Vous êtes sur la page 1sur 7

बीमा का वर्गीकरण

इस मोडयल
ू में , हम बीमा के विभिन् ि्गीककण रण प -ि्गीककण के बाणे में अध्यय कणें ्े

भिक्षा रण ाम:

1. बीमा का ि्गीककण
2. मौजूदा बाजाण में बीमा के प्रकाण
3. बीमा की व्यक्तिग्ग श्रेण य ॉं

1. बीमा का ि्गीककण

बीमा कम् नि याॉं विभिन् प्रकाण के बीमा प् ाद र ण कणगी ह। बीमा भलभसयों (बीमा प् ादों)
को णॉं णा्ग गणीके से जीि बीमा रण सामान्य (्ैण-जीि ) बीमा में ि्गीककृग ककया ्या है

1.1. ‘’जीि बीमा’’ काणोबाण का अर्थ है मा ि जीि ण नि िथण व्यक्तिगयों का बीमा अ ब


ब ॉं कण े
का काणोबाण इसमें अ ब
ब ॉं ककए जागे ह। क्तज के द्िाणा म्ृ यब (केिल दर्
ब टथ ा से म्ृ यब हो े के अलािा)
हो े ण णाभि का ि्
ब गा सनिब क्तचिग ककया जागा है

जीि बीमा काणोबाण में टमथ इॉंचयोणें स भलभसय ,ॉं सािध (एन्डोमें ट) भलभसय ,ॉं सम् ू थ जीि (होल
लाइ ) भलभसय ,ॉं िा सी (म ी बैक) भलभसय ,ॉं यनिू ट भलॉंिड इॉंचयोणें स भलभसय ॉं (यभू ल ),
िावषथकी भलभसय ॉं आदद िाभमल ह।

दटप् ी: मोडयल
ू 5 में इ प् ादों ण वितगाण से ििाथ की ्ई है

1.2. ‘’सामान्य बीमा (्ैण-जीि )’’ काणोबाण का अर्थ है आ्, मणी अर्िा विवि बीमा काणोबाण
िले ही यह काणोबाण एकल रू से अर्िा ऐसा काणोबाण कण े िाले एक अर्िा एक से अध क के
सार् भमलकण ककया ्या हो
बीमा की व्िक्तिगर्गग श्रेणणि ॉं

प यि
बथ ग प्रकाण के बीमा भलसी ाणक के जरणये से भिन् -भिन् ि्गीककृग ककए जा सकगे ह।

पदाहण ार्थ: बडे ेट्रोकेभमकल सॉंयत्र


ॉं द्िाणा अक्तन बीमा कणिाए जा े की जरूणग रद्योध्क क्षेत्र में
एक छोटे तगण की ै िटणी की जरूणग से भिन् हो्ी नि िास तर्ा अर्िा दक
ू ा की बीमा जरूणगें
िी भिन् -भिन् हों्ी

बीमा खणीद कण े िाले ग्राहक खॉंडों के आ ाण ण, बीमाकगाथ अ े प् ादों को ि्गीककृग कणगे ह।


सामान्य बीमा प् ाद िाण क्तकयक गर्ा व्यक्तिग्ग श्रेण यों के रू में ि्गीककृग ककए ्ए ह। ि्गीककृग
कण े का दस
ू णा गणीका हो्ा:-
(i) काण ोणे ट क्षेत्र
(ii) लर्ब गर्ा मध्यम पद्यम (एस.एम.ई.) क्षेत्र
(iii) व्यक्तिग्ग श्रेण य ॉं
(iv) माइक्रो रण ग्रामी बीमा

सामान्य बीमा काणोबाण के र्टकों को णॉं णा्ग गणीके से नि म् भलणखग रू में धिक्तनि ग ककया ्या
है :-

1.2.1. ‘’अक्तन बीमा’’ काणोबाण का अर्थ है आ् द्िाणा अर्िा र्ट ीय क


ब सा के प्रनिग बीमा के
अ ब
ब ॉं ककए जा े का काणोबाण

सामान्य ि्दों में, अक्तन बीमा िौनिगक क


ब सा अर्िा विभिन् काण ों जैसे आ्, लाइदटॉं्, बाढ़,
िक
ू ॉं आदद की िजह से सम् क्त्ग के क
ब सा को किण कणगा है काण जैसे डकैगी, िोणी, दॉं ्े
आदद िी अक्तन बीमा के अ ी णॉं णा्ग गणीके से िाभमल ककए ्ए ह। सम् क्त्ग का अर्थ है अिल
सम् क्त्गया जैसे मका , दक
ू ा ें, ै क्तिट्रय ,ॉं कायाथलय, होटल रण अन्य िि िल रणसम् क्त्गय ॉं जैसे
गीकिण, टे लीविज , णे रणजणे टण, ै क्तिट्रयों में प्रयि
ब ग मिी णी, कायाथलय प तकण जैसे ोटोक ी
मिी ें, कॉंप्यट
ू ण, ्ह ें आदद िी सम् क्त्ग के िा् ह।

