मR 'थान क दरू ) नि|चत क जाती है व नशा बनाया जाता है । गंटर) जर)ब तथा
शाहजहानी जर)ब क गुनयां दो इंच लOबी आयताकार होती ह । मीटरक जर)ब क *4येक *कार के
मापमान क गुनयां मR 5 खाने होते ह ।
कुदाल :- कुदाल या गती यह लोहे क होती है । भू-मापन कायC करते समय चांदा, कटान, दहाई इ4या!द के
'थान इससे भू+म पर खोदे जाते ह ।
कंघी :- यह यं7 अ8धकांशत: पीतल व लोहे क होती है या अ;य Jकसी धातु क भी होती है । इसक
लOबाई क दोन भज
ु ाओं पर 1-1 जर)ब के अ;तर से छ होते ह । इन छ मR धागा डाला जाता है ।
यह धागे समाना;तर रे खा के Dप मR होते है । इस य;7 के शीषC भाग पर जर)ब तथा कड़ी क 'केल बनी
रहती है । इसक सहायता से नशे पर %े7फल क गणना क जाती है । कंघी *4ये क 'केल क अलग –
अलग होती है । इसका नमाCण आयताकार के +सा;त पर हुआ है । आयताकार भू-खड का %े7फल,
लOबाई × चौड़ाई के गुणनफल के बराबर होता है ।
तूदा :- यह +म²ी का 8च;ह होता है । ब;दोव'त के समय काँकड़ भू+म अथाCत Tाम क सीमा क टे ढ़ या
झुकाब पर यह 8च;ह बनाया जाता है । इसक *4ये क भुजा तीन फट क होती है ।
कटान :- यह एक 8च;ह है । जब जर)ब मेड़ पर से आगे को जाती है तो मेड़ पर जर)ब के नीचे कटान का
8च;ह भी खोद !दया जाता ह । इस 8च;ह को कटान कहते ह ।
गोदा :- यह एक नि|चत Jकया हुआ 'थान है । यह गोलाकार होता है । जर)ब लाइन पर भू-मापन क
सHु वधा के +लए डेढ़ फुट _यास का एक गढा खोद !दया जाता है । एक गोदा से दस
ू रे गोदा या कटान या
दहाई या चांदा को जर)ब लाइन चलाकर दांये व बांये कR कोन, झुकाब, टे ढ़ व मोड़ का आफसेट +लया जाता
है । इस जर)ब लाइन को ह) गोदा लाइन कहते ह ।
समेड़ा :- मेड़ का कोई ऐसा 'थान जहां तीन मेड़े +मलती है , ऐसे 'थान को +समेड़ा या तमेड़ा कहते ह ।
चौमेड़ा :- मेड़ का कोई ऐसा 'थान जहाँ चार मेड़R +मलती है ऐसे 'थान को चौमेड़ा कहते ह ।
लाइन खा/रजी :- जर)ब के दांये या बांये +लए गए आफसेट 'थान से मेड़ रे खा क बढ़ती हुई !दशा मR जो
8च;ह बनाया जाता है , उसे खारजी लाइन कहते ह ।
दोहPा :- यह सीमा 8च;ह दो गांव के मaय क सरह पर होता है । इसे ह) चांदा कहते है । यह अपने
दोन ओर के गांव क सीमा बताता है ।
सहPा :- यह सीमा 8च;ह तीन गांव क सरहद पर होता है । इससे तोन ओर के गांव क सीमा नि|चत
क जाती है ।
चौहPा :- यह सीमा 8च;ह चार गांव के मaय क सरह पर होता है । इससे चार ओर के Tाम क सीमा
नि|चत क जाती है ।
चैन सवw :- जर)ब का *योग *4येक *कार क सवI मR होता है । चैन सवI का पूणC Hववरण नOन *कार है –
फWडबुक :- चैन सवI का 'थल कायC इस बुक पर +लखा जाता है । जर)ब क पूणC दरू ) झडी से झडी या
गोदा से गोदा या कैचीलाइन या +शकमीलाइन इ4या!द *4येक क दरू ) +लखी जाती ह । *4येक जर)ब लाइन
के दा!हने या बांये पड़ने वाले कोने, टे ढ़ – मोड का आफसेट तथा जर)ब पर पड़ने वाले कटान आ!द को
फ{डबुक मR उसी !दशा मR +लखते ह । िजन भू-खड का पूणC आकार जर)ब लाइन पर बनता जाता है , उसे
त4काल फ{ड बक
ु मR बनाते जाते ह । िजन भ-ू खड का आकार पण
ू C Dप से जर)ब लाइन पर नह)ं बनता
ह, उसका कटान, दाखल) – खारजी उसी Dप मR फ{डबुक मR अंJकत Jकया जाता ह । फ{ड बुक अनुमान
से +लखी जाती है । इस मR आकृतय को बनाने के +लए पैमाना या परकार क आव|यकता नह)ं होती है ।
फ{डबुक मौके पर ह) +लखी जाती है । इसे 'याह) से +लखा जाता है । Gला!टंग का कायC फ{ड बक
ु
+लखने के !दन ह) अ8धकांशत: Jकया जाता है , यJक उस !दन मौके क याद ताजा रहती है । िजस %े7
का भू –मापन करना होता है , उस मR जर)ब इस *कार चलाते ह Jक Gलाट बांये हाथ को पड़े । एक लाइन
क फ{डबुक उपरोत *कार +लखी जाती है ।
पव
ू C मR v7भज
ु व चतुभुज
C के प मR Jफ{डबुक +लखने क पत *च+लत थी । इस पत मR Gलाट
का पूणC आकार फ{डबुक मR बन जाता है । इस पत क फ{डबुक का *ाDप नOन *कार है ।
उपरोत फ{डबुक क आकृतय का अवलोकन करने से फ{ड बुक +लखने तथा उस पर
भू-खड क Dप रे खा बनाने क JKया सरलता से समझ मR आ जाती है अतएव पथ
ृ क से Hव|लेषण क
आव|यकता नह)ं है ।
शकमी लाइन :- %े7 िजसका भू-मापन Jकया जाता है , उसके Jकसी गोदा कटान या दहाई से जब Jकसी
दस
ू रे गोदा, कटान या दहाई पर जर)ब लाईन डाल) जाती है तो इस लाइन को ह) +शकमी लाइन कहते ह ।
कैची लाइन :- %े7 िजसका भू-मापन Jकया जाता है का कोई भाग जब जर)ब लाइन से बाहर अ8धक दरू )
पर होता है तब उसका भू-मापन करने के +लये जर)ब लाइन के आफसेट 'थान और आगे पीछे के कटान से
जर)ब लाइने डाल) जाती है । इसको क ची लाइन कहते ह ।
लाट :- भू- मापन Jकये गये %े7 के आकार को नधाCरत पैमाने पर फ{ड बुक के अनुसार उसक मूल
सूरत को छोटे Dप मR बनाया जाता है । इसको Gलाट कहते है ।
ला?टंग काय :- Jकसी %े7 का भू-मापन जर)ब लाइन, +शकमी लाइन, कची लाइन, कणC रे खा आ!द से पूणC
Jकया जाता है । इन सब मR कणC रे खा का मह4व अ8धक होता है । कणC के yवारा ह) v7भज
ु या v7भज
ु का
नमाCण होता है ।
ला?टंग काय क वMध :- *4येक *कार क चैन सवI मR Gला!टंग कायC क Hव8ध एक ह) है । सवC*थम
Jकसी एक रे खा को आधार भुजा के Dप मR खींचा जाता है । इसके बाद कणC क सहायता से सम'त जर)ब
लाइन खींची जाती ह । इस कायC को Öेम वकC भी कहते ह । *4ये क जर)ब रे खा को परकार क सहायता से
कायम Jकया जाता है । पैमाने पर से परकार मR एक चांदे से दस
ू रे चांदे क दरू ) भरकर चांप काटकर चांद
का 'थान नि|चत Jकया जाता है ।
जर)ब लाइन पर कटान तथा आफसेट 'थान आ!द क दरू ) परकार के yवारा नयत क जाती है ।
यह दरू ) *4येक बार चांदा से ल) जाती है । इस कायC मR परकार का उपयोग बार – बार होता है । परकार
को ढ)ल) होने से बचाने के +लये पांच जर)ब से अ8धक नह)ं फैलाया जाता है । जब जर)ब लाइन 5 जर)ब
से बडी होती है तो 5-5 जर)ब के 8च;ह जर)ब रे खा पर बना लेते ह । 5 जर)ब के बाद य!द 7.50 जर)ब
क दरू ) अंJकत करना होता है , तो पांच जर)ब के आगे 2.50 जर)ब परकार मR भरकर दरू ) अंJकत करते है ।
इसी *कार *4येक आगे क दरू ) को अंJकत करने के +लए पीछे के *4येक 5-5 जर)ब के 8च;ह के योग का
aयान रखा जाता है । जर)ब लाइन के दांये – बांये के आफसेट – गुनयां क सहायता से उठाये जाते ह ।
इन आफसेÌस को आगे पीछे के कटान या Jकसी खारजी से +मलना होता है , तो +मलाया जाता है । य!द
आफसेट से कोई खारजी जाती है तो खारजी क रे खा बताई जाती है । एक 'थान पर एक से अ8धक
आफसेट लगे तो गुनया से एक साथ उठाया जाता है । इस *कार Gला!टंग का कायC पूणC Jकया जाता है ।
जर)ब लाइन के चाद नि|चत करते समय परकार को पांच जर)ब से अ8धक भी फैलाया जाता है ।
समझने के +लये Gला!टंग Jकया एक 8च7 नOन *कार ह ।
Hवषम भू+म से आशय पहाड़ भू+म, ढालू भू+म, बेहड़ भू+म आ!द से है । इस *कार क भू+मय के सह)
भू – मापन मR कठोर परuम करना पड़ता है । ऐसी भू+मय के सह) नापने क Hव8ध नOन *कार है –
दरू ) नापने के +लए डोर), फता या र'सी को लकड़ी या बांस के गोलाकार ले क सहायता से नापा
जाता है । वजन तथा वायु के वेग से झोल को बचाने के +लए मजबत
ू डोर) का *योग अछा रहता है ।
डोर) मR दरू ) बताने वाले फूल लगR ह तो और भी असानी होती है । डोर) के पीछे वाले व आगे वाले _यित
के पास ला तथा सुहावल होना आव|यक होता है । दोन _यित के अपने अपने 'थान पर सुहावल क
सहायता से ला को समकोण क ि'थत मR ि'थर कर ला क चोट) से या Jकसी भी ऐसी भाग से जहां से
डोर) सीधी रे खा के Dप मR तानी जा सकती हो तान कर दरू ) नाप ल) जाती है । *ारOभ से अ;त तक क
दरू ) नापने मR यह) Kम रहता है ।
1. जर)ब को एक झडी से दसू र) झडी क ओऱ ठ½क सीधी रे खा मR चलाते हुए *4ये क जर)ब के प|चात सूजा
लगवाऐं । जर)ब सीधी व टाइट पोिजशन मR होना चा!हए ।
2. जहाँ कटान (मोड़) आवे उसक जर)ब र)Áडंग फ{ड बुक मR दजC करR ।
3. जर)ब लाइन पर राइट ऐंगल क सहायता से ऑफसेट vब;द ु को दे खR । ऑफसेट पर रखी रॉड काँच मR तथा
खुल) Hव;डो से दे खा जाएगा । जहाँ पर भी ऑफसेट रॉड काँच मR तथा खुल) Hव;डो मR झडी एक दस
ू रे के
ठ½क ऊपर नीचे, यान ओवरलैप हो जावे उस Hपन पॉइंट को जर)ब लाइन पर Measure करने के प|चात
फ{ड़ बक
ु मR +लखRगे ।
4. ऑफसेट vब;द ु से चल) मेड़ िजस जगह जर)ब लाइन से +मलती है, उसे खारजी से जोड़R । *4येक ऑफसेट
पर aयान दे वR Jक कुल Jकतनी लाइनR वहाँ से नकलती ह व Jकस !दशा क ओर जाती ह, अनुमानत: कोण
मानते हुए खारजी 8च7 बनावR । जर)ब लाइन पर एक ह) र)Áडंग पर एक ह) ओर दो या अ8धक ऑफसेट
आते है , तो पास वाले को पहले +लखR त4प|चात बटाकर दस
ू रे ऑफसेट क दरू ) +लखR । ऐसे ऑफसेट +लखते
समय पॉइंट, कोमा, हायफन, सेमी कोलन जैसे 8च;ह का *योग न करR ।
5. जर)ब लाइन पर कटान आने पर खारजी दोने तरफ दशाCयी जावR साथ ह) aयान रखा जावे Jक मोड़ जर)ब
लाइन को Jकस ओर, Jकस कोण पर काट रह) है , उसी अनुमानत: कोण पर खारजी दशाCयी जावेगी ।
6. एक झडी से दस
ू र) झडी तक चलने पर भी य!द कोई ऑफसेट लेने से छूटा रहता है एवं संभावना क वह
ऑफसेट Jकसी भी जर)ब लाइन से कंªोल नह)ं होगा तब गोदा लाइन ड़ाले ग;त_य झडी पर पहूंचने के
प|चात जर)ब को उस झडी से आगे क ओर फैला लेवR व ऑपोिजट !दशा क ओर से दोन झिडय क
सीध मR जर)ब रखR व ऑपोिजट मंह ु करके दोन झिडय क ओर दे खते हुए ऑफसेट सेट करR व झडी से
उस vब;द ु तक क दरू ) +लखR। झडी पर पहुंचने के प|चात गोदा कायम करना हो तो झडी क र)Áड़ंग को
गोल घेरने के प|चात उस झडी पर गोदा लाइन बढ़ाने मR एक एरो (Arrow) लगा दे ते ह जो गोदा लाईन
कायम Jकए जाने क !दशा को सू8चत करता है ।
7. चेन सवI करते समय Hव+भ;न Gलॉट मR ि'थत 'थलाकृतय, अलामात का aयान रखना चा!हए व उनका
ऑफसेट उनके के; vब;द ु के मान से लेना चा!हए । जैसे कुआ, बाबड़ी, मं!दर, मि'जद, पेड़, पोल इ4या!द
। जो 'थलाकृत या आलामात Gलॉट के संपूणC रकबे पर फैल) है तो उनका ऑफसेट नह)ं +लया जाना चा!हए
जैसे आबाद), चरनोई, बड़े झाड़ का जंगल, छोटे झाड़ का जंगल, खेल का मैदान, रा'ता, नाला आ!द । उत
ऐसी सभी अलामात को उपयुत नशान से फ{ड़ बुक व Gलॉ!टंग मR अव|य दशाCया जाना चा!हए ।
8. जर)ब लाइन चलते समय उसके दोन ओर (Left-right) 1.5 जर)ब तक के ऑफसेट अव|य उठा लेना चा!हए
। य!द कोई ऐसा 1.5 जर)ब से अ8धक दरू ) का है , और Jकसी भी लाइन पर मेजर होने क संभावना नह)ं
रखता है तो ऐसे ऑफसेट को भी +लया जा सकता है । सवI करने वाले _यित को अपनी ि'थत के vब;द ु
से 1.5 जर)ब क रे Áडयस (v7या) के सभी ऑफसेट उठा लेने चा!हए । एक ह) ऑफसेट को बार-बार
Measure करने क *विृ 4त से बचना चा!हए । यद) कोई ऑफसेट पूवC मR +लया जा चुका है के उसे पुन:
उसे Measure करने क आव|यकता नह)ं है चाहे वह सवIयर क ि'थत से 1.5 जर)ब क रे Áडयस मR ह)
हो। इससे समय क बचत होती है तथा क;यूजन क ि'थत से भी बचा जा सकता है ।
9. चार भुजाओं पर चलने के प|चात HवकणC चलना चा!हए व चार भुजाओं पर +लए गए ऑफसेट अतरत
अ;य सभी ऑफसेट HवकणC पर +लए जाना चा!हए । चाहे कोई भी ऑफसेट Measure होने से छूट न जावे
। HवकणC पर पड़ने वाल) सभी कटान को उनक angular ि'थत अनुसार खारजी द) जानी चा!हए, साथ
ह) उन खारजी लाइन पर बनने वाले कोने, तमेड़ा, चौमेड़ा जैसी ि'थत को बनाया जाना चा!हए, भले ह)
उनके Measure नह)ं Jकया जा रहा हो ।
मुरबा तरासी – Jकसी Tाम या %े7 का भू-मापन करने के +लए उसे छोटे -छोटे भाग मR Hवभािजत कर !दया
जाता है । इस Hवभाजन कायC को मुर
बा तरासी कहते है । मुर
बा का अथC वगाCकार होता है Jक;तु भू-मापन
कायC मR बनाए जाने वाले भाग वगाCकार नह)ं होते Jफर भी भू-मापन कायC क *च+लत भाषा मR *4येक उप-
भाग को मुर
बा कहा जाने क *था है तथा इस *कार उप- भाग बनाने के कायC को मुर
बा तरासी कहते
है ।
मुरबा लाइन – Tाम या %े7 को उप-भाग (टुकड़) मR Hवभािजत करने के +लए जो लाइने डाल) जाती है
ऐसी लाइन को मुर
बा लाइन कहते है । जैसे A, D से C तथा C से चांदा 5 क लाइने इ4याद)।
मुरबा तरासी करने क वMध – Tाम या %े7 मR डाल) गई परदा लाइन के Jकसी भी चांदे से सरह
या दस
ू र) परदा लाइन के Jकसी चांदे पर मुर
बा क लाइन डालकर Tाम या %े7 को कई उप-भाग (टुकड़)
मR बांट !दया जाता है । जैसे चांदा नOबर 9-10 व D-E अथवा 7-8, व 9- E का %े7 इ4याद)।
(3) य!द परदा लाइन के मaय झडी होने से झिडय के !दखने मR बाधा पड़ती है तो झाडी को कटवा
!दया जाता है । य!द संभव होता है तो ऐसी बाधा को बचाकर परदा लाइन डाल) जाती है । य!द कोई उपाय
संभव नह)ं होता है तो जहाँ तक का कायC रवानगी तथा वापसी से Jकया जा चक
ु ा है , वहाँ झडी कायम
करके Jक;ह) दो मुकाम से कस कर !दया जाता है , िजसक जाँच Jकसी तीसरे 'थान से क जाती है ।
इस *कार से जब एक परदा लाइन बन जाती है , तब उस पर दस
ू र) तथा दस
ू र) पर तीसर) लाइन सरलता
से डाल) जाती है , तब *4येक लाइन पर जहाँ से लाइन डालना आव|यक होता है , वहाँ चांदे बनायR जाते है
और उन पर से लइन डालकर मुर
बा तरासी का कायC Jकया जाता है ।
CकVतवार – Jकसी %े7 या गांव के रकवा को छोटे -छोटे भाग मR बांटा जाता है । इन छोटे भाग के अ;दर
के Jकसी भी गोदा या कटान से Jकसी भी दस
ू रे गोदा या कटान पर लाइन डालकर खेत के कोने तथा मेड़
क टे ढ़ो के आफसेटस ् +लए जाते है । आफसेटस ् का Gला!टंग कायC गुनया, पैमाना तथा परकार क सहायता
से Jकया जाता है । इस कायC को Jक|तबार कहते है ।
CकVतबार करने क वMध - मुर
बा तरासी का कायC पूणC हो जाने के बाद *4येक मुर
बा का भू-मापन
Jकया जाता है । भू-मापन का कायC मुर
बा के Jकसी एक गोदा या कटार से Jकसी दस
ू रे गोदा या कटार
अथवा Jकसी उपयोग दहाई के 'थान से +शकमी लाइने डालकर खेत के कोने टे ढ़ या मोड़ जो जर)ब रे खा
के दांये या पड़ते है , का अफसेटस ् +लया जाता है । मौके पर Jकए गए भू-मापन के अनुसार शीट पर Gला!टंग
कायC पूणC Jकया जाता है । इस *कार Jक'तबार का कायC पूणC Jकया जाता है ।
अ3स – जब Jकसी नशे पर ªे +संग लाथ या ªे +संग पेपर रखकर उसक *त+लHप तैयार करते है तो इस
*त+लHप को अस कहते है ।
बंदोब'त के मूल नशा क छत से बचने के +लए उसक *तयां तैयार क जाती है ।
परकाफ – यह अस का एक अलग *कार है । इसमR आलHपन क नक क सहायता से अस का कायC
Jकया जाता है ।
उदाहरणाथ – य!द Tाम क चांदा लाइन का अस करना होता है तो उसके नीचे दस
ू रा कागज रखकर हर
एक चांदे के के; पर आलHपन गाड़कर नशान बना !दया जाता है । इस नशान पर चांदा बनाकर एक
नशान से दस
ू रे नशान तक रे खा खींच द) जाती है। इस कायC को परकाफ कहते है ।
तरमीम – *तवषC 'थल पर खेत के आकार मR परवतCन होता है । कई खेत का एक खेत अथवा एक खेत
के कई भाग अथवा नमाCण कायC जैसे सड़क पुल, नहर इ4या!द के नव नमाCण के कारण मौके का Dप
बदला जाता है । इस परवतCन को नशे पर कायम करने को तरतीम करना कहते है । तरतीम का श
दाथC
सुधार है।
(2) Mथयोडोलाइट सवw :-
यह य;7 बहुत उपयोगी होता है , इस य;7 से लोग क!ठन से क!ठन 'थान का भू-मापन सह)-सह)
सरलता से कर लेते है । इस य;7 से लOबाई नापने के अतरत ऊँचाई भी नापी जाती है ।
यHU क बनावट - इस य;7 को तीन भाग मR मुयता बांटा गया है । Kमशः (1) टे +ल'कोप अथाCत
दरू बीन (2) _ह!टC कल +लOबस (3) होर)ज;टल +लOबस।
होरजHटल लJबस – यह भाग दो Gलेट मR बटा रहता है । !दए गए 8च7 के अनुसार Kमांक 7 लोअर Gलेट
तथा Kमांक 8 अपर Gलेट अथाCत बनwयर Gलेट होती है । यह दोन GलेटR नीचे ऊपर +मल) हुई होती है ।
नीचे क लोअर Gलेट के Jकनारे ढालू होते है। इसके ढालू Jकनारे पर ÁडTी तथा +मनट के नशान
बने रहते है । Jकसी Gलेट मR 30 Jकसी मR 20 Jकसी मR 10 +मनट के नशान बने रहते है । अलग-अलग
*कार क GलेटR हो सकती है Gलेट का 8च7 पथ
ृ क से नीचे भी !दया गया है । अवलोकन किजये ।
ऊपर क लेट – उसको वनwयर Gलेट कहते है । इसे Kमांक 8 से इं8गत Jकया जाता है । इसमR +मनट तथा
सेJक;ड के नशान इस तरह से बने रहते है Jक िजस य;7 मR नीचे क Gलेट मR 20 +मनट बताए जाते है
तो बनwयर मR कुल 'केल 20 +मनट का होता है तथा *4येक +मनट मR तीन-तीन भाग होते है जो 20
सैJकड कहे जाते है । इसी *कार िजस लोअर Gलेट मR 10 +मनट बतायR जाते है , तो वनwयर भी 10 +मनट
का होता है । हरे क +मनट मR छः-छः भाग होते है । इस *कार नीचे क Gलेट मR िजतने नशान होते ह, उतने
ह) नशान ऊपर क _हनयCर Gलेट मR होते ह।
_हनयCर के !ह'से ऐसे बने होते ह Jक नीचे के Jकनारे से +मल जाते ह तथा 8थओडोलाइट मR दो या
तीन 'थान 1800 या 1200 के अ;तर पर ÁडTी +मनट सैJकड को पढा जा सकता है । नीचे क Gलेट ऊपर
क Gलेट से कल Kमांक 9 से कसी होती है , थोड़ा सरकाने के ले Kमांक 10 को काम मR +लया जाता है ।
य;7 को तपाई पर कसने के +लए Kमांक 2 मR दशाCये गए ल²ूदार लेब+लंग 'Kूज को तपाई के खांचे िजसे
Kमांक 1 से दशाCया गया है , मR रख कर Gलेट को घुमाकर ल²ुऔं को पR च Kमांक 3 से कस !दया जाता है ।
होर)ज;टल के सामा;तर दो लेबल लगे रहते है । इ;हR Kमांक 13 से इं8गत Jकया गया है । यह एक
दस
ू रे पर समकोण बनाते है तथा Gलेट के ऊपर व बीच मR या Jकनारे पर नीचे और दरू बीन क नल) पर
मेगने!टक कOपास !दशा +मलाने के +लए लगा रहता है । इसे 8च7 मR Kमांक 5 से बताया गया है । दरू बीन
क नल) पर ऊँचाई नापने का *ोªे टर 3600 का चार भाग मR बंटा हुआ लगा रहता है । िजसका *4येक
भाग 900 का होता है । Jकसी- Jकसी य;7 मR ÁडTी नOबर के दो टुकड़े ह) होते है । हार)ज;टल के भाग मR
बताये गए अनुसार इस मR भी _हनयCर बना रहता है । इसी 8च7 मR Kमांक 25 से बताया गया है तथा
*ोªे टर का पूणC 8च7 नीचे अलग से भी !दया गया है ।
यंU को जमाने क Cया – सबसे पहल दरू बीन क फल) अथाCत Kमांक 25 को _ह!टC कल सपोटC स Kमांक
26 के खाचा मे रखकर ढकन को बंद करके Kमांक 21 के 'Kू को कस !दया जाता है । इसके बाद 'कू
Kमाक 11 को कस !दया जाता है । िजससे टे +ल'कोप नह) सरकती । पूर) मशीन को तपाह) पर इस *कार
से कसा जाता है । क नीचे क Gलेट मे Kमाक 2 के जो ल²ूदार लेब+लंग 'Kू है उनको तपाह) के Gलेट
Kमाक 1 मे बने खाचो मे रखकर Gलेट घुमाकर पेच Kमांक 3 से ठ½क *कार कस !दया जाता है। िजससे
ल²ू के नकलने क संभावना नह) रहती ।
इसके पशचात मशीन के नीचे के नकूचे Kमांक 28 मे सुहावल क डोर) को बाँधकर लटकाया जाता है । इस
*कार मशीन को जमाया जाता है ।
उपयोग – िजस %े7 क ªाव+सग ³योडोलाईट से करनी होती है उसके चारो तरफ उपयोत 'थानो पर चादे
'थाHपत Jकये जाते है । ªावर+संग कायC को उ4तर पश8चम के कोने के चादे से *ारOभ Jकया जाता है ।
*थम चादे पर य;7 को लेबल तथा सुहावल करके अि;तम चादे को 0 ÁडTी या 360 ÁडTी पर बाधँ जाता
है । इसके बाद लोअर Gलेट को कस करके 'लोमोशन से 0 पर बाधने वाल) झंडी को सह) काटते है । इसके
बाद अपर Gलेट खोल द) जाती है । और आगे के चादे िजसक रवानगी लेना होता है को दे खते है । झंडी
!दखने पर अपर Gलेट को कस करके 'लो मोशन क सहायता से रवानगी वाल) झंडी को काटते है व
र)डींग करते है । लोअर Gलेट खोलकर अि;तम चादे िजसको 0 पर बाधा था पर Jफर ले जाते है । और झंडी
!दखने पर लोअर Gलेट कस कर के 'लोमोशन क साहयता से झडी काटते है । और Jफर अपर Gलेट
खोलकर रवानगी क झडी दे खते है । और Gलेट को कसकर झडी को काटकर एंगल नोट करके नीचे क
Gलेट खोलकर Jफर अि;तंम चादे पर ले जाते है । इस *कार *4येक चादे से तीन बार इनर एंगल व एक
बार आउटर एंगल क र)डींग लेते हुए सOपूणC चादो का कायC पूणC Jकया जाता है ।
उदाहरणाथC एक बंद सJकCट 5 चादो का है । चादो के नाम क,ख, ग, घ, च, है । इस बंद माला रे खा के
ªाव+सग ³योडोलाईट से क जाना है अत: च,क,ख चादो पर खट
ू ) गाडकर ³योडोलाईट को तपाह) स!हत क
चादे पर खडी करते है ।
सुहावल +मलान- सुहावल को लटकाकर दे खा जाता है Jक सुहावल क नोक चादे क खूट) पर ठ½क लOबDप
मे है या नह) य!द लOबDप मे होती है तो तपाह) को ि'थर कर !दया जाता है । िजससे कायC करने मे
तपाह) के पाये !हलने या सरकने से बच जाये । य!द सुहावल क नोक चादा क खट
ू ) पर लOबDप नह) है
तो सुहावल को खूट) के ऊपर लOबDप मे तपाह) के पावो को हटा चला कर सह) Jकया जाता है । इसके
पशचात लेबल +मलाया जाता है ।
लेबल मलाना – इस यं;7 के लेबल को य;7 के पायो पर जमाया जाता है । 8च;ह अ ,ब,स के पेच नOबर
2 के ल²ूओ को घुमाकर दे खा जाता है । लेबल का बल
ु बल
ु ा Jकस ओर है बुलबल
ु ा सदै व ऊचाई क ओर
दौडता है । अतएव लेबल के बुलबुले को लेबल के दाये –बाये के ल²ुओ को घुमाकर ऊचाँ नीचा करके लेबल
को सह) कर +लया जाता है । लेबल को सह) करने के +लये आव|यकतानुसार तीन ल²ूओ को ऊचा-नीचा
करन क आव|यकता पड सकती है । इस *कार *4येक लेबल ल²ु को एक से अ8धक बार ऊचा-नीचा करना
पडता है ।
!दशा कायम करने के +लये सबसे पहले अपर तथा लोअर Gलेटो के पेच नOबर 6 तथा 9,10 को ढ)ला Jकया
जाता है । इसके पशचात पेच नOबर 7 क लोअर Gलेट के 360 ÁडTी पर नOबर 8 के वनCयर Gलेट के तीर
को +मलाया जाता है । जब यह तीर 360 ÁडTी पर +मल जाता है पेच नOबर 9 को कस !दया जाता है ।
इसके पशचात दशCक भाग (Eye Peice) नOबर 12 मे दे खकर नOबर 10 को घुमाकर तीर को ठ½क 360
ÁडTी पर लाया जाता है । तब नीचे क Gलेट के 'थान य को हाथ से उ4तर क ओर इतना घुमाते है Jक
मैगनेट)क नीडल नOबर 5 क नीडल कOपास के शू;य ÁडTी के Gवाइंट के सामने आ जावे । इस कायC के
समय ऊपर क Gलेट को धका लगने से बचाया जाता है । योJक धका लगने से गलती आ जाती है ।
इसके पशचात पूणC य;7 पेच नOबर 6/1 से कस !दया जाता है। पेच नOबर 6/2 को घुमाकर मैने!टक को
सह) !दशा मे कर +लया जाता है । इन दोनो पेचो को घुमाने मे पूर) मशीन घुमती है । मैगने!टक नडल के
उ4तर !दशा मे सह) Dप मे ि'थत हो जाने पर लोअर Gलेट के दो 'कू व अपर Gलेट के दो 'Kू कसे जाते
है । !दशा +मलाने के बाद ऊपर के पे च नOबर 9 व 10 ठ½ला कर !दया जाता है । इसके पशचात दरू बीन को
घुमाकर नOबर 15 के आई होल मे आँ ख लगाकर िजस झडी को काटना होता है । जैसे झडी ब तो उसे
काँच नOबर 19 के तार मे दे खा जाता है । य!द 'पट !दखाई नह) दे ता है तो पेच नOबर 14 को घुमाकर
फोकस को अपनी नजर से +मलाया जाता है । जब ब झडी !दखाई दे ती है तो ऊपर के पेच नOबर 9 को
कस !दया जाता है । अ;तर को पेच नOबर 10 को घुमाकर दरू Jकया जाता है । अब आई पीस से झडी
कटने के ÁडTी +मनट को पडा जाता है ।
टे बल
1. हवाई सवI मR 23 × 23 से;ट)मीटर क शीट का *योग Jकया जाता है । 'केल का मापमान 1/15000
होता है । इस *कार लगभग 9 वगC Jकलोमीटर का फोटोTाफ तैयार होता है । इस फोटो शीट को Hवशेष
Dप से *+श%त राज'व नर)%क आ!द yवारा द% अ8धकारय के मागC दशCन मR सह) Dप मR शु Jकया
जाता ह । सह) क गई शीट को परकृत शीट कहा जाता है तथा फोटोTाफ शीट को अपरकृत शीट कहा
जाता है । 1/15000 क परकृत शीट या शीट को 1/4000 के मापमान मR परवतCत कर के Tाम बार
शीटR 'थल कायC हे तु ले जाई जाती ह । 'थल पर िजन सीमाओं या मेड़ पर Jकसी व%
ृ आ!द क कोई
छाया नह)ं होती ह , उन का 'पट 8च7 फोटोTाफ मR आता है तथा िजन पर व%
ृ आ!द क छाया होती ह
उनका फोटोTाफ 'पट Dप मR नह)ं आता है । उपरोत ि'थत के अनुसार परकृत शीट क सीमाओं का
+मलान, राज'व नर)%क, 'थल पर करता है और चैन सवI yवारा सभी अपण
ू C सीमाओं एवं अ;य ऐसी
सीमायR जो फोटोTाफ के प|चात ् न+मCत क गई ह, को शीट पर शु Dप मR सवI कर के Gला!टंग करता है
।
2. फोटोvाफ शीट :- हवाई फोटोTाफ का काम सीधी रे खा मR होता है । 23×23 से;ट)मीटर क शीट पर
1/15000 मापमान क जो अपरकृत शीट बनती है । उस मR एक से अ8धक Tाम का फोटोTाफ आ जाता
है । अ8धक %े7 के Tाम क शीटR एक से अ8धक होती है । अतएव +लये गये फोटोTाफ मR एक रे खा मR
साठ *तशत तक का ओवरलेप (उभयनठ) हो सकता है । इस को फारवडC ओवरलेप भी कहते ह । ऊपर
और नीचे क रे खाओं क !दशा मR तीस *तशत तक भाग उभयनठ होता है । इसको लेटरल ओवरलेप
कहते ह । भू+म क असमानता तथा हवाई जहाज क उड़ान क सीध एवं नीचा-उँ चा उड़ने के असंतुलन के
कारण एक ह) शीट मR सभी 'थान पर 1/15000 का सह) मापमान का फोटो Tाफ नह)ं बनता है ।
4. मानMचU तैयार करना :- *4येक Tाम का मान8च7 तैयार करने के +लये, परकृत फोटोशीट पर उस
Tाम के वतCमान मान8च7 पर से Tाम क सीमा 8च;हांJकत क जाती है और Jफर 1/4000 क वगCकार
शीट पर परकृत शीट पर से Tाम के इस शीट के भाग का अनुरेखन कायC पR +सल से Jकया जाता है ।
फोटो शीट मR जो रे खा पण
ू C या अपूणC िजस ि'थत मR होती है उसे उसी Dप मR अनुरेखत Jकया जाता है ।
*4येक शीट क चार ओर क मािजCन पर कुछ भाग उभयनठ अथाCत संलन दो फोटो शीट का होता है
अतएव शीट पर मािजCन रे खा खींच कर उभयनठ क गलती को सुधारा जाता है । िजस Tाम का %े7 एक
से अ8धक शीट का होता है , उस Tाम क *4ये क शीट का मान8च7 उपरोतानुसार ह) तैयार Jकया जाता है
। फोटो शीट क मािजCन रे खा पर 50 कड़ी तक के अ;तर को समायोिजत करने का *ावधान Jकया गया है
। य!द इससे अ8धक अ;तर आता है तो फोटो शीट को पुन: परकृत कराया जाता है ।
5. मानMचU का भौ तक स[यापन :- परकृत शीट पर बहुत सीमाये नOन कारण से अपूणC रह जाती ह –
1. िजन सीमाओं पर पेड़ आ!द क छाया होती है उनका फोटो नह)ं आता है ।
प/रभाषा :- ब;दोव'त सवI%ण के yवारा नयत मापमान पर Jकसी %े7 के सभी *कार के आकार को नशा
के Dप मR आव करना है ।
उेVय :- 'थल के अनुसार Hवधमान भौतक ि'थत को 'थल से दरू कह)ं भी समझने और उस के अनुसार
कायC करने का होता है ।
1. नवीनसवI%ण :- Jकसी %े7 का सवI%ण *थम बार ि'थत परवतCन के कारण Jकया जाता है ।
2. संसो8धत सवI%ण :- पव
ू C का मापमान बदल जाने से नये मापमान पर पुन: संसो8धत सवI%ण Jकया
जाता है ।
3. अनुपल
धता :- नशा जो Jकसी भी कारण से अनुपल
ध हो जाय तो ऐसे %े7 का पुन: Hव'तत
ृ सवI%ण
कर नवीन नशा बनाया जाता है ।
4. अ8धक सुधार :- Jकसी %े7 के नशे मR अ8धक परवतCन होने के कारण और अ8धक सुधार करना
संभव न हो तो ऐसे %े7 का Hव'तत
ृ भू – मापन कर नया नशा बनाया जाता है ।
2. उपमुXय प/रम
त अथवा vाम प/रम
त :- यह माला रे खा Tाम सीमा क होती है । *4येक उपयुत
'थान पर चांदा गाड़ा जाता है इसक भी सवI ³योड़लाइट मशीन से क जाती है । इसका भौगो+लक सब;ध
मुय पर+मत से 'थाHपत Jकया जाता है ।
3. उप – प/रम
त :- Hव'तत
ृ भू – मापन Tाम का सह) हो इसके +लये Tाम के %े7 को उपचांदो मR
Hवभािजत Jकया जाता है । इसके +लये आव|यक मा7ा मR उपचांदR गाड़े जाते है । इन उप चांद को
भौगो+लक सOब;ध Tाम सीमा के चांद से 'थाHपत Jकया जाता है ।
4. आयतीकरण (मुरबा तरासी) :- एक से अ8धक शीट वाले Tाम क *4येक शीट का %े7 नि|चत Jकया
जाता है । *4ये क शीट का सह) भू – मापन करने के +लये उसे मुर
ब मे बांटा जाता ह । इस कायC को
आयतीकरण कहते ह और इन रे खाओं को आयत रे खा कहते ह ।
1. संगणक का काय :- संगणक माला रे खा क सवI के अनुसार शीट पर चांदा लाइने कायम कर Hव'तत
ृ
भू – मापन का कायC करने हे तु शीटR तैयार कर के दे ते है ।
3. मापमान :- Tाम क कृHष भू+म का नशा 1/4000 और Tाम क आबाद) भू+म का नशा 1/500 अथवा
1/1000 पर तैयार Jकया जाता है ।
मुXय त®य :- दहाई और पंजा के नशान आयत (मरु
बा) रे खाओं पर चांदा से चांदा अथवा उप – चांदा रे खा
क जर)ब लाइन पर ह) बनाये जाते ह । दहाई और पंजा के नशांन +शकमी लाइन पर नह)ं बनाये जाते है
। ये 8च;ह 'थाई नह)ं होते है । ये इस *कार से खोदे जाते है Jक Tाम का Hव'तत
ृ भू – मापन तथा उसका
पर)%ण कायC पूरा होने तक 'थल पर ये मौजूद रहR । शीट पर भी दहाई और पंजे के 8च;ह पR +सल से
बनाये जाते ह । खाका पर इनका 'याह) से बनाया जाता है ।
उपयोग :- जब जर)ब क 8गनती मR भूल होने क शंका है तो पंजा और दहाई के 8च;ह के आधार पर
जर)ब रे खा क लOबाई जर)ब रे खा को पुन: नापे vबना ात हो जाती है ।
दस
ू रा उपयोग यह है Jक आयतीकरण (मुर
बा तरासी) तथा Hव'तत
ृ भू – मापन के समय इ;ह) 8च;ह
से जर)ब रे खा चलाई जाती है । इन 8च;ह के Hवधमान होने से आधार रे खाओं पर पुन: जर)ब चलाने क
आ|यकता नह)ं होती है । ये चांद क आधार रे खाओं पर 'थाHपत होते है अतएव आधार रे खाओं पर चांद
के पूरक होते है ।
गोदा :- *थम पाँच जर)ब के पहले और Jफर *4येक पंजा और दहाई के आगे जर)ब रे खा पर *4येक तीन
जर)ब क दरू ) पर एक गोल गढा लगभग एक फट _यास का वत
ृ ाकार तथा लगभग छ: इंच गहरा खोदा
जाता है । इस *कार *4येक पाँच जर)ब दरू ) पर Kमश: 3 जर)ब और दो जर)ब के भाग हो जाते ह । यह
8च;ह खाका और शीट पर बनाया जाता है । यह 8च;ह 'थाई नह)ं होता है । Hव'तत
ृ भू – मापन का कायC
पूरा करने और जांच कायC पूरा करने तक इस 8च;ह क आव|यकता रहती है ।
गोदा क उपयोMगता :- मुर
ब तरासी और +शकमी लाइने चलाने मR गोदा का उपयोग होता है । जब कोई
रे खा मुर
बा लाइन से आगे बढ़ाई जाती है और उसका 'थान दहाई अथवा पंजा के बीच मR होता है तो ऐसी
रे खा इन गोद पर से चलाई जाती है । िजस गोदा से रे खा चलाई जाती है उसक दरू ) दब
ु ारा नापने क