1.2.2. ‘’मणी बीमा’’ काणोबाण में िाभमल ह।:-


क. मणी हबल क्तजसका अर्थ है सिी प्रकाण के ोगों (जलया , ौका आदद) के बीमा के अ ब
ब ॉं
कण े का काणोबाण
ख. मणी का्ो बीमा क्तजसका अर्थ है िभू म अर्िा जल रण र्ट ीय िाॉंडा्ाण के दौणा अॉंगण
के दौणा माल का बीमा

1.2.3. ‘’विवि बीमा काणोबाण’’ का मल


ू रू से अर्थ है जीि , अक्तन रण मणी जोणखमों के अलािा
सिी प्रकाण के अन्य जोणखमों ण बीमा के अ ब
ब ॉं कण े का काणोबाण
2. मौजूदा बाजाण में बीमा के प्रकाण

समय बीग े के सार्, सामान्य बीमा काणोबाण की कई िाखाएॉं िाणगीय बाजाण में विकभसग की ्ं
रण आज, हमाणे ास केिल जीि बीमा काणोबाण कण े िाली कबछ बीमा कम् नि य ॉं ह।, कबछ अन्य
सामान्य बीमा काणोबाण कण णही ह। रण कबछ केिल तिात्य बीमा काणोबाण कण णही ह।

आई.आण.डी.ए. े सामान्य बीमा काणोबाण के दस म्


ब य क्षेत्रों को धिक्तनि ग ककया है आई.आण.डी.ए.
द्िाणा (i) विमा , (ii) इॉंजीनि यरणॉं्, (iii) अक्तन , (iv) तिात्य, (v) दे यगा, (vi) मणी
हबल, (vii)
मणी का्ो, (viii) मोटण ओ.डी., (ix) मोटण टी. ी., (x) व्यक्तिग्ग दर्
ब टथ ा रण िेष प् ाद (xi)
सिी अन्य के अ ी समदू हग ककए ्ए ह।

2.1. विमा : हिाई जहाजों का बीमा रण दर्


ब टथ ाओॉं की िजह से अन्यों को एअणलाइॉंस दे यगा
को विमा बीमा के अ ी किण ककया ्या है

2.2. इॉंजीनि यरणॉं्: िि रण खडा कण े/नि माथ के दौणा रणयोज ाएॉं, कायथ मिी णी गर्ा
प तकण, प्रिाल ा्मक जोणखम आदद बीमा के इस प्रकाण के अ ी आगे ह।

2.3. अक्तन : प यि
बथ ग 1.2.1. के अ ी त ष्ट ककया ्या है

2.4. तिात्य: बीमाणी अर्िा दर्


ब टथ ा हो े ण प िाण की ला्गें बीमा के इस प्रकाण के अ ी
ह। कबछ प् ाद बानिय णो्ी प िाण (ओ. ी.डी.) सदहग सिी प्रकाण के प िाण किण कणगे ह।, कबछ
केिल अत गाल में िगगीक हो े ण प िाण को किण कणगे ह।; जबकक कबछ केिल प्रमख
ब सजथणी ही किण
कणगे ह।

तिात्य बीमा जीि रण सामान्य दो ों बीमाकगाथओॉं द्िाणा प्रदा ककया जागा है


2.5. दे यगा: जब एक व्यक्तिग ककसी दस
ू णे व्यक्तिग की काणथिाई अर्िा नि क्तष्क्रयगा से प्रिाविग होगा
ब सा के भलए क्षनिग निू गथ की म ्ॉं कण सकगा है प्रिाविग व्यक्तिग को क्षनिग निू गथ
है गो िह ऐसे हबए क
की अदाय्ी कण ा पस व्यक्तिग की दे यगा है क्तजस े क ब सा हबॉंिाया है

2.6. मणी हबल: प यि


बथ ग 1.2.2. में त ष्ट ककया ्या है

2.7. मणी का्ो: प यि


बथ ग 1.2.2 में त ष्ट ककया ्या है

2.8. मोटण तियॉं क्षनिग (ओ.डी.): दर्


ब टथ ा से िाह को क्षनिग हो े ण िाह के माभलक को वि्गीय

ब सा हो सकगा है ऐसे क
ब सा नि जी काणों, दो दहया िाह ों, यात्री ढो े िाले अर्िा सामा ढो े
िाले िाण क्तकयक िाह ों अर्िा अन्य िाह ों को हो सकगे ह। ये सिी मोटण ओ.डी. भलभसयों द्िाणा
बीमाकृग ककए ्ए ह।