आव|यकता नह)ं पड़ती है । दहाई और पंजे के 8च;ह के आधार पर ह) गोदा के 8च;ह क लOबाई ात हो
जाती है ।
़
Hव'तत
ृ भू – मापन के समय +शकमी लाइन से डेढ़ जर)ब दरू ) के ह) आफसेट +लये जाते है । +शकमी
रे खाये इन गोद के आधार पर चलाई जाती है । इस *कार भू-खड के सम'त आफसेट ड़ेढ जर)ब के
अ;दर आ जाते है िजससे सवI कायC मR शीÊता होती है ।
खूंट :- उपल
ध लकड़ी क लगभग ढ़े ड या दो इंच _यास क मोट) तथा लगभग एक फट तक लOबी होती
है । इसका एक भाग नोकदार होता है जो भू+म मR गाड़ा जाता है । ऊपर) +सरा से लगभग छ: इंच नीचे से
लकड़ी को समतल छ½ल कर बनाया जाता है । लकड़ी के इस समतल भाग पर जर)ब क दरू ) डॉट पेन या
लाल या पील) पे+संल से +लखी जाती है । यह खट
ंू ) *4येक दहाई, पंजा, गोदा पर गाड़ी जाती है । और
जर)ब क दरू ) को खूंट) ऊपर) समतल भाग पर +लखा जाता है ।
खूंट का लाभ :- संबं8धत जर)ब रे खा के गोदे , पंजे और दहाई क दरू ) बताती है । िजस पर से अ;य जर)ब
रे खा चलाई जाती है । इनक सहायता से जर)ब रे खा क पहचान आसानी से हो जाती है और सवI कायC मR
शीÊता होती है ।
झ-डी के Gथान का गोला :- जब जर)ब रे खा Jकसी चांदा या उप चांदा के अलग 'थान से *ारOभ और
समाGत होती है तो उस 'थान क प!हचान के +लये लगभग दो फट _यास क वत
ृ ाकार नाल) लगभग छ:
इंच गहर) खोद) जाती है । झडी के बांस के ठ½क नीचे लगभग छ: इंच _यास का एक छोटा गढा खोदा
जाता है ।
झ-डी के Gथान के गोला का उपयोग :- झडी का बांस या लकड़ी उखाड़ लेने के बाद झडी के 'थान क
प!हचान इस 8च;ह से क जाती है । जर)ब रे खा के शुD क झडी के 'थान क प!हचान पंज के 'थान के
8च;ह से क जाती है । जर)ब रे खा आगे चलाने पर जर)ब रे खा के दा!हनी ओर पंजा क भज
ु ा बनाई जाती
है । इससे यह जानकार) +मलती है Jक जर)ब रे खा Jकस ओर से *ारOभ होकर Jकस ओर जाकर समाGत
होती है ।
चोपारा :- Tाम िजसक शीट तीन से अ8धक होती है तो उन शीट क सीमा रे खा का 'थल पर सीमांकन
Jकया जाता है । िजस 'थान पर चार शीट क सीमा +मलती है । उस 'थान पर एक चौपारा खोद कर
बनाया जाता है । यह चौपारा धन के 8च;ह का होता है । 'थल पर उसक चार भुजायR ठ½क उसी !दशा मR
उस जर)ब रे खा के नीचे खोद) जाती है । िजस !दशा मR शीट क सीमा होती है । इसक *4येक भुजा कम
से कम तीन फट लOबी और छ: इंच गहर) नाल) के आकार क होती है । इस 8च;ह को दहाई के 8च;ह से
अलग बताने के +लये इसके बीच भाग मR गढा नह)ं खोदा जाता है । इसका उपयोग मौके पर शीट क
सीमा क जानकार) के +लये होता है । सवI कायC करते समय शीट साथ मR नह)ं रहती है । चौपारा 8च;ह का
आफसेट फ{ड बुक मR +लखा जाता है । शीट पर सवI आधार पर चोपारा बनाया जाता है तो सह) होने
अथवा अ;तर होने का ान होता है । अ;तर होने पर अ;तर को समायोिजत Jकया जाता है ।
खाका :- Hव'तत
ृ भ-ू मापन के +लये *ाGत शीट क *त+लHप एक बादामी कागज पर क जाती है ।
अनुरेखन Hव8ध से बनी यह *त खाका कह) जाती है । इस खाका मR चाद और उप – चांद और उनक
रखाओं का अनुरेखन Àाइग टे बल क सहायता से Jकया जाता है । *4येक Tाम क सम'त शीट का खाका
तैयार Jकया जाता है । इन खाक पर भी Tाम का नाम सीमा के Tाम के नाम शीट Kमांक चांदा Kमांक,
उप चांदा Kमांक +लखते है । यह शीट क सुर%ा के +लये होता है । सवI कायC *ारOभ करने के पहले चांद
क तलाश खाका क सहायता से करते है । खाका पर मुर
बा तरासी क जाती है । मुर
बा क लाइन पर
गोदा, पंजा, दहाई के नशान बनाई जाते है । इसक सहायता से मौके पर मुर
ब को तलासने मR सुHवधा
होती है । खाका के *4येक मुर
ब को Kमांक !दया जाता है । मुर
बा का सवI कायC करते समय *त !दन
चलाई गई जर)ब लाइन का !दनांक फ{ड बक
ु मR +लखा जाता है । फ{ड बक
ु क +शकमी रे खाओं क
तलाश खाका क सहायता से शीÊ हो जाती है ।
कNड़ा :- जर)ब क लOबाई शु बनाये रखने हे तु शु जर)ब से समतल भू+म पर कRड़ा बनाया जाता है । शु
जर)ब को फैला कर आ!द, अ;त और मaय मR सह) *कार से ख!ूं टयाँ गाड़ द) जाती ह और Jफर *त!दन
काम मR लेने वाल) जर)ब को कRड़ो से +मलान कर के शु कर +लया जाता है ।
राइटऐंगल शुP करना :- सवI कायC शुD करने के पहले Jकसी जर)ब रे खा का कोई एक आफसेट *थम आगे
क झडी से और Jफर पलटकर दस
ू र) झडी से +लया जाता है । राइटऐंगल सह) ात होने पर काम
*ारOभ Jकया जाता है अ;यथा राइटऐंगल को सवI *थम शु Jकया जाता है ।
वGतत
ृ भू – मापन का Gथल काय
उ4तर पि|चम के कोना के *थम चांदा से जर)ब चलाई जाती है । चांदा से चांदा को जर)ब चलाते
समय गोदा, पंजा, दहाई के 8च;ह बनाये जाते है और *4येक 8च;ह पर खंट
ू ) गाड़ी जाती है । खंट
ू ) पर
जर)ब क दरू ) को डाटपेन या लाल या नील) पे+संल से +लखा जाता है साथ ह) फ{ड बुक +लखी जाती है ।
Gथल पर शीट क सीमा रे खा कायम करना :- यह कायC उन Tाम का सवI करते समय Jकया जाता है
िजनके +लये एक से अ8धक शीट मR Tाम %े7 आता है । िजस *कार कागज क शीट क सीमा रे खायR
सह) +मल) हुई होती है उसी *कार शीट क सीमा रे खा का +मलान 'थल पर Jकया जाता है । शीट पर
बने चांद और उपचांद क सहायता से भू+म पर शीट क सीमा रे खायR बनाई जाती है ।
ला?टंग काय :- चांदा उपचांदा और शीट क सीमा रे खा के गोदे , पंजे दहाई के 8च;ह को पैमाना और
परकार से नाप कर खाका पर 'याह) से अंJकत करते है Jक;तु शीट पर इन 8च;ह को पR +सल से बनाया
जाता है । 'थल और मान8च7 क जर)ब रे खा मR अ;तर होता है , तो अ;तर का Hवभाजन करने के प|चात
ह) गोदा, पंजा दहाई 8च;ह अंJकत करते है । जर)ब रे खा और 'थल मR अ;तर नह)ं होता है तो ये 8च;ह
सह) 'थान पर अंJकत Jकये जाते ह अ;तर के Hवभाजन का कायC खाका पर नह)ं Jकया जाता है अ;तर होने
पर फ{ड बुक मR भी 'थल क दरू ) के नीचे मान8च7 क दरू ) को +लखते ह।
भू – ख-ड0 क सीमा क सवw का
नयम :- भू – खड क सीमा का नधाCरण एवं इसके भू – मापन का
*ावधान नOन *कार है –
1. सीमा से लगे हुए Tाम का भू – मापन जब एक ह) साथ Jकया जाता है तो दोन भू – मापक yवारा
साथ – साथ कायC कर अपनी अपनी फ{ड बुक +लखी जाती है । Gला!टंग कायC के बाद शीट क
सीमाओं का पर'पर +मलान Jकया जाता है ।
2. जब एक समय मR ह) सवI का कायC अलग – अलग भू – मापक yवारा Jकया जाता है तो पूवC मR Jकये
कये भू – मापन कायC के आधार पर ह) दस
ू रे भू – मापक yवारा भू – मापन कायC Jकया जाता है । इस
*कार पूवC मR कायम Jकये गये गोदे , पंजे दहाई का उपयोग पुन: हो जाता है ।
3. अलग – अलग समय मR भू – मापन कायC Jकया जाय तो एक ह) ब;दोब'त इकाई के Tाम क सीमाये
एक ह) !दशा मR नापी जाती है । फ{ड बुक का +मलान Jकया जाता है Jफर सीमा रे खा का +मलान
Jकया जाता है ।
4. दो ब;दोब'त इकाइय को सीमा हो या दो जांच अ8धकारय के कायC %े7 के Tाम के मaय क सीमा
हो तो शीट के पR +सल) अनुरेखन के साथ %े7 प'
ु तक क उस चांदा रे खा क *त+लHप अव|य भेजी
जाती है । +भ;नता होने पर दोन शीट और फ{ड बुक का +मलान कायाCलय मR Jकया जाता है ।
5. दोन फ{ड बुक मR +भ;नता होने पर दोन भू – मापक और उनके नर)%क yवारा पुन: भू – मापन
कर 'थल का रे खांकन कायC मौके पर Jकया जाता है । दोन नर)%क दोन शीटो पर स4यापन के
*माण मR !दनांक स!हत ह'ता%र करते है ।
फWड बुक का सांधारण :- ब;दोब'त के समय अ8धकार अ+भलेख पूणC नयत Dप मR तैयार Jकये जाने तक
फ{ड बुक सुर%त रखी जाती है । अ8धकार अ+भलेख तैयार करते समय फ{ड बुक क आव|यकता पड़ती
है । अ8धकार अ+भलेख का अि;तम Dप नधाCरत हो जाने के बाद फ{ड बुक नट क जाती है ।
एक से अMधक शीटो वाले vाम क फWड बु3स :- Tाम िजसक शीटR एक से अ8धक होती है । उस Tाम
क चांदा रे खा उपचांदा रे खा शीट क सीमा रे खाओं क फ{ड ब
ु स को िज{द के Dप मR भHवय मR संदभC
के Dप मR काम लेने के +लये रखा जाता है *4येक शीट के आयतीकरण तथा शीकमी रे खाओं क एक ह)
फ{ड बुक क िज{द बनाई जाती है । िजससे उस मR आयत क रे खाओं का संदभC +शकमी रे खाओं के +लये
+मल सके।
सवw काय क शुPता का परFण :- यह कायC दो अ8धकारय yवारा Jकया जाता है । *थम अ8धकार) का
कायC –
1. परताल रे खा चलाकर फ{ड बुक तैयार कर भू – मापन कायC क शुता क जांच क जाती है ।
2. शीट पर बनाई गई भू – खड क सीमाओं का +मलान 'थल क सीमाओं से Jकया जाता है ।
3. परताल रे खा को शीट पर खींच कर, इस रे खा पर +लये गये कटान, आफसेÌस के yवारा सवI कायC क
शुता क जांच क जाती है ।
4. भू – मापक yवारा चलाई गई रे खाओं मR से कुछ रे खाओं का सवI कायC पर)%क yवारा पुन: कर भू –
मापक के सवI कायC क शुता क जांच क जाती है ।
दस
ू रा अMधकार :- यह अ8धकार) *थम अ8धकार) से उच पद का होता है इसका कायC नOन *कार है –
1. *थम पर)%ण अ8धकार) क रे खाओं क 25 *तशत रे खाओं का पुन: पर)%ण करता है तथा अलग से
रे खा चलाता है । इस फ{डबुक के आधार पर शुता क जांच करता है ।
6- स;दभC शीट – सOपूणC नगर क एकमा7 शीट छोटे मापमान मे तैयार क जाती है । इसमे सम'त
शीटो को रे काJकंत Jकया जाता है । *4येक शीट को Kमांक !दया जाता है । इसके yवारा *4ये क शीट
क भौगो+लक ि'थत ात क जाती है ।
7- भोतक स4यापन – भूमापक शीट का भूमापन कायC करने के पहले चादा और उपचादो का भौतक
स4यापन करता है । अनुउपल
ध चादा या उप चादा का *तवेदन भ-ू मापक अ8धकार) को दे ता है ।
ऐसे अनुउपल
ध चादो और उप चादो क पुन: 'थापना हो जान के पशचात भूमापक सवI का कायC
पूणC करता है ।
8- खाका- भू मापक मूल शीट पर से कोरे कागच पर एक खाका ªे स कर लेता है । इस खाका मे चादो
और उपचादो को +मलाने वाल) रे खाए भी ªे स कर ल) जाती है । इसक सहायता से भूमापक चादो
और उपचादो क पहचान 'थल पर करता है ।
10- कायC *णाल) – भू-मापक चादा से चादा और चादा से उपचादा को जर)ब रे खा को चलाकर भूमापन
कायC करता है ।
11- राईट ए;गल गोदा रे खा – जो रे खा जर)ब रे खा पर से राईट ए;गल के आधार पर आगे को बडाई जाती
है । उसे राईट ए;गल गोदा रे खा कहते है । यह गोदा तब 'थाHपत Jकया जाता है – जब Jकसी गल)
आ!द मे उपचादा नह) होता है । इस गोदा का नमाCण वापसी रे खा के आधार पर होता है । अथाCत कोई
भी लOबा आफसेट जर)ब के गोदा 'थल से +लया है और इस आफसेट के 'थान पर गोदा कायम
करके आगे के जर)ब वाला जर)ब और आफसेट के गोदा के वापसी का +मलाऩ करता हुआ जर)ब को
आगे बडाता है । इस *कार मूमापक भूमापन कायC पण
ू C करता है ।
12-तीन अंकय गोदा रे खा – इस *कार के गोदा का नमाCण जर)ब रे खा पर से Jकया जाता है जर)ब रे खा
के Jकसी एक 'थान से एक आफसेट +लया जाता है । और Jफर जर)ब रे खा के Jकसी दस
ू रे 'थान से
आफसेट क सीध मे जर)ब चलाई जाती है । जर)ब वाला वापसी के +सांत के अनुसार आफसेट 'थान
और जर)ब रे खा के दस
ू रे 'थान का +मलान करता हुआ जर)ब को आगे चलाता है । इस रे खा के दाये
बाये के भवनो का मापन कायC भूमापक करके फ{ड बुक तैयार करता है ।
इस Hवधी मे दो 'थान जर)ब रे खा पर तथा एक 'थान आफसेट का होता है । इनको समझने के +लये
फ{ड बुक मे अंक और अ%र जो !दये जाते है को +लखा जाता है ।जब मकानो क Hपछल) द)वाले
पीछे के मकानो से +मल) होती है इस कारण उनका मापन करने के +लये जर)ब चलाने का कायC संभव
नह) होता है । तो जर)ब रे खा पर मौके क ि'थत के अनुसार राइटऐंगल गोदा लाइन अथवा तीन
अंकय गोदा लाइन के yवारा भू-मापक सवI कायC पूरा करता है ।
13- गोदा लाइनो के आफसे¯स - मकानो का भूमापन कायC करने मे जर)ब रे खा से छ: मीटर तक के
आफसेÌस लेने का *ावधान है अतएव राइटऐंगल गोदा और तीन अंकय गोदा लाईन का आफसेटस
लेने का *ावधान है । अतएव राइटऐंगल गोदा और तीन अंकय गोदा लाइन का आफसेट छ: मीटर से
अ8धक का नह) +लया जाता है । आफसेट क ;यूनतम दरू ) 25 से 50 से;ट)मीटर मा;य क गई है ।
14- फWड बुक लखना – एक शीट के +लये फ{ड बुक के छपे फाम क एक िज{द तैयार क जाती है ।
फ{ड बुक के मुय पृ ट पर शीट का मापमान नगर,मोह{ला वाडC का नाम कायC करने का वषC +लखा
जाता है । कायC करने का !दनांक *त!दन +लखा जाता है और मूमापक ह'ता%र करता है । फ{ड बुक
'याह) से +लखी जाती है । %े7 पु'तक के *ारOभ मे *त!दन चलाई जर)ब रे खाओ का सं%ेप लगाकर
भू मापक ह'ता%र करता है । शीट का काम समाGत होने पर एक सं%ेप लगाया जाता है और उसमे
चादा उपचादो गोदो को अ%रो के अनुKम से अथवा Kमांको से +लखकर उनके सामने उन Kमांको के
पृ ठ +लखते है िजनके आधार पर जर)ब रे खाए चलाई गई है । और फ{ड बुक +लखी गई है ।
1- भूखड क बाहर) सीमा क द)वाल के कोनो तथा झुकाओ के आफसेट +लये जाते है ।
2- भू-खड का घे रा लकडी वगैरह का हो तो ि'थतअनुसार नाप ल) जाती है ।
3- भवनो क नाप उनके 'वा+मयो के 'वा+म4व के अनुसार क जाती है ।
4- कचे चबूतरो क सीमा को फ{डबुक और शीट मे vब;द ु रे खा से बताया जाता है ।
5- अतKमण के भवनो के पके और कचे चबूतरो को vब;द ु रे खा से फ{डबुक और शीट मे दशाCया
जाता है । तथा शीट मे ऐसे भाग को पथ
ृ क Kमांक नह) !दया जाता है ।
6- भवनो के छजो और बालकनी जो गल) या सडक या मागC के ऊपर बने होते है को vब;द ु रे खा से
नाप के अनुसार बनाया जाता है ।
7- भवन के *वेश करने के +लये सडक या मागC के ऊपर बनाये गये रपटे या खडी सीडीयो को नापकर
vब;द ु रे खा से फ{ड बुक और शीट पर बनाया जाता है ।
8- पके और कचे कुओ क बाहर) सीमा के आफसेट +लये जाते है । कुआ के 'थल क ि'थत
वत
ृ ाकार के तीन आफसेट ,तीन और +लये जाते है । उनके आधार पर शीट मे तीन vब;द ु रे खांJकत
करके अधC _यास के आधार पर चौथा vब;द ु रे खाJकंत Jकया जाता है । चादा कस से कुआ क आकृती
शीट पर वत
ृ ाकार बनाई जाती है ।
9- सडक या मागC या खल
ु ) सावCजनक भू+म मे खडे बडे व%
ृ ो के तने के आफसेट लेकर उ;हे शीट पर
रे खाJकंत करके अलामात बनाई जाती है ।
ला?टंग काय – *त!दन जो भूमापन कायC Jकया जाता है उसका Gला!टंग कायC उसी !दन Jकया जाता
है ।शीट पर Gला!टंग कायC करते समय शीट क 'वछता बनाये रखने के +लये शीट के शेष भाग को मोटे
कागच से अथवा Gलाि'टक से ढक कर रखा जाता है । Gला!टंग कायC *ारOभ करने के पहले करते समय
हाथो को साबुन पानी से अछ½ तरह धो +लया जाता है । इससे शीट मे Jकसी *कार का दाग या ध
बा नह)
लगता है ।
मािजन मलान – Gला!टगं कायC पूरा हो जाने पर आपस मे सOब;ध शीटो के मािजCन पर बने अधूरे भू-
खडो क मेड रे खाओ का +मलान Jकया जाता है। +मलान मे अ;तर +मलने पर फ{ड बुक के माaयम से
अ;तर को शु Jकया जाता है ।
सीमा मलान – शीट का पूरा Gला!टंग कायC पूणC हो जाने पर भूमापन शीट पर बनी मेड रे खाओ का +मलान
'थल क मेड रे खाओ से Jकया जाता है । अ;तर +मलने पर फ{ड बुक के माaयम से शु Jकया जाता है ।
FेUफल क गणना – %े7 के गणना का कायC वगC मीटरो मे अलग अलग दो भूमापको yवार कंघी ओर
परकार से भी कराया जाता है । दोनो क %े7फल गणना मे अनुमत सीमा से अ8धक अ;तर होता है तो
तीसरे भूमापक से गणना कराकर %े7फल को शु Jकया जाता है । भू-खडो के %े7फल क गणना के +लये
अनुमत अ;तर का Hववरण नOन *कार है
Kमांक भूखडो के %े7फल क सीमा अनुमत योय अ;तर (%Oय 7ु!ट )
1 10 वगC मीटर तक 0.50 वगC मीटर
2 10 वगC मीटर से ऊपर 50 तक 1.00 वगC मीटर
3 50 वगC मीटर से ऊपर 100 तक 2.00 वगC मीटर
4 100 वगC मीटर से ऊपर 200 तक 3.00 वगC मीटर
5 200 वगC मीटर से ऊपर 500तक 4.00 वगC मीटर
6 500 वगC मीटर से ऊपर 1000 तक 8.00 वगC मीटर
7 1000 वगC मीटर से ऊपर 2000 तक 10.00 वगC मीटर
8 2000 वगC मीटर से ऊपर तक 15.00 वगC मीटर
परFण काय –भू-मापन के *4ये क कायC का पर)%ण भूमापक से ऊपर के पद के दो अ8धकारयो yवारा
नधाCरत *तशत मे Jकया जाता है ।
1- थम अMधकार – यह भूमापन कायC क जर)ब रे खा को उसी *कार चलता है िजस *कार भूमापक ने
चलाया था । *4येक आफसेट कटान और जर)ब रे खा क दरू ) क जाँच करता है । जो भी अशुता
+मलती है उसे काटकरर शु *Hविट लाल 'याह) से +लखता है और अपने ह'ता%र करता है ।
2- शीट मे बनाई गई सीमा रे खाओ का +मलान भूखडो क सीमाओ से करता है ।
3- मौके पर चलाई गई जाँच लाईन को शीट पर रे खांJकत करके शुता क जाँच क जाती है । जाँच मे
भूखड क सीमा मे परवतCन +मलता है तो नवीन सीमा रे खाओ को शीट पर पR +सल क रे खा से
बनाया जाता है । पूवC क अशु रे खा को पे+संल क रे खा से X (Kास) कर काटा जाता है । रबड से
+मटाने पर शीट गंद) होती है । अतएव इंJकग का कायC परू ा करने के बाद अशु रे खाओ को +मटाया
जाता है ।
4- जाँच रे खा के अतरत अ;य रे खाओ और उन पर आधारत Gला!टंग कायC क भी जाँच क जाती
है ।
दस
ू रा अMधकार –
प/रFण पंजी (फद पडताल) – अलग अलग 'तर के अ8धकारय yवारा Jकये गये जाँचो के परणाम को
नधाCरत पंजी मे +लखा जाता है । भूमापन कायC क शुता और आदे श का पालन करने का नदI श इस पंजी
मे !दया जाता है । दस
ू रे अ8धकार) yवारा जाँच कायC करते समय दस
ू रा अ8धकर) यह भी जाँच करता है Jक
*थम अ8धकार) के नदI श का पालन हुआ है अथवा नह) । इस कायC हे तु दस
ू रा अ8धकार) मौके क भी जाँच
करता है ।
अMधकार अभलेख (ROR- Record Of Rights):- म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 क धारा 108 के
*ावधान व नयम के तहत राज'व सवI%ण के दौरान *4येक Tाम का नशा व खसरा, पथ
ृ क-पथ
ृ क Dप से
तैयार Jकये जाते है , िज;हे उस Tाम के +लए अ8धकार-अ+भलेख कहा जाता है । ये अ+भलेख अगले राज'व
सवI%ण (ब;दोब'त) तक क अव8ध के +लये उस Tाम के अ8धकार-अ+भलेख के Dप मR जाने जाते है ।
धारा- म.*. भू-राज'व सं!हता 1959 क धारा 108 के *ावधान के तहत *4येक Tाम के +लये पथ
ृ क-पथ
ृ क
अ8धकार-अ+भलेख तैयार Jकया जाता है । अ8धकार-अ+भलेख के अ;तगCत उस Tाम क सम'त नजी एवं
शासकय भू+म को सिOम+लत Jकया जाता है ।
नजी भू+मय के धारक yवारा नOन+लखत चार 'व4व के तहत भू+म धारण क जाती है ः-
(1) भू+म'वामी
(2) शासकय प²े दार
(3) भू-दान धारक
(4) सेवा खातेदार या Tाम नौकर
अ8धकार-अ+भलेख मR शासकय भ+ू मय को उनके उपयोग के अनुसार +भ;न-+भ;न मद (Heads) के
Dप मR दशाCया जाता है – जैसे चरनोई, काHवल का'त, बीहड़, मरघट, रा'ता , नाला, नद), कद)म, जंगल
आ!द ।
(क) सम'त धारक (भ+ू म'वामी, शासकय प²े दार, भ-ू दान धारक, सेवा खातेदार) के नाम, उनके
_दारा धारत सवI%ण संयांक या भू-खंड संयांक तथा उनके +सं8चत या अ+सं8चत %े7फल
क जानकार) ।
(ख) सम'त मौDषी कृषक के नाम, उनके _दारा धारत सवI%ण संयांक या भू-खंड संयांक
तथा उनके +सं8चत या अ+सं8चत %े7फल क जानकार) ।
(ग) ऐसे _यितय के अपने-अपने !हत का *कार तथा उनक सीमा और उनसे
संलन शतI या दाय4व, य!द कोई ह;
(घ) ऐसे _यितय _दारा दे य लगान या भू-राज'व, य!द कोई हो; और
(ड.) ऐसी अ;य Hव+शिटयाँ जो Jक Hव!हत क जाएँ ।
3. उत अ8धसच
ू ना मR , अ8धकार-अ+भलेख तैयार करने के +लए राय सरकार _दारा *ा8धकृत
अ8धकार) का उ{लेख भी Jकया जाएगा ।
4. अ8धसूचना के जार) होने एवं *काशन के बाद *ा8धकृत अ8धकार) पटवार) से *Dप ‘क’ मR एक
पंजी बनवाएगा िजसमR पटवार) yवारा जाँच-पड़ताल के आधार पर *ाGत सभी अपे %त
जानकारयां दजC क जाएगी ।
5. य!द पंजी मR दजC क जाने के +लए *'ताHवत Jकसी भी *Hविट के संबंध मR कोई Hववाद हो
तो पटवार), HववादT'त मामल क पंजी, *Dप ‘ग’ मR Hववाद के
यौरे +लख लेगा
6. जब *Dप ‘क’ और ‘ग’ वाल) पंिजयाँ भर जाएँ, तब पटवार), अ8धकार अ+भलेख तैयार करने के
+लए *ा8धकृत अ8धकार) को इसक सूचना दे गा। *ा8धकृत अ8धकार), अ8धकार-अ+भलेख मR
*Hविटय को अंतम Dप दे ने के +लये तार)ख और 'थान नयत करे गा ।
7. (1) पटवार) उन सम'त _यितय को, जो उसे अ8धकार-अ+भलेख क *Hविटय मR !हत
रखते ह, अ8धकार-अ+भलेख तैयार करने के +लए *ा8धकृत अ8धकार) के सम% अपने !हत के
संबंध मR *तन8ध4व करने के +लए उपि'थत होने क तार)ख क सूचना _यितशः दे गा ।
(2) संबं8धत गाँव मR उदघोषणा जार) क जाएगी िजसके _दारा उन सब _यितय को, िजनका
अ8धकार-अ+भलेख क *Hविटय मR !हत हो, आमंv7त Jकया जाएगा तथा इसक डडी Hपटवा
कर घोषणा क जाएगी और उसे Tाम पंचायत के कायाCलय मR तथा चौपाल या गुडी या
सावCजनक समागम के अ;य 'थान मR भी लगा !दया जाएगा ।
11. त4प|चात ् उत अ8धकार), अ8धकार-अ+भलेख (*Dप ‘क’ क पंजी) मR खाल) छोड़ !दए गए
खान से संबं8धत *Hविटयाँ करे गा तथा उसके *तीक 'वDप सं%Gत ह'ता%र करे गा ।
12. जब Jकसी गाँव का अ8धकार-अ+भलेख पूरा हो जाए, तब उसे तैयार करने के +लए *ा8धकृत
अ8धकार) Hव!हत र)त से उyघघोषणा जार) करे गा िजसमR वह अ8धकार-अ+भलेख के तैयार होने
क सच
ू ना सब _यितय को दे गा और उसमR !हत रखने-वाल) सभी _यितय को इस बात के
+लए आंमv7त करे गा Jक वे उसका नर)%ण कर सकते ह और य!द चाहR तो उसमR क गई
Jकसी भी *Hविट के संबंध मR कलेटर को अपील कर सकते ह । अपील के *योजन के +लए
ऐसी उyघघोषणा क तार)ख *Hविटय के स8ू चत Jकए जाने क तार)ख समझी जाएगी ।
13. इस *कार *4येक Tाम के +लये तैयार Jकये गये अ;तरम अ8धकार अ+भलेख क दो 'वछ
*तया तैयार क जायेगी, िजनमR से एक *त िजला रकाडC Dम मR सरु %त रखी जायेगी एवं
दस
ू र) *त पटवार) को चालू रकाडC के Dप मR उपल
ध करा द) जायेगी ।
अMधकार-अभलेख का नKटकरणः - म.*. भू-राज'व सं!हता 1959 क 108 (2) के अनुसार उपधारा
(1) मR वणCत अ8धकार-अ+भलेख [राज'व सवI%ण] के दौरान या जब कभी भी राय सरकार, अ8धसूचना
_दारा, ऐसा नदI श दे , तैयार Jकया जाता है । अतः अगले राज'व सवI%ण का अंतम *काशन हो जाने के
प|चात ह) पूवC के अ8धकार-अ+भलेख को नट Jकया जाता है । यह अव8ध बंदोब'त अव8ध कहलाती है ।
र-नJब/रंग सूचीः-
Jकसी भी %े7 का सवI का *ारं +भक तौर पर तैयार Jकये गये नशे मR , उसके 'व4व व मौके क
ि'थत का +मलान करते हुए नOबर नधाCरण क कायCवाह) क जाती है । इस कायCवाह) मR नशे को
पुनCKमांJकत Jकया जाता है । इस *कार नशे मR डाले गये नये नOबर (हाल नOबर) व पुराने नOबर
(साvबक नOबर) क एक सूची तैयार क जाती है , िजसमR नशे के *4येक नये नOबर का नमाCण , Jकन-
Jकन पुराने सवI नOबर या उसके अंश भाग से हुआ है , का Hववरण दजC Jकया जाता है , िजसे र)-नOबरंग
सूची या हाल साvबक नOबर सूची कहा जाता है । इस सूची का *ाDप नOनानुसार है ः-
Kमांक हाल नOबर साvबक नOबर
1 2 3
बंदोव'त को दौरान तैयार क गई इस र)-नOबरंग सूची का उपयोग Hववाद के नराकरण मR Jकया
जाता है । इस सूची से यह पता लगता है Jक बंदोव'त के बाद तैयार Jकया गया कोई सवI नOबर बंदोव'त
के पव
ू C के नOबर के Jकन-Jकन सवI नOबर या उसके अंश भाग से न+मCत है । इस *कार नये व पुराने
नOबर का +मलान कर नशे क जांच क जा सकती है एवं उ4प;न हुई 7ु!ट या Hववाद का नराकरण Jकये
जाने मR सुHवधा रहती है ।
अ!याय-11
फसल 8गरदावर) Jकसान yवारा उगाई गई फसल को अ+भलेख मR अ+भ+लखत करने क *JKया
है । यह जानकार) राय सरकार और कR सरकार दोन के +लए नीत नयोजन के +लए आव|यक है । कृषक
के +लये भी यह जानकार) अ4य;त उपयोगी है , िजसमR फसल बीमा, Jकसान KेÁडट काडC, फसल ऋण व
कृHष के +लये अ;य ऋण सरकार के ;यूनतम समथCन मू{य योजना के तहत कृHष उपज क भावा;तर
योजना जैसी मू{य सम8थCत सेवाओं/ योजनाओं के तहत लाभ *ािGत हे तु, आरबीसी के *ावधान के अ;तगCत
फसल हान क ि'थत मR राहत *ाGत करने के +लये कृHष, बागवानी, रे शम आ!द Hवभाग क योजनाओं के
लाभ *ािGत के +लये फसल 8गरदावर) के आकंड़े अ4य;त मह4वपूणC है ।
अत: आव|यक है Jक फसल 8गरदावर) एक चरणब कायCKम के तहत फसल के +लये नधाCरत
समय अनुसार पूणC +सता से कराई जा सके। राज'व Hवभाग yवारा 8गरदावर) के +लए *JKया को अपनाए
जाने के +लए नOन+लखत !दशा-नदI श जार) Jकए गए ह।
तालका-1
3 'थायी/बारहमासी व%
ृ फसल/फल के बगीचे/लकड़ी, आम, अमDद, नील8गर),
लुगद) आ!द के +लए उगाए गए सागौन, शहतूत आ!द।
पेड़।
तालका-2
. मौसम अवMध
i. कृHष फसलR।
ii. बागवानी फसलR- फूल एवं फल के बगीचे साक भाजी क स
जी आलू, Gयाज,
टमाटर,लहसुन, धनया-+मचw आ!द ।
v. फसल का *कार जैसे मटर स
जी है या दलहन, धनया बीज है या प4ती, Gयाज हर)
या बीज या गांठ आ!द चना दे सी या गुलाबी, ग;ना/काटा गया या बोया गया।
c. +म8uत फसल और सहरोपण के मामले मR *4येक फसल yवारा कवर Jकए गए %े7 का
*तशत _यितगत फसल के तहत %े7 क गणना करने और खेती के तहत सकल / शु
%े7 क गणना मR 7ु!टय को रोकने मR मदद के +लए दजC Jकया जाएगा।
f- 'थायी/बारहमासी फसल क मामले मR, फसल खड़े रहने क पुिट वषC मR एक बार क
जाएगी। य!द खेत को साफ कर !दया गया है या अ;य फसल लगा द) गयी है तभी नवीन
*Hविटयां क जावRगी।
g- खेत के मेड़ पर उगाए जाने वाले पेड़ या फसल को फसल के Dप मR नह)ं माना जाएगा
और फसल के Dप मR दजC नह)ं Jकया जाएगा। हालांJक मेड़ पर उगाए जाने वाले पेड़ खसरा
के काँलम नOबर 12 मR दजC Jकए जाएंगे।
b. उगाए गयी फसल के अलावा नOन+लखत जानकारय को 8गरदावर) के दौरान दजC Jकया
जाएगा और खसरा के कांलम संया 12 मR *Hवट Jकया जाएगा -
i. मेड़ पर उगाए गए पेड़ क संया य!द यादा (10 से अ8धक) है । य!द अगर उनक
संया कम है तो अ+भलेखन करने क बाaयता नह)ं है ।
4- पंप के +लए उजाC का uोत या है - डीजल पंप, सोलर, vबजल) आ!द (Hवyयुत
कनेशन संया क आव|यकता नह)ं है )
c. भू+म पर मौजूद संरचनाएं जैसे पंप हाउस / मोटर, फारम हाउस, 'टोरे ज गोदाम, मवेशी
इ4या!द के +लए शेड।
d- य!द जमीन का इ'तेमाल डेयर) फामC, पो{ª) फामC, मछल)पालन,रे सम(सेर)क{चर) इ4या!द के
+लए Jकया जा रहा है तो उसका Hववरण।
6. कृष योजन0 क भूम पर फसल नहं उगाने क िGथ
त मN फसल Mगरदावर:-
a. य!द जमीन पर कोई फसल उगाई नह)ं जाती है तो उसे “कोई फसल नह)ं” के Dप मR दजC
Jकया जाएगा।
b. चालू वषC क पडत भू+म क अलग से *Hविट करने क आव|यकता नह)ं है यJक यह
जानकार) साटवेयर yवारा 'वत: गणना कर ल) जावेगी।
c. िजस भू+म पर खर)फ और रबी दोन मौसम के +लए फसल नह)ं उगाई जाती है , उसे चालू
वषC क पडत के Dप मे माना जाएगा।
d- लगातार तीन साल या उससे अ8धक के +लए भू+म चालू वषC क पड़त के Dप मR दजC क गई
है , तो पटवार) को यह पता लगाना होगा Jक या भू+म अभी भी कृHष *योजन के +लए
उपयोग क जा रह) है या इसे Jकसी अ;य कृHष +भ;न आशय के मद मR बदल !दया गया
है । य!द जमीन का उपयोग कृHष +भ;न आशय मR हो रहा है तो पटवार) भू-राज'व के
पुनमू{
C याकंन के +लये *करण तैयार कर संबं8धत अनुHवभागीय अ8धकार) राज'व के
;यायालय मR *'तुत करे गा।
e- य!द Jकसी भी भू+म को कृHष गैर-उदे |य मे बदल !दया गया है लेJकन कृHष *योजन के +लए
म{
ू यांकन Jकया जा रहा है , तो भू-राज'व के पुनमू{
C यांकन *करण के पंजीकरण के +लए
आवेदन तैयार Jकया जाएगा और अनुHवभागीय अ8धकार) (राज'व) को पटवार) yवारा *'तुत
Jकया जाएगा।
b. पटवार) भू+म उपयोग मR या भ+ू म के भाग िजसके +लए अनुमत द) गई थी, मR Jकसी भी
बदलाव के Hववरण को दजC करे गा।
c. य!द उत vब;द ु अनुसार भू+म उपयोग बदलाव का उ{लंघन पाया जाता है तो पटवार)
आव|यक कायCवाह) के +लए अनुHवभागीय अ8धकार) (राज'व) को Hववरण के साथ रपोटC
*'तत
ु करे गR।
c. य!द Jकसी कृषक yवारा जो लघु और सीमा;त कृषक क uेणी मR आता है तब उसके yवारा
अतKामक %े7 मR बोयी गई फसल को उसके खाते क भू+म से जोड़ने पर उसक uेणी क
सीमा से अ8धक भू+म नह)ं होती है तो उसे फसल हान पर मुआवजा *ाGत करने के *ावधान
आरबीसी 6-4 मR है ।
ii- कृषक yवारा यह 'वघोषणा आयुत भ-ू अ+भलेख yवारा इस उµे|य के +लए Hवक+सत
Jकए गए ऐप/साटवेयर या नधाCरत वेवसाइटया कोल सRटर के माaयम से आँनलाइन
आवेदन जमा करके, कर सकता है।
c. पटवार) yवारा सूचना का स4यापन:- पटवार) Jकसान yवारा %े7ीय स4यापन yवारा *दान क
गई जानकार) को मा;य करे गा। अगर Jकसान yवारा *दान क गई जानकार) सह) नह)ं है तो
पटवार) आव|यक संशोधन कर सकता है ।
d. पटवार) yवारा 8गरदावर) से संबं8धत जानकार) का स4यापन एवं ऐसी भू+म क 8गरदावर)
िजसके +लए कृषक दवारा उगाई गई फसल क सूचना नह)ं द) है या 'व-घोषणा नह)ं क है -
ii- जहां भी कृषक yवारा *दान क गई जानकार) मR संशोधन Jकए जाते है तो संशो8धत
जानकार) कृषक को यथासंभव *दान क जाएगी।
iv. ऐसी भ+ू म िजसके +लए कृषक yवारा कोई 'व-घोषणा नह)ं क गई है या उगाई गई
फसल के Hववरण क सच
ू ना नह)ं द) है , क 8गरदावर) पटवार) yवरा सOप;न क
जावेगी।
v. पटवार) को उगाई गई फसल के अ+भलेखन शुD करने के +लए Jकसान yवारा 'व-
घोषणा के +लए नधाCरत त8थ का इंतजार नह)ं करना है । पटवार) yवारा Jकसान
क 'व-घोषणा के पूवC भी उगाई गई फसल क जानकार) दजC कर सकता है । ऐसी
परि'थतय मR य!द Jकसान भी 'व-घोषणा करना चाहे तो वह भी 'व-घोषणा कर
पाएगा।
ii. य!द कोई दावा ओर आपि4तयां *ाGत होती है , तो तहसीलदार जाँच उपरा;त पटवार)
yवारा *दान क गई जानकार) मR बदलाव कर सकेगा।
iii. तहसीलदार के +लए उन सभी *करण के +लए जांच करना अनवायC होगा जहां
Jकसान yवारा *दान क गई जानकार) पटवार) yवारा *दाय क गई जानकार) मR
+भ;नता है ।
iv. तहसीलदार yवारा संशो8धत सूची को अंतम माना जाएगा और उगाई गई फसल का
Hववरण भू+म अ+भलेख मR दजC Jकया जाएगा और इसे अंतम *Hविटय के Dप मR
माना जाएगा। इसके बाद जानकार) मR कोई बदलाव नह)ं Jकया जाएगा।
तालका-3 10.
नधा/रत
तMथयाँ
Mगरदा
वर
. मौसम कृषक वारा पटवार दवारा मौका दावे आपि[त भू-अभलेख0
के
Gवघोषणा स[यापन आमंUण एवं
नपटारा मN अं
तम
दौरान
विKट
एकU
करना त
जान
1 खर)फ 25 जल
ु ाई 5अग'त 25अग'त 30 अग'त
कार
2 रबी 25 नवOबर 5!दसOबर 25 !दसOबर 30 !दसOबर पर
क
3 जायद 25 अ*ैल 5 मई 15 मई 20 मई जाने
वाल
कायवाह:-
नOन परि'थतय मR स%म *ा8धकार) कानून के अनुसार आव|यक कायCवाह) करR गे-
i. िजला कलेटर और अ;य राज'व अ8धकार) फसल 8गरदावर) के दौरान एकv7त डेटा
क *गत और गुणव4ता क नगरानी करR गे।
ii नीचे द) गई ता+लका अनुसार अ8धकारय yवारा फ{ड नर)%ण Jकया जाएगा-
तालका-4
. अMधकार राजGव
नरFक तहसीलदार अनुवभागीय अधीFक
अMधकार राजGव भू-अभलेख
iv. सूचना संTह के Hव+भ;न *ाDप और *JKया को आयुत भ-ू अ+भलेख yवारा नधाCरत
Jकया जाएगा।
उपरोतानुसार पटवारय yवारा एकv7त क जाने वाल) जानकार) केवल इस उµे|य के +लए
आयुत भ-ू अ+भलेख yवारा नधाCरत Jकए गए ऐप का उपयोग करके क जाएगी।
अ!याय - 12
फसल पूवानम
ु ान (मौसम तथा फसल
तवेदन)
मह4व :-पूवाCनुमान का नधाCरण भारत सरकार दे श क खाyयान नीत नधाCरत करने मR फसल पूवाCनुमान
का अ4यंत मह4वपूणC योगदान है। फसल पूवाCनुमान _यापारक , वाणय खाyय नीत के अंतगCत आयात
एवं नयाCत तथा कृHष उपज फसल क ि'थतय का ान और कृषक के +लये लाभकार) योजनाएं जैसे
हरतKाि;त तथा +सचाÇ से होने वाले उ4पादन मR परवतCन से +सचाई योजनाएं तैयार करने मR इनके
ऑकड़ का उपयोग Jकया जाता है ।
राय मR कुल 44 फसलो के 93 पुवाCनुमान तथा 4 अ8Tम पूवाCनुमान तैयार कर पटवार) पूवाCनुमान क जानकार)
रा.न को उपल
ध करायRगे तथा रा.न. िजले के अ8ध%क भू-अ+भलेख को *'तुत करR गे एवं अधी%क भू-
अ+भलेख आयुत भ-ू अ+भलेख के माaयम से संचालक कृHष को भेजे जाएंगे संचालक कृHष भोपाल yवारा
भारत सरकार को भेजे जाते है ।
थम पुवानुमानः-
तैयार करने मR चालू वषC मR फसल के अ;तगCत बोया गया अनुमानत %े7फल तथा फसल क बोनी के
समय मौसम क ि'थत तथा फसल क सामा;य दशा एवं संभावानाओं का उ{लेख Jकया जाता है *थम
पुवाCनुमान मR गत वषC के त4'थानीय पूवाCनुमान के अनुमानत %े7फल से तुलना क जाती है । तुलना के
अनुसार %े7फल मR कमी या व
ृ ी का कारण प7क मR अंJकत करना चा!हए तथा होने वाल) कमी वेशी का
कारण बतलाया जाता है । यह पुवाCनुमान राज'व नर%क yवारा पटवार) से *ाGत जानकार) कृषक से
पूछताछ तथा 'वयं मौके का नर)%ण के उपरांत तैयार Jकया जाता है एवं वषC भर मR भेजे जाने वाले
सम'त पूवाCनुमान को राज'व नर)%क एक पंजी मR दजC करR गे ।
वतीय , तत
ृ ीय , चतुथ पुवानुमान :-
अिHतम पुवानुमान :-
अंतम पुवाCनुमान मR Hवगत वषC के वा'तHवक %े7फल से चालू वषC के अनुमानत %े7फल से तुलना
क जाती है । अ;तर 10 *तशत से अ8धक या कम होने पर कारण दशाCया जाता है । मौसम के अनुकूल
*भाव का Hववरण भी !दया जाता है तथा फसल क कटाई समय पर या दे र) क जानकार) भी दजC क
जाना चा!हए ।
अंतम पुवाCनुमान फसल कटाई *योग एवं वा'तHवक %े7फल के आधार पर तैयार Jकये जाएंगे।
फसल पुवाCनुमान मR सबसे मह4वपूणC बात प7क के खाना Kमांकं 7 मR दशाCयी जाने वाल) अनुमानत उपज
(पैदावार) का है , जो ने7ाकंन से संब8धत फसल क ि'थत को aयान मR रखकर +लखी जाती है । पैदावार
को पैस मR अंJकत कर +लखा जाता है जो नधाCरत पैदावार है । फसल क आनावार) पूवाCनुमान के प7क मR
रा.न. म. क अलग अलग अंJकत क जाती है । रा .न.के +लए *प7
1 2 3 4 5
आनावार) का स7
ु = अनुमानत %े7फल X अनुमानत आनावार)(पेसां मR ) का *गतशील योग
अ8Tम पूवाCनुमान तैयार कर भेजने क अंतम त8थ मौसम खर)फ मे 15 +सतOबर एवं मौसम रबी मे 15
फ़रवर) तक भेजना है
अ!याय- 13
राय क कृHष अथC_यव'था एवं नीत नधाCरण मे कृHष पदाथr के भाव का Hवशेष मह4व है । राय सरकार
को ;यूनतम मजदरू ) अ8धनयम बनाने एवं कृHष मजदरू क आ8थCक ि'थत मR सुधार लाने हे तु कृHष
मजदरू क मजदरू ) एवं Tामीण फुटकर बाजार भाव के ऑकड़ क आव|यकता होती है ।
vामीण FेUीय भाव :- नधाCरत कृHष पदाथ का कृषक yवारा मडी मR या हाट बाजार आ!द मR अपनी
अ8धकतम उपज HवKय करता है । वह Tामीण *%े7ीय भाव कहलाता है । इसमR _यापार) के रख रखाव के
साथ दलाल) ,कमीशन ,बारदाना आ!द *ासं8गक _यय शा+मल नह) होता है ।
*4येक िजले मR Tामीण *%े7ीय भाव के 10 के; बनाये गये है *4येक िजले के +लये मौसम वार
फसल नधाCरत है एवं उनके भाव भेजने क समयव8ध भी नधCरत है । नधाCरत के; के पटवार) yवारा
*4येक शुKवार को प7क तैयार कर अधी%क भू-अ+भलेख को भेजे जावेगे तथा अधी%क भू-अ+भलेख जांच
उपरांत अगले शुKवार तक 10 के;दो के भाव को इकजाई कर औसत नकालकर इकजाई प7क तैयार कर
आयुत भ-ू अ+भलेख कायाCलय को भेजRगे ।
चयनत तहसील मे थोक भाव/ फुटकर भाव के कR नधाCरत है , िजसमे चयनत पदाथr के भाव का
संकलन Jकया जाता है ।
प/रशKट -4
पटवार वारार अधीFक, भू-अभलेख को FेUीय भाव भेजे जाने का ारं भक पU
Kमांक कृHष पदाथC का नाम Jक'म भाव *त िवटल (Dपये और पैस मR कैJफयत
1 2 3 4 5
!टGपणी :- भाव मR गत सGताह से 10% से अ8धक उतार-चढ़ाव का कारण कैJफयत के खाने मR दजC करR ।
प/रशKट -6
!टGपणी :- भाव मR गत सGताह से 10% से अ8धक उतार-चढ़ाव का कारण कैJफयत के खाने मR दजC करR ।
थोक भाव :- कृHष पदाथC के भाव एक _यापार), बेचने के +लये, जब कोई कृHष पदाथC अपे%ाकृत अ8धक
मा7ा मR खर)दता है , तो उसका मू{य िजस दर पर चुकाता है , उस दर को कृHष पदाथC का थोक भाव कहते
है । इसमR ( _यापार) के रखरखाव के साथ दलाल) ,कमीशन ,बारदाना) इ4या!द शा+मल होते है । ऐसे भाव
को संक+लत करने के +लये पटवार) को 'वयं बाजार (मंडी) जाकर कृHष पदाथr के Kय-HवKय पूछताछ कर
*च+लत भाव का पता लगाकर भाव प7क तैयार करना चा!हए ।
फुटकर भाव :- अंतम उपभोता yवारा *ायः थोड़ी मा7ा मR पदाथC खर)दने पर जो भाव चुकाता है , उसे
कृHष पदाथC का फुटकर भाव कहते है । इसमR फुटकर HवKेता का लाभ , माल ढोने का खचC उसके रखने का
Jकराया आ!द जोड़ा रहता है पटवार) yवारा ये भाव *4येक शुKवार को ऑJफस कानूनगो एव तहसीलदार के
माaयम से आयुत भू-अ+भलेख कायाCलय को भेजRगे ।
प/रशKट-5
राय ..................................................................................
िजला .................................................................................
के;................................................................................
सGताहा;त शुKवार........................................................
*तवेदक के ह'ता|%र
पद
पो'ट काढC
भारत सरकार,
नई !द{ल)-1
पर+शट-6
कायाCलय आयुत भ-ू अ+भलेख, मaय*दे श
---------------
साGता!हक फुटकर भाव- प7क
िजला म
ु यालय / तहसील ...................................................
सGताहा;त शुKवार, !दनांक .................................................
ट)प - खाता नं. 3 मे अंJकत इकाई के भाव खाना नं. 4 मे पये पैसे क दर से दशाCये जाये । खाना नं.
2 मे पय पदाथC क Jक'म नह) दशाCई गई है वहाँ सामा;य औसत Jक'म समझी जाये । *तवे!दत पदाथC
के _यापारक नाम का भी यथा सOभव उ{लेख Jकया जावे । कैJफयत के खाने मे भावो के उतार चढाव का
कारण !दया जाय। भाव संकलन के बाद तुर;त ह) प7क भेज !दया जावे ।
1 2 3 4 5
(उ ) तेल –
(ओ) मसाले –
34 ह{द) साबुत *त JकलोTाम
35 +मचC सख
ू ी साबुत लाल ( मaयम )
(औ) अ;य –
36 नमक साधारण *त JकलोTाम
37 +म²ी का तेल सफेद ( उ4तम ) *त ल)टर
38 जलाऊ लकडी कट) हुई *त िव;टल
39 कोयला लकडी का ( मaयम )
.............................................................*थम मोड
..............................................................................
भाव- *तवेदक के ह'ता%र ....................................................
पद .......................................................
म{
ू य पयCवे%क के ह'ता%र ................................................
पद .......................................................
.............................................................ि_दतीय मोड
..............................................................................
बुक पो'ट
सांियक
कायाCलय आयुत, भ-ू अ+भलेख़ !टJकट
मaय*दे श, वा+लयर, !टJकट
.............................................................तत
ृ ीय मोड
..............................................................................
*4येक िजले मे दै नक कृHष मजदरू ) एवं *मुख व'तुओं के Tामीण फुटकर भाव के 2 कR नधाCरत
ह- मवेशी चराने ,नदाई गुडाई , कटनी , मोची , लुहार , कायC मR लगे '7ी पुDष एवं बच को द) गई मजदरू )
के अलग अलग ऑकड़े !दए जाएंगे ।'थाई Dप से नयुत मजदरू के मजदरू ) के ऑकड़े इसमR शा+मल नह)
हगे। मजदरू ) आं+शक नगद) अथवा अनाज के Dप मR द) जाती है , तो इसका समतु{य म{
ू य Dपये ओर पैस
मR अंJकत Jकया जावेगा तथा काम के घटे तय हगे पटवार) yवारा चुने गये के; मR *च+लत दै नक कृHष
मजदरू ) के ऑकड़े *त माह क 5 तार)ख को अधी%क भू-अ+भलेख को भेजे जावेगे तथा अधी%क भू-
अ+भलेख जांच उपरांत 15 तार)ख को िजले के दोनो के;दो के ऑकडे एकजाई प7क तैयार कर आयुत भू-
अ+भलेख कायाCलय को भेजRगे ।
पर+शट-4
Tामीण बाजारो के फुटकर बाजार भाव का पटवारयो yवारा भेजा जाने वाला मा+सक प7क
Tाम के; ......................पटवार), ह.नं.......................राज'व नर)%क मडल................
तहसील................. िजला................ माह.................2000
Kम संया व'तुओ के नाम व'तुओ क Jक'मे अंJकत करने कमत (Dपये कैJफयत
*कार या Tेड क इकाई और पैसो मे)
1 2 3 4 5 6
(क) मुख अनाज
1- धान मaयम(सामा;य) *त.Jक.Tम.
2- चावल --
3- गR हू --
4- वार --
5- बाजरा --
6- मका --
7- कोदो कुटक मaयम (छलका र!हत)
8- रागी( मढुआ) -- --
9- जौ -- --
10- चना -- --
( ख ) मुख दाले
ट)प – पटवार) के यु *त!दन *4येक माह क 3 तार)ख तक अव|य भेज दे ना चा!हये ताJक वह
अधी%क, भू- अ+भलेख कायाCलय मR 5 तार)ख तक +मल जावे ।
मaय*दे श मे कृHष और Tामीण मजदरू ो क दै नक मजदरू ) का पटवारयो yवारा मा+सक *तवेदन भेजने
वाला प7क
2- *वीण मजदरू
(1) बढई प
ु ष
(2) लोहार पु ष
( 3) मोची पु ष
Gतावना
संभाHवक ;यादशC पत ( RANDOM SAMPLING METHOD ) -यह वैानक पत है इसके
आधार पर चुने गये ;यादशC मR िजले/तहसील के *4येक चुने गये गाँव के *4येक खसरा /बटा नOबर को
चुनाव मR आने का मौका +मलता है *ायो8गक फसल मR *4येक बोये गये !ह'से के चुनाव मR आने क
सम8ु चत संभावना रहती है । िजलो मR फसल के *त एकड़ पैदावार के *ाGत अनुमानो का *योग उनके
अंतम पूवन
C ुमान (Final Forecasts ) को तैयार करने ओर *4ये क िजले तथा राय मR पैदावार के मान
(Standard outturns per Hectare) को ि'थर करने मR होता है । *मुख फसल के %े7फल एवं उ4पादन
का अनुमान लगाने क योजना िजसके अ;तगCतं 20 *तशत गाँव चुने जाते है । *4येक रा.न. मडल मR
10 गाँव संभाHवक ;यादशC फसल कटाई *योग के +लये चुने जाते है , िजन तहसील मR चयनत फसल मR
500 है टयर %े7फल होगा, उ;ह) तहसील को फसल धान, बाजरा, मका, सोयाबीन, तुअर, वार ,कोदो
कुटक, तल, मूंगफल) ,कपास ,केला , उडद ,मूंग पपीता, गR हू,चना,राई सरस अलसी ,आलू ,Gयाज़ ,जौ
,लाख,+मचC,मसूर ,मटर,धनया,लहसुन,मेथीदाना ,पर फसल कटाई *योग के +लये चुना जाएगा और
रा.न.मडलवार आयोजन सासा yवारा तैयार Jकया जाएगा *धानमं7ी फसल बीमा योजना िजला 'तर पर
फसले मोसम खर)फ मे उडद ;मंग
ू एवं रबी मे मसरू पर िजले मे 24 फसल कटाई *योग तथा तहसील
'तर पर योजना लागू होने के कारण *4येक मौसम मR *4येक चयनत फसले मौसम खर)फ चयनत
फसल (5 फसले ) :- वार, कोदो कुटक , तल ,मुगफल),कपास, मौसम रबी चयनत फसल (3
फसले )- अलसी, आलू ,Gयाज पर 16 फसल कटाई *योग क औसत पैदावार के आधार पर बी+मत
%तपूतw का नधाCरण Jकया गया है । इस कारण वतCमान मR तहसील 'तर पर *4येक मौसम मR चयनत
फसल पर रा.न/पटवार) yवारा 18 फसल कटाई *योग Jकये जाएंगे |
*धानमं7ी फसल बीमा योजना (पटवार) ह{का 'तर) इस योजना के अंतगCत वे सभी पटवार) ह{के
िजसमR चयनत फसलो का 100 है टर का %े7फल होगा उन ह{के क सूची िजले के अधी%क भू-अ+भलेख
yवारा तैयार क जाएगी, उत सूची के अनुसार कृHष Hवभाग भोपाल yवारा राजप7 मR अ8धसूचना जार)
कराई जाएगी, जार) अ8धसू8चत सूची के अनुसार पटवार) ह{कावार रे डम सूची तैयार कर अधी%क भू-
अ+भलेख पटवार) एवं कृHष Hवभाग के *योगकताC को भेजेगR, *योगकताC सूची अनुसार फसल कटाई *योग
सOप;न करR गे।
मौसम खरफ के लये चय
नत 6 फसले :- धान +स8चंत ,धान अ+स8चंत, सोयबीन , तुअर , मका,
बाजरा।
मौसम रबी के लये चय
नत 4 फसले :- गेहू +स8चंत, गेहू अ+स8चंत, चना, राईसरसौ पर 4 फसल
कटाई *योग Jकये जाएंगR, िजसमR दो *योग राज'व Hवभाग के पटवार) करे गे तथा दो *योग कृHष Hवभाग के
अ8धकार)/कमCचारय के yवारा Jकये जाएंगे एवं 4 *योग पर Hव|लेषण कर औसत पैदावार क गणना क
जाएगी ।
*योग करने के +लये नOन+लखत *ायो8गक सामTी होनी चा!हए जेसे फता, मोटा कपडा बॉट ओर
तराजू, खू!टया 40 मीटर लOबी र'सी , बोरे ,अनुदेश पुि'तका आ!द होना चा!हए ।
1. गाँव का चुनाव
2. खसरा बटा नOबर का चुनाव
3. *ायो8गक खेत का चुनाव
4. Gलॉट का नधाCरण
5. फसल कटाई
6. फसल का वजन करना
7. नधाCरत *प7 मR जानकार) *तवे!दत करना आ!द ।
गाँव एवं खेत का चुनाव :- *4येक चयनत गाँव मR चयनत फसल पर दो *योग Jकये जाएंगR। माना Jक
रा.न. को द) गई सूची मे 1 से 10 तक Kमानुसार 10 गाँव के नाम है एवं फसल के कॉलम मR अंJकत
संया 2+2 के अनुसार *थम 2 Tामो मे चयनत फसल के *योग रा.न. के yवारा संOप;न Jकय जाएंगR
। तथा बाद के गाँव मR मुयालय पटवार) yवारा 2 *योग Jकये जाएंगR | फसल क Hव+भ;न Jक'मो मे से
बोये गये *4येक टुकडे को भी एक 'वतं7 खेत माना जाएगा। इसी *कार +भ;न-+भ;न !दशाओ मR बोई गई
कतार के *4येक टुकडे को भी एक 'वतं7 खेत माना जाएगा।
खसरा बटा नOबर का चुनाव :-इस तरह गाँव का चुनाव कर लेने के बाद रा.न./पटवार) चुने गये गाँव मR
खसरा /बटा नOबर का चुनाव Jकया जाएगा। चुनाव करने के +लये *4ये क गाँव के सामने *4येक फसल के
नीचे 4 अंको वाल) दो संभाHवक संया क जोÁडयां द) गई है , 4 अंको क दो संभाHवक संयाओ के आधार
पर ह) खसरा बटृ नOबर का चुनाव Jकया जाएगा। संभाHवक संयाओ क Hवशेष जोडी िजस फसल/गाँव पर
*योग करने के +लये द) गई है । उसी गाँव/फसल पर उपयोग मR लाई जाएगी ।
संभाHवक संया गाँव के अंतम सबसे बडा खसरा नOबर से अ8धक है तो द) गई संभाHवक संया को
अंतम खसरा नOबर से भाग दR गे, जो शेष बचे उसी खसरा नOबर को चुन लेगR य!द चुने गये खसरा
नOबर मR न!दC ट फसल नह) बोई गई है तो उसे नर'त कर के आगे का खसरा नOबर चुन लेगR। य!द
उसमे *यो8गक फसल बोई गई हो उसमR 5 गण
ु ा 5 मीटर का Gलॉट बन सके अगर इसके उपरा;त आप
गाँव के सबसे बडे खसरा नOबर /अि;तम खसरा नOबर तक पहुच जाते है और *यो8गक फसल नह) +मलती
है , तो पुनः उस Tाम के खसरा नOबर एक से दे खना शुD करे गे जहॉ ं आपको *ायो8गक फसल +मल जाती
है , उसी खसरा नOबर को *योग के +लये चुन +लया जाएगा। य!द गाँव के सामने द) गई संभाHवक
संया गाँव के सबसे बडे खसरा नOबर से छोट) है तो उस संया के बराबर) का खसरा नOबर चुनाव Jकया
जाएगा य!द उस खसरा नOबर मR फसल नह), तो उसके आगे का नOबर िजसमR *ायो8गक फसल उपल
ध
हो का चुनाव कर +लया जाएगा ।
बटा नOबर का चुनाव :- य!द चुना हुआ खसरा नOबर अपने बटा नOबरो क संयॅा से कम हो तो *योग
के +लये चुने हुऐ खसरा नOबर के समान का बटा नOबर चुना जाएगा अथवा खसरा नOबर को अपने कुल
बटा नOबरो से भाग दो ओर जो शेष बचे उसके समान बटा नOबर चुना जाएगा य!द शेष शु;य बचे तो
खसरा नOबर का अि;तम बटा नOबर चुना जाएगा, बशतI उसमे *यो8गक फसल बोई तथा उसमR
नधाCरत %े7फल हो
उतर !दशा
(द) (स )
Figure 1
पूवC !दशा
पि|चम !दशा
लOबाई
139-5 =
134
उदाहरण :- माना Jक खेत क लOबाई ओर चोड़ाई 139 एवं 57 मीटर है तो इनमे से 5-5 मीटर घटाने के
बाद लOबाई चोड़ाई के शेष 134 व 52 मीटर आये गR। माना Jक Gलॉट नधाCरण के +लये खाना Kमांक 17
!दया है अतः लOबाई शेष के +लये संभाHवक संयांओ क सूची का खाना Kमांक 17 चौडाई शेष के +लये 2
अंको वाले खाना Kमांक 17 मR से संयां मे चुनी जाएगी उपरोत अनस
ु ार लOबाई एवं चौडाई के +लये
Kमशः 115 व 35 संभाHवक संयां चुनाव मR आती है तो यह) Gलॉट नधाCरण के +लये अ+भट संयांये
ह।
राईट ऐंगल क सहायता से अब नधाCरत द%ण पि|चम कोने से खेत क लOबाई क ओर 115 मीटर क
दरू ) तय कर एवं इस 'थान पर एक खूट) गाड़ दो अब खेत क चोड़ाई क ओर 35 मीटर क दरू ) तय कर
*थम कोना नि|चत कर दR गR इस 'थान पर पहल) खट
ू ) को उखाड़ कर गाड़ दR गे उपरोत पहले कोने से
लOबाई के समा;तर 5 मीटर नाप कर इस दस ु रे कोने पर दस
ू र) खूट) गाड़ दR गे Jफर इस दस
ु रे कोने से
चोड़ाई के समा;तर 5 मीटर पर एक खूट) गाड़ दR गे यह Gलॉट का तीसरा कोना होगा यहॉ ं से खेत क
लOबाई के समा;तर 5 मीटर क दरू ) पर चौथी खट
ू ) गाड़ो पर;तु यह नि|चत कर ले क Gलॉट के चौथे
कोने से Gलाट के *थम कोने क लOबाई 5 मीटर हो इसके अतरत Gलाट के दोनो +सरे से कणC क दरू )
7.07 मीटर होना चा!हए। तथा फसल तुअर के +लये 10×5 मीटर का Gलॉट तैयार Jकया जाएगा इसका भी
दोनो +सरे से कणC 11.18 मीटर होगा । फसल कपास का Gलॉटं का नधाCरण :-फसल कपास हे तु Gलॉट क
साईज 10 मीटर लंOबाई वाल) 11 कतार अथवा अ;य परि'³तयो मR 5 मीटर लOबाई वाल) 22 कतार जो
आव|यक हो।
फसल कटाई त8थ नधाCरत होने पर सूचना काडC yवारा एवं मोबाईल फोन एस.एम.एस के माaयम
से नर)%ण अ8धकार) एवं गॉव के सरपंच, माननीय Hवधायक महोदय, बीमा कOपनी तथा %ेv7य उप
आयुत कायाCलय को भेजेगR इसके बाद नधाCरत त8थ पर ह) फसल कटाई *योग सOप;न करR गे ।
नधाCरत Gलॉट के अ;दर क फसल ह) काट) जाये यह कायC *ातः काल मR करना उ4तम रहता है ।
धान, कोदो कुटक , गेहू , चना व जौ क फसल को एक मोटे कपडे पर फैला द) जाये ताJक उसक नमी
सख
ू जाए। इन फसलो क मडनी उठावनी भी इसी कपडे पर करनी चा!हए इस *कार साफ क गयी फसल
का वजन एक Tाम तक सह)-सह) करना चा!हए य!द नमी हो तो एक दो !दन सूखने के +लये छोड़ा जा
सकता है । इसके प7क 1 मR जानकार) भरकर उसी !दन संब8धत कायाCलय को भेज दR गे ।
वार , बाजरा तथा मका के लगभग 1 इंच डंडी स!हत केवल भु²े ह) काटे जाये । भु² क संया तथा
उनका एक Tाम तक सह) वजन लेकर प7क 1 मR अंJकत कर संब8धत कायाC0 को भेज दR गे मका के
भट
ु ृ ट को तौलने से पव
ू C उनके छलके उतार लेना चा!हए ।
मूंगफल) , आलू , तथा Gयाज को जड़ स!हत उखाड़ लेना चा!हए तथा फसल को अलग कर तौल क जाना
चा!हए।
Gयाज के *योग केवल उसक सूखी Jक'म पर ह) करना चा!हए।
फसल तुअर ,तल, सोयाबीन, लाख,राई-सरस व अलसी के *ायो8गक Gलॉट क फसल क कटाई कर के
उनके गठृ्रे बाधकर उनक संया प7क मR अंJकत करना चा!हए ।
प/रशKट-दो
या यह गॉवं *ायो8गक फसल के +लये सघन कृषि◌ *सार योजना के अंतगCत है ? (हॉ/नह))
ं
संयाऐं
........................................................................................................................ (ख) जहां
सOभाHवक संया Tाम के अंतम खसरा
नंबर से अ8धक हो वहां समभाHवक
् संयाओं
को गॉवं के अंतम खसरा नंबर से भाग दे ने
() ं
या यह सOयक कृषक है ? (हॉ/नह)ं )
..............................................................................................................
..............................................................................................................
..............................................................................................................
..............................................................................................................
(घ) या +संचाई का साधन Jकसी Hवकास ं
योजना के अंतगCत बना है ? (हॉ/नह)ं )
..............................................................................................................
..............................................................................................................
िजस फसल के Hववरण के +लए यह प7क तैयार Jकया गया हो, उस फसल का नाम +लखना
आव|यक है .
1. तल-तुअर, राई-सरस, अलसी और लास (तवड़ा) के +लए चुने गए सभी गांव मR सुलवन का *योग
Jकया जावेगा.
11 नरा %े7फल ने7ांकन Jकये आधार पर !दया जावेगा.
5. खेत मR इससे पहले बोई गई फसल का नाम और
.......................................................................................................
(छ) खेत के बंधान या मेढ़ के लं. मी. सR. चौ. मी. से. लं. मी. सR. चौ. मी. से.
कटनी
(क) पूवC नि|चत !दनांक (ख) काटने का !दनांक (पूवC नि|चत
!दनांक से +भ;न हो तो इस +भ;नतम का कारण)
!दनांक
----------------------------------------------------------------------------------------------------------------
(क) Gलॉट क पैदावार क तौल (य!द JकलोTाम Tाम JकलोTाम Tाम
धान/कोद-कुटक/गेहूं/जौ/चना/हो, तो
उसके दोन क, और वार बाजरा/मका हो तो भ²
ु क
------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
(ख) य!द मंूगफल) हो तो छलका स!हत मंग
ू फल) क तौल
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
(ग) य!द वार/बाजरा/मका हो तो, उसके भु² क संया
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
----------------------------------------------------------------------------------------------------------
9. चुने गये खेत मR !दये गये खाद का *कार और
*त है टर मा7ा Jकलो Tाम मR सड़ी खाद (कOपो'ट)
गोबर क खाद
हर) खाद
अ;य खाद
य!द *ायो8गक फसल +म8uत बोई गई हो और उसके साथ बोई गई +म8uत फसल क कटनी भी
*ायो8गक फसल क कटनी के !दन हो, तो *4येक +म8uत फसल का नाम और उसक तौल/मु---क
संया/ग क संया.
(क) दे शी या उ;;त
या Hवपुल पैदावार
दे ने वाला
(ख) य!द उ;नत या
Hवपुल पैदावार दे ने
वाला बीज है ,
तो उसका नाम और
नंबर
(ग) उ;;त या
Hवपल
ु पैदावार दे ने
वाले
बीज को *ाGत
करने का '7ोत :
(1) शासक
'7ोत
(2) कृषक के
'वयं के '7ोत मR
गुणन र)त yवारा
*ाGत बीज
(3) अ;य '7ोत,
जैसे-खुले बाजार या
अ;य कृषक आ!द
से *ाGत बीज
(1) धान
(2) मका
(3) बाजरा
(4) वार
(5) मंग
ू फल)
(6) कोद-कुटक
(7) तल
(8) कपास
(10) गेहूं
(11) जौ
(12) चना
(13) राई-सरस
(14) अलसी
(15) तवड़ा
बोनी :
इसके 'तगCत शासन से 'वीकृत एवं मा;यता*ाGत सम'त '7ोत, जैसे-शासकय बीज फॉमस, ्C Hवकास खड
पंचायत कायाCलय, सहकार) स+मतय तथा पंजीयन बीज-उ4पाद से *ाGत Jकया गया बीज सिOम+लत होगा
12. य!द बीज - कृषक के 'वयं के खेत मR गुणन र)त या शासकय '7ोत से अतरत Jकसी अ;य
'7ोत
से *ाGत Jकया है , तो शासकय '7ोत से *ारOभक Kय करने का माह व वषC दशाCया जावे।
*त है टर मR
(1) पुDष
अंगूठा अंगूठा
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
ट)प:-*योगकताC इस प7क क तीन *तयां *योग करने के !दन ह) तैयार करR गे और उसी !दन एक *त
संयुत संचालक कायाCलय आयुत, भू-अ+भलेख, मaय *दे श, वा+लयर क और दस
ू र) *त अपने िजले के
अधी%क, भू-अ+भलेख को तथा तीसर) *त अपने पास रखेगR •
------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
--
*योगकताC इस प7क क तीन *तयां *योग करने के !दन ह) तैयार करR गे और उसी !दन एक *त संयुत
संचालक कायाCलय आयुत , भू-अ+भलेख, मaय *दे श, वा+लयर क ओर दस
ू र) *त अपने िजले के अधी%क,
भू-अ+भलेख को तथा तीसर) *त अपने पास रखेगR ।
प/रशKट-3
मaय*दे श मR संभाHवक ;यादशC पत yवारा ...............................................क फसल काटने के *योग
वषC 19
प7क Kमांक-2
फसल सुखाने के परणाम
*योगकताC का नाम व पद---------------------------------------------िजला------------------------------------
तहसील-------------------------Hवकास खड का नाम-------------------------राज'व नर)%क मडल--------------
----
ं
प.ह.नं./न.मं.-------------------------------------------------------;यादशC गॉव------------------------------------------
सुखवन क तार)ख तथा 'थान------------------------------------------------------------------------------------------
सुखवन के समय उपि'थत नर)%ण अ8धकार) का नाम व पद-----------------------------------------------------
------------------------------------------------------------------------- ---------------------------------------------------
----------
*योग-1 *योग-2
2. फसल के गे बांधने या फसल क *थम तौल क Jकलो Tाम Jकलो Tाम
तार)ख
4. दब
ु ारा तौलने या 8गनने क तार)ख
(ब) दब
ु ारा तौलने क तार)ख पर वार/बाजरा/मका Jकलो Tाम Jकलो Tाम
के दाने नकालने के पूवC सूखे भु² का वजन
8. कैJफयत ---------------------------------------------------------------------------------------------------------------
-----
भेजने क तार)ख -----------------------------------नर)%ण अ8धकार) के ह'ता%र व !दनांक----------------
*योगकताC के ह'ता%र व पदनाम -------------------------------!दनांक-----------------------------------------------
-----------
िजस फसल के +लये यह प7क तैयार Jकया गया हो उस फसल का नाम +लखना आव|यक है ।
नोट :
(1) तीसरे व पांचवे खाने मR +लखी हुई तौल थेले को छोड़कर +सफC दान या भु² क ह) द) जाय।
(2) इस बात क सावधानी रखना चा!हये Jक कटाई, गाहनी, उड़ावनी और तौलने के समय दाने कम न
होने
पावR।
(3) इस प7क क तीन *तयां सुखवन के *योग के !दन ह) तैयार करR , िजनमR से एक संयुत संचालक,
कायाCलय आयुत भ-ू अ+भलेख, मaय *दे श, वा+लयर, को दस
ू र) अपने िजले के अधी%क, भू-अ+भलेख,
को त4काल भेज दो तथा तीसर) *त अपने पास रखो।
(4) य!द खाना 3 (अ), (ब) तथा 6 (अ), (ब) मR !दये गये वजन मR कोई अंतर न हो, या अ4य8धक
अंतर हो तो उसका कारण खाना 8 कैJफयत मR !दया जाय।
प7क-1 ( अ )
7. कटनी -:
य!द (घ )
सरस -राई/तुअर/त{ल)/सोयाबीन
अलसी//लाख हो (तवड़ा), तो
उसके कुल ग² क संया.
9. चुने गये खेत मR खाद का गत वषC मR चालू वषC मR गत वषC मR चालू वषC मR
*कार और *त है टर मा7ा Jक
TामR .
गोबर क खाद
खल) क खाद
हर) खाद
अ;य खाद
11. य!द फसल +म8uत बोई गई +म8uत खा+लस *तशत +म8uत खा+लस *तशत
हो, तो बोई गई फसल के बीज बोनी बोनी आछा!दत बोनी बोनी आछा!दत
का *त है टर दर JकलोTाम मR ) का का का का
%े7फल %े7फल
(और उनके yवारा आछा!दत
बीज बीज बीज बीज
%े7फल का *तशत दो दशमलव )
दर दर दर दर
.( अंक मR
*त *त *त *त
है टर है टर है टर है टर
(1)
(2)
(3)
(4)
(5)
नोट.-- जो फसल *ायो8गक फसल के साथ +मलाकर बोई गई हो उसका ऊपर Hववरण दR . य!द *ायो8गक
फसल के साथ +मलाकर बोई गई Jकसी फसल क कटनी हो चुक हो तो उसका भी Hववरण दR तथा कृषक
से उनके +मuण का परणाम भी ात करR ।
नर)%ण का !दनांक…………………………………
*योगकताC के ह'ता%र
नाम...........................
पद.............................
ट)प.--(1) *योगकताC इस प7क क चार *तयां *योग करने के !दन ह) तैयार करR गे और उसी !दन एक
*त िजले के अधी%क, भू-अ+भलेख को भेजRगे. दस
ू र) *त *भार) अ8धकार), फसल बीमा *कोठ भारतीय
साधारण बीमा नगम, झेड-7, झोन-1, महाराणा*ताप नगर, 8च4तौड़ कॉOपलेस के सामने भोपाल-462011
(म. *. ) को भेजी जावेगी. तत
ृ ीय *त िजले के उप-संचालक, कृHष को भेजी जावेगी तथा चौथी *त
*योगकताC के पास रहे गी.
(३) तल, तुअर, राई-सरस, अलसी, सोयाबीन और लाख (तवड़ा) के +लए चुने गये सभी गांव मR सुखवन
का *योग Jकया जायेगा.
म!यदे श मN राK³य बीमा योजना के अंतगत संभावक Hयादश पP
त क फसल काटने के योग वष 20
-20
पUक मांक 2
).3अ /कटनी के !दन इके Jकए हुए धान ( Jकलो Tाम Jकलो
चना के दान का अथवा /गेहूं/जो /कुटक -कोद Tाम
मका के/बाजरा /वार (खोल र!हतभु² का (
.वजन
4. दब
ु ारा तौलने या 8गनने क तार)ख
बाजरा / दब
ु ारा तौलने क तार)ख पर वार (ब) Jकलो Tाम Jकलो
मका के दाने नकालने के पूवC सूखे भु² / Tाम
का वजन,
6. (अ /दब
ु ारा तौलने क तार)ख पर धान ( Jकलो Tाम Jकलो
/कोद /बाजरा सका /सोयाबीन /वार Tाम
गेहूं। जौ, चना तुअर त{ल) अलसी राईसरस -
.के दान का अंतम वजन (तवड़ा)लाख /
..................................................... ............................................................
नोट- (1) तीसरे व पांचवR खाने मR +लखी हुई तौल थैले को छोड़कर +सफC दान या भ² क ह) द) जाय.
(2) इस बात क सावधानी रखना चा!हये Jक कटाई, गाहनी, उड़ावनी और तौलने के समय दाने कम न
होने पावे.
(3) इस प7 क तीन *तयां सुखवन के *योग के !दन ह) तैयार करR . िजनमR से एक *त अधी%क भू-
अ+भलेख को त4काल भR जे. yHवतीय *त सधारण बीमा नगम भोपाल को भR जे एंव तत
ृ ीय *त कायाCलय
*त के प मे रखे.
(4) यह प7क सामा;य अनुमान सवI%ण एवं नई राª)य कृHष बीमा योजना हे तु उपयोग मR लाया जाये।
प/रशKट –बीस
म!य दे श मN संभावक Hयादश पP
त वारा मच क पैदावार का अनुमान
लगान के योग, सन........
पUक मांक -2
फसल तुड़ाईय0 के प/रणाम
राज'व नर)%क का नाम व मडल ..................................................................................................
िजला ...................................तहसील..................................;यादशC पटवार) ह{के का नाम/नंबर ..........
.....................................................................................................................................................
तुडाई़ का *योग नOबर -1 *योग -2
अनुKमांक गांव का नाम ......................... गांव का नाम .........................
खसरा/बटा नंबर........................ खसरा/बटा नंबर........................
तुडाई क हर)/लाल गील) +मचC तुडाई क हर)/लाल गील) +मचC
तार)ख का वजन तार)ख का वजन
JकलोTाम Tाम JकलोTाम Tाम
1 2 3 4 5 6 7 8
योग
प7क भेजने क तार)ख..............................
राज'व नर)%क के ह'ता%र व तार)ख...........................
ट)प:- इस प7क क तीन *तयां कुल तुडाईयां समाGत होते ह) तैयार क जाय, िजनमR से एक सांियक,
कायाCलय आयुत भ-ू अ+भलेख, मaय *दे श वा+लयर क व दस
ू र) अपने िजले के अधी%क, भू-
अ+भलेख को भेजी जाय। तीसर) *त अपने पास रखी जाय। * िजस Jक'म क +मचC पर *ायो8गक
Gलाट मR *योग Jकया गया हो, उसको छोडकर दस
ू रे Jक'म के +मचC को काट !दया जाय। य!द कोई
चुनाई Jकसी नर)%क अ8धकार) के सामने क गई हो तो उसके Hववरण कैJफयत के खाने मR !दये
जाये।
पी- 95
प/रशKट – अठारह
केले पर फसल कटाई के योग, वष...............
पUक - 2
ायोMगक लाट मN [ये क वF
ृ व फल0 क तुडाई क तारख, ात फल0 क
संXया एंव उनका वजन दशाने वाला पUक
राज'व नर)%क/एतदथC *योगकताC ................................................................................................