2.9. मोटण गग
ृ ीय क्ष (टी. ी.) दे यगा: मोटण दर्
ब टथ ा से ककसी व्यक्तिग की सम् क्त्ग को क
ब सा
या ष्ट हो सकगी है मोटण दर्
ब टथ ाओॉं से अन्य लो्ों की म्ृ यब या ज्मी हो सकगे ह। यह िाह
के माभलक की दे यगा है कक िह पसके द्िाणा की ्ई दर् ब ट
थ ाओॉं से प्रिाविग हबए व्यक्तिगयों को
क्षनिग निू गथ की अदाय्ी कण ी हो्ी अन्य व्यक्तिग (गग
ृ ीय क्ष) को ऐसी दे यगा मोटण टी. ी. बीमा के
माध्यम से बीमाकृग की जागी है

2.10. व्यक्तिग्ग दर्


ब ट
थ ा: दर्ब ट
थ ाओॉं की िजह से, ककसी व्यक्तिग की म्ृ यब हो सकगी है िह
हार्- िॉं अर्िा मह्ि ू थ िणीण-अॉं् को कब सा हबॉंि े से तर्ायी रू से विकलाॉं् िी हो सकगा
है इससे िह तर्ायी रू से अर्िा कबछ समय के भलए बबतगण ण णह े को मजबणू हो सकगा है
हालाॉंकक ऐसे क
ब सा ों की गो क्षनिग निू गथ हीॉं की जा सकगी, णन्गब दर्
ब टथ ा की िजह से, िह अ ी
आजीविका खो सकगा है रण अ े सामान्य कामकाज को कण े में मक्तब चकल का साम ा कण ा ड
सकगा है व्यक्तिग्ग दर्
ब टथ ा बीमा ऐसी दर्
ब टथ ाओॉं से प्रिाविग प लो्ों को वि्गीय लाि अदा
कणगा है

2.11. ऐसे कई विवि बीमा प् ाद ह। क्तजन्हें ककसी प्रकाण वििेष के अ ी ि्गीककृग हीॉं ककया ्या
है इ में प्रमख
ब ह।:-

(i) सल बीमा
(ii) िब बीमा
(iii) यात्रा बीमा

वििेष जोणखमों जैसे सेटेलाइट्स, बडे सािथजनि क आयोज , क ल्म नि माथ आदद को किण कण े के
भलए वििेष रू से गैयाण ककए ्ए बीमा ह।
3.1. बीमा के सामान्य व्यक्तिग्ग क्षेत्र: तिात्य बीमा रण व्यक्तिग्ग दर्
ब टथ ा बीमा, बीमा के
व्यक्तिग्ग क्षेत्र ह। ियोंकक िे व्यक्तिगयों के सार् सॉंव्यिहाण कणगे ह। व्यक्तिग्ग क्षेत्र बीमा िे ह। जो
बीमाकृग व्यक्तिग के भलए प यि
ब ग ह। रण प के अ े व्यक्तिग्ग ामों से भलए जागे ह। व्यक्तिग्ग
क्षेत्र प् ाद जीि बीमा प् ाद, सामान्य बीमा प् ाद रण तिात्य बीमा प् ाद हो सकगे ह।

3.2. अन्य ब टकण क्षेत्र: काणोबाण के कबछ रण क्षेत्र ह। जो काणोबाण के व्यक्तिग्ग क्षेत्रों के सार्
बीमाकगाथओॉं द्िाणा वििाण ककए जागे ह। व्यक्तिग के जीि रण प िाण ला्गों को सणब क्षा प्रदा कण े
के बाद, िे व्यक्तिग्ग सम् क्त्गयों के वि्गीय क
ब सा की सणब क्षा कणगे ह।

3.2.1. यात्रा बीमा: विदे ि यात्रा के दौणा हो े िाली तिात्य समतयाएॉं यात्रा बीमा का प्रमख
ब िा्
है इसके अनिगरणिग, सामा ्म
ब हो ,े ास ोटथ ्म
ब हो े, फ्लाइट छूट जा े आदद यात्रा से जबडे
जोणखम ह। र्णे लू यात्रा का बीमा िी कणिाया जा सकगा है ऐसे प्रकाणान्गण ह। जो विदे िों में जा े
िाले कमथिारणयों रण विदे िों में अध्यय अिध के दौणा विद्याधर्थयों को प के धिकक्सा व्ययों रण
दर्
ब टथ ाओॉं को किण कणगे हबए णोज्ाण रण अध्यय दौणे किण कणगे ह।