िजला......................................तहसील............................रा.न.मडल/म
ु यालय................................
चुना गया प.ह.नं.................Tाम का नाम िजसमR खेत चुना गया है ................................. *थम *योग
हे तु चुना गया खसरा/बटा नं. ....................... नर)%क अ8धकार) का नाम व पद .................................
नर)%ण का !दनांक ......................................................
व%
ृ फल क तुडाई के तुडाई के *ायो8गक *ायो8गक काडC Hवशेष
Kमांक तुडाई का !दन फल !दन फल Gलाट मR Gलाट मR भेजने का Hववरण
!दनांक क संया का वजन फल न उगकर !दनांक
Jकलो दे ने वाले मरे हुए
Tाम व व%
ृ के व%
ृ के
Tाम मR Kमांक Kमांक
1 2 3 4 5 6 7 8
योग
P-66
प/रशKट - छः
य!द सूची मR !दये गये अनुKम के अनुसार गांव का चुनाव नह)ं Jकया गया है तो उसका कारण..........
;यादशC गांव मR खेत के चुनाव करने क तार)ख..... .....Gलाट नधाCरत करने क तार)ख.....................
या Gलाट नधाCरत करते समय कोई नर)%ण अ8धकार) उपि'थत थे? य!द हाँ तो नर)%ण अ8धकार) का
नाम व पद..........................................
टुकडा............. 1-
टुकडा-2.............
टुकडा............. 3-
3. संभाHवक संयाओं क
सूची का !दया गया
खाना
4. संभाHवक संयाओं क
सूची का खाना िजसका
उपयोग Jकया गया
(ख)तुअर क कतार क
कुल संया....
(घ) दस
ू र) फसल के नाम
तथा *4येक क
कतार क
संया...........
16. जमीन -:
(ख)सतह- समतल-ऊंची/
-ढालू/नीची
.............................
21. (क)+सं8चत या
अ+सं8चत
साधन ....
(ख)गोबर क खाद....
(ग) उवCरक.....
खेल क आकृत एवं उसमR Gलाट क ि'थत : खेत नं. 1 खेत नं. 2
*इसके अ;तगCत शासन से 'वीकृत एवं मा;यता *ाGत सम'त '7ोत जैसे शासकय बीज फाOसC, Hवकास
खड, पंचायत कायाCलय, सहकार) स+मतयां तथा पंजीयत बीज उ4पादक से *ाGत Jकया गया बीज
सिOम+लत होना ।
*य!द बीज का|तकार के 'वयं के खेत मR गुणन र)त या शासकय '7ोत के अलावा Jकसी अ;य
'7ोत से *ाGत Jकया है , तो शासकय '7ोत से *ारिOभक Kय करने का माह व वषC दशाCया जाये ।
तार)ख..............................199
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
ट)प:- गांव मR दोन Gलाट को नधाCरत Jकये जाने के तुर;त बाद राज'व नर)%क इस प7क क तीन
*तयां तैयार करR गR एक *त अपने पास रखेगR तथा अ;य दो *तयां अपने िजले के अधी%क, भू-अ+भलेख
के पास भेज दR गे, जो नर)%ण करने के बाद एक *त सांियक, भू-अ+भलेख संचालनालय, मaय*दे श,
वा+लयर को भेज दे गR ।
पी-65
प/रशKट – पॉच
फसल-कटाई क सूचना का काड
मaय *दे श मR संभाHवक ;यादशC पत yवारा .............................................क फसल काटने के *योग
;यादशC Tाम का नाम.................................. प.ह.न. ................रा.न.मडल ......................................
तहसील.......................................िजला..............................................राज'व नर)%क मडल के
मुयालय से ;यादशC Tाम क दरू ) और पहॅुचने का साधन ...................................................................
तहसीलमुयालय से ;यादशC Tाम क दरू ) और पहॅुचने का साधन ......................................................
फसल का नाम +लखना आव|यक है , कैJफयत के खाने मR तुडाई/चुनाई का Kमांक !दया जाय-
पता
...............................................
---------------------------------------- ...............................................
!दनांक ह'ता%र ...............................................
----------------------------------------
ट)प:- फसल काटने/खोदने/चुनने/तोड़ने का नि|चत !दनांक के कम से कम 15 !दन पूवC भेजना चा!हए।
अ!याय-14
1. ट)0आर0एस0 (TRS)
2. फसल सांियक सुधार योजना (आई.सी.एस.)
3. कृHष संगणना/आदान सवI%ण
4. लघु +संचाई संगणना
राª क खाyय नीत के सह) एवं उ8चत समय पर नधाCरण के +लए फसल क बोनी के तुर;त
बाद ह) %े7फल के आंकडे एवं भू+म वगwकरण के आंकडे भी योजना;तगCत चुने गये Tाम क जानकार) के
आधार पर तैयार Jकये जाते है ।
संभाHवत ;यादशC पaदत yवारा चुने गये फसल कटाई *योग के आधार पर *मुख फसल के
उ4पादन के आंकडे तैयार Jकये जाते है । भारत शासन ने यह योजना मaय*दे श राय मR 1972-73 से लागू
क है ।
उेVय-
1. पटवार) ह{के मR ;यादशC पaदत yवारा चुने गये एक या दो Tाम मR 8गरदावर) के आधार पर *मुख
फसल के %े7फल के अनुमानो के अ8धक Hव|वसनीय एवं सह) आंकडे *ाGत करना। इस *कार *दे श के 20
*तशत Tाम मR *ाथ+मकता के आधार पर 8गरदावर) सOप;न कराकर %े7फल के अनुमान के आंकडे तैयार
करना।
2. *मुख फसल के उ4पादन के अ8धक Hव|वासनीय एवं सह) आंकडे फसल क कटनी के
तुरंत बाद *ाGत करना।
3. *मख
ु फसल के अ;तगCत +सं8चत, अ+सं8चत तथा Hवपुल पैदावार दे ने वाल) फसल के
4. %े7फल के अनुमान हेतु चुने गये *दे श के 20 *तशत Tाम क जानकार) के आधार पर भू+म
उपयोग के अनुंमान तैयार करना।
5. %े7फल तथा उ4पादन के आंकड़ो क Hव|वसनीयता बढाने के +लए सांियक अ8धकारय yवारा %े7
कायC के पयाCGत नर)%ण क _यव'था करना।
1. गेहूँ, 2. चना, 3. लाख, 4. अलसी, 5. मूंग, 6. उड़द, 7. मसूर, 8. जौ, 9. राई सरस,
इस सवI%ण का %े7 कायC पटवारय एवं राज'व नर)%क yवारा Jकया जाता है ।
उपरोत फसल के आंकडे 8गरदावर) के आधार पर पटवारय yवारा संक+लत कर 8गरदावर) पूणC
करने के तुरंत प|चात ् Hव!हत प7क मR भरकर राज'व नर)%क को *'तुत करते है ।
राज'व नर)%क %े7ीय संयुत संचालक Jकसान क{याण तथा कृHष Hवकास संभागीय कायाCलय मR
नधाCरत !दनांक तक *'तुत करR गे। संभागीय कायाCलय Hव!हत *प7 मR संभाग क जानकार) तैयार कर
संयुत संचालक (सां) सासा मोतीमहल वा+लयर मR भेजी जाती है िजसके आधार पर राय 'तर)य
अनुमान मौसम खर)फ/रबी एवं *गत *तवेदन, भू+म वगwकरण अनुमान तैयार कर आयुत भू अ+भलेख
कायाCलय के माaयम से शासन/भारत शासन को भेजे जायेगे।
!दनद+शCका :- ट).आर.एस.के सफल JKया;वयन हे तु योजना संबंधी प7क एवं अनुमान क *ािGत क !दनद+शCका तैयार क गई
है , जो नOनानुसार है :-
1 2 3 4 5
अनु. फसल का नाम खा+लस एवं +म8uत चालू वषC 20-------20-- गत वषC 20-------20----- य!द Jकसी
Kमांक फसलR का %े7फल का %े7फल फसल के चालू
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत वषC के %े7फल मR
गत वषC के
%े7फल क तुलना
मR 10 *तशत से
अ8धक अ;तर हो,
तो उसका कारण
1 2 3 4 5 6 7 8
1 धान-- धान खा+लस
धान Hवपुल पैदावार
(एच.वाय,_ह).)
धान-वार
धान-तुअर
2 वार -- वार खा+लस
वार Hवपल
ु पैदावार
(एच.वाय,_ह).)
वार-तुअर-मंग
ू -उड़द
वार-तुअर-मंग
ू
वार-तुअर-उड़द
वार-तुअर
वार-मूंग
वार-उड़द
प/रशKट-2
भू-अ+भलेख म
ु यालय, मaय*दे श
*मुख फसल के %े7फल तथा उ4पादन सOब;धी अनुमान को समय पर भेजने क योजना वषC 20............20............
अनु. फसल का नाम खा+लस एवं +म8uत चालू वषC 20-------20---- गत वषC 20-------20----- य!द Jकसी
Kमांक फसलR का %े7फल का %े7फल फसल के चालू
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत वषC के %े7फल मR
गत वषC के
%े7फल क तुलना
मR 10 *तशत से
अ8धक अ;तर हो,
तो उसका कारण
1 2 3 4 5 6 7 8
1 गेहू-- गेहू खा+लस
गेहू Hवपुल पैदावार
(एच.वाय,_ह).)
गेहू-चना
गेहू-अलसी
गेहू-चना-अलसी
गेहू-चना-राईसरस
2 जौ जौ खा+लस
(राज'व नर)%क यह प7क मडल के चुने गये सम'त पटवार) प7क के साथ !दनांक 15 अटूबर के पूवC ह) %े7ीय उप-
आयुत, भू-अ+भलेख को अनवायC Dप से भेज दR गे.)
िजला---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------तहसील-------------------
------------------------------------------------------------------------------------------------
का म
ु यालय---------------------------------------------------------------------------
फसल का नाम :-
(1) ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
(2) ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
(3) ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
(4) ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
(5) ---------------------------------------------------------------------------------------------------------
चालू वषC 20--------------20----------------------- का %े7फल (है टर मR तीन दशमलव तक) फसल------------------
सMचत असं सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMच असंMच सMचत असंMच सMचत असंMच सMचत असंMच सMचत असंMच सMचत असंMचत सMचत असं
Mचत त त त त त त Mचत
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22
योग
FेUफल
खालस
तथा
नरा
FेUफल
गत वषC 20--------------20--------------का %े7फल (है टर मR तीन दशमलव तक) फसल------------------
योग
खालस खालस
( खालस
(अHय जा
त) (वपुल पैदावार)
H.Y.V. तथा
नरा
FेUफल)
सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत असंMचत सMचत अ
सं
Mच
त
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 2
2
मaय*दे श मR *मख
ु फसल के %े7फल तथा उ4पादन सOब;धी अनुमान को समय पर भेजने क योजना, वषC 20.......-20.........
(राज'व नर)%क यह प7क मडल के चुने सम'त पटवार) प7क के साथ !दनांक 15 जनवर) के पव
ू C क %े7ीय उप-आय
ु त, भू-अ+भलेख
को अनवायC Dप से भेज दR गे,)
िजला....................................................................................................................................
तहसील.................................................................................................................................
राज'व नर)%क का म
ु यालय...................................................................................................
(3).....................................................(4).....................................................
ट)प- 1. अनुदेश पिु 'तका मR दजC +म8uत फसल का ह) %े7फल दजC करR तथा +म8uत %े7फल मR से नरा %े7फल Hवभाजन हे तु भू-
2. िजन फसल मR चालू एवं गत वषC का %े7फल न हो, उन फसल के +लये प7क क अ;दर) शीट न लगाई जाकर उन
अन-ु चुने गये खा+लस %े7फल +म8uत %े7फल योग खा+लस तथा
Kमां गांव का नरा %े7फल
क नाम
खा+लस(अन ्य खा+लस (Hवपुल .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
जात) पैदावार) .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ......
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22
योग-%े7फल
अन-ु चुने गये खा+लस %े7फल +म8uत %े7फल योग खा+लस तथा
Kमां गांव का नरा %े7फल
क नाम
खा+लस(अन ्य खा+लस (Hवपुल .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
जात) पैदावार) .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
.......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... .......... ..........
...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ...... ......
+सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत +सं8चत अ+सं8चत
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15 16 17 18 19 20 21 22
योग-%े7फल
भू-अ+भलेख म
ु यालय, मaय*दे श
चालू वषC
अनु- चुनेग Tाम का वन कृHष के +लये अन ्य अकृHषत भू+म िजसमR पडती पडती का फसल फसल कुल दफ
ु सल)
Kमांक ये कुल अनुपलब ्ध भू+म शा+मल नह) है %े7फल का का कुल
Tाम भौगो+ल नरा %े7फल
का क %े7फल
नाम %े7फल
गैर- उसर व मस
ु ्तJकल द)गर झाड कृHष परु ानी चालू वषC क पडती
काश ्तकार) गैर- व द)गर के झण
ु ्ड तथा योग ्य पडत(2 साल
काम मR मुमJक चरागाह बाग भू+म से 5 साल
लाई गई न भू+म क )
भू+म
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13
भू+म वगwकरण का गोशवारा
गत वषC
अनु- चुने गये Tाम का वन कृHष के +लये अनुपलब ्ध भू+म अन ्य अकृHषत भू+म िजसमR पडती पडती का %े7फल फसल फसल कुल
Kमांक Tाम का कुल शा+मल नह) है का नरा का कुल दफ
ु सल)
नाम भौगो+लक %े7फल %े7फल
%े7फल
गैर-काश ्तकार) उसर व गैर- मुस ्तJकल द)गर झाड कृHष पुरानी पडत(2 चालू वषC क पडती
काम मR लाई गई मुमJकन व द)गर के झण
ु ्ड तथा योग ्य साल से 5
भू+म भू+म चरागाह बाग भू+म साल क )
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14
पर+शट-6
Kमांक फसल का नाम चालू वषC 20.......20........का %े7फल (हैटर मR गत वषC 20.......20........का %े7फल (हैटर मR
तीन दशमलव तक) तीन दशमलव तक)
+सं8चत अ+सं8चत योग +सं8चत अ+सं8चत योग
1 2 3 4 5 6 7 8 9
1 धान(Hवपल
ु पैदावार)..
अ;य जात
योग
2 वार(Hवपल
ु पैदावार)..
अ;य जात
योग
3 बाजरा(Hवपल
ु पैदावार)..
अ;य जात
योग
4 मका(Hवपल
ु पैदावार)..
अ;य जात
योग
5 कोद-कुटक
6 तुअर
7 मूग(खर)फ)
8 उडद(खर)फ)
9 मूंगफल)
10 तल(खर)फ)
11 कपास
12 ग;ना
13 सोयाबीन
उपरोत खर)फ फसल
का कुल %े7फल
अ;य खर)फ फसल का
कुल %े7फल
सम'त खर)फ फसल का
कुल %े7फल
K फसल का नाम चालू वषC 20.......20........का %े7फल (हैटर मR तीन गत वषC 20.......20........का %े7फल (हैटर मR तीन
मां दशमलव तक) दशमलव तक)
क
1 गR हू(Hवपल
ु पैदावार)..
गR हू अ;य जात
योग
2 जौ
योग
3 वार(Hवपल
ु पैदावार)..
अ;य जात
योग
4 चना
लाख (तवडा)
5 मूंग (रबी)
6 उडद(रबी)
7 मसूर
8 मटर
9 राई-सरस
10 अलसी
11 तल(रबी)
12 उपरोत रबी फसल
का कुल %े7फल
13 अ;य रबी फसल का
कुल %े7फल
सम'त रबी फसल
का कुल %े7फल
खर)फ फसल का
कुल %े7फल
सम'त फसल का
कुल %े7फल
दफ
ु सल) %े7फल
खाता ,गैर-खाता
कुल दफ
ु सल) %े7फल
कुल भोगो+लक
%े7फल
खाता व गैर-खात क भू+म का Hववरण
नर)%क मडल................................ गांव का नाम ................................................ पटवार) ह{का Kमांक ............................... पटवार) का
चयन Kम(क).....................अ;तराल (अ) पांच से Hवभाय चयन Kमांक(ख).............................*ारOभ सOभाHवक संया (ब)........................
चन
ु े गये मुय खसरा दाखला (1) *थम समूह (ब).........................(2) yHवतीय समूह(ब-2)................
(3)तत
ृ ीय समह
ू (ब-3).......................(4) चतुथC समह
ू (ब-4)..............
yHवतीय समह
ू (1) चन
ु े गये खसरा दाखले Kमांक ................................................
तत
ृ ीय समूह (1) चन
ु े गये खसरा दाखले Kमांक ................................................
चतुथC समह
ू (1) चन
ु े गये खसरा दाखले Kमांक ................................................
.......................................................................................................................................................................
......................................................................................................................................................................
.......................................................................................................................................................................
......................................................................................................................................................................
.......................................................................................................................................................................
......................................................................................................................................................................
समह
ू के अ;तगCत चुने गये खसरा नOबर या बटा नOबर तथा उसका %े7फल/दफ
ु सल) %े7फल/चालू पडती
/परु ानी
खसरा नOबर %े7फल पटवार) yवारा *तवे!दत %े7फल नर)%ण अ8धकार) yवारा पाया गया
%े7फल
*थम
समूह
योग
yHवतीय
समूह
योग
ट)प िजस खसरा नOबर मR दफ
ु सल) %े7फल हो, वहां फसल का %े7फल के सामने श
द(द.ु फ.) +लखR ,
नरFण के ववरण
पडती(2 से 5 वषC ) अ;य पडती (5 वषC से अ8धक) भू+म उपयोग गैर-खाते क भू+म का वणCन आ!द
खसरा नOबर %े7फल पटवार) yवारा *तवे!दत %े7फल नर)%ण अ8धकार) yवारा पाया गया
%े7फल
तत
ृ ीय
समूह
योग
चतुथC
समूह
योग
(ब)चार समूह मR फसल के अ;तगCत %े7फल
खा+लस फसल पटवार) yवारा *तवे!दत %े7फल नर)%ण अ8धकार) yवारा पाया गया %े7फल
/+म8uत
फसल का
नाम
खा+लस/+म8uत दफ
ु सल) कुल खा+लस/+म8uत दफ
ु सल) कुल
योग
पटवार)
yवारा
*तवे!दत
%े7फल
नर)%ण
अ8धकार)
yवारा
पाया
गया
%े7फल
फसल सांिXयक सध
ु ार योजना ( आई.सी.एस.)
फसल सांियक सध
ु ार क योजना 1973-74 इस उµे|य शD
ु क गई थी Jक राª)य *तदशC
सवI%ण कायाCलय एवं राय कृHष सांियक *ा8धकरण के संय
ु त *यास से %े7फल तथा उ4पादन के आंकड़े
एक7 करने मR क+मय का पता लगाया जाए और सध
ु ारा4मक उपाय सझ
ु ाव जाएं।
योजना अंतगCत चयनत Tाम मR पटवारय yवारा Jकए गए 8गरदावर) कायC क जांच कR / राय के
नर)%ण अ8धकारय yवारा क जाती है । रडम yवारा 20 सवI नंबर के 5 समह
ू चुने जाते ह, िजसका
नर)%ण कर नधाCरत अनस
ु च
ू ी 1.0 (8गरदावर) कायC के नर)%ण से संब8ं धत) मौसम खर)फ/ रबी मR
नधाCरत समयाव8ध मR कायाCलय संय
ु त संचालक Jकसान क{याण तथा कृHष Hवकास संभाग मR *'तत
ु करते
ह जांचोपरांत अनस
ु च
ू ी 1.0 सासा म
ु यालय एवं राª)य *तदशC सवI%ण कायाCलय फर)दाबाद को भेजी जाती
है ।
इसी *कार चयनत Tाम मR नर)%ण अ8धकारय yवारा फसल कटाई *योग का कटाई 'तर पर
सा%ात ् नर)%ण कर अनस
ु च
ू ी 2.0 (फसल कटाई *योग के सा%ा4कार नर)%ण) संभागीय कायाCलय yवारा
समी%ा उपरांत सासा म
ु यालय एवं राª)य *तदशC सवI%ण कायाCलय फर)दाबाद क जाती है ।
सासा म
ु यालय yवारा *ाGत अनस
ु च
ू ी 1.0 एवं 2.0 से *ाGत जानकार) के आधार पर राय 'तर)य
जानकार) (सारणी) तैयार कर शासन / भारत शासन को *ेHषत क जाती है । पटवार) yवारा नधाCरत समय
अव8ध मR मौसम खर)फ/ रबी क 8गरदावर) कायC पण
ू C कर अ+भलेख मR नयमानस
ु ार जानकार) दजC करते ह
Seri
al
रायीय/State No. E.P.
अनस
ु च
ू ी कृ. सां. 1.0 : %े7फल परगणना क *तदशC जांच 201........1.........
ख-ड (1) : vाम क पहचान तथा अHय ववरण/ block (1) : Identification and other particulars of village
1. 4. Tाम /
राय/State……… अ;वेषक
……. 5. पटवार) का Hववरण/ Patwari's Particulars
अंचल*
2. Village/
िजला/District…… Invt.
…… Zone* 5.1 पटवार) का नाम/ Patwari's Name
7. भक
ू र)य सवI%ण संबध
ं ी Hववरण ( Cadastral survey particulars
7.1 या *तदशC Tाम का भक
ू र)य 8. या पटवार) के पास नशा उपल
ध है? ( हां-
सवI%ण Jकया गया था। 1, नह)ं-0)
( पण
ू त
C :1, अंशत:-2, सवI%त नह)ं-3, Is map available with patwari? ( Yes-1, No-0)
उपल
ध नह)ं-4)
Whether the sample village was
cadastrally surveyed
( If fully--1, patially--2, not
surveyed--3, N.A.--4)
(द) य!द सOपू रत नह)ं तो उसका कारण (ग) य!द हां *'तत
ु करने क
(संकेतांक मR) वा'तHवक त8थ
(d) If not completed reason there of (In (c) If yes, Actual date of
Code) submission
( 1 अ 1) अधी%ण अ8धकार)/ राय पयCवे%क ( 1 अ 2) के;)य/ राय उचा8धकार) yवारा भरने के +लए
yवारा परू ा करने के +लए (1a2) To be filled in by Central / state higher officer.
(1a1) To be filled in by Suptd. Officer/ state
Supervisor
अ;य काय मR _य'त-- 1, सा.स.ू यो. कायCKम समय पर स8ू चत नह)ं Jकया गया--2, अ;य ( न!दCट करR )--9
Occupied with other work --1, TRS Programme not inimated in time--2, other( Specify)--9
1 2 3 4 5 6 7
1. स.
अधी.
अ8ध.
Asstt.
Suptd.
Officer
2.
अधी%ण
अ8धकार)
Suptd.
Officer
3. स.
नदI शक
Asstt.
Director
Remarks / अभयुि3तयां
खड (2) : *तदशC सम ु चय का चयन
Block (2) : Selection of Sample clusters
1. उचतम 2. 3. 4.
Kम/ समायोज अ;तरा यादिछक
सम
ु चय आधारत Kम/ आधारत Kम / सवI%ण चयनत सम ु चय के Kम / सवI%ण संया
संया सवI%ण संया के संया Serial / Survey Number in the selected
Cluster
Cluster चयन के +लए Basic Serial / Survey
Number Number
*यु त संया
Number used for पह दस
ू तीस
चौथा पांचवा
selection of basic ला रा रा
4th 5th
serial/ Survey 1st 2nd 3 rd
Number
1 2 3 4 5 6 7 8
(i) (i)
………………………………………………………………………… ………………………………………………………………………………….हे टे
……….
यर/ha
(ii)
………………………………………………………………………… (ii)
………. ………………………………………………………………………………….हे टे
यर/ha
(iii)
…………………………………………………………………………
(iii)
……….
………………………………………………………………………………….हे टे
यर/ha
3.2 भौगो+लक %े7फल 'थानीय इकाइय मR है टे यर मR (0.0000)
Geographical Area In local units In ha (0.0000)
(अ) Tाम
(a) Village
(i) सख
ू ी भ+ू म का %े7फल
( सवI%ण संयाओं क संया भी कोठक मR दR )
(i) Area under dry land
( No of survey ns. May also be given in parentheses)
(3.3) पयCवे%क तथा पटवार) के अनस ु ार चयनत सवI%ण संयाओं का उपयोग
(3.3) Utilisation in the selected Survey Nos. as per supervisor and Patwari
irrigation code
+संचाई संकेतांक
Jक'म संकेतांक
No.
फसल संकेतांक
Variety code
7!ु ट संकेतांक
Units गैर फसल Area in गैर फसल %े7फल
error code
crop code
local Units
उपयोग उपयोग Area in
@ Crop / @ Crop / local
Crop Crop Units
Mixture/ Mixture/
Non crop Non crop
use @ use @
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15
सम ु चय सं.
Cluster No……………
@ 'तOभ (4)/(8) Col. (4) / (8)
irrigation code
+संचाई संकेतांक
Jक'म संकेतांक
No.
फसल संकेतांक
Variety code
7!ु ट संकेतांक
Units गैर फसल Area in गैर फसल %े7फल
error code
crop code
local Units
उपयोग उपयोग Area in
@ Crop / @ Crop / local
Crop Crop Units
Mixture/ Mixture/
Non crop Non crop
use @ use @
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15
सम ु चय सं.
Cluster No……………
@ 'तOभ (4)/(8) Col. (4) / (8)
irrigation code
+संचाई संकेतांक
Jक'म संकेतांक
No.
फसल संकेतांक
Variety code
7!ु ट संकेतांक
Units गैर फसल Area in गैर फसल %े7फल
error code
crop code
local Units
उपयोग उपयोग Area in
@ Crop / @ Crop / local
Crop Crop Units
Mixture/ Mixture/
Non crop Non crop
use @ use @
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15
सम ु चय सं.
Cluster No……………
@ 'तOभ (4)/(8) Col. (4) / (8)
irrigation code
+संचाई संकेतांक
Jक'म संकेतांक
No.
फसल संकेतांक
Variety code
7!ु ट संकेतांक
Units गैर फसल Area in गैर फसल %े7फल
error code
crop code
local
उपयोग उपयोग Area in
Units local
@ Crop / @ Crop /
Crop Crop Units
Mixture/ Mixture/
Non crop Non crop
use @ use @
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15
सम ु चय सं.
Cluster No……………
@ 'तOभ (4)/(8) Col. (4) / (8)
खड (4) : चयनत Kम / सवI%ण संयाओं मR फसल /फसल +मuण /गैर फसल उपयोग
अ;तगCत कुल %े7फल
Block (4) : Total area under crop /crop mixture/ non-crop utilisation in selected Serial /
Survey No.
मु यालय फर)दाबाद मR भरे जाने हे तु
To be filled in at Hqrs. Office, Faridabad
फसल/ फसल 'थानीय इकाइय मR %े7फल फसल+बीज मानक इकाइय मR नबल %े7फल (0.00) हे टे यर
बीज ( अ. उ-1, 'था-2)
+मuण/ गैर फसल area in the local units संकेतांक Net area in standard units (0.00) ha
Seed ( Hy-1, L-2)
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11
योग
TOTAL X X
खड 5 : पटवार) yवारा छूट गया/ अगणत फसल %े7फल का Hववरण( केवल चयनत सवI%ण संयाओं मR )
block 5 : Details of crop area missed / not accounted for by patwari ( in selected survey number only)
खड 5 (अ) : भ+ू म अ+भलेख मR *ावधान के अभाव के कारण पटवार) से छूट गया फसल %े7फल ( केवल चयनत
सवI%ण संयाओं मR)
block 5(a) : crop area missed by patwari for lack of provisions in land record manual ( in selected survey number
only)
Kम/ सवI%ण संया छूट गई फसल का नाम फसलाधीन %े7फल 'वDप फसल िजसमR %े7फल दशाCया
Serial/ Survey No. name of crop missed area under crop संकेतांक गया है
Type Crop for which area is
code reported
संया संकेतांक फसल अ.उ.- फसल 'थानीय हे टे यर ( फसल अ.उ.- फसल संकेतांक
Number code Crop 1 संकेतांक इकाइय मR 0.00) Crop 1 Crop Code
'था-2 Crop in local in (0.00) 'था-2
Hy-1 Code unts ha Hy-1
L-2 L-2
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11
खड 5(अ) 'तOभ 8 : Tाम फसल मR उगाई गई फसल तथा जो भ+ू म अ+भलेख के अनD
ु प फसल के अ;तगCत दशाCयी
गई हो-1
कम संघटक के Dप मR बोई गई फसलR-2 उपर8चत %े7 मR अथवा सरकार) भ+ू म का अतKमण कर उगाई गई फसलR-3
अ;य कारण (बताएं)-9
Block 5(a) Col. 8 : Crops grown in village site and not accounted for as per the land records-1
Crops sown as minor constituents-2, Crops grown in area newly formed or in govt. land encroachment--3
Other reasons-(specify)—9
खड 5(ब) : सरकार) मौसम के मaय बोई गई तथा पटवार) से छूट गई अ{पाव8ध फसलR ( केवल चयनत सवI%ण
संयाओं मR )
Block 5(b) : Short duration crops sown and harvested in between officials seasons and missed by patwari( in selected
survey numbers only)
Kम/ सवI%ण संया छूट गई फसल का नाम फसलाधीन %े7फल मास संकेतांक
Serial/ Survey No. name of crop missed area under crop Month Code *
1 2 3 4 5 6 7 8 9
जनवर)-01, फरवर)-
02.........................................!दसOबर-12
jan-01 , Feb -02 ………………………………………………….Dec-
12
कृ. सां. 1.0 / A.S. 1.0 14
फसल अ.उ.-1 फसल 'थानीय इकाइय हे टे यर मR ( 0.00) 'थानीय इकाइय हे टे यर मR ( 0.00) 'थानीय इकाइय मR हे टे यर मR ( 0.00)
Crop 'था-2 संकेतांक मR in (0.00) ha मR in (0.00) ha in local unts in (0.00) ha
Hy-1 Crop Code in local unts in local unts
L-2
अ+सं. +सं. अ+सं. +सं. अ+सं. +सं. अ+सं. +सं. अ+सं. +सं. अ+सं. +सं.
UI I UI I UI I UI I UI I UI I
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15
To be filled in at Hq. Faridabad
खड (6)संकेतांक / Block(6) Code
म
ु यालय फर)दाबाद मR भरा जाये
उपय ुC त खड मR से Jकसी खड के +लए सच ू ना उपल
ध न होने क ि'थत मR उसका कारण, जैसा नीचे बताया गया है , Hव'तत ृ Dप से खड मR ह) +लखR ।
If information is not available in any of the blocks above, give reasons in the body of the block as illustrated below
(i) 8गरदावर) क *णाल) Hवधमान नह)ं (v) सच ू ना उपल
ध न होने का कारण ात नह)ं।
System of Girdwari does not exist. reason for non availability of information not known.
(ii) Hपछले वषC/चालू वषC मR 8गरदावर) नह)ं क गई । (vi) *तदशC Tाम सा.स.ू यो. का Tाम नह)ं ।
Girdawari not done for previous year/current year Sample village id non TRS village.
(iii) खसरा रिज'टर/ अ;य रकाडC (न!दC ट करR ) उपल
ध नह)ं। (vii) लागू नह)ं( जैसे Jक केरल, उड़ीसा व उ.*. के पवCतीय िजले)
Khasra register/other records or statement (Specify) not avaiable Not applicable for kerala, Odissa and hilly Districts of Utter Pradesh
(iv) 8गदावर) पण ू C क गई लेJकन िज;सवार/ सा.य.ू यो. Hववरण तैयार नह)ं Jकया गया । (viii) केरल व उड़ीसा क ि'थत मR Tाम 'तर पर %े7फल योग उपल
ध नह)ं।
Girdawari completed but Jinswar /TRS statement not prepared. aggregation figures not available at village level for kerala and Udissa.
(ix) अ;य कारण ( उ{लेख करR )
Other Reason (Specify).
चयनत 20 Kम/सवI%ण संयाओं मR Hपछले साल मR बोया गया नबल %े7 (वषC के *थम मौसम मR ह) भरा जाए) 'थानीय इकाइय मR हे टे यर मR ( 0.00)
Net area sown for previous year in selected 20 sl./survey nos. (To be filled in the first season only) in local units in (0.00) ha
Unit………………………..
कृ. सां. 1.0 / A.S.
1.0
खड (7) : य!द गांव मR कोई मा;य फसल +मuण हो तो उसका
यौरा
Block (7) : Details of recognised crop mixtures, if any, in the village
मा;य अनभु ाजन Jकस 'तर पर Jकया गया संघटक फसल का *तशत नवत ृ न
+मuण Level at which apportioning is done Percentage allocation to constituent Crops
का
फस *तशत फसल *तशत फसल *तश
नाम
ल Percent Crop Percen Crop त
Name t
of the Crop Percen
recogni t
sed
crop
mixtur
e
1 2 3 4 5 6 7 8
1 2 3 4
1 वन/ Forest
HवHवध व%
ृ फसलR तथा व%
ृ कंु ज जो बोए गए नबल %े7फल मR
सिOम+लत नह)ं है ।
Miscellaneous trees crops and groves not included in the net area
5 sown
योग/ Total
कृष संगणना एवं आदान सवwFण
1. उेVयः-
2. पटवार का काय
थम चरण मN - पटवार) yवारा प7क एल-1 नवासी जोतदार, प7क एल-2 गैर नवासी जोतदार, प7क
एल-3 Tाम का भ+ू म उपयोग गोशवारा तैयार कर प7क एल-1 के आधार पर सारणी-1 तैयार कर रा0न0
के माaयम से तहसील मR जमा क जाती है । सारणी-1 तहसील वार िजले मR जमा क जाती है । िजले
yवारा संय
ु त संचालक सां0 सासा मोतीमहल वा+लयर मR दाखल क जाती है ।
वतीय चरण मN - पटवार) yवारा 20◌ः Tाम के प7क एच एवं सारणी एस0एस0 तैयार कर िजले के
माaयम से संय
ु त संचालक सां0 सासा मोतीमहल मR दाखल क जाती है ।
तत
ृ ीय चरण मN - (आदान सवI%ण) पटवार) yवारा कुल Tाम 7◌ः एवं ट)0आर0एस0 के Tाम के 35 : के
संभाHवक ;यायदशC पaदत yवारा 20 का'तकार का चयन कर िजसमR हर आकार वगC मR 4 जोतदार क
जानकार), नधाCरत *प7ो मR तैयार कर िजले के माaयम से संय
ु त संचालक सां0 सासा मोतीमहल मR
दाखल क जाती है ।
1. प7क एल-1-
प7क एल-1, Tाम के नवासी जोतदारो का जोत का %े7फल, जोत का *कार, सामािजक समद
ु ायवार,
+लंगवार क जानकार) तैयार क जाती है ।
v tksrnkj dk tksr dk Lkekft fyax fuokl ds xzkeksa esa blh tksr dk tksr vU;
uq- uke izdkj d tksr dk {ks=Qy rglhy ds dqy dk fooj.k
d- firk@ifr leqnk; vU; xzke esa {ks=Qy vkdkj
ds uke vdsyh&1 v-tk- iq:"k& [kljk@cV HkkSxksfy tksr dk ¼gsDVj esa½ oxZ ¼1
lfgr 'kfey&2 &1 1 k uEcj d gsDVj ¼[kkuk ls 10½
laLFkkxr& v-t-tk- L=h&2 {ks=Qy ¼gsDVj½ 0- dz0 7$8½
9 &2 laLFkkx ¼gsDVj½ 000
r&9 0000
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11
1
mi ;ksx
2
mi ;ksx
;ksx
vU; fooj.k esa fuEu lwfp;k vafdr dh tk,A
Vhi%&1- vU; fooj.k ds dkWye esa fuokl ds xzke ds ckgj ijUrq blh rglhy ds vU; xzkeksa ds tksrdk
xzkeokj {ks=Qy fn;k tkosA
2- [kkuk dzekad 8 ,y&2 ds vk/kkj ij ntZ djsaA iVokjh ds gLrk{kj
3- vafre tksrnkj ds ckngh leqnk; okjxks'kokjk rS;kj fd;k tkosA iVokjh dk uke
4- ekus x;s tksrnkj dk fooj.k fuoklh tksrnkj ds ckn ntZ djsaA
5- ekus x;s tksrnkj dks i`Fkd ls **n** ladsr ls fpUgkfdar dj n'kkZ;k tkosA
6- laLFkkxr tksrnkj dk dksbZ fyax ugha gksxkA
jktLo fujh{kd ds gLrk{kj
uke-------------------------------------------
fnukad--------------------------------------
fujh{k.k vf/kdkjh ds gLrk{kj
uke ,oa in------------------------------
fnukad----------------------------------
nloh lax.kuk 2015&16 xks'kokjk rkfydk
¼,y&1 ds vk/kkj ij½
ftyk------------------------------------------------ rglhy----------------------------------------------
1 2 3 4
1 vuqlwfpr tkfr
2 vuqlwfpr tutkfr
3 vU;
4 laLFkkxr
;ksx
Vhi%& mijksDr rkfydk i=d ,y&1 ds vafre tksr/kkjd ds i'pkr~ xks'kokjk rS;kj fd;k tkosA
2. प7क एल-2-
प7क एल -2 Tाम के गैर नवासी जोतदार का जोत का %े7फल, जोत का *कार, सामािजक
समद
ु ायवार, +लंगवार क जानकार) तैयार क जाती है ।
e/;izns'k d`f"k lax.kuk 2015&16
vuqlwph@i=d ,y&2
xzke ds xSj fuoklh tksr/kkjdksa dh lwph ¼ftudh tksrksa dk {ks=Qy xzke esa gS½
¼{ks=Qy gsDVj esa 0-000½
1- jkT; e/;izns'k 2- ftyk -------------------------------------------------
1 4
3- rglhy-------------------------------- 4- fodkl [k.M-------------------------------------
9- xzke dk uke ,oa dksM---------------------------------10- jktLo fujh{kd e.My-------------------------11- iVokjh gYdk ua- --------------------
v tksrnkj tksr dk Lkekftd fyax fuokl ds xzkeksa esa tksr blh rglhy tksr dk tksr vU;
uq- dk uke izdkj leqnk; dk {ks=Qy ds vU; xzke dqy dk fooj.k
d- firk@if esa tksr dk {ks=Qy vkdkj
r ds uke vdsyh&1 v-tk-&1 iq:"k&1 [kljk@cVk HkkSxksfy gsDVj ¼gsDVj esa½ oxZ ¼1
lfgr 'kfey&2 v-t-tk- L=h&2 uEcj d ¼gsDVj½ 0-000 ¼[kkuk ls 10½
laLFkkxr &2 laLFkkxr {ks=Qy dz0 7$8½
&9 &9 ¼gsDVj½
0000
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11
1
mi ;ksx
2
mi ;ksx
;ksx
Vhi%&1- ;g i=d fuokl ds izR;sd xzke ds fy, vyx&vyx Hkjk tkosxkA
2- i=d esa loZizFke vdsyh tksr dh mlds ckn dze'k% 'kkfey ,oa laLFkkxr tksrksa dh tkudkjh ntZ dh tkosxhA
3- izR;sd [kljk uacj gsrq orZeku o"kZ 2015&16 ,oa xro"kZ 2014&15 dh d`f"k fLFkfr ¼cks;k x;k ,oa pkyw iM+rh½
LrEHk ¼8½ esa
4- ;g i=d nks izfr;ks esa rS;kj fd;k tkos iVokjh ,d izfr tksrnkj ds fuokl ds xzke esa Hkstsxs ,oa ,d izfr
vids ikl j[ksaxsaA iVokjh ds
gLrk{kj ,oa fnukad
jktLo fujh{kd ds gLrk{kj
,oa gLrk{kj
jktLo fujh{kd dk uke-------
--------------------------------
3. प7क एल-3-
यह प7क एल-3 (Tाम सं%ेHपका) पूणC Dप से Tाम के भौगो+लक %े7फल के +मलान हे तु काम मR
+लया जाता है ताJक यह सुनि|चत हो सके Jक Tाम का कोई *च+लत %े7 छूटा तो नह)ं है ।
प7क एल-1 व एल-2 के तैयार होने के बाद उत प7क एल-3 तैयार Jकया जाता है ।
e/;izns'k d`f"k lax.kuk 2015&16
vuqlwph@i=d ,y&3
xzke la{ksfidk
4. सारणी-1
सारणी-1 मR आकार वगCवार, पुDष एवं म!हला, अकेल), शा+मल एवं सं'थागत जोतो क संया एवं
%े7फल क जानकार) तैयार क जाती है । यह सारणी-1 प7क एल-1, से तैयार क जाती है ।
1- jkT; e/;izns'k 1 4
2- ftyk -------------------------------------------------
3- rglhy-------------------------------- 4- fodkl [k.M-------------------------------------
5- xzke dk uke dksM----------- 6- jktLo fujh{kd e.My-----------------
7- iVokjh gYdk ua0------------ 8- iVokjh dk uke-------------------------------
9- {ks=Qy gsDVj esa 0-000 10- xzke dk dqy HkkSxksfyd {ks=Qy
rd 0-000½
lkekftd lewg vuq0tkfr@
dz. tksrnkj dk iq:"k tksrksa dh la[;k tksrksa dk {ks=Qy ¼gsDVj 0-000½
vdkj oxZ efgyk vdsyh 'kkfey laLFkkxr ;ksx vdsyh 'kkfey laLFkkxr ;ksx
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
1 0.500 ls de iq:"k
efgyk
;ksx
2 0.500 – iq:"k
1.000 ls de efgyk
;ksx
lhekUr tksrsa iq:"k
¼1$2½ efgyk
;ksx
3 1.000 – iq:"k
2.000 ls de efgyk
;ksx
y?kq tksrs ¼3½ iq:"k
efgyk
;ksx
4 2.000 – iq:"k
3.000 ls de efgyk
;ksx
5 3.000 – iq:"k
4.000 ls de efgyk
;ksx
y?kq e/;e iq:"k
tksrs ¼4$5½ efgyk
;ksx
6 4.000 – iq:"k
efgyk
5.000 ls de
;ksx
7 5.000 – iq:"k
7.500 ls de efgyk
;ksx
8 7.500 – iq:"k
10.000 ls efgyk
de ;ksx
e/;e tksrs iq:"k
¼6$7$8½ efgyk
;ksx
9 10.000 – iq:"k
20.000 ls efgyk
de ;ksx
1 20.000 ls iq:"k
0 de vf/kd efgyk
;ksx
cMh tksrs iq:"k
¼9$10½ efgyk
;ksx
leLr vdkj iq:"k
oxZ efgyk
;ksx
Vhi%& vuq0tkfr@vuq0tu0tkfr@vU;@laLFkkxr@dqy lekftd leqnk; ds fy;s izR;sd jktLo xzke dh i`Fkd&i`Fkd rS;kj dh
tkosxhA
1. प7क एच
प7क एच मR जोतदार के कुल सवI नOबर, सामािजक समुदाय क पहचान, जोतदार का कुल
%े7फल, आकार वगCवार, 'व4व के आधार पर जोत का %े7फल हे टर मR , भू+म उपयोग, +संचाई क
ि'थत एवं फसलवार +सं8चत एवं अ+सं8चत %े7फल तथा उyयानक फसल का +सं8चत एवं
अ+सं8चत %े7फल !दया जाता है ।
4- fodkl [k.M ---------------------- 5- ¼v½ xzke dk uke dksM ------------------------ ¼c½ xzke dk dksM ua0
¼v½ tksrnkjksa dh igpku laca/kh tkudkjh ¼c½ LoRo ds vk/kkj ij tksr dk {ks=Qy ¼gsDVjksa esa½
dz- tks/kkjd dqy ,y&1 ds Lkekftd tksr/kkj vkdkj [kqn dk iV~Vs ;k vU; tksr dk LoRo
dk uke [kljk vuqlkj leqnk; v- dk oxZ ,oa HkkMs+ ij izdkj ls dqy dh
uEcj@ vuqdze t-&1 v-t- {ks=Qy ¼dksM tksrk fy;k tksrk {ks=Qy fLFkfr
cVk uEcj tk-&2 ,y&1 1&10½ x;k x;k x;k [kkuk dks
uEcj vU;&3 ds [kkuk {ks=Qy dqy {ks=Qy 3$4$5 1&7
laLFkkxr&9 9 ds {ks=Qy
vuqlkj ¼[kkuk 7
ls 11½
1 2(i) 2(ii) 2(iii) 2(iv) 2(v) 2(vi) 3 4 5 6 7
1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
;ksx
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
16 17 18 19 20 21 22 23 24 25 26 27 28 29+ 30 31 32 33 34 35 36
Qly dk ;ksx Qly----------- Qly----------- Qly----------- m/kkfudh Qlyksa leLr Qlyksa dk ;ksx
flafpr
vflafpr
;ksx
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
Qly dk dksM
flafpr
vflafpr
37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54
Vhi%& tksrnkj dh dqy losZ uEcj dh foLr`r tkudkjh bl i=d ds lHkh 6 [k.M ¼c½ ls ¼th½ rd esa ntZ dh tkosxhA
2. सारणी एस0एस0
सारणी एस0एस0 प7क एच क सं%ेHपका है िजसमR आकार वगCवार, समुदाय वगCवार जोतो क
संया एवं %े7फल !दया जाता है । यह सं%ेHपका प7क एच तैयार होने के बाद बनाई जाती है ।
e/;izns'k d`f"k lax.kuk 2015&16
lkj.kh ,l0,l0 i=d&,p la{ksfidk
1- jkT; e/;izns'k 1 4 2- ftyk -------------------------------------------------
dqy tksr dk dqy tksr dk dqy tksr dk dqy tksr dqy tksr
tksrnkj {ks=Qy tksrnkj {ks=Qy tksrnkj {ks=Qy tksrnkj dk tksrnkj dk
{ks=Q {ks=Qy
y
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
1 0.500 ls de
2 0.500 o mlls
vf/kd ,oa 1-000 ls
de
3 1.000 o mlls
vf/kd ,oa 2-000 ls
de
4 2.000 o mlls
vf/kd ,oa 3-000 ls
de
5 3.000 o mlls
vf/kd ,oa 4-000 ls
de
6 4.000 o mlls
vf/kd ,oa 5-000 ls
de
7 5.000 o mlls
vf/kd ,oa 6-000 ls
de
8 7.500 o mlls
vf/kd ,oa 10-000 ls
de
9 10.000 o mlls
vf/kd ,oa 20-000 ls
de
1 20.000 ls vf/kd
0
dqy ;ksx
तत
ृ ीय चरण मN
1-उेVय
आदान सवI%ण का म
ु य उµे|य कृHष आदान संबध
ं ी जानकार) जो Hव+भ;न आकार समह
ू जैसे सीमांत (1
हे टे यर से कम), लघ(ु 1-1.999 हे टे यर), अC मaयम(2-3.999 हे टे यर), मaयम(4-9.999 हे टे यर) तथा
बड़ी (10 हे टे यर व उससे अ8धक) जोत के जोतदार yवारा अपनाई जाने वाल) कृHष पतयां जैसे
रासायनक उवCरक, उ;नत बीज, संकर बीज, रासायनक कटनाशक, जीवाणु कटनाशक, गोबर खाद, जीवाणु
खाद, कृHष उपकरण एवं यं7, कृHष साख, भ+ू म पर)%ण आ!द क जानकार) संक+लत करना है ।
सवwFण का FेU
1. इस सवI%ण का %े7 परू ा दे श है । आदान सवI%ण मR कृHष संगणना Jक केवल अकेल) एवं शा+मल
जत का चुनाव Jकया जाएगा। सं'थागत जोत इस सवI%ण मR शा+मल नह)ं क जाएंगी। सवI%ण
हे तु केवल नवासी जोतदार क ह) गणना क जाएगी।
2. जो जोतदार शहर) %े7 मR नवास करते ह और उनक जोत का कुछ भाग Tाम मR ि'थत है , वे
जोरदार इस सवI%ण मR शा+मल नह)ं Jकए जाएंगे ।
3. य!द कोई जोतदार तहसील के बाहर नवास करते ह और कृHष क कुछ भाग चन
ु े गए Tाम मR है
तो, ऐसे जोतदार भी इस सवI%ण मR नह)ं चुने जाएंगे। नवासी Tाम एवं गैर नवासी Tाम क
जानकार) को समय पर अyयतन Jकया जाए। इसके अतरत कृHष संगणना के माने गए
जोतदार भी आदान सवI%ण मR शा+मल नह)ं Jकए जाएंगे। अनस
ु 8ू चत जात, अनस
ु 8ू चत जनजात
तथा अ;य जात क जोतदार क *थक -*थक जानकार) संक+लत नह)ं क जाएगी।
2- प7क 2.0
प7क 2.0 मR चन
ु े गये Tाम का नाम, *4येक आकार वगC वार कुल जोतो क संया एवं चन
ु ी
गई जोतो क संया दजC क जाती है ।
2- ftyk
3- ¼v½ rglhy dk uke
¼c½ rglhy dk dksM uEcj
dza0 pqus x;s xzke Pkqus x;s xzke esa dqy ,oa p;fur tksrks dh la[;k dk fooj.k
dk uke lhekUr ¼0-999 y?kq ¼1 gsDVj v/nZe/;e ¼2 e/;e ¼4 gsDVj cMh ¼10 gsDVj vkSj
gsDVj rd½ ls 1-999 gsDVj ls 3-999½ ls 9-999½ mlls vf/kd½
gsDVj½
dqy pquh dqy pquh dqy pquh dqy pquh dqy pquh xbZ
xbZ xbZ xbZ xbZ
1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
Vhi %& ;g i=d izR;sd rglhy dk pkj izfr;ksa esa rS;kj fd;k tk,xkA
3- प7क 2.1
प7क 2.1 मR भू-खडवार Hव+भ;न फसल के अ;तगCत +सं8चत एवं अ+सं8चत %े7फल भू-खड क
ि'थत, अकृHषत %े7फल, चालूपड़ती का %े7फल दशाCया जायेगा।
नरा+सं8चत, नराअ+सं8चत, एकवार बोयागया, दोबार बोया गया तथा तीनबार अथवा अ8धकबार बोया गया
%े7फल दशाCया जाता है ।
22 23 24
Vhi %& ¼1½ [kkuk 4]5 o 6 esa la[;k u fy[krs gq, lgh ¼√½ dk fu”kku yxkosa rFkk ;ksx esa lgh ds fu”kku dh
dqy la[;k fy[ksaA
¼2½ [kkuk dzekad 22 ,oa 23 esa dsoy ;ksx dh tkudkjh [kkuk 12 ls 21 rd dh ntZ dh tk,A
प7क 2.2.1 मR जोतदार क +सं8चत उ;नत, शंकर एवं अ;य फसल का %े7फल, रासायनक खाद,
काबCनक खाद तथा कटनाशक _यो क जानकार) द) जाती है ।
2 {ks=Qy
dk fooj.k
ftlesa ,d
;k vf/kd
ckj
jklk;fud
[kkn nh
xbZ
3 fofHkUUk
izdkj ds
mipkfjr
jklk;fud
[kknksa dk
fooj.k
¼v½
;wfj;k 02
1-{ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼c½
dSfY”ke
veksfu;e
ukbZVªsV
¼0-4½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼l½
E;wjkVks
vkWQ
iksVk”k
¼11½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼n½
lqij
QkLQsV
¼5-06½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
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lqij
QkLQsV
¼7½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼,Q½
Mk;
veksfu;e
QkLQsV
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼th½
ftad
lYQsV
¼51½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼,p½
dkEiysDl
¼fefJr½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼vkbZ½
dkEiysDl
¼fefJr½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼ts½
dkEiysDl
¼fefJr½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
4 mipkfjr
dkcZfud
[kkn dk
fooj.k
¼v½
xkscj@
dpjk@
dEiksLV@
ck;ks[kkn
¼80½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼c½ [kyh
[kkn ¼81½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
¼l½vU;
dkcZfud
[kkn ¼82½
1 {ks=Qy
2- ek=k
¼fdyksxzke½
5 gjh [kkn
¼87½ }kjk
mipkfjr
{ks=Qy
6 ck;ks[kkn
1
fj>ksfu;e
¼83½ }kjk
mipkfjr
{ks=Qy
2
,ftjksosVj
¼84½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
3 uhyh
gjh
dkbZ
¼85½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
4 QksLQsT
lksyqcfyf
tax
csDVsfj;k
¼86½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
5
,tsfLifyf
t;e ¼88½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
7 jklk;fud
dhVuk”kd
nzO; ¼89½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
8 Ckk;ksdhVuk
”kd ¼90½
}kjk
mipkfjr
{ks=Qy
Vhi %& ¼v½ flafpr Qly ds fy;s i=d Hkjsa rFkk flafpr Qlyksa ds fy;s i=d 2-2-1 ij lgh ¼√½dk fu”kku yxkosA
¼c½ ¼1½ ,d Qly dk fujk {ks=Qy Qlyksa ds fujkcks;s x;s {ks=Qy ds cjkcj ;k de jgsxkA
¼2½ ,d Qly dk fujk flafpr {ks=Qy Qlyksa ds fujk flafpr {ks=Qy ds cjkcj ;k de jgsxkA
¼3½ ,d Qly ds fy;s mi;ksx fd;s x;s ,d ls vf/kd jklk;fud [kkn dk {ks=Qy Qly
ds jklk;fud {ks=Qy ls vf/kd jgsxkA
¼4½ ,d Qly ds vUrxZr mi;ksx fd;s jklk;fud [kkn dk {ks=Qy Qly ds {ks=Qy ds
Ckjkcj ;k de jgsxkA
प7क 2.2.2 मR जोतदार क अ+सं8चत उ;नत, शंकर एवं अ;य फसल का %े7फल, रासायनक
खाद, काबCनक खाद तथा कटनाशक _य क जानकार) द) जाती है ।
Vhi %& ¼v½ vflafpr Qly ds fy;s i=d Hkjsa rFkk flafpr Qlyksa ds fy;s i=d 2-2-2 ij lgh ¼√½dk
fu”kku yxkosA
¼c½ ¼1½ ,d Qly dk fujk {ks=Qy Qlyksa ds fujkcks;s x;s {ks=Qy ds cjkcj ;k de jgsxkA
¼2½ ,d Qly dk fujk vflafpr {ks=Qy Qlyksa ds fujk vflafpr {ks=Qy ds cjkcj ;k de jgsxkA
¼3½ ,d Qly ds fy;s mi;ksx fd;s x;s ,d ls vf/kd jklk;fud [kkn dk {ks=Qy Qly
ds jklk;fud {ks=Qy ls vf/kd jgsxkA
¼4½ ,d Qly ds vUrxZr mi;ksx fd;s jklk;fud [kkn dk {ks=Qy Qly ds {ks=Qy ds
Ckjkcj ;k de jgsxkA
5-प7क 2.3
प7क 2.3 मR जोतदार yवारा उपयोग Jकये गये कृHष यं7 एवं औजार क जानकार) द) जाती है ।
gkW ugha
Lo;a ds fdjk;s ij
1 2 3 4 5 6
¼v½ gLrpfyr d`f’k midj.k %&
1 gkFk }kjk [kkn ,oa cht cksus dh uyh 101
2 iSj ls pyus okyk Fkszlj 102
3 mM+kouh ia[kk 103
4 eDdk ds nkus fudkyus okyk vkStkj 104
5 pkjk dkVus okyk ;a= 105
6 gLrpfyr fNMdko o eqjdko ;a= 106
7 gLrpkfyr gks ¼HOE½ 107
8 Oghy gks ¼HOE½ 108
9 CysM gks ¼HOE½ 109
10 /kku izR;kjksi.k ;a= 110
11 Qksuks ohMj 111
12 /kku Mªe lhMj 112
13 xUuk jksius dk vkStj 113
14 vU; 188
¼c½ i'kqvks }kjk pfyr midj.k %&
15 ydMh dk gy 201
16 yksgs dk gy 202
17 fMLd gsjks 203
18 dYVh osVj$ ¼fVªigyh½ 204
19 cht ,oa [kkn cksus dh uyh 205
20 leryhdj.k iVsyk 206
21 cht jksi.k 207
22 esM+ cukus dk ea= 208
23 vkyw vkSj ewaxQyh [kksnus dk ;a= 209
24 i'kq ls feV~Vh epku ;a= 210
25 vU; 288
¼l½ 'kfDr pfyr midj.k ,oa e'khu
26 'kfDr pfyr Hkqjdko@fNMdko ;a= 301
27 'kfDr pfyr Vªsyj 302
28 d`f"k dk;Z gsrq VsDVj 303
29 VªsDVj }kjk pyus okyk eksYM oksMZ gy 304
30 VªsDVj pfyr fMDd gsjks 305
31 VsªDVj pfyr [kkn ,oa cht dh uyh 306
32 VsªDVj pfyr ikS/kk jksid 307
33 VªsDVj pfyr ikVk 308
34 VªsDVj pfyr vkyw [kksnus dk ;a= 309
35 'kfDr pfyr Fkszlj ¼ xsgw¡] /kku] ,oa vU;½ 310
36 'kfDr pfyr pkjk dkVus dk ;a= 311
37 'kfDr pfyr xUuk dkVus dk ;a= 312
38 dEckbZu gkosZLVj ¼VªsDVj pfyr½ 313
39 dEckbZu $gkosZLVj $¼Lopfyr½ 314
40 dYVhosVj ¼VsªDVj }kjk pfyr½ 315
41 jksVksosDVj ¼dYVhosVj ,oa fMLd gsjks dk
leUo;½ 316
42 xhyh feV~Vh epkus dk Oghy dsx 317
43 Lopfyr gfl;k ¼fjij½ 318
44 eDdk ds nkus fudkyus dk ;a= 319
45 ewaxQyh ds nkus fudkyus dk ;a= 320
46 VsªDVj pfyr dVkbZ ;a= 321
47 feV~Vh mBkdj lery djus dk ;a= 322
48 tsjks cht ,oa [kkn Mkyus dk ;a= ¼VsªDVj
pfyr½ 323
49 iV~Vh mBkus ds fy;s lqjk[k djus dk ;a=
¼VªsDVj pfyr½ 324
50 xUuk dkVus dk ;a= ¼VªsDVj pfyr½ 325
51 lfCt;k¡ jksius dk ;a= ¼VsªDVj pfyr½ 326
52 ,sjks CykLV lisz;j ¼VªsDVj pfyr½ 327
53 fctyh ls funkbZ djus dk ;a= 328
54 gok Hkjdj IykUV djus dk ;a= ¼VªsDVj
pfyr½ 329
55 Lopfyr /kku jksius dk ;a= 330
56 Hkwlk bDVBk djus dk ;a= ¼VsªDVj pfyr½ 331
57 VsªDVj pfyr xksy gy pykus dk ;a= 332
58 Hkwfe leryhdj.k ;a= 333
59 LVªko okyj 334
60 dkVus dh gfl;k 335
61 xUu dVkbZ ;a= 336
62 VªsDVj }kjk xïk djus dk ;a= 337
63 Qly dkVus dk ;a= 338
64 VªsDVj }kjk fNM+dko iEi 339
65 cq'kdVj 340
66 pSu lkso 341
67 NksVk ,xqj Mhxj 342
68 gsMxs VªhelZ 343
69 Mhty pfyr iEi 344
70 fctyh pfyr iEi 345
71 ikuh lhpus dk gtkjk@flpkbZ midj.k 346
72 fMªi flapkbZ lsV 347
73 ÅtkZ pfyr iEi 348
74 vU; 349
6-प7क 2.4
प7क 2.4 मR जोतदार yवारा ल) गई कृHष साख (कृHष कायC हे तु +लया ऋण) अ{पका+लन ऋण,
मaयकाल)न ऋण तथा द)घCकाल)न ऋण क जानकार) द) जाती है ।
1. संगणना का उेVयः-
1. राय के शत *तशत Tाम एवं शहर मR लघु +संचाई साधनो क गणना करना।
2. खर)फ, रबी एवं बारह मासी एवं अ;य मौसम मR साधनवार +सं8चत %े7फल ात करना।
लघु +संचाई योजना के अ;तगCत *'ताHवत +सं8चत %े7फल 2000 हे टे यर या इससे कम हो वह लघु
+संचाई योजना के अ;तगCत आता है ।
मaयम लघु +संचाई योजना यह योजना +सं8चत %े7फल %े7फल 2000 हे टे यर या इससे अ8धक और
10,000 हे टे यर तक क है ।
वह
ृ द लघु +संचाई योजना के अ;तगCत *'ताHवत +सं8चत %े7फल 10,000 हे टे यर से अ8धक होता है ।
1. Tाम सच
ू ी पटवार) yवारा भर) जायेगी, 2. राय मR *गणको yवारा अनस
ु 8ू चयां भर) जायेगी
संगणना कायC मे *गणक भी पटवारय को बनाया जाता है अनस
ु 8ू चयां भरने के बाद िजले मR डाटा कायC
कराया जाता ह। िजले से अि;तम डाटा तैयार कर सासा म
ु यालय वा+लयर को ऑनलाइन *ाGत होता है
*ाGत डाटा को चैक कर संचालक Jकसान क{याण तथा कृHष Hवकास म0*0 भोपाल yवारा भारत सरकार
जल संसाधन, नद) Hवकास और गंगा संर%ण मं7ालय नई !द{ल) को भेजा जाता है ।
1. Tाम अनस
ु च
ू ी- Tाम अनस
ु च
ू ी मR Tाम के कुल कृHष योय %े7फल, +सं8चत %े7फल एवं Tाम मR
ि'थत लघु +संचाई योजनाओं, जल नकाय क जानकार) पटवार) yवारा भर) जायेगी।
2. भ+ू मगत जल योजनाओं क अनस
ु च
ू ी- इस अनस
ु च
ू ी मR भ-ू योजनाएं (कुएं/उथले नलकूप/गहरे
नलकूप/मaयम गहरे नलकूल) संबध
ं ी Hव'तत
ृ आंकडो क जानकार) भर) जाती है ।
4. जल नकाय अनस
ु च
ू ी- शहर) और Tामीण %े7 मR *4येक जल नकाय के +लये आंकडो के संTह
हे तु नधाCरत है ।
5. शहर) अनस
ु च
ू ी- शहर) %े7 क पहचान से संब8ं धत सच
ू ना, गणना क त8थ, शहर के कुल वाड क
संया और जल नकाय के *कार के अनस
ु ार जल नकाय क संया भर) जायेगी।
6ठ½ लघु +संचाई गणना
संदभ वष: 2017-18
Tाम अनुसूची
1. पहचान Hववरण :
(क) राय : ------------------------कोड
(घ) Tाम:-------
Hव+शट जानकार):
1. या Tाम जनजातीय/गैर-जनजातीय है
जनजातीय-1 गैर-जनजातीय-2
2. (क) या Tाम के अंदर बडी/मaयम 'तर क +संचाई परयोजना का नाम: --------------------------------
(!टGपणी: इस अनस
ु च
ू ी के मद संया 3 से 7 तक क जानकार) Tाम द'तावेज के आधार पर भर) जायेगी)
7. श
ु +सं8चत %े7फल (सभी '7त yवारा)
8. औसत भज
ू ल 'तर (मीटर मR)
(i) (मानसन
ू के पूव)C
I पहचान Hववरण:
(क) राय : ------------------------कोड
अनस
ु च
ू ी भरने क तार)ख (!दन/माह/वषC):
II Hव+शट जानकार)
1.1( अ) जल नकास का नाम (य!द कोई हो), Hव+शट 'थायी सीमा8च;ह के साथ ---------------------
बे+सन
कोड
सब वे+सन कोड
1.2 (क) जल नकास का *कार:
तालाब-1, हौज-2, झील-3, जलाशय-4, जल संर%ण योजना/जल रसाव हौज/चेक डेम-5, अ;य-
9,
डीपीएपी -1, जनजातीय-2, डीडीपी-3 बाढ़ *भाHवत-4, नसल *भाHवत %े7-4 अ;य-5
5. 'वा+म4व : कोड
राय ड {यूआरडी/ राय +सचाई-1 सहकार)-2, पंचायत-3, नगरपा+लका *ा8धकारण-4 अ;य सरकार)
6(4). अगर उपयोग मR नह)ं है यान मद 6(1) मे कोड 2, तो कारण बताएं: कोड
वषC ___________
वतCमान
हर साल भरा-1, सामा;य Dप से भरा-2, कभी कभार भरा-3, कभी नह) भरा-4,
गांव
16 (2) जल नकाय yवारा सीधे लाभाि;वत _यितय क संया :
संया
17 (1). या जल उपयोग संगठन (WUA) का गठन Jकया गया है (एकल 'वा+मतव को छोड़कर) कोड
(अ) जल उपयोग संगठन yवारा इस जल नकाय का कवर Jकया गया %े7 : कोड
18. या यह जल नकाय िजला +संचाई योजना (डीआCई पी) /राय +संचाई योजना (एसआईपी) मR शा+मल है ?
हां – 1, नह)ं – 2
19(1). या जल नकाय के Jकसी %े7 का अतKमण Jकया गया है : हां- 1 नह)ं- 2
19(2). य!द मद 19(1) मR हां है तो या अतKमण क मा7ा का आकलन Jकया जा सकता है ?: कोड
कोड
हां- 1 नह)ं-
19(3). य!द मद 19(2) मR हां अथाCत कोड 1 है : अतK+मत %े7 का अनुमानत *तशत:
1. योजना क Kम संया :
नाम....................................................................................................
सरकार) 'वा+मतव -1, सहकार) 'वा+म4व -2, पंचायती 'वा+म4व-3, Jकसान के समूह का 'वा+म4व-4,
5. (क) खसरा नं. /Gलाट सं./सवI सं. जहां योजना ि'थत है :.....................................................................
2017-18 के दौरान-5,
8. योजना का Hववरण :
(ख) _यास (कुएं के +लए मीटर मR एवं नलकूप के +लए +मल)मीटर मR) :
10. (क) Hव4तपोषण के *मुख दो '7त (केवल एकल Jकसान के +लए) : कोड
(ख) या कोई सरकार)/ सरकार) उपKम से अनुदान/सहयोग *ाGत हुआ ? ( सभी योजनाओं के +लए )
(।।) मशीनर) के म{
ू य /जल Hवतरण उपकरण हे तु : (D.)
(क) उपयोग मR-1, अ'थायी Dप से उपयोग मR नह)ं -2, 'थायी Dप से उपयोग मR नह)ं -3,
12. योजना के अ'थायी Dप से उपयोग मR न होने के कारण (मद 11 (क) मR कोड -2) कोड
13. योजना के 'थायी Dप से उपयोग मR न होने के कारण (मद 11 (क) मR कोड -3) कोड
खारे पान का कारण-1, सूख जाना-2, मरOमत लाईक नह)ं-3, समु) जल *वेश के कारण-4
अ;य कारण से -9
खुल नाल) (पक)-1 खुल) नाल) (कची)-2 , भू+मगत पाइप-3, सतह) पाइप-4 ,
कोड
अ;य-9
फसल मौसम मR
19. *त !दन औसत पOप चालन घंटे (मानHवक/पशु चा+लत के +लए खाल) छोड़ दR ) :
खर)फ फसल मौसम मR
फसल मौसम मR
नह)ं- 1, हॉ -2
ु / मaयम योजना से खेत तक उपल
ध नह) है -1, पानी उपल
धता है लेJकन +संचाई के +लए
पानी *मख
पयाCGत नह)ं है -2, जल उपल ध है लेJकन +संचाई के +लए उपयोग नह)ं Jकया जा सकता है -3, अ;य-4
22. खर)फ
.
हे टर
23. रबी . हे टर
.
.
हे टर
27. खर)फ . हे टर
28. रबी
. हे टर
29. बारह मासी
. हे टर
30. अ;य
हे टर
31. कुल
32. (i) या योजना का कम उपयोग हो रहा है? (केवल *योग मR आ रह) योजनाओं के +लए): कोड
(i) य!द हां, अथाCत मद 32(1) मR कोई 1 है तो योजनाओं के कम उपयोग के कारण कोड
धन क अनप
ु ल
धता- 4,रख रखाव क कमी- 5, कोई अ;य कारण- 9
!टGपणी (य!द कोई हो):
संदभ वष 2017-18
अनस
ु च
ू ी-2: सतह जल योजना
1. पहचान Hववरण:
अनस
ु च
ू ी भरने क तार)ख (!दनमाहवषC):
I. Hव+शट जानकार):
1. योजना क Kम संया :
2. योजना का *कार:
जलाशय -1, हौज़ / तालाब -2, अ;य जल भंडार - 3, 'थाई Hवपथन -4, अ'थाई Hवपथन -5,
जल संर%ण-कम-भज
ू ल पन
ु भCरण योजना / जलरसाव हौज़/ चेक डैम आ!द -6,झरना *वाह -7, अ;य
- 9
नद) पर -1, धारा पर -2, नाले/ नहर पर -3, होज / तालाब/जलाशय/चेक डैम आ!द पर -4, अ;य -9
नाम__________________________________
(ग) 'वामी प
ु ष है या '7ी? (केवल एकल Jकसान के +लए): प
ु ष-1,'7ी-2, Jक;नर-3कोड
(ख) मशीनर) का म{
ू यः( .)
11. योजना के अ'थायी Dप से उपयोग मR न होने के कारण [मद 10(क) मR कोड- 2]कोड
धन क अनप
ु ल
aता - 4, भंडारण परू ा नह)ं भरा -5 नहर/ अंडारण मR गाद- 6,
सबमसwvबल पंप- 1, अपके;) पंप- 2, टबाCइन/ जेट पOप- 3, मानHवक/ पशु चा+लत-4,
अ;य - 9 15. उ;नयन संय7
ं हे तु ऊजाC का ¼ोत (केवल सतह) उ;नयन योजना हे त):कोड
Hवyयत
ु - 1, डीज़ल- 2, वायु जन7- 3, सौर - 4, मानHवक/ पशु शित- 5, अ;य – 9
18. *त !दन औसत पOप चालन घंटे (मानHवक/ पशु चा+लत के +लए छोड़ दR ):
19. (क) या योजना नहर जैसी बहुत/ मaयम जल परयोजना के अंतगCत ि'थत है ।
कोड
नह)ं – 1
हाँ - 2
पानी *मख
ु /मaयम योजना से खेत तक उपल
ध नह)ं है -1,पानी उपल
ध है लेJकन +संचाई के +लए
पयाCGत नह)ंहै-2, जल उपल
ध है लेJकन +संचाई के +लए उपयोग नह)ं Jकया जा सकता है - 3, अ;य
कारण- 4
21. खर)फ़ . हे ए.
22. रबी . हे ए.
24.अ;य . हे ए.
25. कुल . हे ए.
26. खर)फ . हे ए.
27. रबी . हे ए.
29. अ;य . हे ए.
30. कुल . हे ए.