3.2.2. र्ण के सामा का बीमा: र्ण की रणसॉं क्त्गयों को किण कणगे हबए यह एक क ै ेज भलसी है
अर्ाथग ् नि िास-तर्ा इकाई – िि रण इसके ग्िों का विभिन् जोणखमों के प्रनिग बीमा

3.3. सामाक्तजक क्षेत्र रण ग्रामी बीमा: ये ग्रामी लो्ों को बेिे ्ए अन्य बीमों का वििेष रू
से गैयाण ककया ्या ाठ है पदाहण ों में , झो डी बीमा, ड
ै ल साइककग बीमा, िेड गर्ा बकणी बीमा,
म ब मिखी बीमा, ोल्ट्री बीमा, कृवष म् -सैट बीमा आदद िाभमल ह। पदाहण ार्थ, साइककल बीमा

ै ल साइककल को हो े िाले क
ब सा /क्षनिग रण िौनिगक गर्ा सम् क्त्ग ष्ट हो े के भलए गग
ृ ीय क्ष
दे यगाओॉं को किण कणगा है

इस प्रकाण के बीमा में कबछ ब णािक्तृ ्ग हो सकगी है पदाहण ार्थ, हालाॉंकक तिात्य बीमा एक
व्यक्तिग्ग क्षेत्र का बीमा है , णन्गब ककसी णाकय अर्िा दे ििण में अ े सिी कमथिारणयों रण प के
रणिाणों को किण कण े के भलए िी नि योिगा द्िाणा इसकी खणीद की जा सकगी है , जब इसे
काण ोणे ट खणीदाण को बेिा जागा है
1. ‘’जीि बीमा’’ काणोबाण का अर्थ है
क. मा ि जीि का बीमा
ख. सिी सजीि ितगओ
ब ॉं का बीमा
्. जीविग व्यक्तिग द्िाणा इतगेमाल की ्ई ककसी िी ितगब का बीमा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

2. ‘’सामान्य बीमा (्ैण जीि )’’ काणोबाण सॉंदभिथग है


क. अक्तन बीमा ख. मणी बीमा
्. िब बीमा र्. र्ण के सामा का बीमा (ड.). प यि
बथ ग सिी

3. तिात्य बीमा प्रदा ककया जागा है


क. जीि बीमाकगाथओॉं द्िाणा
ख. सामान्य बीमाकगाथओॉं द्िाणा
्. जीि रण सामान्य दो ों बीमाकगाथओॉं द्िाणा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

4. ‘समह
ू बीमा’ ि्दािली सॉंदभिथग है
क. लो्ों के समह
ू का बीमा ख. सल बीमा
्. िब बीमा र्. प यि
बथ ग सिी

5. यात्रा बीमा किण कणगा है


क. केिल र्णे लू यात्रा के भलए बीमा
ख. केिल अॉंगणाथष्ट्रीय यात्रा के भलए बीमा
्. र्णे लू रण अॉंगणाथष्ट्रीय दो ों यात्रा के भलए बीमा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

6. क ल्म नि माथ ककसके अॉंग्थग किण होगा है


क. जीि बीमा ख. सामान्य बीमा ्. तििात्य बीमा र्. किण हीॉं

7. ‘अक्तन बीमा’ काणोबाण किण कणगा है


क. मा ि जीि का क
ब सा
ख. सम् क्त्ग का क
ब सा
्. जीि रण सम् क्त्ग दो ों
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं
8. मणी हबल काणोबाण का अर्थ है
क. सिी प्रकाण के ोगों (जलया , ौकाएॉं, आदद) का बीमा
ख. समद्र
ब में सिी प्रकाण की मछली का बीमा
्. मछली कड े के भलए जा े िाले लो्ों के भलए बीमा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

9. मणी का्ो बीमा का अर्थ है


क. अॉंगण के दौणा सामा का बीमा, िभू म अर्िा जल रण िॉंडाण्ह
ृ द्िाणा
ख. समद्र
ब रण महासा्ण में यात्रा कण े िाले सामा का बीमा
्. ौकाओॉं गर्ा जलया ों में यात्रा कण े िाले लो्ों का बीमा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

10. ्ाय, बकणी गर्ा िेड आदद का बीमा ककसके अ ी ककया जागा है
क. जीि बीमा
ख. िब बीमा
्. व्यक्तिग्ग बीमा
र्. प यि
बथ ग में से कोई हीॉं

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10
क ड. र्ग क र्ग ख ख क क ख

Vous aimerez peut-être aussi