(ii) य!दवह
ृ त/ मaयम जल परयोजना के %े7 मR ि'थत है तब आईपीयू मR एम.आई. 'कम yवारा परू क
उपयोग कोदशाCना है । अथाCत सकल आईपीयू को मेजर / मaयम और एमआई योजना yवारा उपयोग Jकए
जाने वाले अनप
ु ात मR
31. (1) या योजना का कम उपयोग हो रहा है? (केवल *योग मR आ रह) योजनाओं के +लए);
पयाCGत जी धन क कमी-1, यांv7क खराबी- 2, पानी का कम रसाव- 3,भंडारण परू ा नह)ं भरा -4
हर साल भरा- 1, सामा;य Dप से भरा- 2, कभी कभार भरा -3, कभी नह)ं भरा- 4
1. फसल vबगड़ने के आकलन हे तु कलेटर राज'व कृHष Hवभाग के अमले को 'थल जांच
हे तु दल ग!ठत कर भेजते ह। ग!ठत दल yवारा फसल vबगड़ने के आकलन क जानकार)
*तशत मR नOन आधार पर आक+लत क जाती है ।
2. फसल मुयता ओलाविृ ट, अतविृ ट, पाला, तुसार, सूखा अथवा रोग लगने से vबगड़ती है ।
फसल को Jकतना नक ु सान हुआ है , इसका आकलन 'थल जांच एवं Tाम सभा के सद'य
व कृषक से जानकार) के आधार पर Jकया जाता है । फसल का नक
ु सान Jकस 'तर पर
हुआ है - पौधा छोटा है या फूल आने क ि'थत मR है या फसल फल चक ु है इ4या!द ।
पवू C वषC क पैदावार या रहे गी, उसको एक इकाई मानकर 'थल जांच कर तल ु ना4मक
फसल हान का आकलन Jकया जाता है । कुछ फसल का तना टूट जाता है , तब उनका
दाना कमजोर हो जाता है फल) लगने क ि'थत मR फल) तोड़कर उसके दान का
आकलन करना होता है ।
अतः उपरोत vबंदओु ं को ¿िटगत रखते हुए फसल vबगड़ने का आकलन Jकया
जाता है . यह 'थल जांच व ने7ांकन पत कहलाती है ।
म.*. शासन राज'व Hवभाग yवारा समय समय पर फसल क हान के संबंध मे कृषक को
हान के आंकलन अनुसार आ8थCक सहायता हे तु RBC के तहत ् नदI श सम'त िजल को *सारत
Jकये जाते ह। फसल हान, मकान आ!द क हान, जानवर क हान एवं जानमाल संबंधी हान
के संबंध मे माचC 2018 क ि'थत मे शासन yवारा !दए गए नदI श नOनानुसार ह-
म!यदे श शासन
राजGव वभाग
R.B.C. 6-4
यथा संशोMधत
Hवषय- *ाकृत *कोप से हुई फसल %त, मकान %त, जनहान, पशुहान, एवं अ;य %तय के
+लये आ8थCक सहायता ।
1. *ाकृत *कोप जैसे अतविृ ट, ओला, पाला, शीतलहर, कट-इ{ल), !टडी आ!द बाढ़, आंधी,
तूफान, भूकंप, सूखा एवं अिन दघ
ु ट
C नाओं से फसल क नुकसानी ता जनहान और पशह
ु ान होती
है । अिन दघ
ु ट
C ना मR कृषक को फसल या मकान के लजन से हान होती है और _यितय तथा
पशुओं के जल जाने से जनहान एवं पशुहान भी होती है । कभी कभी दक
ु ान मे ◌ंआग लग
जाने से छोटे दक
ु ानदार को बेरोजगार हो जाना पडता है । *ाकृतक *कोप से कई मामल मR
कृषक बेघरवार भी हो जाते है । साथ ह) अफलन से फसल हान होने से कृषक का अ*4या+शत
%त उठानी पडती है । इन सब परि'थतय मR शासन का यह दाय4व हो जाता है Jक संबं8धत
पीÁडत को त4काल अनुदान के प मR आ8थCक सहायता उपल
ध कराई जाये, िजससे संब8धत पर
आई Hवपदा का मुकावला करने के +लये उनमR मनावल बना रहे और वह अपने परवार को
पु'थाHपत कर सके।
2. पव
ू C मR राय शासन yवारा अलग-अलग *कार क *ाकृत Hवपदाओं मR द) जाने वाल)
आ8थCक सहायता के नदI श !दये गये ह तथा मानदड नधाCरत Jकये ह, Jफर भी Hवगत वषा मं
*कृतक आपदाओं से हुई _यापक हान के संदभC मR यह अनुभव Jकया गया Jक वतCमान
*वाधन के अनुसार पीÁडत को द) जाने वाल) सहायता के मानदड के बारे मR पुनः समT प
से Hवचार Jकया जाकर उनमR संशाधन करना आव|यक है । *ाकृतक *काप से *भाHवत कृषक,
भू+मह)न _यित तथा आ8थCक प से कमजोर लोग को जा %त होती है , उसके संदभC मR शासन
क ओर से ऐसी _यव'था हो िजससे युितयुत समय मR समु8चत आ8थC सहायता उ;हR उपल
ध
हो सके।
4. जब कभी *ाकृतक *कोप से कोई हान हो तब पटवार), पटे ल एवं कोटवार का, जो Jक
'थानीय राज'व कमCचार) है , यह *मख
ु दाय4व होगा Jक वे %े7 के राज'व अ8धकार) यथा
नायब तहसीलदार, तहसीलदार एवं उपखड अ8धकार) को इस बात क त4काल सच
ू ना दे तथा ये
अ8धकार) मामले क संभीरता को aयान मR रखते हुए िजले के कलेटर एवं संभाग के
संभागायुत को आव|यक *तवेदन त4काल दR । इसी के साथ तहसीलदार एवं उपखड अ8धकार)
का भी यह दािज4व एवं कतC_य है Jक *भाHवत %े7 मR मौके पर त4काल पहुंचकर, %त का
आंकलन करने के साथ-साथ त4काल राहत उपल
ध कराने के +लए सभी *कार के आव|यक
कदम उठावR । य!द %त हुई है तो शासन yवारा 'वीकृत एवं नधाCरत मानदड के अनुसार
आ8थCक सहायता उपल
ध कराने क वे त4काल कायCवाह) करR , तथा 'थानीय _यितय एवं
सं'थाओं से जन सहयोग के प मR *ाGत होने वाल) सहायता को भी त4काल पीÁड़त का
उपल
ध करायR।
6. य!द *ाकृतक *कोप से %त केवल Jकसी कृषक Hवशेष या _यित Hवशेष को हुई है तो
संब8धत _यित नधाCरत संलन * प-दो मR तहसीलदार को आवेदन दे सकRगे। तहसीलदार
आवेदन के त³य क पूणC जॉच कर, द) जाने वाल) सहायता क पा7ता सुनि|चत करR गे। _यापक
'व प क आपदा के मामल मR *भाHवत _यित yवारा आवेदन दे ना अनवायC नह)ं होगा बि{क
राज'व अ8धकार) yवारा 'व*ेरणा से *भाHवत %े7 का सवI%ण कर आ8थCक सहायता के , *करण
तैयार Jकये जावR गे। *भाHवत को *दाय क जाने वाल) सहायता रा+श लो सेवा *दाय गांरट)
अ8धनयम मR द) गई समयाव8ध अनुसार दे य होगी।
7. िजन मामल मR *ाकृतक *कोप से हुई हान के कारण पीÁड़त परHवर को पुन'थाHपत
Jकये जाने के उµे|य से शासन yवारा ऋण उपल
ध कराये जाने क _यव'था है उनमR संबं8धत
_यित को संलन * प-तीन मR एक करार प7 नपा!दत करना आव|यक होगा।
10. इस परप7 के *योजन के +लए ’’राज'व अ8धकार)’’ से आशय Jकसी ऐसे संभागायुत,
कलेटर, उपखड अ8धकार), तहसीलदार या नायब तहसीलदार से है िजसका %े7ा8धकार ऐसे %े7
मR हो जहां *ाकृतक *कोप से %त हुई हो।
11. अिन दघ
ु ट
C नाओं के मामल मR आग बुझाने मR फायर vÈगेड केउपयो गसेसंब8धत _यय
क *तपू तC मांग 8 के अ;तगCत *कृत आपदाओं एवं सख
ू ाT'त %े7 मR राहत पर _यस, सच
ू ा
शीषC 2245-*ाकृतक आपदाओं मR राहत 003 -अिन पीÁडत को राहत आयोजनेतर से क जायेगी।
12. बाढ़ नयं7ण कायC के +लये सेना कसहायता *ाGत करने पर परवहन का जो भी _यय
होगा उसक *तपूतC िजले के कलेटर मांग संया 58 के मुय शीषC 2245 से कर सकRगे।
13. इस परप7 के अ;तCगत द) जाने वाल) सम'त *कार क सहायता अनुदान क रा+श मांग
संयां 58 के अ;तगCत के आपपदाओं एवं सख
ू ाT'त %े7 मR राहत पर _यय म
ु य शीषC 2245
*ाकृत आपदाओं के संबंध मR राहत क Hवकलनीय होगी।
14. राज'व अ8धकारय को *ाकृतक *कोप से हुई हान का आंकलन करने एवं पीÁडत को
सहायता उपल
ध कराने क कायCवाह) मR जन*तन8धय को अ8धक से अ8धक Hव|वास मR लेना
चा!हए तथा उनका भरपरू सहयोग *ाGत करने का *यास करना चा!हए। नैस8गCक आपदा के
प|चात य!द Jकसी %े7 मR सवI कायC नह)ं हो पाया है या आ8थCक सहायता का *करण तैयार नह)ं
Jकया गया है , तो ऐसे मामल मR फसल हान होने पर Tाम पंचायत के नवाC8चत *तन8धय के
साथ Tाम चार अ;य *तिठत _यितय के yवारा फसल हान का आंकलन कर पंचनामा
तैयार Jकया जायेगा। ऐसा पंचनामा *ाGत होने पर राज'वअ8धकार) शीÊ ह) 'थल नर)%ण कर
इसक पिु ट करते हुए हान के आंकलन कर मामले का नराकरण करR गे।
15. *ाकृतक आपदा से %त होने पर राज'व, कृHष, उyयानक और पंचायत एवं Tामीण
Hवकास Hवभाग के अ8धकारय /कमCचारय का संयुत दल गठन कर सवI%ण का कायC कराया
जाए। सवI%ण दल खेत दर खेत जाकर *भाHवत कृषक के खेतो मR लगी फसल को हुई %त का
आंकलन करे गा। सवI%ण कायC पूणC होने के प|चात *भाHवत कृषक कसूची Tाम पंचायत के
नो!टस बोडC पर च'पा क जाएगी तथा सभी Tामवा+सय को सूची पढकर सुनाई जाएगी।
Tावा+सय के दावे आपि4त, य!द कोई हो तो *ाGत क जाएगी।
इस *कार *ाGत सभी आपि4तय का नराकरण सवI दल yवारा Jकया जाकर सूची को
Tाम पंचायत से स4याHपत कराकर राहत रा+श 'वीकृत करने के +लए *ेHषत Jकया जाएगा।
16. इस परप7 के अ;तगCत दे य अनुदान सहायता रा+श *ाकृतक आपदाओं से पीÁड़त सभी
पा7 _यितय को, चाहे वह राज'व Tाम के नवासी ह या वन Tाम के नवासी ह, दे य होगी।
वन Tाम मR भी %त का सवI%ण एवं अनुदान सहायता रा+श के Hवतरण का दाय4व संबं8धत
राज'व अ8धकार) का होगा िजसका नवCहन वह संबं8धत वन अ8धकार) के सहयोग से करे गा।
वन Tाम के पटटाधार) एवं वन %े7 के वना8धकार पटटाधार) कृषक क फसल *ाकृतक आपदा
से %तT'त होन पर भी संय
ु त ् सवI%ण दल से सवI%ण कराया जाएगा, िजसमR वन Hवभाग के
*तनध को शा+मल Jकया जाएगा। वन Tाम के प²ाधार) एवं वन %े7 के वना8धकार प²ाधर)
कृषक क फसले *ाकृतक आपदा से %त होने क सच
ू ना *ाGत होने पर तहसीलदार यथाशीÊ
'थल नर)%ण कर फसल हान का पंचनामा तैयार करे गा। िजस पर वन Hवभाग के बीटगाडC या
पर%े7 सहायक जो भी उपल
ध हो, से इस बाबत *माणीकरण *ाGत करे गा Jक फसल हान
*ाकृत आपदा से ह) हुई है । 'थल नर)खण पंचनामा *माणीकारण के उपरा;त स%म राज'व
अ8धकार) yवारा राज'व पु'तक परप7 6-4 के मानदड अनस
ु ार राहत रा+श 'वीकृत क जाएगी।
*मख
ु स8चव,
Hवषय- *ाकृत *कोप से होने वाल) Hव+भ;न *कार क हान के +लये शासन yवारा द) जाने
वाल) सहायता क रा+श ओर उसके +लये नधाCरत मानदड।
(क) फलदार पेड़ उन पर लगी फसलR , आम, संतरा, नीबे के बगीचे? पपीता, केला, अंगूर, अनार
आ!द क फसलR तथा पान बरे जे को छोडकर सभी उगाइ र् जाने वाल) फसलR िजसके अंतगCत
स
जी क खेती, तरबेज,े खरबूजे क खेती (डंगरवाडी) भी सिOम+लत है , चाहे वह खेत या नद) के
Jकनारे ह, क हान के +लये आ8थCक अनुदान सहायता के +लए नOनानुसार मानदड होगR -
4. बारामाह) 3. बारामाह)
(पेर)नयल) 3. बारामाह) (पेर)नयल)
(बोवाई/रोपाई से 6 माह (पेर)नयल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह
से कम अव8ध मR (बोवाई/रोपाई से 6 माह से कम अव8ध मR
%तTसत /*भाHवत से कम अव8ध मR %तTसत /*भाHवत
होने पर) फसल के %तTसत /*भाHवत होने पर) फसल के
+लए- पये 12000/- होने पर) फसल के +लए- पये 30000/-
( पये बारह हजार ) +लए- पये 18000/- ( पये तीस *त
*त हे टे यर। ( पये अठारह हजार) हे टे यर।
*त हे टे यर।
स
जी मसाले तथा
5. स
जी मसाले तथा इसबगोल क खेती के
इसबगोल क खेती के स
जी मसाले तथा +लए पये 30000 *त
+लए पये 14000 *त इसबगोल क खेती के है 0
है 0 +लए पये 18000 *त
है 0
(ख) फलदार पेड इन पर लगी फसलR , आम, संतरा, नीबू के वगीचे, पपीता, केला, अंगरू , अनार आ!द
क फसलR तथा पान बरे जे आ!द क हान के +लए आ8थCक अनद
ु ान सहायता के +लए
नOनानस
ु ार मानदड हगे-
(1) फसल हान के मामले मR इसपरप7 मं उ{लेखत आपदाओंमR से Jकसी भी आपदा से
खातेदार को %तT'त/*भाHवत रकबे मR हुई %त के आंकलन के आधार पर मानदड अनुसार
राहत रा+श क संगणना कर सहायता द) जायेगी।
'पट)करण- फसल हान के मामले मR द) जाने वाल) सहायता रा+श के +लये पर+शट-1 के पद-
(एक) (क) मR दशाCई गई दर से नधाCरण के +लये यह दे खा जायेगा Jक *भाHवत खातेदार
लघु/सीमांत कृषक है अथवा लघु/सीमांत कृषक से +भ;न कृषक है और इस *कार कृषक/खातेदार
क uेणी नधाCरत कर दे य सहायता के +लये लागू दर तय क जायेगी।
उदाहरणाथC-
(क) य!द Jकसी कृषक ने यथाि'थत खर)फ/ रबी मR कुल 1 है टे यर रकबा बोया है और बोये
गये सम'त रकबे मR *कृतक आपदा से 60 *तशत क सीमा तक फसल हान हुई है तो फसल
हान का *तशत 60 *तशत माना जायेगा और तyनुसार कृषक/ खातेदार क uेणी के +लये लागू
दर के अनस
ु ार 1 है टे यर के +लये सहायता रा+श क गणना क जावेगी।
(ख) य!द Jकसी कृषक ने यथाि'थत खर)फ/ रबी मR कुल 4 है टे यर रकबा बोया है और उसमR
से केवल 2 है टे यर रकबे मR फसल हान हुई है और वह फसल हान 60 *तशत क सीमा तक
हुई है तो 2 है टे यर मR हान का *तशत 60 *तशत माना जायेगा और तyनुसार कृषक/
षातेदार क uेणी के +लये लागू दर के अनुसार 2 है टे यर के +लये सहायता रा+श क गणना क
जावेगी।
(2) उपयु
C तानुसार दे य अनद
ु ान सहायता से कम मू{य क फसल क %त हुई हो तो
अनुदान सहायता उस मू{य के बराबर दे य होगी, Jक;तु दे य रा+श पये 5000/- ( पये पांच हजार)
से कम नह)ं होगी।
(3) फसल हान के +लए या फलदार पेड़, उन पर लगी फसलR , संतरा, नींबू के बगीचे, पपीता,
केला, अंगूर, अनार आ!द क फसलR या पान बरे जे आ!द क हान होने पर ऊपर वणCत मानदड
के अनुसार संगणत आ8थCक अनुदान सहायता रा+श द) जायेगी, Jक;तु Jकसी भी खातेदार को
ऐसी आ8थCक अनुदान सहायता रा+श क अ8धकतम दे य सीमा पये 1,20,000/- ( पये एक लाख
बीस हजार) से अ8धक नह)ं होगी।
(5) संयुत खाते के मामले मR आ8थCक अनुदान सहायता रा+श क संगणना करने के +लए
ऐसे संयुत खाते के कि{पत Hवभाजन के आधार पर अंशधार) खातेदार के पथ
ृ क खातेदार मा;य
करते हुए गणना क जायेगी।
(6) सेवाभ+ू म के मामले मR सेवाभ+ू म धारक कोऔर दे व'थानी भ+ू म के मामलR मR भ+ू म'वामी
दे व'थान या उसके yवारा धारत भू+म के वा'तHवक कृषक या वैधानक प²े दार जैसी ि'थत हो,
को आ8थCक अनुदान सहायता क पा7ता होगी।
(7) पान बरे जे क खेती के मामले मR एक पार) से ता4पयC है खेती मR *य
ु त 250 वगCमीटर
भू+म अथाCत 0.025 है टे यर भू+म।
(8) ख+लहान मR रखी या खेत मR पडी फसल को, ऐसे Jकसी *ाकृतक *कोप से %त होती है
या आग लगने से फसल नट हो जाती है तो उसके +लये आ8थCक अनुदान सहायता का मानदड
उपयु
C तानुसार ह) रहे गा।
(8-क) Hवधत
ु 'पाकC से हुई फसल %त को भी *ाकृतक आपदा से हुई फसल %त के समान
आ8थCक सहायता द) जायेगी।
(9) फसल हान के +लए आ8थCक अनुदान सहायता *ाGत करने क पा7ता केवल
कृषक/खातेदार को ह) होगी। कुछ मामल मR भू+म ह)न कृषक मजदरू (चेतुआ मजदरू भी) िज;हR
मजदरू ) के प मR अनाज *ाGत होता है ओर य!द अनाज आग लगने से नट हो जाता है और
*4येक मामलR मR कलेटर पूणC जांच करके संतुट हो जाते ह तो उ;हR आ8थCक अनुदान सहायता
दे सकRगे। ऐसे मामल मं अ8धकतम आ8थCक अनुदान सहायता *त परवार पये 2500.00 ( पये
दो हजार पांच सौ) !दया जा सकेगा। जो अनाज जलकर नट हुआ हे उसक मा7ा को aयान मR
रखकर कलेटर 'वHववेक से इस अ8धकतम सीमा के भीतर आ8थCक अनद ु ान सहायताक रा+श
'वीकृत कर सकRगे। आंकलन मR यह भी दे खा जायेगा Jक चेतुआ मजदरू का अनाज खल
ु े मR रखे
कुल अनाज (फसल) का 5 *तशत से यादा न हो।
(10) ऐसे कृषक िजनक फसल *ाकृतक *कोप से 33 *तशत या अ8धक %तT'त होने के
कारण इस परप7 के *ावधान मR नधाCरत मानदड के अनुसार आ8थCक अनुदान सहायता द)
गयी है तथा ऐसे कृषक yवारा Jकसी सहकार) बक/%े7ीय Tामीण बक/वाणियक बकसे आगामी
खर)प/ रबी क फसल के +लये अ{पकाल)न फसल ऋण +लया जाता है तो ऐसे ऋणगह
ृ )ता yवारा
+लये गये ऋण पर दे य _याज मR आदान-अनुदान (इनपुट सब+सडी) द) जायेगी। आदान अनुदान
क संगणना इस *कार क जायेगी Jक ऋणगह
ृ )ता को अ8धकतम मूल रा+श पये 25,000/- ( पये
पचीस हजार) तक ऋण लेने पर 3 *तशत और अ8धकतक मूल रा+श पये 50,000/-( पये
पचास हजार) तक ऋण लेने पर 4 *तशत
याज दे ना पडे ,
याज के अ;तर क रा+श आदान-
अनुदान के प मR 'वीकृत क द) जाएगी। यह आदान अनुदान ऋण लेने क !दनांक से
अदायगी क !दनांक तक अथवा अ{पकाल)न ऋण को मaयाव8ध ऋण मR परवतCत करने के
!दनांक तक अथवा अ8धकतम 8 माह, जो भी कम हो, क अव8ध के +लए !दया जायेगा। अदायगी
क !दनांक तक अथवा अ{पकाल)न ऋण को मaयाव8ध ऋण मR परवतCत करने के !दनांक तक
अथवा अ8धकतम 8 माह, जो भी कम हो, क अव8ध मR ऋण क अदायगी न करने पर अव8ध
उपरा;त दे य _याज के +लए ऋणगह
ृ )ता दाय4वाधीन होगा।
कलेटर दे य
याज आदान-अनुदान क रा+श *भाHवत कृषक के खातR मR जमा करने के +लए
संबं8धत िजले के अTणी बक के िजला *बंधक के माaयम सेदावा*'तुत होने पर ऋणदाता बक
को उपल
ध करायेगा जो सीधे *भाHवत कृषक के खाते मR जमा क जावेगी।
(11) फसल पर कट *कोप िजसमR !टडा, इ{ल) के साथ-साथ गे आ आ!द रोग एवं
चह
ू ा/8गलहर) से %त सिOम+लत ह, से फसल *भाHवत होने पर कृHष Hवभाग क अनुशंसा पर
पीÁडत कृषक को राज'व प'
ु तक परप7 खड छः Kमांक 4 के *ावधान अनस
ु ार सहायता दे य
होगी।
(11-क) राज'व एवं वन Tाम मR व;य *ाणय yवारा फसल हान Jकये जाने क सूचना अथवा
*भाHवत _यित का आवेदन *ाGत होने पर तहसीलदार यथाशीÊ 'थल नर)%ण कर फसल
हान का पंचनामा तैयार करे गा, िजस पर वन Hवभाग के बीट गाडC अथवा पर%े7 सहायक, जो
भी उपल
ध हो, से इस बाबत ् *माणीकरण *ाGत करे गा Jक फसल हान वनय *ाणय yवारा क
गई है । 'थल नर)%ण पंचनामा *माणीकरण के उपरा;त स%म राज'व िअकार) yवारा परप7
के मानदं ड अनुसार सहायता रा+श 'वीकृत क जाएगी।
1. बाढ क ि'थत मR कृHष योय भू+म वाले खेत मR रे त/प4थर (3 इंच से अ8धक) आ जाने पर,
(12-क) भू'खलन !हम'खलन अथवा न!दय yवारा रा'ता बदलने पर Jकसी सीमा;त या लघु
कृषक के भू+म'वा+म4व क भू+म के नट होने पर ऐसे *भाHवत कृषक को पये 37,500/- ( पये
सतीस हजार पंच सौ) *त है टर के मान से सहायता रा+श दे य होगी।
(13) अतKमण पर खेती करने के मामल मR ऐसे कृषक को, िजनके yवारा अतKमण के रकबे
को जोडकर जो लघु एवं सीमांत कृषक क uेणी मR आतो ह।, उ;हR अतK+मत भ+ू म क फसलमR
हुई हान के +लए भी सहायता अनुदान रा+श द) जाएगीं।
(16) पंचनामR के आधार पर यह पाये जाने पर Jक पौध मR उपरोत नोट Kमांक (14) अनुसार
फल) नह)ं आयी है , स%म अ8धकार) yवारा सहायता रा+श मंजूर क जा सकेगी।
चाहे वह खातेदार हो अथवा भ+ू मह)न हो सभी *कार के *ाकृतक *कोप से िजसमR आग लगने
के कारण जलने से हुई पशु/प%ी (मुगाC/मुगw) हान भी सिOम+लत है , के +लए नOनानस
ु ार
आ8थCक सहायता रा+श दे य होगी-
1 दध
ु ा पशु-(क)भस/गाय/बैल/ऊंट/याक/+मथन
ु आ!द
30,000/-( पये तीस हजार)
(ख) भेड/बकर)
3000/-( पये तीन हजार)
2 गैर दध
ु ा पशु
25000/-( पये पचीस हजार)
(क) बैल/भसा/ ऊंट/घोडा आ!द
10000/-( पये दस हजार)
(ग) बचा-घोडा/ ऊंट
*ाकृतक *कोप के कारण *भाHवत पशुओं के +लये कलेटर अ'थाई पशु +शHवर 'वीकृत
कर सकRगे, िजसक अ8धकतम अव8ध 15 !दवस होगी। ऐसे +शHवर मR रखे गये बडे पशु के +लये
पये 70/- ( पये स4तर) *त !दवस *त पशु तथा छोटे पशु के +लए पये 35/-( पये पR तीस)
*त !दवस *त पशु _यय Jकया जा सकेगा।
पशु +शवर मR जल आपूतC, दवाईय तथा ट)क क िअरत लागत तथा पशु +शवर से
बाहर चारे क आपूतC राय कायCपा+लक स+मत के मू{यांकन के आधार पर वा'तHवक लागत
के बराबर _यय Jकया जा सकेसगा तथ राª) आमदा मोचर Hव8ध से सहायता *ाGत करने के
+लये के;)य अaययन दल yवारा मू{यांकन Jकया जायेगा।
(1) उपरोत अनद ु ान सहायता सभी *कार के *ाकृतक *कोप से हुई पशु /प%ी (मुगw/मुगाC)
हान के +लए दे य होगी। इसमR आग के कारण जलने से हुई पशु /प%ी (मुगw/मुगाC) हान
सिOम+लत मानी जाएगी।
(2) एक से अ8धक पशु /प%ी (मुगw/मुगाC) हान क ि'थत मR *4येक पशु /प%ी (मुगw/मुगाC)
हान का उपरोतानुसार नधाCरत मापदड के आधार पर *भाHवत _यित को सहायता +मलेगी।
(3) *ाकृतक *कोप या उनसे उ4प;न घास, भस ू े या पानी क कमी के कारण पशु म4ृ यु हुई
है तो इस परप7 के अंतगCत ऐसी पशु /प%ी (मुगw/मुगाC) हान के +लए भी आ8थCक सहायता द)
जाएगी, Jक;तु ऐसे मामले मR कलेटर पूणC जॉचं कर पशुपालन Hवभाग से परामशC कर तथा
'वंय के समाधान के बाद *माणत करR गे।
(2) कचे मकान से ता4पयC है , िजसक द)वालR और छत अ'थाई 'व प क हो अथाCत ् घास,
बांस, Gलाि'टक शीट, लकडी, vबना पक Çट, कची +म²ी से बना हो।
(3) झुगी/झोपडी से ता4पयC है कचे मकान के 'व प क Jक;तु आकार मR अ8धकतम 150
वगCफुट का आवासीय नमाCण हो।
(4) कोई मकान पका, कचा अथवा झोपडी है का नणCय आ8थCक अनुदान सहायता रा+श
'वीकृतकताC अ8धकार) yवारा 'थल नर)%ण उपरा;त Jकया जाएगा।
(5) एक ह) बडे मकान मR एक से अ8धक परवार नवास करते है तथा ऐसे परवार के
मुखया के पास पथ
ृ क राशनकाडC है तथा वह बडे मकान मR अपने अंश के मकान का 'वंय
(पथ
ृ क से) रख-रखाव भी करता रहा है ओर मकान मR अपने अंश के +लए Tाम पंचायत/'थानीय
नकाय को दे यकर/उपकर आ!द का पथ
ृ क से भुगतान भी करता है तो बडे मकान के ऐसे अंश
को पथ
ृ क इकाई मानते हुए वा'तHवक %त का अ◌ा◌ंकलन कर नधाCरत मानदड अनुसार
सहायता रा+श Hवतरण क कायCवाह) क जाए।
(6) यहां यह भी 'पट Jकया जाता है Jक सहायता रा+श केवल आवासीय मकान के +लये दे य
होगी, पशुधर या बाडी अथवा अ;य Jकसी नमाCण के +लए नह)ं।
(7) उन मामल मR िजनमR *ाकृतक *कोप या आग लगने के कारण मकान पूणC प से नट
हो गया है , *भाHवत परHवर को मकान %त के +लए द) जाने वाल) आ8थCक सहायता रा+शके
अतरत *त परवार के मान से ता4का+लक सहयता के प मR 200 वगC फट एल.डी.शीट
(Gलाि'टक शीट) अथवा/ के +लए रा+श पये 300/- (तीन सौ पये) द) जाय।
(1) नैस8गCक Hवपतय अथाCत तूफान, भूकOप, बाढ़, ओलाविृ ट, भू'खलन के साथ-साथ
आकाशीय vबजल) 8गरने अथवा आग (ख+लयान या मकान मR आग लगने क दघ
ु ट
C ना को
सिOम+लत करते हुए) के कारण मत ृ _यित के परवार के नकटतम _यित/वारस को पये
4,00,000/-( पये चार लाख मा7) क सहायता द) जावेगी।
पर;तु सपC, गुहेरा या अ;य जहर)ले ज;तु के काटने से म4ृ यु के मामले मR अनुदान
'वीकृत करते समय स%म अ8धकार) म4ृ यु के संबंध मR तैयार Jकये गये पंचनामR , पटवार)
*तवेदन, पु+लस थाने मR कायम मगC रपोटC के आधार पर म4ृ यु जहर)ले ज;तु के काटने से हुई
है संबधी नकषC नकाल सकेगा। आवेदनमा7 इस आधार पर अमा;य नह)ं Jकया जाएगा Jक
शब पर)%ण रपोटC मR यह उ{लेख है Jक म4ृ यु का कारण 'पट नह)ं है । ऐसे *करण मं vबसरा
रपोटC *ाGत करने क अपे%ा भी नह)ं जाएगी।
(4) ’’मत
ृ _यित’’ मR बचा भी शा+मल समझा जाएगा। परवारमं एक से अ8धक म4ृ यु होने
पर वारस को सहायता अनुदान *4येक मत
ृ क के मान से दे य होगा।
(5) म4ृ यु के मामले मR द) जाने वाल) यह आ8थCक अनुदान सहायता रा+श *भाHवत परवार को
*ाGत होने वाल) अ;य सहायता या बीमा रा+श के अतरत होगी।
(क) नैस8गCक Hवपतय अथाCत तूफान, भूकOप, बाढ, अतबिृ ट, भू'खलन के साथ-साथ
आकाशीय vबजल) 8गरने अथवा आग (ख+लयान या मकान मR आग लगने क दघ
ु ट
C ना को
सिOम+लत करते हुए) के कारण सरकार) 8चJक4सक या राय सरकार yवारा अनुमो!दत
पैनल मR के 8चJक4सक yवारा सOयक् प से *माणत Jकये जाने पर जहां 40 *तशत से
80 *तशत तक Hवकलांगता के +लए पये 59,100/-( पये उनसठ हजार सौ मा7) और
जहां 80 *तशत से अ8धक Hवकलांगता हो वहां पये 2,00,000 ( पये दो लाख मा7) क
अनुदान सहायता द) जायेगी।
(ख) नाव दघ
ु ट
C ना से घायल हो जाने पर अथवा बस या अ8धकृत अ;य अ8धकृत अ;य
पि
लक ªांसपोटC के नद) या जलाशय मR 8गरने या पहाडी आ!द से खडे मR 8गरने के
कारण इन वाहन पर सवार _यितय को मह4वपण ू C अंग क हान हुई है यथा हाथ, पैर
या दोन आंख क हान हुई है तो ऐस पीÁड़त _यित को पये 25,000/-( पये पचीस
हजार मा7) क अनुदान सहायता द) जाएगी। *मुख 8चJक4सक से आव|यक परामशC
करते हुए उपखड अ8धकार) अनुदान सहायता क 'वीकृत दे गR।
(2) गंभीर शार)रक %त िजसमR _यित एक सGताह से अ8धक अ'पताल मR भरती रहे -
नैस8गCक Hवपतय अथाCत तूफान, भूकOप, बाढ, अतबिृ ट, भू'खलन के साथ-साथ
आकाशीय vबजल) 8गरने अथवा आग (ख+लयान या मकान मR आग लगने क दघ
ु ट
C ना को
सिOम+लत करते हुए) के कारण अथवा नाव दघु ट
C ना से घायल हो जाने पर अथवा बस या
अ8धकृत अ;य अ8धकृत अ;य पि
लक ªांसपोटC के नद) या जलाशय मR 8गरने या पहाडी आ!द
से खडे मR 8गरने के कारण इन वाहन पर सवार _यितय को मह4वपूणC अंग क हान हुई है ,
यथा हाथ, पैर Öेचर जैसी गंभीर शार)रक %त होने पर एक सGताह से अ8धक अ'पताल मR
भतw रहने के मामले मR कलेटर, *मुख 8चJक4सक से आव|यक परामशC करते हुए पये
12,700/- ( पये वारह हजार सात सौ मा7) तक तथा एक सGताह से कम अ'पताल मR भतw
रहने के मामले मR कलेटर, *मुख 8चJक4सक से आव|यक परामशC करते हुए पये 4,300/- ( पये
चार हजार तीन सौ मा7) आ8थCक सहायता 'वीकृत करR गे।
नैस8गCक Hवपतय के कारण हुई जनहान के ऐसे मामल मR लावारस शव *ाGत होन पर
ऐसे लावारस शव का अंतम सं'कार 'थानीय नकाय यथाि'थत- Tाम पंचायत,नगर पंचायत,
नगरपा+लका या नगरनगम yवारा इस हे तु नधाCरत *JKया के अनुसार सOप;न कराया जायेगा
और इस *कार सOप;न Jकये गये अंतम सं'कार के ि◌ए 'थानीय नकाय yवारा उपगत Jकए
गये _यय क *तपूतC *त जनहान पये 2000/- ( पये दो हजार) के मान से तहसीलदार क
'वीकृती से यथाि'थत 'थानीय नकाय/Tाम पंचायत को क जा सकेगी।
(आठ) मत
ृ पशुओं के
नवतन क TयवGथा-
(नौ) कुJहार के भे मN ¶ट तथा खपरे बरबाद होने पर आMथक अनुदान सहायता-
नैस8गCक Hवपि4तय के कारण कुOहार के भ²े मR Çट ता खपर के अलावा अ;य +म²ी के
ू यांकन के आधार पर पये 10000/-( पये दस हजार मा7) तक
बतCनबरबाद होने पर हान के म{
सहायता का अनुदान का भुगतान हुई %त क मा7ा के अनुसार Jकया जाएगा।
(1) नैस8गCक आपदा से *भाHवत बुनकर/परOपारागत +श{प के %े7 मR काम करने वाले ह'त
+श{पी को उनके उपकरण / औजार %तT'त होने पर *त बुनकर / +श{पी अ8धकतम पये
4100/-( पये चार हजार सौ) तक क सहायता द) जा सकेगीं।
(2) नैस8गCक आपदा से *भाHवत बुनकर/परOपारागत +श{प के %े7 मR काम करने वाले ह'त
+श{पी को उनके yवारा तैयार माल अथवा कचे माल के %तT'त होने पर कचे माल या
धागा और अ;य त4संबंधी रं ग, रसायन आ!द Kय करने के +लए *त बुनकर / +श{पी अ8धकतम
पये 4100/- ( पये चार हजार सौ) तक क सहायता द) जा सकेगी।
बाढ व तूफान से *भाHवत मछल) पकडने वाल क नाव (जो मशीन से संचा+लत न ह
व िजनका बीमा न कराया गया हो), ड8गय, मछल) पकडने के जाल तथा अ;य उपकरण को
हुई हान के +लए नOनानुसार सहायता अनुदान !दया जाएगा-
(1) नैस8गCक आपदा यथा अतविृ ट, बाढ़, भू'खलन आ!द से मछल) फामC (Jफस फामC)
%तT'त होने पर मरOमत के +लए *भाHवत को पये 6000/-( पये छः हजार मा7) तक *त
है टर के मान से सहायता अनुदान !दया जाएगा। अनुदान क यह रा+श उन मामल मR दे य नह)ं
होगी िजनमR सरकार क Jकसी अ;य योजना के अंतगCत सहायता/अनुदान !दया गया है ।
(2) नैस8गCक आपदा यथा अतविृ ट, बाढ़, भू'खलन आ!द से मछल) पालने वाल को मछल)
बीज नट हो जाने पर *भाHवत को पये 8200/- ( पये आठ हजार दौ सौ मा7) तक *त
हे टे यर के मान से सहायता अनुदान !दया जाएगा, अनुदान क यह रा+श उन मामल मR दे य
नह)ं होगी िजनमR मछल) पालन Hवभाग क योजना के अंतगCत एक बार !दये गये आदान-
अनुदान (सब+सडी) के अतरत सरकार क Jकसी अ;य योजना के अंतगCत सहायता/ अनुदान
!दया गया है ।
*ाकृतक *कोप से *ायवेट (नजी) कंु आ या नलकूप य!द टूट-फूट या धंस जाता है तो
उसके मा+लक को हान के आंकलन के आधार पर अ8धकतम पये 25000/- ( पये पचीसः
हजार मा7) तक सहायता अनद
ु ान का भुगतान Jकया जा सकता है ।
(चौदह) बैलगाडी तथा अHय कृष उपकरण नKट होने पर आMथक सहायता-
आग अथवा अ;य *ाकृतक आपदा से कृषक क बैलगाडी अथवा अ;य कृHष उपकरण
नट हो जाने पर वा'तHवक आंकलन के आधार पर अ8धकतम पये 10000/-( पये दस हजार
मा7) तक अनुदान सहायता दे य होगी।
* प-एक
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
*ाDप-दो
(राज'व पु'तक परप7 6-4 किडका 6 दे खये)
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
अ!याय — 16
पटवार के ववध कतTय
3. पटवार) ब;दोव'त अ+भलेख क सभी *तयां, जो उसे स»पी जायR और कोई भी ऐसे कागज-प7
िज;हR इन नयमR के अधीन या उसके अधीन _याया4मक !हदायत के अधीन उसके _दारा रखा जाना हो
या िजला राज'व अ8धकारय _दारा उसके *भार मR स»पे जायR, सरु %त Dप से और अछ½ ि'थत मR
रखेगा।
4. पटवार), सं!हता क धारा 258 क उप-धारा(2) के खड (उ;ह4तर) के अधीन बनाए गए नयम
के अधीन रहते हुए खनज पव
ू I%क (+मनरल *ो'पेटर) के अतरत अ;य Jकसी भी _यित को,
िजसका उस मR !हत हो, अपनी उपि'थत मR अपने अ+भलेख का नर)%ण करने दे गा और उसक *तयां
या ट)प लेने दे गा और य!द आव|यक हो तो Jकसी भी ऐसे आवेदक को, िजसका नाम उस मR अंJकत हो,
उसके अ8धकार पर *4य% Dप से *भाव डालने वाले अंश के उरण, उसके _दारा इस *योजन के +लए
कागज क जाने पर , दे गा। यह योजना तथा Hवकास Hवभाग केया सहकारता Hवभाग के या सहकार) या
भ-ू *ब;धक बक के Jकसी कमCचार) को भी उस मR से संगत *Hविटय को *त+लHपयां लेने क अनम
ु त
दे गा।
5. पटवार), तहसीलदार से कोई आदे श और कागज-प% पर *ाGत होने पर उसके पास के भ-
अ+भलेख क *तयां तैयार करे गा, अ+भ*माणत करे गा और उ;हR तहसील के चपरासी के जरए या डाक
श{
ु क पहले भग
ु तान Jकए vबना डाक _दारा उसके पास भेज दे गा।
7. पटवार), मांग क जाने पर +संचाई Hवभाग के Jकसी भी अ8धकार) को, अपने हलके के नवासी,
Jकसी भी ऐसे u+मक को पहचानने मR सहायता करे गा, िजसे अ8धकार) अ8Tम धन दे ना चाहता हो और
ट!द मांग क जाए, तो एसे u+मक _दारा +संचाई Hवभाग के साथ Jकए जाने वाले Jकसी करार का सा%ी
होगा।
8. पटवार) *4येक मात क 24 तार)ख को ह{के के राज'व नर)%क को नया दो के अधीन रखी
गई दै नक से लेखब ऐसी *Hवटय क एक *त भेजेगा जो भ-ू अ+भलेख या सहायक %े7 अ+भलेख
तैयार Jकये जाने से सOबि;धत हो िजससे उसके हलके क फसल क सामा;य ि'थतय का पता चले।
9. जब राज'व नर)%क Jकसी पटवार) के हलके का नर)%ण करे , तब पटवार) उसे +लखत Dप मR
नOन+लखत सच
ू ना दे गा-
(1) Jकसी भ-ू 'वामी को vबना उ4तरा8धकार) क म4ृ यु िजसके परणाम'वDप खाता
राजगामी हो जाए।
(3) राय क भ+ू म या शासन क Jकसी भी ब;जर भ+ू म, जंगल या +संचाई कायC पर Jकसी
भी अ;य सावCजनक मागC पर बेजा क
जा।
(4) ऐसी शतr का उ{लंघन, िजनके अधीन शासन से कोई भ+ू म ल) गई हो या भ+ू म का प²ा
+लया गया हो।
(5) सीमा या भ-ू मापन 8च;ह का नट Jकया जाना या खराब हो जाना और Tाम क
सीमाओं मR परवतCन।
(12) जल-कटन, रे त जमने या पानी भर जाने से कृHष योय भ+ू म का 'थाई Dप से ´वास
होना।
(13) ऐसी जल पू तC का 'थाई तौर पर समाGत होना, िजससे भ+ू म मR +संचाई क जाती हो।
(14) कृHष भ+ू म और आबाद) भ+ू म का ब;दोव'त के समय िजस *योजन के +लए उपयोग
Jकया था उससे अ;य *योजन के +लए फेरबदल और बाद मR Jकसी एक गैर कृHष
*योजन से दस
ू रे *योजन के +लए फेरबदल।
10. पटवार) नयम 9 के खड (1), (2), (3), (4), (8), (9), (11) और (14) के अधीन
तैयार Jकए गए *तवेदन क एक *त रखेगा और उसे तहसील आने पर कानन
ू गो को स»प दे गा।
11. Jकसी भी संकट, जैसे जैसे ओले, !टडी, पाला, आग, बाढ़ मनु य या पशओ
ु ं को महामार) या
Jकसी कारण से फसल नट हो जाने क घटना क सच
ू हा पटवार) त4काल +लखत Dप से अपने हलके
के राज'व नर)%क को दे गा।
12. पटवार) सं!हता क धारा 240 तथा 241 के अधीन जार) Jकए गए नयम के Jकसी उ{लंघन के
सOब;ध मR त4काल ह) राज'व नर)%क को +लखत Dप से सच
ू ना दे गा और उसक एक *त तहसील के
कानन
ू गो को उस समय दे गा जबJक वह अगल) बार तहसील मR उपि'थत हो। वह अपने हलके के वन
का समय-समय पर यह दे खने के +लए नर)%ण करे गा Jक उत नयम का उ{लंघन तो नह)ं होता है ।
13. पटवार) राय शासन _दारा नयत फामC पर +सवाय आय पंजी रखेगा। वह राज'व नर)%क के
माफCत तहसीलदार को *त वषC 30 जून से पव
ू C *4येक भ-ू खड क आय क सOभाHवत रकम का
उ{लेख करते हुए +सवाय आय के साधन क सच
ू ना दे गा।
14. पटवार) ऐसी तार)ख को, जो कलेटर _दारा नयत क जाए, तहसील मR वेतन *ाGत करने और
इन नयम _दारा नयत सच
ू नाएं दे ने के +लए उपि'थत होगा।
15. पटवार), जब वह पहले !दये गये नयम केअधीन तहसील मR उपि'थत हो, उपय
ुC त नयम 9
तथा 12 _दारा नयत *तवेदन क अपने _दारा रखी गÇ *तयां कानन
ू गो को दे गा और कानन
ू गो से
कोई भी ऐसा आदे श *ाGत करे गा, जो उसे स8ू चत Jकये जाने के +लए जार) Jकया गया हो।
16. *4येक पटवार) जब वह तहसील मR अपना वेतन *ाGत करने के +लए उपि'थत हो, कानन
ू गो को
उसके (कानन
ू गो) _दारा रखी गई पंजी मR एक ऐसे फामC मR जो राय शासन _दारा समय-समय पर
नयत Jकया जाए, इस आशय का एक *माण प7 दे गा Jक जहाँ तक उसके हलके के Tाम का सOब;ध
है तहसील मR रखी गई पटे ल और कोटवार पंजी सह) और अµावत(तातार)ख) है । वह नगर पा+लका
अतरत नजूल और आय वाले Gलाट क पोिजय का जमाबंद) के साथ +मलान करे गा तथा Jक;ह)ं भी
असंगतय क +लखत सच
ू ना दे गा। वह Jकए गए कायr को अपनी दै नक मR लेखब करे गा तथा
*Hविट पर कानन
ू गो के ह'ता%र *ाGत करे गा।
17. Jकसी महामार) के Dप मR पशु या भेड़ो और बकर के Jकसी सासं8गCक रोग के होने के सOब;ध
मR कोटवार _दारा सच
ू ना +मलने पर या _यितगत जानकार) होने, पर पटवार) इस *योजन के +लए !दए
गए छपे फामC मR उस पशु 8चJक4सा सहायक सजCन को सीधे एक *तवेदन भेजेगा, य!द तय क जाने
वाल) दरू ) दस मील से अ8धक न हो, य!द दरू ) दस मील से अ8धक हो तो पटवार) पशु 8चJक4सा Hवभाग
_दारा इस *योजन के +लए !दए गए 'टा्Oप य
ु त पो'टकाडC मR *Hविटयां भरकर भेज दे गा।
18. पशु रोग सहायक सजCन हलके के Jकसी Tाम या Jक;ह)ं Tाम मR पशु महामार), गलघटू, 8ग{ट)
रोग, जहरवाद के HवD ट)के लगाने के कायC संबध
ं ी Hववरण के खाने 11 से 14 क पू तC करे गा, और
Hववरण सहायक 8चJक4सक को लौटा दे गा।
19. य!द पटे ल अ+श%त हो तो पटवार) उसको अपने हलके के *4येक Tाम मR सGताह के दौरान
Jकसी Hव+शट रोग से जो वहां फैला हो, मरे पशओ
ु ं क संया ऐसे फामC मR पंजीयन करने मR मदद
करे गा, जो राय शासन _दारा समय-समय नयत Jकया जाये।
20. पटवार) अvबलOव नकटतम मिज'ªे ट को या प+ु लस थाने या चौक के *भार) अ8धकार) को
िजसके %े7ा8धकार मR Tाम ि'थत हो, कोई भी ऐसी सच
ू ना दे गा जो उसे नOन+लखत के सOब;ध मR
*ाGत हो-
(क) Jकसी भी ऐसे Tाम मR , िजसका वह पटवार) हो चोर) क संपि4त के Jकसी कुयात लेने
वाले या HवKेता का 'थायी या अ'थायी नवास।
(ख) Jकसी ऐसे _यित का ऐसे Tा के भीतर Jकसी 'थान मR या ऐसे Tाम ते होकर गज
ु रना,
शरण लेना, िजसके सOब;ध मR वह जानता हो या िजसके संबध
ं मR उसे संदेह हो Jक वह
ठग, डाकू, भागा हुआ ब;द) या उyघोHषत अपराधी है ।
(ग) ऐसे Tाम मR या Tाम के पास Jकसी गैर जमानती अपराध या भारतीय दड सं!हता
1860 क धारा 143, 145, 147 तथा 148 के अधीन दडह)य Jकसी अपराध का Jकया
जाना या Jकये जाने का अ+भ*ाय होगा।
(घ) ऐसे Tाम मR या Tाम के पास Jकसी क आकि'मक या अ*ाकृतक म4ृ यु होना या
संदेहा'पद ि'थत मR म4ृ यु होना।
(ड़) कोई भी ऐसी बात, िजससे _यव'था के बने रहने पर या अपराध क रोकथाम पर या
_यित या संपि4त क सरु %ा पर *भाव पड़ने क संभावना हो, िजसके सOब;ध मR िजला
मिज'ªे ट ने राय शासन क पव
ू C मंजूर) लेकर सामा;य या Hवशेष आदे श _दारा उसे
सच
ू ना भेजने का नदI श !दया हो।
21. पटवार) कोई भी ऐसा भ-ू मापन करे गा, खेत का नर)%ण करे गा, फसल का अ+भलेख तैयार
करे गा, नश का नर)%ण तथा संशोधन करे गा या लगान राज'व या खेती क ि'थत संबध
ं ी *तवेदन
तैयार करे गा, िजसके संबध
ं मR Jकसी राज'व अ8धकार) ने उसे आदे श !दया हो।
22. कलेटर _दारा आदे श !दए जाने पर पटवार) राय के वन के चराई सOब;धी रका तथा अ;य
*ाGय रकम के नधाCरण के *योजन के +लए ऐसे Hववरण या स8ू चयां तैयार करे गा जो राय शासन
_दारा समय-समय पर नयत क जाएं।
23. पटवार) राय शासन के +संचाई नमाCण कायr से क जाने वाल) +संचाई के +लए जल संबध
ं ी
*ाGय रकम के नधाCरण से सOबि;धत ऐसे Hववरण, *Hववरण तथा स8ू चयां तैयार करे गा जो राय शासन
_दारा समय-समय पर नयत क जाएं।
24. राज'व अ8धकार) _दारा आदे श !दये जाने पर पटवार) भ-ू अजCन के +लए या अïयास +शHवर या
अ;य सैनक य
ु ाïयास तथा फसल क हुई %त के +लए दे य मआ
ु वजे के नधाCरण से सOबि;धत ऐसे
Hववरण, *Hववरण तथा स8ू चयां तैयार करे गा जो राय शासन _दारा समय-समय पर नयत Jकये जाएं।
25. पटवार) अपने हलके के *4येक Tाम के +लए ऐसे अ+भलेख, Hववरण, *Hववरण तैयार करे गा जो
राय शासन _दारा समय-समय पर नयत Jकये जाएं।
26. कलेटर _दारा आदे श !दये जाने पर पटवार) अपने हलके मR द+ु भC% और अकाल से संब8ं धत ऐसे
कायC करे गा और ऐसे कायr के संबध
ं मR *Hववरण और Hववरण तैयार करे गा और *'तत
ु करे गा जो राय
शासन _दारा समय-समय पर नयत Jकये जाएं।
27. पटवार), राज'व नर)%क के आदे श के अधीन, अपने हलके मR !दये गये सभी भ+ू म-सध
ु ार ऋण
के आवेदन प7 को त'द)क करे गा और उन ऋण के दD
ु पयोग के मामले के संबद
ं मR राज'व नर)%क
को सच
ू ना दे गा। उसे सामा;यतया कृषक ऋण अ8धनयम के अधीन !दये गये ऋण के उपयोग के संबध
ं
मR जानकार) रखना चा!हए और *4येक ऋण के मामले को
यौरे वार जांच Jकए vबना, Jकसी फ मामले
को जो उसक ¿िट मR आए, छानबीन करनी चा!हए और राज'व नर)%क को उसक सच
ू ना दे नी
चा!हए। तथाHप, य!द ऋण पशु या उपकरण (औजार) खर)दने के +लए 'वीकृत Jकया गया हो तो उसे यह
स4याHपत (त'द)क) करना चा!हए Jक या खर)द उ8चत र)त से क गई है ।
28. (एक) नयम 9 के खड (3) मR न!दC ट बेजा क
ज के *तवेदन भेजने के +लए पटवार)
नOन+लखत फामC मR अपने हलके के +लए बेजा क
ज संबध
ं ी एक पंजी रखेगा और उसके *भार
के *4येक Tाम के +लए पृ ठ के अलग-अलग समह
ू (सेट) नयत Jकये जायRगे।
भ+ू म नजल
ू , गैर खाते क है अथवा शासन बेजा क
जे बेजा क
जे क Jक'म राज'व नर)%क
क या आबाद) क है या सेवा भ+ू म है या का और Kमांक जो बेजा या तहसील को
ऐसी भ+ू म हे जो न'तार प7क या बािजबल
ु %े7फल क
जे के नशे मR !दया रपोटC करने क
अजC मR अलग से रखी गई हो। गया हो तार)ख
5 6 7 8
तार)ख स!हत अि;तम आा और मामले रपोटC +मलने के *तीक 'वDप कैJफयत
का Kमांक य!द कोई हो राज'व नर)%क के ह'ता%र
9 10 11
(दो) वह उसके _दारा पता लगाए गए *4येक बेजा क
जे का रे खा8च7 पैमाने के
अनस
ु ार दो *तय मR तैयार करे गा और उसक एक *त पास रखकर दस
ू र) अपने
*तवेदन के साथ अपने हलके के राज'व नर)%क को, जब वह दौरा करे , दे दे गा
और पंजी के खाने (10) मR उसके _दारा *तवेदन *ाGत करने के *तीक-'वDप उसके
ह'ता%र ले लेगा। उसके _दारा रखे गये। रे खा8च7 Kमानस
ु ार जमाए जाऐंगे और
KमांJकत Jकये जाएंगे।
29. पटवार) वैध *ा8धकार के vबना Jकसी खान से खनज को खोदकर नकालने या ले जाने के
सOब;ध मR कलेटर को सच
ू ना दे गा।
TयाXयाः- खनज मR ऐसी कोई भी रे त या 8चकनी +म²ी सिOम+लत है िजसे राय शासन वाणियक
म{
ू य क या Jकसी सावCजनक *योजन के +लए आव|यक घोHषत करे । उन प4थर के +लए कोई भी
'व4व श{
ु क (राय{ट)) वसल
ू नह)ं Jकया जाएगा जो Jक HवKय के +लए नह)ं नकाले जाते ह, Jक;तु (क)
कुओं के नमाCण अथवा मरOमत या अ;य कृHष कायC के +लए (ख) कृषक के नवास गह
ृ के नमाCण या
सध
ु ार के +लये आव|यक ह।
30. जब कलेटर _दारा आदे श !दया जाये तो फटवार) दश वाHषCक जनगणना पशु गणना तथा
नवाCचन या अ;य Jकसी कायC से संब8ं धत क4तC_य या अ;य ऐसे क4तC_य का पालन करे गा जो समय-
समय पर राय शासन _दारा नयत Jकये जाएं।
1. दै नक (डायर)) (नयम 1, अaयाय दस) पटवार) नOन+लखत फामC मR एक दै नक रखेगा तथा
अपने क4तC_य से सOबि;धत कायC *त!दन, जो Jक वह उस !दन करे उस मR दजC करे गा। नमन
ू े के +लए
*Hविटयां नीचे द) जाती ह-
दै नक का फाम
2. (क) *4येक पटवार) हलके के +लये एक दै नक (डायर)) रखेगा। य!द उसे कोई सहायक
+मला हो तो वह भी एक पथ
ृ क दै नक रखेगा।
(ग) पटवार) _दारा नOन+लखत उसी !दन ट)प ल) जायRगी िजस !दन Jक वे उसक जानकार) मR
आएः-
(1) भ+ू म'वामी क म4ृ यु या उनके क
जे मR परवतCन तथा ऐसे सम'त बंधक, प²े ,
vबJKयां या अ;य अ;तरण िजनसे अ8धकार अ+भलेख मR परवतCन होता हो,
(3) नजूल भ+ू म या Jकसी ऐसी भ+ू म वन या +संचाई नमाCण-कायC पर, जो राय क
हो, या Jकसी सावCजनक मागC पर बेजा क
जा,
(5) सीमा या भ-ू मापन 8च;ह का vबगड़ना या नट होना अथवा गांव क सीमाओं
का फेर-बदल,
(9) Jकसी _यित _दारा न'तार सOब;धी अ8धकार के उ{लंघन या ऐसे अ8धकार
के वैध *योग मR बाधा डालने के मामले,
(10) Hव8ध के अधीन उपबि;धत ि'थत को छोड़ मौDसी का|तकार को बेदखल करने
सOब;धी या लगान वHृ करने सOब;धी मामले,
(11) शासकय वन के नयं7ण तथा *बंध सOब;धी नयम के उ{लंघन सOब;धी
मामले,
(12) भ-ू राज'व सं!हता, सन ् 1959 क धारा 176 के अधीन Jकसी खाते का पर4याग
करने सOब;धी त³य,
(13) उसके हलके के Jकसान _दारा ऐसे अ;तरण को अ+भ+लखत करने के +लए
िजन मR उनके साथ Jकये गये ब;धक भी शा+मल ह, +लखत या मौखक Dप से Jकए
गए नवेदन तथा उन पर उसके _दारा क गई कायCवाह),
(14) कृHष तथा आबाद) भ+ू म को Jकसी ऐसे *योजन के +लए काम मR लाना जो
ब;दोव'त मR दजC Jकए गए काम से +भ;न हो और उसका बाद मR एक गैर कृHष *योजन
से अ;य गैर कृHष *योजन के +लए काम मR लाने सOब;धी मामले
3. 100 पृ ठ क िज{द बोधी ऐसी दै नक द) जायेगी िजसके Jक *4येक पृ ठ पर Kमांक पड़ा हो।
*4येक वषC क दै नक 1 जल
ु ाई से *ारOभ होगी तथा 30 जून को समाGत होगी। भर जाने पर पटवार)
इसे कम से कम चार वषC तक रखेगा।
5. सवाय आय पंजी (
नयम13, अ!याय दस)- पटवार) _दारा नOन+लखत फामC मR +सवाय आय
सOब;धी गांववार पंजी रखी जायेग
सवाय आय पंजी
Kमांक +सवाय आय का खसरा Kमांक *4येक खसरा Kमांक प²े दार का नाम तथा उसका
साधन का %े7फल परू ा पता
1 2 3 4 5
मह4वपण
ू C +सवाय आय वाले *4येक गांव के +लए पृ ठ पयाCGत सोखया मR रखे जाने चा!हए तथा
*Hविटयां वषC-*तवषC क जाना चा!हए। उस वषC का, िजससे Jक *Hविटयां सOबि;धत ह, उस वषC क
*Hविटयां +लखना आरOभ करने से पहले, +सरे पर स'
ु पट Dप से उ{{ख करना चा!हए। जहां प²े %े7
मR एक गांव से अ8धक %े7 समाHवट हो तो मह4वपण
ू C गांव के सामने पण
ू C *Hविटयां क जाना चा!हए
तथा अ;य गांव से सOबि;धत *Hविटयां केवल खाने (1) तथा (2) मR क जानी चा!हए। ऐसी *Hविटय
के सामने खाने (9) मR उस गांव का िजसके सामने पण
ू C *Hविटयां क गई हो हवाला !दया जाना
चा!हए।
(क) पटवारय के तहसील मR उपि'थत होने के सOब;ध मR कलेटर _दारा त8थयां इस *कार
नि|चत क जाऐंगी Jक य!द संभव हो सके तो एक !दन मR 20 से अ8धक पटवारय को नह)ं
बल
ु ाया जायेगा तथा उपि'थत क त8थय मR कम से कम चार !दन का अ;तर रखा जायेगा।
(घ) ऐसे पटवार), िजनको इस *कार क छूट द) गई हो, नयम 16, अaयाय दस मR न!दC ट
*तवेदन डाक से भेजRगे।
7.
नयम16, अ!याय दस मN
न?दKट पंजी का फाम- तहसील मR कानन
ू गो _दारा रखी जाने वाल)
पंजी पटवार), पटे ल और कोटवार क पंिजय के जहां तक Jक वे उसके हलके के गांव से सOबि;धत है ।
सह) होने तथा गलत होने का त³य *माणत करे गा, नीचे फामC मR रहे गी। नमन
ू े क *Hविटयां नीचे द)
जाती ह-
1 2 3 4 5
27 जून, 2007 15 बमनी का कोटवार कालू तीन माह स8ू चत Jकया !दनांक एच.बी.के.
पव
ू C मर गया राम*साद, पटवार) 3 जल
ु ाई 2007
8.
नयम17, अ!याय दस मN
न?दKट
तवेदन पMचयां- ऐसे छपे हुए फामC िजन मR Jक पटवार)
अपने हलक मR Jकसी पश-ु महामार) संबध
ं ी घटना क सच
ू ना दR गे, ‘संचालक पशु 8चJक4सा सेवाए’ के
कायाCलय से !दए जाएंगे।
9. Gथानीय जांच (
नयम 21, अ!याय दस) - पटवार) को आवेदन –प7 पर 'थानीय जांच तथा
रपोटC के +लए !दए गए आदे श मR , जब तक वे अHवलOब 'वDप के न ह, सदै व यह बात +लखी होना
चा!हए Jक जांच गांव के आगामी नर)%ण के समय क जाए। इससे पटवार) Jकसी ऐसे काम को िजसमR
Jक वह लगा हुआ हो, उपे%ा करके Jकसी ऐसे काम के +लये िजसमR सहज हो Dका जा सके अथवा Jकसी
ऐसे _यित के +लए जो 8गरदावर) के समय उपि'थत न रहे या न रहने वाला हो, Jकसी Tाम Hवशेष क
या7ा करने से बच जाएगा।
10. गांव0 मN चराई तथा
नGतार और पैदावार के लए संराशदान (कJयट
ु N शन) (
नयम 22, अ!याय
दस) - Hव+भ;न %े7 मR लागू संरा+शदान (कOयट
ु R शन) तथा चराई सOब;धी नयम का पालन Jकया
जाए।
11. जल-कर
नधारण के लए CकGतबHद खतोनी का फाम और उसको तैयार करना (
नयम 23,
अ!याय दस) - पटवार) ऐसे Hववरण *Hववरण या स8ू चयां तैयार करे गा िजसमR राय के +संचाई नमाCण-
कायr से क जाने वाल) +संचाई के +लए वसल
ू Jकये जाने वाले जल-कर का, जो +संचाई Hवभाग _दारा
समय-समय पर नयत Jकया जाए, नधाCरण Jकया गया हो।
(क) जब सीमांकन करना आव|यक हो, तो वह उस Hवभाग या कOपनी _दारा Jकया जाएगा
िजसक ओर से भ+ू म *ाGत क जाए Jक;तु हलके के पटवार) से यह अपे%ा क जाती है Jक वह
सीमांकन तथा सOबि;धत जांच पड़ताल के समय उपि'थत रहे गा।
(ख) य!द भ-ू कर सOब;धी सवI%ण (केड'ªल सवI) पहले से ह) न कर +लया गया हो तो
कलेटर भ+ू म का मापन और उसक नाप करवायेगा तथा Jकसी ऐसे पैमाने पर उसका नशा
बनवायेगा जो Jक 1 इंच बराबर 330 फट से कम या दाश+मक *णाल) के पैमाने मR 1/4000 से
कम न होगा। नशे मR *4येक %े7 पथ
ृ क Dप से !दखाया जाना चा!हए।
(ग) जब उपरोत कंÁडका मR उि{लखत भ-ू कर सवI%ण (केड'ªल सवI) कर +लया जाए, या
य!द उस भ-ू भाग का िजस मR Jक *ाGत क जाने वाल) भ+ू म ि'थत हो, भ-ू कर सवI%ण पहले ह)
हो चक
ु ा हो तो कलेटर, कायC-पालन य;7ी के जरए, *ाGत क जाने वाल) सम'त भ+ू म का
अि;तम रे खांकन Jकए जाने के +लए जमीन पर सीमांकन Jकये जाने क _यव'था करे गा तथा
जैसे-जैसे सीमांकन कायC आगे बढ़े वैस-े वैसे ह) लोक नमाCण Hवभाग के Jकसी अधीन'थ कमCचार)
तथा पटवार) क उपि'थत मR पटवार) के चालू नशे मR भी वह Dपरे खा 8चि;हत क जाएगी, तब
पटवार) और लोक नमाCणँ Hवभाग का कमCचार) *ाGत Jकए जाने वाले %े7 का !हसाब लगाएंगे
और उनके परणाम का +मलान करे गे तथा य!द कोई अ;तर हो, तो ठ½क कर लRगे। गाँव के
नशे मR ये *Hविटयां पहले तो पR +सल से क जाएंगी तथा राज'व नर)%क _दारा उसक जांच
और अ+भ*माणन Jकए जाने के प|चात उस पर लाल 'याह) फेर) जाएगी।
(घ) जब *ाGत क जाने वाल) भ+ू म का सीमांकन तथा चालू नशे मे उनका 8च;हांकन हो
चुके तब पटवार) अपने हलके के उस *4येक गांव के +लए िजस मे Jक *ाGत क जाने वाल)
भ+ू म आती हो नOन+लखत फामC मR *ाGत Jकए जाने वाले भ-ू खड़ो का नशा तैयार करे गाः-
फाम मांक 10
भ-ू अजCन
गांव.............................. तहसील............................. िजला ........................
ब;दोव'त भ+ू म'वामी धारणा8धकार का *ाGत Jकए जाने वाले भ-ू खड मR कैJफयत
जमाबंद) मR का नाम *कार या य!द ि'थत व%
ृ , भवन या कुओं या
खाते का कृषक के खाते मR तालाब के
यौरे , तथा य!द कोई ऐसा
Kमांक हो तो उसका नाम, कुआं या तालाब िजसका उपयोग
िजससे भ-ू नवास-'थान तथा +संचाई के +लये Jकया जाता हो, *ाGत
खड कृषक का अ8धकार Jकया जाना हो तो उन से +सं8चत %े7
सOबि;धत का खसरा Kमांक
हो
6 7 8 9 10
वह *4येक भ-ू खड के +लये गांव के खसरे मR !दये गये Kमांक के अतरत एक पथ
ृ क Kमांक दे गा।
इस बात क Hवशेष सावधानी रखी जानी चा!हए Jक ब;दोव'त अ+भलेख मR *Hवट Jकये अनस
ु ार ह) भ+ू म
क +म²ी तथा ि'थत सOब;धी *Hविट खसरे मR भी ठ½क *कार से +लखी जाती है । य!द Jकसी कारण से
Hपछले ब;दोव'त मR +म²ी वगwकृत न क गई हो, तो पटवार) +म²ी संबध
ं ी *Hविट को लाल 'याह) से
रे खांJकत करते हुए उसका वगwकरण करे गा ताJक कलेटर का इस त³य क ओर aयान आकHषCत हो
सके Jक इसका नवीन वगwकरण Jकया गया है ।
(च) जब *ाGत Jकए जाने वाले %े7 के भ-ू मापन तथा खसरे क उस हलके के राज'व नर)%क तथा
लोक नमाCण Hवभाग के अधीन'थ पदा8धकार) _दारा पण
ू त
C या जांच कर ल) जाए तो पटवार) *ाGत क
जाने वाल) भ+ू म के नशे का अनरु े खन तथा भ-ू अजCन जमाब;द) नOनांJकत (फामC Kमांक 11) मR तैयार
करे गा।
फाम मांक 11
भ-ू अजCन
गांव.............................. तहसील............................. िजला ........................
ात क जाने वाल भू म क (पटवार Tदारा तैयार क जाने वाल) जमाबHद-
भ+ू म'वामी का कृषक का नाम तथा भ-ू अजCन तथा Tाम खसरा +म²ी ि'थत
नाम अ8धकार Hववरण मR Kमांक
1 2 3 4 5
%े7फल उस खाते का कुल %े7फल िजस मR उस खाते का कुल लगान िजस मR कैJफयत
अिजCत भ-ू खड ि'थत हो अिजCत भ-ू खड ि'थत हो
6 7 8 9
फाम मांक 12
भ-ू अजCन
गांव.............................. तहसील............................. िजला ........................
ात क जाने वाल भू म क (पटवार Tदारा तैयार क जाने वाल) जमाबHद-
भ-ू अजCन खसरा %े7 +म²ी ि'थत ब;दोव'त अ8धकार) लगान संबध
ं ी कैJफयत
Hववरण मR भ-ू क ओर से *त म{
ू यांकन
खड़ो क संया एकड़ दर
1 2 3 4 5 6 7
ट)प – (1) से (4) तक के खाने पटवार) _दारा तथा अि;तम तीन खाने कलेटर _दारा भरे जाएंगे।
(4) %े7फल
(7) अनम
ु ानत उपज
(11) दे य मआ
ु वजा
यह *तवेदन गांव के पटे ल _दारा अ+भ*माणत Jकया जाना चा!हए तथा +सHवल मआ
ु वजा
अ8धकार) को सीधे ह) और अHवलOब भेजा जाना चा!हए।
ट)प- पटवारय को यह 'मरण रखना चा!हए Jक हर) बढ़ती हुई फसल को %त पहुंचने के बाद उस
%त का 24 या 48 घंट के बाद नधाCरण करना लगभग असंभव सा है । उदाहरणाथC, हरा गेहूँ िजस मR
पन
ु ः जीवन *ाGत करने क असाधारण शित होती है और जो %े7 सै;य दल गज
ु रने के तरु ;त बाद
लगभग चौपट सा !दखाई पड़ने लगे उस मR 48 घंटR के बाद %त के कदा8चत 8च;ह ह) !दखाई दR गे।
+सHवल मआ
ु वजा अ8धकार) _दारा पटवारय को जांच पड़ताल के +लए भेजी गई Hव+शट +शकायत पर
!दये जाने वाले *तवेदन (रपोटC ) को छोड़ वे और कोई *तवेदन नह)ं भेजRगे। पटवारय को राज'व
नर)%क _दारा Jकए जाने वाले स4यापन और अ+भ*माणन के आधार पर इन *तवेदन को भेजने मR
HवलOब नह)ं करना चा!हए।
15. कृष आंकडे के
नयम 31, (अ!याय दस)- चुने हुए के; के पटवार) फामC (उपज) म{
ू य के
साGता!हक *Hववरण तथा कृHष- मजदरू ) और Tामीण फुटकर म{
ू य के मा+सक *Hववरण बनायRगे। वे
फसल काटने संबध
ं ी सरवे%ण के +लए चुने हुए गांव क भ+ू म के उपयोग सOब;धी Hववरण भी बनायRगे।
16. फसल काटने सOब;धी *योग कायC के सOब;ध मR पटवार) हलके के चुने हुए %े7 मR उन %े7
के Jकसान से परामशC करके फसल काटने संबध
ं ी !दनांक नि|चत करे गा तथा अपने हलके के राज'व
नर)%क को उनक सच
ू ना दे गा। वह इन नि|चत !दनांक मR य!द कोई परवतCन Jकया गया हो, तो उन
परवतCन क सच
ू ना भी दे गा तथा इस बात का aयान रखेगा Jक चुने हुए %े7 क फसलR यथाि'थत,
मल
ू Dप से नि|चत Jकए गए या पन
ु र)%त !दनांक को ह) *योग के +लए काट) गई है ।
पटवा/रय0 के ऐसे ववध क[तTय0 के सJबHध मN ?हदायतN िजनका
नयम0 मN GपKट उWलेख
नहं है
2. फसल0 के पव
ू ानम
ु ान सJबHधी योजन0 के सJबHध मN जानकार इक£ी करना और Gतत
ु
करना- अटूबर मास मR पटवार) उन %े7 के बारे मR जांच पड़ताल करR गे िजन मR खर)फ क फसलR बोई
गÇ ह तथा िजनके संबध
ं मR पव
ू ाCनम
ु ान तो *'तत
ु कर !दये गये ह, Jक;तु उस समय Hवशेष 8गरदावर)
न क जाना हो। उन Hव+भ;न *कार क फसल के %े7फल तथा उनक उपज का अनम
ु ान लगाने मR ,
िजनके पव
ू ाCनम
ु ान *'तत
ु Jकए जा चक
ु े ह राज'व नर)%क का आं+शक Dप से मागCदशCन पटवारय
_दारा द) गई जानकार) से होता है । अतएव पटवार) को 8गरदावर) करते समय अपने *भार क Tाम
फसल क दशा सु नि|चत कर लेनी चा!हए तथा वह जब भी आव|यकता हो यथासंभव, राज'व नर)%क
को अ8धक से अ8धक सह) जानकार) दे गा।
5. संचाई वभाग Tदारा पटवा/रय0 के अभलेख0 का
नरFण – पटवारय को चा!हये Jक वे +संचाई
Hवभाग के कमCचारय को अपने नशे और अ+भलेख का नर)%ण करने दR और उन मR से अपे%त
जानकार) के उरण भी ले लेने दR ।
7. लेखन सामvी – पटवार) को D. 150.00 का नि|चत मा+सक भ4ता अथवा लेखन सामTी द)
जाएगी।
य!द पटवारय को, उनके साधारण कायC के अतरत Hववरण तैयार करने के +लए बल
ु ाया जाए
तो उनको Hववरण तैयार करने के आदे श के साथ ह) आव|यक लेखन सामTी भी द) जाना चा!हए।
8. पटवार क कायभार सच
ू ी – पटवारय के कायCभार-*तवेदन (चाजC रपोटC ) *ायः अपण
ू C होते ह
और उनक सम8ु चत Dप से जांच भी नह)ं क जाती है । इसका परणाम यह होता है Jक जब Jकसी
पटवार) से Jकसी गमु हुए कागज, अ+भलेख अथवा अ;य व'तु के संबध ं मR पछ
ू जाता है तो वह यह कह
कर बहाना बना दे ता है Jक जब उसने कायC भार संभाला था, तब वह उसे नह)ं +मला था। इस बात को
टालने के +लए पटवारय को कायCभार सच
ू ी राज'व नर)%क को स»प दे नी चा!हए जो उसे भ-ू अ+भलेख
कायाCलय को भेज दे गा तथा भ-ू अ+भलेख का +लHपक का यह कतC_य होगा Jक वह इसका +मलान करR
तथा इसक अपण
ू त
C ाओं क तरफ अधी%क भ-ू अ+भलेख का aयान आकHषCत करे । पटवार) को अपने
कायCभार *तवेदन मR अपने क
जे मR रहने वाल) ब;दोव'त संबध
ं ी सभी परु ानी +मसलR और नशे भी
*Hवट करना चा!हए। +मलान कर लेने के प|चात कायCभार सच
ू ी से संब8ं धत न'ती के अ+भलेख के साथ
न'तीब कर !दया जाना चा!हए तथा इस न'ती को समाGत करते समय उसे भी समाGत कर दे ना
चा!हए।
पG
ु तकN भ-ू मापन सामvी आ?द
Kमांक नाम पG
ु तकN या भ-ू मापन सामvी संXया
1 दै नक (डायर))
2 पटवार) नयमावल)
3 न'ती-प'
ु तक (फाइल बक
ु )
5 तता
6 तपाई
8 साइड 'Kू
9 जर)ब
10 सज
ू े
11 परकार
12 पैमाना (बोस वड
ु 'केल)
15 कंघी
18 रसीद बक
ु
19 खसरा का प
ु ा
20 लेखन सामTी
21 *प7 पंजी
कागज0 का यौरा
6 चालू खसरा
7 8चा
8 +मलान खसरा
9 िजंसवार खर)फ
10 िजंसवार रबी
11 िजंसवार गमw
12 चालू नशे
7!ु टपण
ू C अथवा लGु त सीमा और भ-ू
15
मापन 8च;ह का Hववरण ....
16 फदC परताल
18 जमाब;द)
19 कोरे *प7
20 अ8धकार अ+भलेख
21 संशोधन पंजी
?टपणीः- पटवार) को अपने हलके के *4येक गांव के +लए खाने खींच लेना चा!हए।
पव
ू ाC;ह /अपरा;ह कायCभार दे ने वाले पटवार) के ह'ता%र
!दनांक ...........20
9. पव
ू wFण लायसNस (ोGपेि3टं ग लायसNस)- एम. आई-1 एम.आर. 17 य!द कोई आवेदक उन
सीमाओं के हवाले से Jकसी %े7 क ि'थत को न!दCट न कर सकR, जो कलेटर के क
जे मR रखे हुए
नश से पहचानी जा सकती है , तो आवेदक को भ+ू म पर %े7 क सीमाएं बताना आव|यक होगा, तथा
कलेटर आवेदक _दारा ऐसी रकम के जमा करने पर, जो अ8धक से अ8धक 50 पैसे *त एकड़ 40 पैसे
*त है टर तक सवI%ण करने के +लये Jकसी पटवार) या अधीन को भेजेगा।
पटवा/रय0 Tदारा न3श0 क तैयार- एम. आई-3 एम.आर. 17 पटवारय का यह कतC_य नह)ं है Jक वह
खान पव
ू %
I क (*ो'पेटसC) को उनक मांग के अनस
ु ार %े7 का खसरा Kमांक तथा उनक ि'थत संबध
ं ी
जानकार) दR तथा इस मामले मR खान पव
ू I%क को नOन+लखत नयम से मागC-दशCन Tहण करना
चा!हए-
(1) नीचे उपबि;धत Jकये गये के अतरत कोई भी पटवार) खान पव
ू I%क को नशे या
कागज नह)ं !दखा सकेगा तथा खान पव
ू I%क _दारा, इन नयम से +भ;न *कार पटवार) के अ+भलेख से
तैयार Jकए गए नशे तथा अ+भलेख 'वीकार Jकए जायRगे।
(ख) उसे Jकसी भी %े7 क सीमाओं तथा खसरा Kमांक के सOब;ध मR जानकार) दे ने के +लये,
(ग) इस *योजन के +लए सामTी क _यव'था Jकये जाने पर नशा तैयार करने के +लए या
उसे खसरा Kमांक और उनके %े7 क सच
ू ी दे ने के +लये।
15. पर+शट मR !दए गये उरण, अथाCत म.*./छ.ग. भ-ू राज'व सं!हता, 1959 क धारा 240 और
241 के अधीन कतपय व%
ृ क कटाई क मनाह) तथा राय के वन से इमारती लकड़ी क चोर) का
नवारण सOब;धी नयम पटवारय को ट)प लेना चा!हये।
16. भ-ू अभलेख काय के अलावा पटवा/रय0 Tदारा Cकए गए अHय काय का मासक ववरण –
पटवारय को उसके _दारा Jकये गए भ-ू अ+भलेख कायC को छोड़, अ;य कायC सOब;धी
यौरे तथा उन पर
लगाया गया समय अपनी दै नक (डायर)) मR +लखना चा!हए और िजन आदे श के अनस
ु ार उ;हR ये कायC
करने पड़े ह, उन का उ{लेख भी करना चा!हए। उ;हR अपनी दै नJकय को इस सामTी के आधार पर
नीचे !दये गये फामC मR , एक मा+सक Hववरण तैटार करना चा!हए तथा उसे आगामी मास क दस
ू र)
तार)ख को अपने हलके के राज'व नर)%क को *'तत
ु कर दे नी चा!हये।
राजGव
नरFक के हलका .......................... मN ............... माह मN पटवार Tदारा Cकये गये भ-ू
अभलेख के अलावा अHय काय का ववरण।
;याय पंचायत मे अववाव क स8ू चयां भ-ू अ+भलेख के अतरत कैJफयत
उपि'थत तैयार करना अ;य कायC
9 10 11 12
Gतावना:-Jकसी भी %े7 का भू-अ+भलेख तैयार करने के +लये उस %े7 का नशा बनाया जाना आव|यक होता है । अत:
गांव क आबाद) भू+म का भू-अ+भलेख तैयार करने के +लये सवC*थम गांव क आबाद) भू+म का नशा तैयार करना
आव|यक है । *दे श मR गत राज'व सवI%ण (ब;दोब'त) क संJKयायR +भ;;ा-+भ;न िजल मR सन 1903 से लेकर 1940 तक
सOप;न हुई है , िजसके दौरान गांव के नशे तैयार Jकये गये ह एवं इन Tाम नश मR ह) आबाद) %े7 को एक ‘’खड’’
(BLOCK) के Dप मR दशाCया गया है । हाल राज'व सवI%ण (ब;दोब'त) क संJKयायR *दे श मR सन 1975-76 से *ारं भ हुई,
जो सन ् 9 जून 2000 तक *भावशील रह)ं। इस दौरान भी गांव क आबाद) भू+म को Tाम के नशे मR एक ‘’खड’’
वतCमान मR राय शासन yवारा Tाम क आबाद) भू+म मR घर क भू+म के 'वा+मय को अ8धकार अ+भलेख
(अ8धकार प7) *दाय करने का नणCय +लया गया है । इसके +लये आव|यक है Jक Tाम क आबाद) क भू+म का एक पथ
ृ क
से नशा तैयार Jकया जाय िजसमR आबाद) मR न!हत शासकय भू-खड क ि'थत दशाCने के साथ ह) साथ *4येक _यित
yवारा धारण क जाने वाल) घर क भू+मय का भी नशा तैयार Jकया जाए, िजससे Jक सम'त नजी धारक को उनके
yवारा धारत क जाने वाल) भू+म का अ+भलेख तैयार कर उ;हR अ8धकार प7 *दाय Jकया जा सके। यह कायC शासन yवारा
पहल) बार *ारं भ करने का नणCय +लया गया है । अतः कायC को सुचा प से संप;न करने के +लये एक समु8चत Dपरे खा
एवं !दशा-नदI श का होना आव|यक है ।
आबाद) भू+म के नशा एवं अ+भलेख नमाCण क *JKया के संबंध मR म.*. भ-ू राज'व सं!हता 1959 मR वणCत
*ावधान के Kम मR नOनानुसार पूरक नदI श जार) Jकए जाते ह:-
• *ाय: सभी Tाम मR आबाद) %े7 एक समूह मR होता है , हो सकता है Jक Jक;ह)ं Tाम मR आबाद) %े7 एक समूह मR
न होकर अ8धक समूह मR हो। ऐसी ि'थत उन Tाम मR हो सकती है िजनमR एक या एक से अ8धक मजरा या
टोला सिOम+लत रहते ह। रे खा मापन के +लये इन आबाद) %े7 के चार ओर म.*. भ-ू अ+भलेख नयमावल) भाग-
4 के अaयाय-6 मR !दये
आबाद) %े7 के अंदर सड़क, ग+लय के Jकनारे भी आव|यकतानुसार आव|यक संया मR चांदा प4थर गडाने पड़Rगे।
अतः सवC*थम रे खामापन कायC के +लये आव|यक चांदा प4थर/सीमा 8च;ह क संया का आंकलन कर बजट
आवंटन *ाGत Jकया जाये साथ ह) आबाद) %े7 मR गडाये जाने वाले *4येक सीमा-8च;ह/चांदा प4थर का लोकेशन
दशाCने वाला एक नजर) नशा भी तैयार कर +लया जाये ताJक उसे यथा 'थान गडाया जा सके।
• चांदा प4थर/सीमा 8च;ह के Kय तथा इसे गडाये जाने क कायCवाह) मaय *दे श भू-अ+भलेख नयमावल) भाग-4
के अaयाय-6 मR !दये गये नदI श के अनु प क जाये। चंदा प4थर गडाते समय मुयत: नOन बात का aयान
रखा जाये:-
• उपरोतानुसार *ाGत नशे पर *4येक भूखंड का नयमानुसार Kमांकन Jकया जाए तथा *4येक भूखंड के
%े7फल क गणना वगC मीटर मR क जाये।
• उपरोतानस
ु ार तैयार Jकये गये आबाद) नशे का वतCमान Tाम नशे के मापमान पर परवतCत कर इस
Tाम नशे पर सुपर इOपोज कर दोन ह) नशR मR आबाद) %े7 मR समा!हत %े7फल का Kास जांच कर
+लया जाये।
वGतत
ृ भूमापन क आधु
नक Cया
• Hवभाग yवारा satellite imagery का *योग कर आबाद) नशे बनाए जाने क योजना है । इसके अंतगCत
satellite imagery के नश का rectification एवं ground truthing कर नयत मापमान 1/1000 पर नशे
तैयार Jकए जाकर आबाद) खंड पर overlap कर यह सुनि|चत Jकया जाता है Jक आबाद) खंड और नवीन
नशा क आकृत एक जैसी है , यह सुनि|चत हो जाने पर पटवार) 'थल जांच व आव|यकता अनुसार ETS
machine से माप कर *4येक आबाद) मे भ+ू म धारण करने वाले कृषक के अलग-अलग Gलाट नं. तथा
उनका %े7फल सुनि|चत करते ह।इसी *कार आबाद) के खुले भ-ू खंड रा'ते एवं मह4वपूणC सावCजनक 'थल
आ!द के नशे सुनि|चत Jकए जाते ह। यह योजना अभी पायलेट *ाजेट मे है , इसके लागू होने से रे खा
मापन या चैन सवI के कायC क आव|यकता नह) रहे गी।
अभलेख
नमाण
• म0*0 भ-ू राज'व सं!हता 1959 क धारा 108 के *ावधान के अंतगCत Jकसी Tाम के आबाद) %े7 मR न!हत
*4येक भू-खड का अ8धकार अ+भलेख तैयार कराये जाने संबंधी अ8धसच
ू ना राय शासन yवारा जार) Jकये
जाने के प|चात *ा8धकृत अ8धकार) yवारा आबाद) %े7 का अ8धकार अ+भलेख एवं अ;य सुसंगत अ+भलेख
सं!हता के *ावधान के अनुDप तैयार Jकया जायेगा।
• वतCमान मR म0*0 भ-ू राज'व सं!हता 1959 क धारा 108 सहप!ठत धारा 121 के *ावधान के अंतगCत
Jकसी Tाम के आबाद) %े7 का Kमश: अ8धकार अ+भलेख, खसरा एवं अ;य सस
ु ंगत पंजी तैयार कराये जाने
के +लये Hव!हत *ाDप नधाCरत नह)ं Jकया गया है । इस संबंध मR शासन 'तर पर कायCवाह) *च+लत है । जब
तक शासन yवारा आबाद) %े7 के अ8धकार अ+भलेख, खसरा एवं अ;य सुसंगत अ+भलेख का *ाDप
नधाCरत Jकया जाकर राजप7 मR इसका *काशन न कर !दया जाता है , तब तक सं!हता क धारा 107 के
अंतगCत न+मCत नयम मR वणCत पंिजय मR आबाद) भ+ू म के अ+भलेख संधारत Jकया जाय ताJक
इसके आधार पर शासन yवारा नधाCरत *ाDप मR आबाद) भ+ू म का अ+भलेखीकरण Jकया जा सके
।
• जैसा Jक ऊपर उ{लेख Jकया गया है Jक आबाद) %े7 के नशे मR रत/न+मCत भ-ू खड को
पथ
ृ क-पथ
ृ क रं ग से दशाCया जायेगा । तदनस
ु ार ह) *4येक भ-ू खड का नंबरवार ग|त कर 'व4वो
का अ+भलेखन कायC सं!हता के *ावधान के अनD
ु प नOनानस
ु ार Jकया जायेगा-
- भवन नमाCण के *योजन के +लये उपल
ध भ-ू खडो क पंजी तथा सावCजनक *योजन एवं
शासकय उपयोग के +लये संर%त भ-ू खड क पंजी सं!हता क धारा 107 के *ावधान के
अ;तगCत न+मCत नयम-4 के अनD
ु प *ाDप "क" एवं "ख" मR तैयार क जायेगी ।
प "क"
( नयम 4 दे खये)
भवन नमाण के योजन0 के लए उपलध खुले Gथान0 या भ-ू ख-ड0 क पंजी
स.K. भ-ू खड संयांक %े7फल 'थान जहां भ-ू सीमाएं (भ-ू खड !टGपणी
लं.xचौ.
1 2 3 4 5 6
परू ब-
पि|चम-
उ4तर-
द%ण-
प "ख"
( नयम 4 दे खये)
सावज नक योजन0 एवं शासकय उपयोग के लये संरuFत भ-ू ख-ड0 क पंजी
स.K. भ-ू खड संयांक %े7फल 'थान जहां भ-ू सीमाएं (भ-ू खड !टGपणी
लं.xचौ.
1 2 3 4 5 6
परू ब-
पि|चम-
उ4तर-
द%ण-
!टGपणी- वह *योजन िजसके +लये भ-ू खड संर%त है, "!टGपणी" के 'तOभ मR *द+शCत Jकया जाय।
-शासकय उपयोग/सावCजनक *योजन मR लाए जा रहे भ-ू खड क पंजी नOन *ाDप मR संधारत
क जाय-
ाप "ग"
सावज नक योजन0 एवं शासकय उपयोग मN लाए जा रहे भ-ू ख-ड0 क पंजी
गांव_______________________ तहसील_________________
िजला_____________________
'थान या भ-ू खड का K. %े7फल सीमाएं तथा अ;य वणCन !टGपणी
परू ब- पि|चम-
उ4तर- द%ण-
1 2 3 4
!टGपणी- वह *योजन िजसके +लये भ-ू खड उपयोग मR लाया जा रहा है, "!टGपणी" के 'तOभ मR
अ+भ+लखत Jकया जाय।
आबाद) %े7 मR न!हत नजी धारक के भ-ू खड का अ+भलेख तैयार करते समय सं!हता क धारा 244,
245 तथा 246 के *ावधान को ¿िटगत रखना आव|यक है ।
- सं!हता क धारा 245 मR यह *ावधान है Jक आबाद) मR ि'थत ऐसा भवन 'थल, जो यिु त-
य
ु त माप (डाइमे;शन) का है , भ-ू राज'व के भग
ु तान के दाय4वाधीन नह)ं होगा, य!द ऐसा
'थल Jकसी कोटवार या ऐसे _यित के दखल मR है जो उस Tाम मR कृHष +श{पी या कृHष-
u+मक के Dप मR कायC करता है । इस *ावधान से यह 'पट है Jक य!द कोई धारक "यिु त-
य
ु त माप के भ-ू खड/भवन 'थल" से अ8धक भ+ू म धारण करता है तो वह अतरत भ+ू म
भ-ू राज'व के भग
ु तान के दाय4व से म
ु त नह)ं होगी। अतरत भ+ू म धारण करने वाले
धारक पर नयमानस
ु ार भ-ू राज'व का पन
ु ः नधाCरण Jकया जा सकेगा, जो शासन yवारा
नधाCरत Jकया जायेगा।
ाप 'घ'
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
ाप 'ड'
स.K. Tाम आबाद)/आवासीय उपयोग क भू+म का Hववरण भू-ख;ड िजन पर Tाम नवा+सय के घर बने ह का Hववरण
खसरा %े7फल भू+म का 'वDप शासकय भू-खड %े7फल (वगCमीटर) घारक का भू-खड क
नंबर (हैटर/वगC भू+म क संयांक नाम, पता चतुसwमा का
शासकय नजी न+मCत खल
ु ा योग
मीटर मR ) ि'थत मR क वगैरह पण
ू C Hववरण
%े7 %े7
नोईयत Hववरण उ4तर-
ल.xचौ. ल.xचौ. स!हत
द%ण-
पव
ू -C
पि|चम-
1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12
आदे श आदे श नधाCरत भू-खड %े7फल भू-खड क चतुसwमा का Hववरण आमट आदे श धारक का नधाCरत
K./!दनांक सं%Gत का *_यािज/ सयाक उ4तर- न का का नाम, *_यािज/
आदे श सं%Gत पता
Hववरण भू-भाटक द%ण- K./!द Hववरण वगैरह भू-भाटक
नांक
पव
ू -C
पि|चम-
13 14 15 18 19 20 21 22
उ4तर-
द%ण-
परू ब-
पि|चम
ाप “च”
1 2 3 4 5 6 7 8
- आबाद) भ+ू म के धारक yवारा नधाCरत %े7फल से अ8धक भ+ू मय पर ऐसा *
यािज एवं भ-ू
भाटक नधाCरत Jकया जा सकेगा, जो समय-समय पर शासन yवारा Hव!हत Jकया जाय।
- Tाम क आबाद) भ+ू म के अ+भलेखीकरण का कायC संब8ं धत Tाम सभा क "सावCजनक संपदा
स+मत" क नगरानी मR संपा!दत Jकया जायेगा ।
- सं!हता क धारा 108 के *ावधान के अ;तगCत आबाद) भ+ू म का *ाDप अ8धकार अ+भलेख एवं
अ;य सस
ु ग
ं त अ+भलेख तैयार कर +लये जाने के प|चात ् इन अ+भलेख का *काशन Tाम सभा मR
स%म अ8धकार) (*ा8धकृत अ8धकार)) yवारा सावCजनक 'थल पर नयत त8थ एवं समय पर
Hव8ध तथा *JKया अनस
ु ार Jकया जायेगा । अ8धकार अ+भलेख के *काशन के 15 !दन पव
ू C
सम'त धारक को उनके yवारा धारत भ-ू खड के अ+भलेख एवं नशा का अ% *दाय Jकया
जायेगा तथा *माणीकरण के !दन Tाम सभा के सम% मR *ा8धकृत अ8धकार) yवारा *4येक
धारक को सन
ु ा जाकर अ+भलेख का *माणीकरण Jकया जायेगा ।
उपरोतानस
ु ार आबाद) भ+ू म के अ+भलेख नमाCण तथा सं!हता के *ावधान के अ;तगCत उनके
*माणीकरण प|चात नOन *ाDप मR *4येक धारक को उसके yवारा धारत भ+ू म का *माण प7
*दाय Jकया जाएगा। आबाद) भ+ू म का अ8धकार प7 *Dप नOनानस
ु ार होगा
प "छ"
कायाCलय Tाम पंचायत ------------------- तहसील ----------- िजला --------- सवI%ण पंजी Kमांक ---------
आवंटन पंजी Kमांक ---------------- !दनांक ----------- एतy yवारा *माणत Jकया जाता है Jक uी -----
अनस
ु च
ू ी
खा.नं. आबाद) भ-ू खड K. न+मCत भ-ू खड खुला %े7 भ-ू धारत कुल भ-ू खड क
क लOबाई- खड क %े7फल चौहµी
चौड़ाई लOबाई-चौड़ाई 1.उ4तर -
2.द%ण –
3.पव
ू -C
4.पि|चम-
1 2 3 4 5 6
!दनांक –-----
- उत न+मCत अ8धकार प7 का आबाद) %े7 मR न+मCत घरो के भ+ू म'वा+मय को अ8धकार प7 के
Dप मR स%म अ8धकार) yवारा संब8ं धत धारक पत-प4नी के संय
ु त अ8धकार मR *दाय क
जायेगी ।
- अ8धकार अ+भलेख *काशन के प|चात ् इसके आधार पर स%म अ8धकार) yवारा भ-ू अ8धकार एवं
ऋण-पिु 'तका एवं अ;य सस
ु ग
ं त अ+भलेख तैयार Jकए जायेगे तथा संब8ं धत धारक को भ-ू सध
ु ार
एवं ऋण-पिु 'तका शासन yवारा नधाCरत श{
ु क पर धारक को *दाय क जायेगी ।
अ!याय — 18
नामांतरण का उेVयः-
अ8धकार अ+भलेख को आज !दनांक तक शुaद रखा जाना।
*4येक खातेदार से पथ
ृ क-पथ
ृ क उसके !ह'से का भू राज'व नधाCरण कर वसूल
करना ।
Tाम के भू-अ+भलेख को अyयतन रखे जाने का दाय4व सं!हता क धारा 104(2) के
तहत कलेटर को स»पा गया है िजसके +लए *4येक पटवार) ह{के पर एक पटवार) क नयुित
Jकये जाने का *ावधान है । अ8धकार) अ+भलेख (ब;दोव'त रकाडC) एक बार तैयार Jकया जाता है
िजसके आधार पर Hव+भ;न भू अ+भलेख तैयार Jकये जाते ह‚ यथा- खसरा, बी-1(खतौनी
आसामीवार)। इन भू अ+भलेख को अyयतन रखने का वा'तHवक दाय4व ह{का पटवार) का है ।
भू-अ+भलेख मR दजC खातेदार के नाम, उनका हक आ!द *Hविटय मR परवतCन क *JKया को
नामांतरण कहा जाता है । भ-ू अ+भलेख मR दजC खातेदार से ह) नधाCरत लगान क वसूल) क
जाती है ।
नामांतरण Cकये जाने के आधार/कारणः-
• म4ृ यु के आधार पर
1. वारसान हक मR
2. द4तक हक मR
3. वसीयत के आधार पर
• पंजीकृत द'तावेज के आधार पर
1. HवKय प7
2. दान प7
• +सHवल ÁडK के आधार पर
1. पारवारक Hवभाजन के आधार पर
2. नीलामी के आधार पर
भू अ+भलेख मR दजC Jकसी खातेदार क म4ृ यु होने पर आव|यक है Jक उसके वैध वारस
का नाम भू अ+भलेख मR शीÊ-अतशीÊ दजC Jकये जायR। मत
ृ क के वैध वारस कौन ह? यह *|न
सामने आता है । य!द मत
ृ क खातेदार !ह;द ू है तो वैध वारस का नधाCरण !ह;द ु उ4तरा8धकार
अ8धनयम से होता है । य!द मत
ृ क खातेदार मुसलमान है तो इसका नधाCरण मुि'लम पसCनल
लॉ से होता है । य!द मत
ृ क --- आ!दवासी वगC से है तो उसके उनक मा;यताओं के अनुसार
नयम शासन _दारा नधाCरत Jकये गये ह। वैध वारस के नधाCरण मR अत सावधानी बरतना
चा!हए।
य!द कोई खातेदार लाऔलाद के और उसके _दारा Jकसी अ;य बचे को द44क Tहण
Jकया है तो ऐसी ि'थत मR !ह;द ू द4तक भरण पोषण अ8धनयम,1956 के उपब;ध के अधीन
द4तक साvबत होना चा!हए।
य!द HवKयप7 सशतC है तो उसके आधार पर नामांतरण नह)ं Jकया जा सकता। उदाहरण
के +लए- HवKयप7 मR इस बात का उ{लेख है Jक संबं8धत भू+मHवKेता को उसके _दारा मू{य
वापस कर दे ने पर वापस कर द) जावेगी। इस *कार का द'तावेज संHवदा बंधक प7 है ,
HवKयप7 नह)ं।
सवल »ड के आधार पर नामांतरणः-
+सHवल ÁडK राज'व ;यायालय पर बंधनकार) है अथाCत ् +सHवल ;यायालय _दारा जार)
ÁडK के आधार पर राज'व अ+भलेख को सुधारा जाना हमारा दाय4व है । यyयHप ÁडK के
आधार पर नामांतरण हे तु नधाCरत *JKया का पालन Jकया जाता है तथाHप यह कायC उत
+सHवल आदे श का राज'व अ+भलेख मR अमल मा7 है । इस *कार के *करण को अपील मR नह)ं
+लया जाना चा!हए। पटवार) को चा!हए Jक वह +सHवल ÁडK *ाGत होने पर उसे ;यायालय मR
*'तत
ु कर दे । उसे सीधे पंजी मR दजC कर अमल नह)ं करना चा!हए। *तकूल क
जे के आधार
पर क गयी ÁडK मR 'टाOप यूट) HवKयप7 के समय जमा करना चा!हए।
धारा 165[2(ख)]
धारा 158{(3) शासकय भू+म के संबंध मR
इस धारा मR ऐसी भू+मयाँ जो शासकय थीं, िजनका प²ा *दाय Jकया गया, ऐसी भू+मय
के अ;तरण पर कलेटर क पूवाCनुमत का *ावधान Jकया गया है । अतः आव|यक है Jक
नामांतरण पंजी पर *Hविट दजC करने के पव
ू C यह दे खा जाये Jक लागू ब;दोव'त खतौनी
(ब;दोव'त अ+भलेख) मR संबं8धत भू+म शासकय मR दजC नह)ं है । य!द शासकय दजC है तो इस
धारा के *तबंधा4मक *ावधान लागू होते ह। कलेटर क vबना अनुमत नामांतरण नह)ं Jकया
जाना चा!हए।
“इस धारा के अ;य उपब;ध के तथा धारा 168 के उपब;ध के अaयधीन रहते हुए
भू+म'वामी अपनी भू+म का कोई भी !हत अ;तरत कर सकेगा।
- धारा 165 (4) ख – औyयो8गक *योजन के +लए भू+म का अ;तरण Jकये जाने के पूवC
यह आव|यक है Jक ऐसी भू+म पर _यपवतCन धारा 172 के तहत अंतरण के पूवC *ाGत करना
आव|यक है ।
सीलंग ए3ट का उWलंघनः-
- धारा 165 (4) क – य!द नामांतरण Jकये जाने से ऐसे _यित के प% मR नामांतरण
होना है िजसके फल'वDप उसके पास पव
ू C से धारत भ+ू म +मलने पर उसके _दारा धारत भ+ू म
सी+लंग एट मR वणCत अ8धकतम भ+ू म धारण क सीमा से अ8धक हो जावेगी। इस *कार का
नामांतरण नह)ं Jकया जाना चा!हए।
- धारा 165 (5) – ;यायालय क Jकसी ÁडK या आदे श के नपादन, नीलामी से Kय
भू+म के आधार पर Jकसी _यित के प% मR नामांतरण नह)ं Jकया जा सकता है । य!द उसके
_दारा पूवC से धारत भू+म +मलाने पर उसके _दारा धारत भू+म सी+लंग +ल+मट से अ8धक हो
जावे।
आ?दवासी Tदारा धा/रत भू म का अHतरण Cकसी गैर आ?दवासी को-
- धारा 165 (7-क) – मaय *दे श भू राज'व अ8धनयम 1968 _दारा धारत भू+म का
अ;तरण कलेटर क अनुा के vबना नह)ं Jकया जा सकता है ।
अववा?दत नामांतरण -ऐसे नामांतरण, िजसमR फोत _यित के नाम के 'थान पर उसके वय'क
वैध वारस के नाम दजC Jकया जाना है , यह अHववा!दत नामांतरण कहा जावेगा। रिज'टडC
HवKय पर HवKयप7 के आधार पर HवKेता का हक, Kेता का सी+लंग एट के आधार पर Kय
हक क जाँच प|चात उपयुत पाये जाने पर Jकया जाने वाला नामांतरण अHववा!दत *कृत का
नामांतरण कहा जावेगा।
ववा?दत नामांतरण –उपयु
C त दो *कार के नामांतरण के अलावा अ;य सभी *कार के आधार
पर Jकये जाने वाले नामांतरण Hववा!दत नामांतरण क uेणी मR , *ारं +भक तौर पर आते ह
िजनका नराकरण ;यायालय _दारा Jकया जाना चा!हए।
धारा 109 के तहत पटवार) को नामांतरण क सूचना *ाGत होते ह) उसे उत नामांतरण
का पर)%ण *तबंधा4मक धाराओं के करना चा!हए। *तबंधा4मक धाराओं का उ{लंघन न पाये
जाने पर भू+म िजस खाता से संबं8धत है , उस खाते क सम'त *Hविट (खाना नं., रकवा,
लगान) नामांतरण पंजी के संबं8धत कॉलम मR दजC करना चा!हए। लागू +म+सल ब;दोव'त के
अनुसार खसरा नंबर वार भू+म क कैJफयत यथा नजी/सं'था/शासकय संबं8धत कॉलम मR दजC
करना चा!हए। वतCमान खातेदार का Hववरण संबं8धत कॉलम मR दजC करने के प|चात नामांतरण
उपरांत रकाडC पर क जाने वाल) *Hविट (खातेदार के नाम) संबं8धत कॉलम मR दजC करना
चा!हए ।
उपसंहारः-
नामांतरण का उµे|य अ+भलेख को अyयतन रखना है । नामांतरण Jकसी *कार का हक
*दान नह)ं करता अHपतु यह Hव8ध के अनुसार अिजCत हक को मा;यता दे ता है । नामांतरण भू
अ+भलेख शु रखने क *JKया मा7 है । नामांतरण न Jकये जाने से कानून _दारा अिजCत हक
नट नह)ं होता है ।
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
vबषयः- ववा?दत नामांतरण पंजी Hयायालय मN Gतुत करने वावत
महोदय,
vबषया;तगCत *करण के संबंध मR रपोटC नOन *कार *'तत
ु है ः-
(1) Kेता uी/uीमती ........................पु7/प4नी ........................ जात ..................... नवासी
Tाम ................. ने रिज'टडC HवKय प7 Kमांक ............ !दनांक .................... के yवारा
Tाम ................ क भ+ू म सवI नं. .......... रकवा .............. है टर भू+म भू.रा. ..............
पये को HवKेता uी/uीमती .................... प7
ु /प4नी uी ................. जात ................
नवासी Tाम ................... से Kय Jकया ह ।
(2) HवKेता / अ;य कृषक uी/uीमती ........................पु7/प4नी ........................ जात
.............. नवासी Tाम ................. ने उपरोत भू+म का नामांतरण नह)ं Jकये जाने संबंधी
+लखत आपि4त !दनांक .............. को मुझे पेश क गई ह ।
(3) उपरोत HवKय प7 के आधार पर नामांतरण को नामांतरण पंजी Kमांक ............!दनांक
................. पर *करण को दजC Jकया गया ह िजसमR आपि4त *ाGत होने से Hववा!दत पंजी को
uीमान के ;यायालय मR उ8चत कायCवाह) *'तुत Jकया जा रहा ह ।
अतः रपोटC उ8चत कायCवाह) हे तु uीमान क सेवा मR *'तुत ह ।
!दनांक .......................
संलनः-
(1) नामां. पंजी K. .......... क नकल ।
(2) खसरा व बी-1 क नकल । ह'ता%र पटवार)
(3) आपि4तकताC क आपि4त क छाया *त । ह{का नं. ..........
(4) HवKय प7 क छाया *त । रा.न. व.ृ ........ तहसील ........
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
महोदय,
(2) मत
ृ क के वारसान / अ;यकृषक uी/uीमती .................पु7/ प4नी ...................... जात
.................. नवासी Tाम ................. ने उपरोत भू+म के नामांतरण नह)ं Jकये जाने संबंधी
+लखत आपि4त !दनांक ............... को मझ
ु े पेश क गई ह ।
संय3
ु त खात0 का
नमाणः- कृषक yवारा धारत भू+म के Jकसी सवI नOबर या खाते
के Jकसी भाग को Jकसी _यित या सं'था को HवKय करने पर या कृषक के फौत होने पर
उसके वारसान के नाम नामांतरण होने पर उत भू+म के खात से संयुत खात का नमाCण
होता है । अथाCत एक या एक से अ8धक _यितय yवारा धारत भू+म के खाते को संयु3त
खाता कहते है । संयुत खाते के *4येक _यित को सहखातेदार या सहकृषक के प मR जाना
जाता है ।
संय3
ु त खात0 के बटवारा क आवVयकताः- इस *कार न+मCत संयुत खात क
भू+म भू-अ+भलेख मR तो कृषक yवारा संयुत से धारत क जाती है पर;तु 85-90 *तशत
कृषक yवारा भू+म पर वा'तHवक प से अपने-अपने !ह'से के अनुसार मौके पर पथ
ृ क-पथ
ृ क
प से खेती क जाती है तथा एक दस
ू रे क भू+म मे कोई ह'त%ेप नह) Jकया जाता है । ऐसे
खाते केवल भू-अ+भलेख मR संयुत होने से, कृषक को शासन क Hव+भ;न योजनाओं का लाभ
लेने मR क!ठनाइय का सामना करना पड़ता है तथा कृषक को शासन क Hव+भ;न योजनाओं का
लाभ नह) +मल पाता है । अतः ऐसे संयुत खात का बटवारा हो जाने पर कृषक क भू+म भू-
अ+भलेख मR भी पथ
ृ क-पथ
ृ क खात के प मR दशाCयी जायेगी । इस *कार न+मCत हुये पथ
ृ क-
पथ
ृ क खात से शासन क Hव+भ;न योजनाओं का लाभ लेने मR कृषक को कोई क!ठनाई नह)
होगी ।
संय3
ु त खात0 का बटवारा का सं?हता मN ावधानः- म.*. भ-ू राज'व सं!हता
1959 क धारा 178, 178A तथा इस धारा के नयम के अनुसार कृषक के संयुत खाते का
बटवारा करने का *ावधान है । िजसके अनुसार एक कृषक या खाते के सम'त कृषक अपनी
सहमत से संयुत खाते का बटवारा करा सकते है ।
संय3
ु त खात0 का बटवारा के
नयमः- म.*. भू-राज'व सं!हता 1959 क धारा 178 तथा
इस धारा के नयम के अनुसार कृषक के संयुत खाते के बटवारा के सामा;य नयम इस
*कार है ः-
1. संयुत खाते के बटवारा के +लये आवेदक का सहकृषक होना आव|यक है ।
2. धारा 178 A के तहत पैv7क खाते मR Hपता क भू+म को उसके जीवन काल मR ह) पु7ो
yवारा बटवारा के +लये आवेदन Jकया जा सकता है ।
3. संयुत खाते के सहकृषक के बीच भू+म का Hवभाजन उनके !ह'से एवं मौके पर काvबज
ि'थत के अनुसार Jकया जावेगा ।
4. संयुत खाते के सहकृषक के बीच भू+म के Hवभाजन मR उनके %े7फल को उनके !ह'से से
10 *तशत कम या अ8धक, भू+म क उपयो8गता के आधार पर Jकया जा सकता है ।
5. संय
ु त खाते के सहकृषक के बीच भ+ू म का Hवभाजन के अनप
ु ात मR भू-राज'व का भी
Hवभािजत Jकया जावेगा ।
6. संय
ु त खाते के बटवारा मR सामा;यतः उस खाते के कुल भ-ू राज'व के 60 गुने का 4%
बटवारा श{
ु क, बटवारा आदे श पारत Jकये जाने के प|चात, कृषक को *करण मR संलन
करना होगा ।
संय3
ु त खात0 का बटवारा क Cयाः- बटवारा *करण मR नOन *JKया अपनाई जायेगीः-
1. िजस Tाम मR कृषक क भ+ू म ि'थत है , उस Tाम से संबं8धत तहसीलदार / नायव
तहसीलदार के ;यायालय मR संय
ु त खाते के बटवारा हे तु खाते के एक कृषक या सभी
सहकृषक सं!हता क धारा 178 के तहत, संय
ु त खाते क खसरा व खतौनी क नकल के
साथ आवेदन करे गा ।
2. तहसीलदार/ नायव तहसीलदार आवेदन को उपय
ु त पाये जाने पर 'वीकार करे गा तथा
*करण को राज'व *करण के शीषC अ-27 मR दजC करने तथा दावे/आपि4तय के +लये 30
!दवस का इ'तहार जार) करने के +लये र)डर को आदे +शत करे गा ।
3. इ'तहार *काशन !दनांक से 30 !दवस बाद क नयत त8थ पर तामील शुदा इ'तहार
वापस *करण मR संलन Jकया जायेगा ।
4. *करण मR दावे/आपि4तयां *ाGत न होने पर / दावे/आपि4तयां *ाGत होने पर उसी के
अनुसार *करण मR आगे क कायCवाह) संपा!दत क जायेगी ।
5. *करण मR दावे/आपि4तयां *ाGत न होने पर पटवार) Tाम से आवेदक को संबं8धत संयुत
खाते क बटवारा फदC तीन *त मR तैयार करने के +लये आदे +शत Jकया जायेगा ।
6. पटवार) yवारा फदC पेश करने के बाद सहकृषक को आहुत Jकया जाता है तथा उनके
कथन +लये जाते है िजसमR पटवार) yवारा तैयार क गई बटवारा फदC के संबंध मR कोई
आपि4त है या सहमत है , के वारे मR *करण के पीठासीन अ8धकार) yवारा पूछा जायेगा ।
7. य!द *करण मR Jकसी *कार क दावे/आपि4तयां *ाGत होने पर दावे/आपि4तयां करने वाले
_यितय को भी सुना जायेगा तथा उनके कथन अंJकत Jकये जायेगे ।
8. *करण मR Tाम के दो 'वतं7 सा%ीय के भी कथन +लये जाते है । िजनके yवारा आवेदक
क भू+म का मौके पर बटवारा करने तथा सहकृषक के बीच कोई Hववाद तो नह) है इस
संबंध मR पूछा जायेगा ।
9. *करण मR Tाम पटवार) का *तवेदन तथा कथन +लया जाता है िजसमR मौका व अ+भलेख
तथा तैयार फदC के संबंध मR पछ
ू ा जायेगा ।
10. *करण मR सभी कायCवा!हयां पण
ू C होने पर तहसीलदार/नायव तहसीलदार *करण का
अवलोकन कर पर)%ण करे गा ।
11. पर)%ण करने के बाद *करण मR म.*. भू-राज'व सं!हता 1959 क धारा 178 के तहत
उ8चत आदे श पारत करे गा ।
12. *करण मR पारत आदे श के अनस
ु ार 'वीकृत बटवारा फदC क एक *त कृषक को तथा
एक *त पटवार) को अ+भलेख मR आदे श का अमल करने के +लये द) जाती है तथा
*करण मR पारत आदे श को अमल हे तु नोट भी कराया जायेगा ।
13. पटवार) yवारा कOGयूट)कृत अ+भलेख मR आदे श का अमल करने के बाद अमल स!हत
कOGयूट)कृत खसरा व बी-1 क नकल *करण मR संलन करने तथा कृषक yवारा बटवारा
शु{क का 'टाOप संलन करने के बाद ह) *करण को समाGत करते हुये दाखल रकाडC
Jकया जायेगा ।
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
ाप
Gतावत वटवारा फद vाम ....... प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ...... तहसील ....... िजला.....
*करण Kमांक /07-08/अ-27 uीमान तहसीलदार महोदय के आदे श !दनांक ........ से
वटवारा 'वीकार हुआ
K मल
ू खाते का Hववरण *'ताHवत वटवारा फदC कृषको
. खा.नं नाम खातेदार सवI नं. रकवा भ.ू रा नाम सवI नं. रकवा भ.ू रा. क
. खातेदार सहमत
के
ह'ता%र
1 6 A & B 915/2 0.282 Hव.मु. (1) A 915/2क 0.141 Hव.मु.
3773/1 0.031 7.84 3773/1 0.031 3.92
3789 0.010 शा.नं. 3789 0.010 शा.नं.
3790 0.031 915/1 3790 0.031 915/2क
3791 0.815 ,, 3791/1 0.424 ,,
3793 0.063 ,, 3793 0.063 ,,
3797 0.188 ,, 3798 0.021 ,,
3798 0.021 ,,
योग 7 0.721 3.92
uीमान नवेदन है उपरोत वटवारा फदC कृषक yवारा मौके पर काvबज ि'थत के अनुसार
आपसी सहमत से 'वयं तैयार कराई गई ह एवं सहमत के ह'ता%र भी फदC पर Jकये ह ।
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
3. बटांकन
तवेदन
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
vबषयः- बटांकन करण मN
तवेदन व फद Gतुत करने वावत ।
संदभः- ीमान के Hयाया. . .----- क आदे श पUका ?दनांक ....... के पालन मN ।
महोदय,
vबषया;तगCत *करण के संबंध मR रपोटC नOन *कार *'तुत है ः-
(1) Tाम ............. प.ह.न. ................... रा.न. वत
ृ ............... तहसील ........... िजला
............. के सवI K. ..................... %े7फल ................. हैटर Kमशः खसरा मR uी/uीमती
.................... पु7/प4नी uी ................. आ!द जात ................ नवासी Tाम ...................
के नाम पथ
ृ क-पथ
ृ क दजC ह ।
(2) उपरोत सवI नं. के कृषक uी/uीमती .......................पु7/प4नी ........................ जात
..................... नवासी Tाम ................. yवारा मौके पर उत सवI नOबर पर पथ
ृ क-पथ
ृ क
काvबज होकर खेती कर रहे है ।
(3) वतCमान मR उत सवI नं. के कृषक yवारा मौके पर काvबज ि'थत एवं अ+भलेख के
अनस
ु ार *'ताHवत नशा व वटांकन फदC तैयार कराई गई है ।
(4) कृषक के मौके पर काvबज ि'थत के अनस
ु ार तैयार *'ताHवत नशा व वटांकन फदC
पर सभी कृषक ने सहमत के ह'ता%र Jकये है ।
अतः कृषक क मौके पर काvबज ि'थत एवं अ+भलेख के अनस
ु ार तैयार *'ताHवत नशा व
वटांकन फदC अनस
ु ार नशा वटांकन Jकया जाना उ8चत होगा । *तवेदन uीमान क सेवा मR
*'तत
ु ह ।
!दनांक .......................
संलनः- (1) खसरा क नकल ।
(2) *'ताHवत नशा बटांकन (पेि;सल))
(3) *'ताHवत बटांकन फदC
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
Gतावत वटांकन फद vाम ...... प.ह.नं. ...... वत
ृ ...... तहसील ......
*. K. / - / अ-3 uीमान तहसीलदार महोदय के आदे श !दनांक .................. से वटवारा
'वीकार/अ'वीकार हुआ ।
(A) संय3
ु त खाते का बटवाराः- भू+म के संयुत खात का बटवारा सहकृषक के बीच
Jकये जाने पर एक खाते के 'थान पर िजतने सह कृषक होते है उतने खाते _यितय के बनते
है ।
(B) पैUक खाते का बटवाराः- Jकसी कृषक yवारा अपने जीवन काल मR भू+म का बटवारा
अपने उ4तरा8धकारय के बीच करने पर िजतने उ4तरा8धकार) होते है उतने खाते _यितय के
बनते है ।
3. सवw नJबर को बटांCकत कर न3शा तरमीम होने परः- खसरे मR कृषक क
*Hवटयां बटा नOबर के प मR अंJकत है पर;तु नशा मR बटांकन न होने पर नशा मR बटांकन
क कायCवाह) होने पर भू-अ+भलेख का अyययतन Jकया जाता है ।
4. कृष भू म का Tयवपवतनः- कृHष भ+ू म का _यपवतCन कृHष से +भ;न *योजन के
+लये होने पर *योजन अनुसार भू-राज'व का पुनः नधाCरण Jकया जाता है साथ ह) कृHष +भ;न
*योजन के भू-खड को *थक-पथ
ृ क खसरा अ+भलेख मR दशाCने पर भू-अ+भलेख का अyययतन
Jकया जाता है ।
5. भू म का पा ?दया जानाः- शासकय भ+ू म के आबंटन या प²ा _यितय को !दये
जाने पर भू-अ+भलेख मR परवतCन होता है ।
6. भू अजन Cकया जानाः- नजी भ+ू म का सावCजनक या शासकय उपयोग के +लये भू
अजCन Jकया जाने पर पर भू-अ+भलेख मR परवतCन होता है । शासन yवारा नधाCरत क गई
*JKया के तहत भ-ू अजCन क कायCवाह) क जाती है ।
7. शासकय भू म का मद प/रवतन Cकया जानाः- शासकय भ+ू म का मद उपयोग के
अनुसार परवतCन Jकये जाने पर स%म अ8धकार) yवारा आदे श पारत Jकये जाने के उपरांत भ-ू
अ+भलेख मR परवतCन होता है ।
8. वन भू म को राजGव भू म सN सिJमलत Cकया जानाः- वन अ8धनयम 1927
क धारा 34 अ के तहत एसे वन %े7 जो एस धारा के तहत वन नह) रहने क अaसच
ू ना जार)
क गई है वह भू+म राज'व Hवभाग को ह'तांतरण होने पर खसरा अ+भलेख मR दजC कर करने
पर अ+भलेख को अyययतन Jकया जाता है ।
9. कले3यर के आदे श पर योजना के लये भू म क अदला-बदलः- म.*. भ-ू
राज'व सं!हता 1959 क धारा 237(4) के तहत कलेटर yवारा सावCजनक उपयोग हे तु Jकसी
योजना के +लये शसन yवारा नधाCरत के अतरत भू+म क अदला बदल) के आदे श Jकये
जाते है तदानुसार भी भू-अ+भलेख को अaययतन करना होता है ।
उपरोत vब;द ु Kमांक 1 से 9 क ि'थतय के कारण _यितय , सं'था या सरकार के
अ8धकार मR परवतCन होता है इस+लये खसरा, बी-1 (खतौनी), का अaयतीकरण एवं बटांकन के
अनुसार नशे मR तरमीम कायC का अaयतीकरण Jकया जाता है । पूवC मR ह'त+लखत भू-
अ+भलेख थे िजनमR ह'त+लखत अaयतीकरण कायC Jकया जाता था पर;तु वतCमान मR भ-ू
अ+भलेख का कOGयूटर)करण होने से कOGयट
ू र खसरा संशोधन एवं बटांकन के अनस
ु ार भ-ू नशा
तरमीम कायC कOGयूटर से Jकया जाता है ।
5. सीमांकन
तवेदन
1 सीमांकन *शासनक एवं अधC ;यायक *JKया है इसमR अपील के *ावधान नह) है इनमR
पुनर)%ण सं!हता क धारा 50 के तहत Jकये जाने के *ादधान है ।
सीमांकन के संबंध मR सं!हता क धारा 129 के नयम मR उ{लेख है Jक आवेदक yवारा नयत
सीमांकन श{
ु क खजाने मR जमा कराया जाना आव|यक है िजसक मूल *त आवेदन के साथ
संलन करना आव|यक है । सीमांकन हे तु आवेदक का भू+म'वामी होना आव|यक है तदाशय
क कOGयूकृत खसरे क छाया*त आवेदन के साथ संलल करे । नशे क *माणत *त
जिजसमR आस पास के सवI नOबर भी अंJकत हो आवेदन के साथ *'तुत करे ।
2 सीमांकन से पव
ू C सीमावतw कृषक को सच
ू ना तामील कराया जा आव|यक है , तामील न होने
क दशा मR सीमांकन न Jकया जावे ।
3 सीमांकन के *तवेदन के साथ Jकये गये सीमांकन कायC ETS/चैन क %े7 पुि'तका जमा
करना आव|यक है । केवल पंचनामा पयाCGत नह) है ।
4 सीमांकन का *तवेदन सीमांकन के त4काल बाद तहसील मR जमा कराया जाना आव|यक है
ताक आवेदक को *तवेदन क नकल त4काल उपल
ध हो सके ।
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
6. ETSM सवw (सवwFण क आधु
नक प!द
त)
आधु नक तकनीक से नशे तैयार Jकये जाने हेतु सवC*थम नOन+लखत तीन *कार के
Control Points 'थाHपत Jकये गये है –
6.2 कायणालः-
ETSM से सवI कायC करने के बाद नशा नमाCण व फ{ड बुक H*ंट करने के +लये नOन
दो *कार के Data मशीन से download Jकये जाते है ः-
(1) DBX Data – यह data फ{ड बुक H*ंट करने के +लये उपयोग Jकया जाता है । यह
Data कOGयूटर मR LGO सोटवेयर मR Open होगा ।
(2) DXF Data - यह data नधाCरत 'केल पर नशा H*ंट करने के +लये उपयोग मR लाया
जाता है । यह Data कOGयूटर मR Autocad सोटवेयर मR Open होगा ।
(1) Open Raw data on pc for generating field book and map :-
- Click Import option at menu bar, select Import Raw data and
open it.
- Open pendrive and choose raw data file folder, now select it then IMPORT
option .
- Filebook icon (option) will be display at left side bottom, now click it for
desktop display .
- Map, points, Adjustment, codelist, Antennas, Result etc. page will display.
After Assain displayed map may be in dark shade . now click, mouse right
click-
Open data folder. Select Autocad file according to job name , open this like as
other files . For open this type files Autocad software must be installed at your
computer .
Command – Z enter E enter or Z enter A enter . command option will be
appear at bottom of screen .
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
2- डायवशन करण मN
तवेदन
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
3- जा
त माण-पU
तवेदन
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
महोदय,
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
4- आय माण-पU
तवेदन
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
महोदय,
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
6- शासकय भूम पर अवैध खनन का
तवेदन
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
7- शोध Fमता
तवेदन
कायालय प.ह.नं. ……. रा.
न. वत
ृ ......... तहसील .......... िजला .........
*त
uीमान तहसीलदार/नायब तहसीलदार महोदय,
रा.न. वत
ृ ............. तहसील ..........
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
8- धारा 165 के उलंघन के संबंध मN
तवेदन
ह'ता%र पटवार)
ह{का नं. .........
रा.न. वत
ृ ........... तहसील ........
अ!याय-20
अHय मह[वपूण वषय
वन राजGव भूम सीमांकन
म
ु य स8चव कायाCलय
मaय *दे श
Kमांक230/म.ु स./04 भोपाल, !दनांक 24.07.2004
*त,
सम'त कलेटर/ सम'त वनमंडला8धकार),
मaय *दे श।
माननीय म
ु यमं7ी जी yवारा नणCय +लया गया है Jक *दे श के सम'त िजल मR अगले 6 माह
मR अ+भयान चलाया जाकर वन- राज'व भ+ू म सीमा नधाCरण अंतम Dप से Jकया जाए। अतः आपसे
अपे%ा है Jक िजले के %े7ीय वन मंडला8धकार) के साथ +मलकर एक कायC योजना बनाएं िजसमे िजले
के अंतगCत जहां वन भ+ू म है , Hववाद हो या ना हो, राज'थान तथा वन Hवभाग क ट)म संय
ु त प से
उन 'थल का नर)%ण करR तथा दोन Hवभाग अपने अपने अ+भलेख मR ि'थत को अyयतन करR तथा
सीमा का नधाCरण करR । वन राज'व सीमा नधाCरण के समय नOन+लखत मह4वपण
ू C vबंदओ
ु ं को aयान
मR रखा जाए-
• मaय*दे श वन अ8धनयम 1927 क धारा 4 के अंतगCत Tामवार िजन खसरा नंबर का
अंश तथा पण
ू C भाग आर%त व संर%त वन घोHषत करने के उµे|य से अ8धस8ू चत Jकया
गया है या उनमR आर%त व संर%त वन के नो!टJफकेशन क कायCवाह) पण
ू C हो गई है
o य!द हां तो धारा 4 के अंतगCत शेष बचे खसरा नंबर को राज'व Hवभाग को
ह'तांतरत करने क अ8धसच
ू ना *'ताव यथाशीÊ तैयार Jकया जाकर अ8धसच
ू ना
जार) करवाए जाएं एवं तदनस
ु ार वन राज'व Hवभाग के अ+भलेख मR सीमां
संशोधन करR ।
o य!द नह)ं तो वन अ8धनयम 1927 के *ावधान के अनस
ु ार आर%त
वन/संर%त वन घोHषत करने क कायCवाह) पण
ू C क जाए तथा शेष बची भ+ू म
को राज'व Hवभाग को ह'तांतरत कर तदनस
ु ार वन तथा राज'व के अ+भलेख
व नशR को संशो8धत Jकया जाए।
• Hववा!दत ऑरR ज एरया िजसका नो!टJफकेशन Hव8धवत ् आर%त/संर%त वन के +लए नह)ं
हो सका है , मR भी वन अ8धनयम 1927 के *ावधान के अनस
ु ार आर%त/संर%त वन
घोHषत करने के +लए अ8धसच
ू ना जार) कराएं व शेष %े7 को राज'व Hवभाग को
ह'तांतरत करने क अ8धसच
ू ना जार) कराई जाए। Jफर वन व राज'व Hवभाग के
अ+भलेख का नशा को संशो8धत करR ।
• वन Hवभाग yवारा समय-समय पर Hव+भ;न अ8धसच
ू नाओं yवारा वन %े7 को राज'व
Hवभाग को ह'तांतरत Jकया गया है । (यथा अ8धसच
ू ना Kमांक 3788-दस-2-75 !दनांक
25 अग'त 1975 को जो मaय*दे श राजप7 !दनांक 19.12.1975 मR *का+शत है ) उत
अ8धसच
ू नाओं के अनD
ु प वन तथा राज'व Hवभाग के अ+भलेख व नश को संशो8धत
करR ।
• वन संर%ण अ8धनयम 1980 के अंतगCत भारत सरकार से अनम
ु त *ाGत कर !दनांक
31.12.1976 तक क 85,250.71 हे टे यर अतK+मत भ+ू म पा7 अतKामक को
_यवि'थाHपत क गई थी। इन अ+भलेख का भी पर)%ण कर राज'व तथा वन Hवभाग के
अ+भलेख व नश को संशो8धत करR ।
• उपरोतानस
ु ार य!द अ;य *करण मR भी वन तथा राज'व Hवभाग yवारा एक दस
ू रे को
भ+ू मय का ह'तांतरण हुआ है , तो इन सम'त *करण के पर)%ण उपरांत ह) संब8ं धत
Tाम व राज'व नशे मR ( म{ ू य बंदोब'त नश क अनरु े खत *त मR ) वन राज'व
सीमा लाइन अंJकत क जाए।
• उपरोतानस
ु ार तैयार Tाम नशा मल
ू तः दो *तय मR तैयार कर उसका *माणीकरण
दोन Hवभाग के अ8धकृत अ8धकार) संय
ु त प से पद म
ु ा सील स!हत करR । यह नशा
दो *तय मR तैयार Jकया जाए िजस क एक-एक *त दोन Hवभाग के िजला
अ+भलेखागार मR सरु %त रखी जाए। इसी नशे के आधार पर पटवार) के चालू नशे मR
भी संशो8धत कर *माणीकरण कर +लया जाए।
• वन %े7 मR उ4खनन ल)ज का नवीनीकरण कराया जाना कोई वेिटत अ8धकार नह)ं है ।
य!द वन संर%ण अ8धनयम 1980 के *ावधान का उ{लंघन हो रहा है , तो ऐसे *करण
मR उ4खनन ल)ज का नवीनीकरण नह)ं Jकया जाए।
• योजना के अनस
ु ार कायC *ारं भ Jकया जाए तथा *4येक माह के *गत *तवेदन
से नधाCरत संलन *ाDप मR *मख
ु स8चव, वन एवं राज'व को अवगत कराएंग,े जो
संक+लत *तवेदन मझ
ु े *'तत
ु करR गे।
म
ु य स8चव
नदw श0 के अनप
ु ालन मN वन राजGव सीमांकन क कायवाह के
नदw श
नJनानस
ु ार
ह·-
1 2 3 4 5 6 7 8
वन अ8धनयम 1927 क धारा 29 के वन अ8धनयम 1927 क धारा 34(अ) के शेष *'ताHवत वन %े7
अ+भयुित
अंतगCत संर%त वन %े7 का Hववरण अंतगCत ऐसा वन %े7 मR वन %े7 नह)ं का Hववरण
रहे गा।
9 10 11 12 13 14 15
वनखड का आर%त/ सिOम+लत तहसील खसरा खसरे का कुल वनखड वनखंड के वनखड का नाम
नाम संर%त Tाम का नाम Kमांक %े7फल मR शा+मल बाहर
%े7फल Jकया गया
%े7
खसरा %े7फल
Kमांक
1 2 3 4 5 6 7 8 9
• उपरोतानस
ु ार तैयार जानकार) के आधार पर राज'व Hवभाग अपने नशे को अyयतन करे ।
• िजन वन खड मR आर%त या संर%त वन अ8धस8ू चत करने क कायCवाह) पण
ू C नह)ं क गयी
है , वहां वन अ8धनयम 1927 के *ावधान के अंतगCत कायCवाह) वन Hवभाग yवारा पण
ू C कराई जाए तथा
वन खडवार अ+भलेख एवं नशे तैयार Jकया जाए।
पटवार के कतTय-
1. वन राज'व सीमा नधाCरण मे %े7 के पटवार) को मय खसरा नशा अ+भलेख दल के साथ
कायाCलयीन कायC एवं 'थल जांच मे रहना आव|यक है ।
2. पटवार) नशे पर उपरोत नदI श के अनस
ु ार सीमा लाइन अंकन करने का कायC करना होता है ।
इस लाइन को 'थल जांच मे स4याHपत करने का कायC करना होता है । जांच उपरा;त लाइन को अंतम
Dप पटवार) yवारा !दया जाता है , उपरोतानस
ु ार पटवार) को 'थल का भौगो+लक ान, राज'व नशे का
ान, वनखंड के नशे 1/16000 के ह क जांच करनी होती है , का ान होना आव|यक है । सं%Gत मे
पटवार) को मैप र)Áडंग, 'थल रै क ('थल नशे के +मलान करना) का ान होना आव|यक है ।